प्रदूषण पर निबंध 100 शब्द

  1. प्रदूषण पर निबंध
  2. जल प्रदूषण पर निबंध 100,150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे (Water Pollution Essay in Hindi)
  3. पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध
  4. पर्यावरण प्रदुषण पर निबंध 100, 250 और 500 शब्दों में
  5. पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध, हिंदी में: environmental pollution essay in hindi, meaning, information, speech, effect, 100 words, 200 words, 500 words
  6. प्रदूषण पर निबंध 100, 150, 250 & 300 शब्दों में (10 lines Essay on Pollution in Hindi)
  7. प्रदूषण की समस्या पर निबंध
  8. प्रदूषण पर निबंध 100, 150, 250 & 300 शब्दों में (10 lines Essay on Pollution in Hindi)
  9. पर्यावरण प्रदुषण पर निबंध 100, 250 और 500 शब्दों में
  10. प्रदूषण की समस्या पर निबंध


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प्रदूषण पर निबंध

निबंध सूची प्रदूषण पर निबंध 100 शब्द for Class 1, 2 पर्यावरण वह परिवेश है जिसमें हम रहतें हैं। प्रदूषकों द्वारा हमारे पर्यावरण का प्रदूषित होना पर्यावरण प्रदूषण है।प्रदूषण चार प्रकार के होते हैं-ध्वनि प्रदूषण, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और भूमि प्रदूषण। पर्यावरण प्रदूषण के कारण पृथ्वी अपना संतुलन खो सकती है। प्रदूषण के कारण अनेक प्रकार के रोगों का जन्म होता है। वायु प्रदूषण के कारण साँस और आँखों के रोग, खाँसी, दमा आदि होते हैं। प्रदूषित जल के सेवन करने से पेट के रोग हो सकते हैं। ध्वनि प्रदूषण से मानसिक तनाव बढ़ता है। यही नहीं प्रदूषण से उच्च रक्त चाप, हृदय रोग, एलर्जी, चर्म रोग भी हो जाते हैं। मनुष्य की स्वार्थ भावना की वजह से प्रदूषण जैसी समस्याएं उतपन्न हो रही है। प्रदूषण पर निबंध 200 शब्दfor Class 3, 4 विश्व की सबसे गंभीर समस्या है प्रदूषण।‘प्रदूषण’ शब्द का अर्थ है-हमारे आसपास का वातावरण गंदा होना। आज प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदूषण चार प्रकार के होते हैं-ध्वनि प्रदूषण, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और भूमि प्रदूषण। प्रदूषण कई प्रकार से होते हैं जैसे जब गाड़ी हॉर्न बजाती है तो उससे आवाज आती है जब हम नदी में कपड़े धोते हैं तो पानी गंदा हो जाता है और हम उसे जब पीते हैं तो बीमार पड़ जाते हैं यह जानवरों के लिए भी हानिकारक है और गाड़ियों की जो स्मोक होती है वह हवा को गंदा कर देती है और जब हम सांस ले लेते हैं तो वह हानिकारक दुआ हमारे नाकों में जाता है और हम बीमार हो जाते हैं। वृक्षों को अंधा-धुंध काटने से मौसम का चक्र बिगड़ा है। घनी आबादी वाले क्षेत्रों में हरियाली न होने से भी प्रदूषण बढ़ा है।आज के समय में हर जगह पर्यावरण प्रदूषित नजर आता है। जैसे कि आप देख सकते ह...

जल प्रदूषण पर निबंध 100,150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे (Water Pollution Essay in Hindi)

