पोषण अभियान जन आंदोलन पोर्टल

  1. पोषण अभियान
  2. पोषन अभियान योजना 2023 National Nutrition Mission Online Apply
  3. PM Poshan Abhiyan Yojana 2023
  4. राष्ट्रीय पोषण माह एक सितम्बर से, पोषण और स्वच्छता जागरूकता के लिए होंगे कई कार्यक्रम
  5. पोषण अभियान : एक जन आंदोलन
  6. उत्तम ; पोषण अभियान जन आंदोलन कार्यक्रमात सर्वोत्कृष्ट कार्यकृतीबद्दल पुणे जिल्ह्याला पुरस्कार.
  7. पोषण अभियान : जन आंदोलन के माध्यम से व्यवहार में परिवर्तन


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पोषण अभियान

प्रधानमंत्री के सुपोषित भारत आह्वान के अनुरूप प्रधानमंत्री समग्र पोषण योजना या पोषण अभियान- जो बच्चों,गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के बीच पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है- में पोषण पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा जमीनी स्तर पर समुदायों को गलत सूचना या बिना जानकारी वाली प्रथाओं,जो पीढ़ियों से निरंतर कुपोषण के कारण रही हैं,से मुकाबला करने के लिए एकजुट करना है। व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए कार्यक्रम के कुछ उपायों में शामिल हैं- समुदाय आधारित कार्यक्रमों का आयोजन (सीबीई);सूचना,शिक्षा और संचार (आईईसी) तथा व्यापक सार्वजनिक भागीदारी सुनिश्चित करने के माध्यम से आग्रह करना तथा इसे जन आंदोलन का रूप देना। पोषण अभियान के उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित करते हुए,मिशन पोषण 2.0 (सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0) की घोषणा 2021-2022 के बजट में एक एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम के रूप में की गई थी,ताकि पोषण सामग्री,उपलब्धता,पहुंच और परिणामों को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्य,कल्याण तथा रोग व कुपोषण से प्रतिरक्षा को समर्थन देने वाले उभरते तरीकों पर विशेष ध्यान दिया जा सके। यह कार्यक्रम जन आंदोलन के निर्माण के लिए सामाजिक और व्यवहार संबंधी परिवर्तन संचार (एसबीसीसी) को अपने रणनीतिक स्तंभों में से एक के रूप में मानता है। पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के उद्देश्य से यह अभियान,जागरूकता अभियान चलाने और गतिविधियों का संचालन करने पर केंद्रित है और इसका उद्देश्य कुपोषण की चुनौती का मिशन-मोड में समाधान करना है। सामुदायिक एकजुटता सुनिश्चित करने और लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए,अभियान ने विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये व्यवहा...

पोषन अभियान योजना 2023 National Nutrition Mission Online Apply

• Facebook • WhatsApp • Telegram • Reddit • SMS • Copy Link • Comments National Nutrition Mission 2023 | राष्ट्रीय पोषणअभियान ऑनलाइन आवेदन | Rashtriya Poshan abhiyaan In Hindi | poshan abhiyaan jan andolan | poshan abhiyaan scheme पोषन अभियान 2023 के अंत तक कुपोषण मुक्त भारत की प्राप्ति को सुनिश्चित करने के लिए एक बहु-मंत्रीय अभिसरण मिशन है। प्रमुख आंगनवाड़ी सेवाओं के उपयोग में सुधार और उच्चतम कुपोषण भार के साथ भारत के चिन्हित जिलों में स्टंटिंग को कम करने के लिए पोषन अभियान का उद्देश्य। आंगनवाड़ी सेवा वितरण की गुणवत्ता। इसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं, माताओं और बच्चों के लिए समग्र विकास और पर्याप्त पोषण सुनिश्चित करना है यहाँ से सरकार की इस योजना की पूरी जानकारी चेक करें ओर ऑनलाइन आवेदन करें। Table of Contents 1 • • • • • Poshan Abhiyan 2023 (पोषन अभियान) सरकार का पोषन अभियान, बच्चों, किशोरों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए प्रौद्योगिकी, एक लक्षित दृष्टिकोण और अभिसरण द्वारा पोषण संबंधी परिणामों में सुधार करने के लिए भारत का प्रमुख कार्यक्रम है। जन आंदोलन के लाइव और वास्तविक समय के प्रदर्शन को दिखाने के लिए एक ऑनलाइन डैशबोर्ड तैयार किया गया है और उसी के डेटा को ऑनलाइन फॉर्म और ऐप के माध्यम से दर्ज किया जाएगा। महिला और बाल विकास मंत्रालय (MWCD) पहले वर्ष में 315 जिलों में पोषन अभियान लागू कर रहा है, दूसरे वर्ष में 235 जिले और तीसरे वर्ष में शेष जिले शामिल किए जाएंगे। बच्चों के पोषण की स्थिति (0-6 वर्ष की आयु) और गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को प्रत्यक्ष / अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करने वाली कई योजनाएं हैं। इनके बावजूद, देश में कुपोषण और ...

