प्रार्थना

  1. जन्मदिन की शुभकामनाएं
  2. [Lyrics & PDF] हे शारदे माँ सरस्वती प्रार्थना
  3. School prayer
  4. प्रार्थना के 20 फायदे
  5. 3 वैसी प्रार्थना कैसे करें जो परमेश्वर सुनें
  6. शालेय प्रार्थना आणि परिपाठ
  7. प्रार्थना पत्र कैसे लिखें?
  8. Morning Prayer in Hindi


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जन्मदिन की शुभकामनाएं

• 1 जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं इन हिंदी • 2 जन्मदिन की शुभकामनाएं • 3 Janamdin ki bahut bahut shubhkamnaye • 4 Best Birthday Greetings in Hindi • 5 Happy Birthday SMS in Hindi जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं इन हिंदी आप सदैव जीवन में उन्नति, विद्वत्ता और समृद्धि के मार्ग पर प्रशस्त हो। आपको मेरी तरफ से जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं 🎂 भगवान आपको दीर्घायु प्रदान करें और जीवन में सदा खुशहाली रखें। इन्हीं दुआओं के साथ आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई। सभी लोगों के प्रति मन में सद्भाव रखने वाले तथा दिलेर ह्रदय के सम्राट युवा नेता जी को जन्मदिन के अवसर पर ढेर सारी बधाई और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं। भगवान आपके मस्तक पटल पर सदा दीर्घायु होने का आशीर्वाद दें और आपका जीवन यशस्वी हो। इन्ही दुआओं के साथ आपको जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं स्वअनुशासन व दयालुता की प्रतिमूर्ति और मेरे प्रेरणा स्रोत मेरे भाई जान को बर्थडे के शुभ अवसर पर बहुत-बहुत शुभकामनाएं। ईश्वर आपको लंबी उम्र प्रदान करें। आप हमेशा स्वस्थ, दीर्घायु और हंसते मुस्कुराते रहें। इन्ही मंगल कामनाओं के साथ आपको बर्थडे की बहुत-बहुत शुभकामनाएं और बधाई। आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत मुबारकबाद हो! मैं ईश्वर से आपके लंबे और स्वास्थ्य पूर्ण जीवन की कामना करता हूं। मेरे लाडले को जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। आपके जीवन में आने वाला हर दिन ढेर सारी खुशियां और अपार सफलताएं लेकर लेकर आएं, यही मेरी दुआ है। Janamdin ki hardik shubhkamnaye hindi मां भारती की आप पर कृपा रहे। आप सदा स्वस्थ व ऊर्जावान बने रहें। आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं हो। जन्मदिन के विशेष अवसर पर मेरी तरफ से आपको हृदय की अटल गहराइयों से बहुत-बहुत शुभका...

[Lyrics & PDF] हे शारदे माँ सरस्वती प्रार्थना

अगर आप प्रार्थना के लिरिक्स को ऑफलाइन पढना चाहते है तो आप इसे PDF में भी डाउनलोड कर सकते है | PDF में डाउनलोड करने का लिंक नीचे दिया गया है | Hey Sharde Maa Lyrics in Hindi हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तार दे माँ । हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तार दे माँ । तू स्वर की देवी, ये संगीत तुझसे, हर शब्द तेरा है, हर गीत तुझसे, हम है अकेले, हम है अधूरे, तेरी शरण मे, हमें प्यार दे माँ । हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तार दे माँ । मुनियों ने समझी, गुणियों ने जानी, वेदों की भाषा, पुराणों की बानी, हम भी तो समझें, हम भी तो जानें, विद्या का हमको, अधिकार दे माँ । हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तार दे माँ । तु श्वेतवर्णी, कमल पे बिराजे, हाथों में वीणा, मुकुट सर पे साजे, मन से हमारे, मिटा दे अंधेरे, हमको उजालों का, संसार दे माँ । हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तार दे माँ । Hey Sharde Maa Lyrics in English Hey Sharde Maa, Hey Sharde Maa Agyanta Se Hame Taar De Maa. Hey Sharde Maa, Hey Sharde Maa Agyanta Se Hame Taar De Maa. Tu Swar Ki Devi, Ye Sangeet Tujhse, Har Shabd Tera Hai, Har Geet Tujhse, Ham Hain Akele, Ham Hain Adhoore, Teri Sharan Me, Hamen Pyar De Maa. Hey Sharde Maa, Hey Sharde Maa Agyanta Se Hame Taar De Maa. Muniyon Ne Samajhi, Guniyon Ne Jani, Vedon Ki Bhasha, Puranon Ki Bani, Ham Bhi to Samajhen, Ham Bhi to Janen, Vidya Ka Hamko, Adhikar De Maa. Hey Sharde Maa, Hey Sharde Maa Agyanta Se Hame Taar De Maa. Tu Shwetvarni, Kamal Pe Biraje, Hathon Mein Veena, Mukut Sar Pe Saaje, Man Se Hamare, Mita De Andhere, Ha...