Water Pollution Essay in Hindi– जल संदूषण तब होता है जब प्रदूषक जल स्रोतों को प्रदूषित करते हैं और पानी को पीने, खाना पकाने, सफाई, तैराकी और अन्य गतिविधियों में उपयोग के लिए अनुपयुक्त बनाते हैं। रसायन, कचरा, बैक्टीरिया और परजीवी प्रदूषकों के उदाहरण हैं। जल अंतत– सभी प्रकार के प्रदूषणों से क्षतिग्रस्त हो जाता है। वायु प्रदूषण से झीलें और महासागर दूषित हो जाते हैं। भूमि संदूषण एक भूमिगत धारा, एक नदी और अंततः महासागर को दूषित कर सकता है। नतीजतन, खाली जगह पर फेंका गया कचरा अंततः जल स्रोत को दूषित कर सकता है। जल प्रदूषण निबंध 10 पंक्तियाँ (water pollution essay 10 lines in Hindi) • 1) जल संसाधनों के दूषित होने से जल प्रदूषण होता है। • 2) औद्योगिक कचरे का नदियों में सीधा निस्तारण नदी के पानी को जहरीला बनाता है। • 3) घरेलू जल निकासी में गंभीर रोगजनक होते हैं जो नदियों में फेंके जाने पर महामारी फैला सकते हैं। • 4) चट्टानों और मिट्टी में मौजूद आर्सेनिक जैसी भारी धातुएं पानी को दूषित करती हैं और भूजल में जहर घोलती हैं। • 5) कृषि गतिविधियों में प्रयुक्त उर्वरक और कीटनाशक सतह के साथ-साथ भूजल को भी प्रभावित कर सकते हैं। • 6) तेल रिसाव प्रक्रिया समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को प्रभावित करने वाले समुद्र में भारी मात्रा में कच्चा पेट्रोलियम छोड़ती है। • 7) जल प्रदूषण हैजा, टाइफाइड, पेचिश और यहां तक ​​कि जहर जैसी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। • 8) डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल लगभग 842000 मौतें जल जनित बीमारियों के कारण होती हैं। • 9) यदि हम जल प्रदूषण से लड़ना चाहते हैं तो एक उचित अपशिष्ट निपटान प्रणाली होनी चाहिए। • 10) पानी की बर्बादी से बचना और अपने आस-पास को साफ रखन...

पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध

अनुक्रम • 1 पर्यावरण प्रदूषण संक्षिप्त निबंध (150 शब्द) • 2 पर्यावरण प्रदूषण निबंध (250 शब्द) • 3 पर्यावरण प्रदूषण निबंध (500 शब्द) • 4 पर्यावरण प्रदूषण पर विस्तृत निबंध (1000+ शब्द) • 4.1 पर्यावरण प्रदूषण क्या है? • 4.2 पर्यावरण प्रदूषण कैसे होता है? • 4.3 पर्यावरण प्रदूषण के मुख्य प्रकार • 4.4 पर्यावरण प्रदूषण का दुष्प्रभाव • 4.5 पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के उपाय पर्यावरण प्रदूषण संक्षिप्त निबंध (150 शब्द) प्रकृति ने हमें सब कुछ दिया, हमारी हर जरूरत को पूरा किया और बदले में हम मनुष्यों ने प्रकृति को क्या दिया? जी हाँ – पर्यावरण प्रदूषण। एक ऐसा अभिशाप जो आज इस धरती के लिए सबसे बड़ा संकट बन गया है। विकास की ऐसी अंधी दौड़ पर हम निकल पड़े हैं की हमने अपने आस पास के पर्यावरण को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया है। हमें ये दिखाई ही नहीं दे रहा है की किस कदर हमने अपने पर्यावरण को प्रदूषित कर दिया है। पर्यावरण प्रदूषण को आप समय रहते यदि हम पर्यावरण प्रदूषण को लेकर सचेत नहीं हुये तो वो समय दूर नहीं जब पृथ्वी पर मानव जीवन कठिन हो जाएगा। पर्यावरण प्रदूषण निबंध (250 शब्द) पर्यावरण प्रदूषण आज मानव जीवन एवं समस्त जीव सृष्टि के लिए एक बड़ा संकट बन गया है। प्रकृति के साथ खिलवाड़ का ही परिणाम है की आज पूरी धरती जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, भूमि प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण आदि से बुरी तरह से प्रभावित हो रही है और इसका सीधा असर हम पर पड़ रहा है। हमने लगातार जंगलों की कटाई की, नदियों, तालाबों और महासागर के जल को भी दूषित कर दिया, उपजाऊ भूमि को भी दूषित कर बंजर कर दिया, वातावरण में जहरीली गैसों को छोड़कर हमने हवा को भी दूषित कर दिया। पृथ्वी की सूर्य की किरणों से रक्षा करने वाली ओज़ोन की परत धीरे-धीरे कम ह...