PM Poshan Abhiyan Yojana 2023

PM Poshan Abhiyan 2.0 2023: हम सब जानते है कि भारत एक विकासशील देश है, किसी भी विकासशील देश में कुपोषण के मामले बच्चो अक्सर पाए जाते है। इसका मुख्य कारण देश में से बहुत से ऐसे लोगों का अभी भी होना है, जो अपना जीवन यापन गरीबी रेखा से नीचे कर रहे है, जिनको दो वक्त का खाना नसीब नही होता है, ऐसे परिवार के बच्चो को कुपोषण बीमारी का शिकार होना पड़ता है। सरकार द्वारा पोषण अभियान के लिए सही पोषण देश रोशन टैगलाइन दी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए, देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने समग्र पोषण योजना की शुरुआत करने का ऐलान किया हैं। इस पोषण अभियान के क्या-क्या बिंदु है, इस योजना के माध्यम से हम किस प्रकार देश को कुपोषण से मुक्त बना सकते है आदि के बारे में हमने इस आर्टिकल में बार की है। कृपया आर्टिकल को अंत तक पढ़ें। विषय सूची • • • • • • • • • • • • पोषण अभियान (Poshan Abhiyan) क्या है? पोषण अभियान केंद्र सरकार के महिला और बाल विकास डिपार्टमेंट की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है। इस योजना का उद्देश्य देश के गरीब परिवार के नवजात बच्चे से लेकर 6 वर्ष की आयु तक का कुपोषण अभियान के तहत विशेषकर ध्यान रखा जायेगा। योजना के अंतर्गत इन बच्चो के अंदर कुपोषण का कोई लक्षण ना हो इस बात को सुनिश्चित किया जायेगा। साथ ही साथ ऐसे गरीब परिवार जिनके पास दो टाइम का खाना प्रयाप्त नहीं है, उनके नवजात बच्चो को स्तनपान कराने वाली माताओं को भी पोषण योजना में शामिल किया गया है। भारत सरकार द्वारा इस योजना का शुभारंभ 18 दिसंबर 2017 को किया था, जो पहले राष्ट्रीय पोषण अभियान के नाम से किया था। इस योजना के अन्तर्गत हर जिले में अलग अलग क्षेत्रों और पंचायतों में से उन कुपोषित बच्चों की पहचान की जाती है। इ...

राष्ट्रीय पोषण माह एक सितम्बर से, पोषण और स्वच्छता जागरूकता के लिए होंगे कई कार्यक्रम