School prayer

Main articles: In School Standards and Framework Act 1998; c. 31; Part II; Chapter VI; Religious Worship; Section 70 [ ] 70 Requirements relating to collective worship [ ] (1) Subject to section 71, each pupil in attendance at a community, foundation or voluntary school shall on each school day take part in an act of collective worship. (2) Subject to section 71, in relation to any community, foundation or voluntary school— (a) the [ F1local authority ] and the governing body shall exercise their functions with a view to securing, and (b) the head teacher shall secure, that subsection (1) is complied with. (3) Schedule 20 makes further provision with respect to the collective worship required by this section, including provision relating to— (a) the arrangements which are to be made in connection with such worship, and (b) the nature of such worship. The Department of Education in England states that all schools must maintain religious prayer in schools in order to reflect the beliefs and traditions of the country, which were conventionally of the Christian faith (as of mid-2010's there has been a demographic increase in the number of schools of Islamic or Muslim nature). However, a recent BBC radio study shows that 64% of children (out of 500) do not attend or participate in daily acts of worship or prayer. Countries that prohibit school-sponsored prayer [ ] United States [ ] Main articles: Canada [ ] British Columbia [ ] Prior to 1944, in Public Schools Act to provide fo...

प्रार्थना के 20 फायदे

23 20. प्रार्थना हमारे देश को बचाती है. प्रार्थना कैसे करें | How to Pray Effectively प्रार्थना मसीही जीवन की स्वास है, लेकिन ऐसी प्रार्थना जो परमेश्वर को भाति हो और परमेश्वर की इच्छा के अनुसार हो तो वह अवश्य प्रभावशाली होगी. आज हम सीखेंगे कैसे हम एक प्रभावशाली प्रार्थना करना सीख सकते हैं और प्रार्थना की आशीषें प्राप्त कर सकते हैं. Image by प्रभु यीशु ने जब अपने चेलों को प्रार्थना करना सिखाया तब उन्होंने सबसे पहले यह सिखाया की कैसे प्रार्थना नहीं करना….कुछ चीजें जो हम पहले से जानते हैं और उसे सही रीती से नहीं कर रहे हैं तो उसे सुधारकर ठीक करना बहुत जरूरी है… प्रभु ने कहा, अन्य जातियों की भाँती प्रार्थना में बकबक मत करना केवल बहुत सारे शब्द प्रार्थना नहीं होती. प्रार्थना का सही तरीका | परमेश्वर से प्रार्थना कैसे करें | बाइबल के अनुसार प्रार्थना बाइबल के परमेश्वर का वचन है, और यह परमेश्वर की भाषा है जो सारे मानव जाति के लिए दी गई है. यदि हम बाइबल के अनुसार इसे पढ़ कर सीख कर और फिर बाइबल के अनुसार ही प्रार्थना करते हैं तो परमेश्वर उस प्रार्थना से प्रसन्न होते हैं. जैसे किसी संगीतकार को संगीत की भाषा में बताना पड़ता है, मतलब सी माइनर या कौन सी ताल या नोटेशन आदि और एक कम्यूटर इंजिनियर को उसी की भाषा में उसी प्रकार बाइबल के परमेश्वर से बातें करते समय बाइबल के अनुसार ही प्रार्थना करेंगे तो परमेश्वर अवश्य प्रार्थना को सुनेंगे. कृपया मुझे गलत मत समझें ….परमेश्वर तो सभी भाषाओं को जानते हैं मेरे कहने का तात्पर्य यह है परमेश्वर ने बाइबल में एक तरीका दिया हुआ है प्रार्थना करने का उसी का अनुसरण करने से आशीषें प्राप्त होती हैं. प्रार्थना क्यों जरुरी है ? बहुत से लोग केवल प्रार्थना प्रार्थन...