महासमुंद पोषण अभियान के तहत महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर की बेहतरी के उद्देश्य से इस वर्ष भी सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जायेगा। इसका मुख्य उद्देश्य जन आंदोलन और जनभागीदारी से कुपोषण को मिटाना है। पोषण माह का मुख्य उद्देश्य अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित और उनकी मॉनिटरिंग करना तथा दूसरा किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए पौधारोपण अभियान है। पूरे छत्तीसगढ़ सहित महासमुंद ज़िले में कुपोषण एवं एनीमिया कमी लाने के उद्देश्य से प्रदेश में एक से 30 सितम्बर तक जन-आंदोलन के रूप में राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया जाएगा। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कोविड को ध्यान में रखते हुए ज़िला स्तर पर इस वर्ष पोषण माह के दौरान में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करने कहा है। ज़िला कार्यक्रम अधिकारी श्री समीर पांडे ने बताया की इस मौक़े पर पोषण रथ एवं सायकल रैली निकालने का कार्यक्रम है। अंतिम टंच देना बाकि है। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए डबल गैस सिलेंडर एवं गैस चूल्हा का वितरण किया जाएगा। पोषण माह के दौरान आयोजित की गई गतिविधियों की दैनिक प्रविष्टि भारत सरकार के जन आंदोलन पोर्टल पर किया जाएगा। संचालक महिला बाल विकास श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को ज़रूरी दिशा-निर्देश दिए हैं कि पोषण माह के दौरान सघन अभियान संचालित कर बच्चों की ग्रोथ मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। कोरोना संक्रमण काल में बच्चों की ग्रोथ मॉनिटरिंग प्रभावित हुई है। उन्होंने बच्चों को सूचीबद्ध करने, शारीरिक माप का रिकॉर्ड संधारण करने, गंभीर कुपोषित बच्चों का पोषण प्रबंधन तथा निगरानी एवं मूल्यांकन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही माह के साप्ताहिक कार्यक्रमों की रूपरेखा भी...

पोषण अभियान : एक जन आंदोलन

नेशनल डेस्क:महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (डब्ल्यू.सी.डी.) राष्ट्रीय पोषण मिशन के तौर पर चॢचत आवश्यक पोषण अभियान के तहत सितंबर 2021 के पूरे महीने के दौरान चौथा 'पोषण माह मना रहा है। सितम्बर 2018 में सामाजिक व्यवहार में बदलाव एवं संचार पर विशेष ध्यान देते हुए देश भर में पहला पोषण माह मनाया गया था। तब से हर साल सितंबर के महीने को कुपोषण संबंधी चुनौतियों से निपटने और लोगों में, विशेष तौर पर बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान कराने वाली माताओं के बीच पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए 'पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। कुपोषण दुनिया भर में महिलाओं एवं बच्चों में बीमारियों और मृत्यु का एक प्रमुख कारण रहा है। यह संज्ञानात्मक विकास और सीखने की क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है जिससे उत्पादकता में कमी आती है। भारत सरकार ने देश में कुपोषण की उच्च दर जैसी समस्याओं से निपटने के लिए समय-समय पर कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें से कुछ योजनाएं 1975 में शुरू की गई एकीकृत बाल विकास योजना, 1993 में शुरू की गई राष्ट्रीय पोषण नीति, 1995 में शुरू की गई मध्याह्न भोजन योजना और 2013 में शुरू राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन आदि हैं। 8 मार्च, 2018 कोपोषण अभियान की शुरूआत माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस लड़ाई को आगे बढ़ाते हुए और कुपोषण से निपटने के लिए 8 मार्च, 2018 को राजस्थान से पोषण अभियान की शुरूआत की थी। पोषण अभियान सरकार का मल्टी-मिनिट्रीयल कन्वर्जेंस मिशन है जिसके तहत 2022 तक भारत को कुपोषण मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। पोषण अभियान गरीब क्षेत्रों में बच्चों, महिलाओं और गर्भवती माताओं के पोषण को सुनिश्चित करने पर केंद्रित है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 2022 तक बच्चों में स्ट...

उत्तम ; पोषण अभियान जन आंदोलन कार्यक्रमात सर्वोत्कृष्ट कार्यकृतीबद्दल पुणे जिल्ह्याला पुरस्कार.

मुंबई : महिलांना त्यांच्या अधिकार व हक्कांची जाणीव झाली पाहिजे. कोणत्याही बाबतीत महिला कमी नाहीत, फक्त त्यांना संधी देण्याची गरज आहे. सामाजिक व राजकीय क्षेत्रात महिलांना संधी देण्यासाठी महाराष्ट्राने वेळोवेळी प्रयत्न केले आहेत. हा प्रवाह असाच सुरू ठेवण्यासाठी धोरणात काळानुरूप बदल होणे आवश्यक आहे. महिलांसाठी लवकरच सर्वसमावेशक महिला धोरण आणणार आहे,असे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यांनी सांगितले. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यांच्या अध्यक्षतेखाली यशवंतराव चव्हाण सभागृहात जागतिक महिला दिन कार्यक्रमाचे आयोजन करण्यात आले होते,त्यावेळी ते बोलत होते. महिला व बाल विकास विभागाने आयोजित केलेल्या या कार्यक्रमात उपमुख्यमंत्री अजित पवार, महसूल मंत्री बाळासाहेब थोरात, महिला व बाल विकास मंत्री ॲड.यशोमती ठाकूर, विधान परिषदेच्या उपसभापती डॉ.नीलम गोऱ्हे, राज्य महिला आयोगाच्या अध्यक्षा रुपाली चाकणकर, महिला व बालविकास सचिव श्रीमती आय. ए. कुंदन, आयुक्त एकात्मिक बाल विकास सेवा योजना रुबल अग्रवाल, माविमच्या व्यवस्थापकीय संचालक श्रध्दा जोशी, महिला आयोगाच्या सदस्य सचिव अनिता पाटील आदि उपस्थित होते. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे म्हणाले, महिला सर्वच क्षेत्रात पुढे असल्याचा सार्थ अभिमान आहे. सावित्रीबाई फुले, पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होळकर, झाशीची राणी लक्ष्मीबाई यांनी पुरुषांपेक्षा एक पाऊल पुढे टाकून काम केले. ताराराणी, राजमाता जिजाऊ, पुण्यश्लोक अहिल्याबाई यांनी आपापल्या क्षेत्रात अतिशय विलक्षण काम केले. शिवरायांवर जिजाऊंनी स्वराज्याचे संस्कार केले. महिला म्हणजे फक्त चूल आणि मुल नाही. उत्तम ; पोषण अभियान जन आंदोलन कार्यक्रमात सर्वोत्कृष्ट कार्यकृतीबद्दल पुणे जिल्ह्याला पुरस्कार. उत्तम ; पोषण अभियान जन आंदोलन कार्यक्रम...

पोषण अभियान : जन आंदोलन के माध्यम से व्यवहार में परिवर्तन

डॉ. मुंजपारा महेंद्र भाई (केंद्रीय महिला एवं बाल विकास एवं आयुष राज्य मंत्री) नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के सुपोषित भारत आह्वान के अनुरूप प्रधानमंत्री समग्र पोषण योजना या पोषण अभियान- जो बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के बीच पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है- में पोषण पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा जमीनी स्तर पर समुदायों को गलत सूचना या बिना जानकारी वाली प्रथाओं, जो पीढ़ियों से निरंतर कुपोषण के कारण रही हैं, से मुकाबला करने के लिए एकजुट करना है। व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए कार्यक्रम के कुछ उपायों में शामिल हैं- समुदाय आधारित कार्यक्रमों का आयोजन (सीबीई); सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) तथा व्यापक सार्वजनिक भागीदारी सुनिश्चित करने के माध्यम से आग्रह करना तथा इसे जन आंदोलन का रूप देना। पोषण अभियान के उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, मिशन पोषण 2.0 (सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0) की घोषणा 2021-2022 के बजट में एक एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम के रूप में की गई थी, ताकि पोषण सामग्री, उपलब्धता, पहुंच और परिणामों को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्य, कल्याण तथा रोग व कुपोषण से प्रतिरक्षा को समर्थन देने वाले उभरते तरीकों पर विशेष ध्यान दिया जा सके। डॉ. मुंजपारा महेंद्र भाई यह कार्यक्रम जन आंदोलन के निर्माण के लिए सामाजिक और व्यवहार संबंधी परिवर्तन संचार (एसबीसीसी) को अपने रणनीतिक स्तंभों में से एक के रूप में मानता है। पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के उद्देश्य से यह अभियान, जागरूकता अभियान चलाने और गतिविधियों का संचालन करने पर केंद्रित है और इसका उद्देश्य कुपोषण की चुनौती का मिशन-मोड में समाध...