3 वैसी प्रार्थना कैसे करें जो परमेश्वर सुनें

"जिसमें सच्‍चे भक्‍त पिता की आराधना आत्मा और सच्‍चाई से करेंगे, क्योंकि पिता अपने लिये ऐसे ही आराधकों को ढूँढ़ता है" (यूहन्ना 4:23)। परमेश्वर के वचनों ने हमें दिखाया है कि हमें परमेश्वर के इरादों के अनुसार उनकी आराधना करने के लिए प्रार्थना कैसे करनी चाहिए। परमेश्वर सबसे अधिक ध्यान इस बात पर केंद्रित करते हैं कि जब हम उनके सामने होते हैं तब क्या हम एक निष्कपट दिल रखते हैं और क्या हम उनसे ईमानदार और सच्चे शब्द बोलते हैं। अगर प्रार्थना करते समय हमारे दिल में उनके लिये आदर है, हमारा दिल निष्कपट है, तो परमेश्वर हमारी प्रार्थनाएं स्वीकार करेंगे। हालाँकि, जब हम परमेश्वर से प्रार्थना करते हैं, हम अक्सर परमेश्वर के सामने खुद को शांत करने में और परमेश्वर से प्रार्थना करने के लिए एक सच्चे दिल का उपयोग करने में असमर्थ होते हैं। हमारे होंठ हिलते हैं लेकिन हमारा दिल परिवार या काम के बारे में सोच रहा होता है और चिंताओं से भरा होता है। कभी-कभी, हमारे होंठ हिलते हैं लेकिन हमारे दिल नहीं। हमारा रवैया खरा नहीं होता, और हम बस उदासीनता से काम करते हैं और क्या हो सकता था इस पर विचार करते हैं, हम इसे लापरवाही से करते हैं। हम अक्सर कुछ प्रतिष्ठित, दिखावे से भरे, खोखले शब्द भी कहते हैं, ऐसे शब्द जो केवल सुनने में अच्छे लगते हैं या मिलावटी शब्द जो परमेश्वर को धोखा देने के लिए होते हैं। मिसाल के तौर पर, हम अपने माता-पिता से प्रभु की तुलना में ज़्यादा प्यार करते हैं या हम अपने कैरियर को प्रभु से ज्यादा प्यार करते हैं, फिर भी जब हम प्रार्थना करते हैं, तो हम कहते हैं, "हे प्रभु, मैं आपसे प्यार करता हूँ! मैं सब कुछ छोड़ने के लिए तैयार हूँ और अपने पूरे दिल से आपके लिए व्यय करना चाहता हूँ!" जब हमारे परिवार...

शालेय प्रार्थना आणि परिपाठ

मित्रांनो आज मी तुम्हाला शालेय प्रार्थना आणि परिपाठ – School Prathna and Paripath in Marathi म्हणजेच प्रार्थना, पसायदान आणि त्याचा अर्थ, समूह गीत इत्यादी मी आज तुम्हाला देणार आहे तर चला बघुयात. राष्ट्रगीत । शालेय प्रार्थना आणि परिपाठ | School Prathna and Paripath in Marathi जन-गण-मन अधिनायक जयऽहे, भारत भाग्य विधाता। पंजाब, सिंध, गुजराथ, मराठा, द्राविड, उत्कल, बंग, विंध्य, हिमाचल, यमुना, गंगा, उच्छल जलधितरंग, तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मागे, गाए तव जय गाथा। जनगणमंगल दायक जय हे। भारत भाग्यविधाता। जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे। – रवींद्रनाथ टागोर वंदे मातरम् वंदे मातरम्, वंदे मातरम् सुजलाम्, सुफलाम्, मलयज शीतलाम् सस्यश्यामलाम् मातरम्। वंदे मातरम्।। शुभ्रजोत्स्ना पुलकित यामिनीम्। फुल्लकुसुमित द्रुमदल शोभिनीम् सुहासिनीम् सुमधुरभाषिणीम् सुखदाम् वरदाम् मातरम्। वंदे मातरम्। वंदे मातरम् ।। – बंकिमचंद्र चॅटर्जी प्रार्थना । शालेय प्रार्थना आणि परिपाठ | School Prathna and Paripath in Marathi १. उपकार देवा तुझे किती सुंदर आकाश सुंदर प्रकाश सूर्य देतो॥ सुंदर चांदण्या चंद्र हा सुंदर। चांदणे सुंदर पडे त्यांचे॥ सुंदर ही झाडे सुंदर पाखरे। किती गोड बरे गाणे गाती।। सुंदर वेलींची सुंदर ही फुले। तशी आम्ही मुले देवा तुझी॥ २. नमो भास्करा नमो भास्करा दे अनोखा प्रकाश तनाचा मनाचा कराया विकास गतीच्या विकासास द्यावा प्रकाश झणी होऊ दे दुर्गुणांचा विनाश नमो शारदा मी तुझा नम्र दास अशी बुद्धी देई मला तुचि खास घडो मायभूमी अहर्निश सेवा मनाला अहंकार कधी ना शिवावा। ३. तुम ही हो माता तुम ही हो माता, पिता तुम्ही हो। तुम्ही हो बंधू, सखा तुम्ही हो॥धृ॥ तुम्ही हो साथी, तुम्ही सहारे कोई न अपना, सिवा तुम्हार...

प्रार्थना पत्र कैसे लिखें?

प्रार्थना पत्र क्यों लिखा जाता है? प्रार्थना पत्र, किसी विषय पर उससे संबंधित विभाग के व्यक्ति अथवा संगठन से अनुरोध करने अथवा किसी विषय पर प्रार्थना करने हेतु लिखा जाता है। सरल शब्दों में यदि कोई व्यक्ति अपनी किसी बात के लिए सामने वाले वरिष्ठ व्यक्ति से स्वीकृति, आज्ञा तथा प्रार्थना करता है, तो उसके लिए प्रार्थना पत्र लिखा जाता है। प्रार्थना पत्र किसे लिखा जाता है? प्रार्थना पत्र औपचारिक तौर पर, विद्यालय के प्रधानाचार्य को, बैंक के अधिकारी को, विद्यालय प्रबंधक को इत्यादि को लिखा जाता है। प्रार्थना पत्र कैसे लिखा जाता है? प्रार्थना पत्र औपचारिक ढंग से, पूर्ण औपचारिक भाषा में लिखा जाता है। इसके अतिरिक्त, प्रार्थना पत्र लिखते समय निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। • स्वच्छता – जिस कागज पर पत्र लिखा जा रहा हो, वह साफ तथा सफेद रंग का होना उचित रहता है। • संक्षेप – प्रार्थना पत्रों में संक्षिप्त विवरण लिखना चाहिए। • पत्र के प्रारूप में, सर्वप्रथम ‘ सेवा में ‘ शब्द लिखकर शुरुआत की जाती है। • उसके बाद, जिस भी अधिकारी के लिए पत्र लिखा जा रहा हो, उसके लिए उसके पद का नाम, संस्था का नाम तथा संस्था का पता लिखा जाता है। • कुछ लाइन छोड़कर विषय लिखकर उसके आगे जिस भी विषय पर पत्र लिख रहे हैं उसको संक्षिप्त में लिखें। • तत्पश्चात् महोदय/महोदया/ मान्यवर आदि शब्दों का प्रयोग करते हुए अपने प्रार्थना पत्र को लिखना शुरू कर देना चाहिए। • विषय समाप्त होने वाली पंक्ति में धन्यवाद/ सधन्यवाद शब्द लिखते हैं। • पत्र के अंतिम भाग में ‘आपका विश्वासपात्र’ शब्द लिखकर प्रार्थना पत्र भेजने वाले का नाम लिखें तथा दिनांक लिखें। प्रार्थना पत्र का उदाहरण अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य को 3 दिन के अवकाश की ...

Morning Prayer in Hindi

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