पर्यावरण प्रदुषण पर निबंध 100, 250 और 500 शब्दों में

500 शब्दों में पर्यावरण प्रदुषण पर निबंध भूमिका वर्तमान समय विज्ञान का है। विज्ञान की वजह से ही आज दुनिया इतनी आधुनिक बन पायी है। हम बहुत से सुविधाओं का उपभोग करते है तथा जिस काम को करने में महीनों लगते थे, विज्ञान की सहायता से कुछ ही घंटो में पूरी हो जाती है। विज्ञान ने जहाँ हमें बहुत से सुख-सुविधाएँ वरदान के रूप में दियाहै, वहीं इसके नकारत्मक पक्ष को देखे तो प्रदूषण जैसाअभिशाप भी मिलाहै। प्रदूषण आधुनिक विज्ञान की ही देन है। प्रदूषण का अर्थ जब पर्यावरण में अनावश्यक पदार्थप्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ दे और उसमें दोष आ जाए,तो इसे पर्यावरण प्रदूषण कहते है। प्रदूषण के कारण सभी सजीव को अनेक असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। साँस लेने के लिए ना शुद्ध हवा मिल पाती है, ना पीने को शुद्ध पानी, ना खाने को शुद्ध भोजन ही मिल पता है। वर्तमान समय में शांति वातावरण भी मिलना मुश्किल हो गया है। प्रदूषण के प्रकार जल प्रदूषण- उत्पादन करने वाले कारखाने बड़ी मात्रा में जल प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है। रासायनिक पदार्थो से युक्त जलको कारखाने नदी-नालो में बहा देते है जिससे जल प्रदूषित हो जाता है। जब इसजल का सेवन कोई प्राणी या पेड़-पौधे के लिए करतेहै तो इसका भयानक परिणाम सामने आते है। वायु प्रदूषण - कारखानों से चौबीसों घंटे निकलने वाले धुंए तथा मोटर-वाहनों का हानिकारक धुंआ हर तरफ फैला हुआ है। यह रासायनिक धुआं जब साँसोंके द्वारा फेफड़ों में जाते है तो परिणाम में असाध्य बीमारी ही मिलतीहै। इनके कारण शुद्ध हवा में साँस लेना दूभर हो गया है। शहरों में यह बहुत अधिक हानिकारक साबित होता है क्यूंकि वहां पेड़ों की संख्या हाँथो में गिनती के कुछ मात्रा में होते है। ध्वनि प्रदूषण - प्राणी मात्र कोऊर्जा के सही प्रवाह के ...

पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध, हिंदी में: environmental pollution essay in hindi, meaning, information, speech, effect, 100 words, 200 words, 500 words

विषय-सूचि • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • पर्यावरणप्रदूषणपरनिबंध, environmental pollution essay in hindi (150 शब्द) प्रस्तावना: पर्यावरणप्रदूषणवर्तमानसमयकेपरिदृश्यमेंहमारेग्रहद्वारासामनाकिएजानेवालेसबसेमहत्वपूर्णखतरोंमेंसेएकहै।यहएकवैश्विकमुद्दाहै, जोआमतौरपरसभीदेशोंमेंदेखाजाताहै, जिसमेंतीसरीदुनियाकेदेशभीशामिलहैं, चाहेउनकीविकासकीस्थितिकुछभीहो। पर्यावरणप्रदूषणक्याहै? पर्यावरणप्रदूषणतबहोताहैजबमानवगतिविधियाँपर्यावरणमेंप्रदूषणकापरिचयदेतीहैं, जिससेदिनचर्याकीप्रक्रियाबाधितहोतीहै, जिससेपर्यावरणमेंअपरिवर्तनीयपरिवर्तनहोतेहैं।प्रदूषणफैलानेवालेएजेंटोंकोप्रदूषककहाजाताहै।प्रदूषकपदार्थप्रकृतिमेंहोनेवालेपदार्थहैंयाबाहरीमानवगतिविधियोंकेकारणबनाएजातेहैं।प्रदूषकभीपर्यावरणमेंऊर्जाकीकमीकेरूपहोसकतेहैं।प्रदूषकोंऔरपर्यावरणकेघटकोंमेंहोनेवालेप्रदूषणकेआधारपर, पर्यावरणप्रदूषणकोनिम्नानुसारवर्गीकृतकियाजासकताहै: 1. वायुप्रदुषण 2. जलप्रदूषण 3. मिट्टी/ 4. ध्वनिप्रदूषण 5. रेडियोधर्मीप्रदूषण 6. ऊष्मीयप्रदूषण निष्कर्ष: पर्यावरणमेंपायाजानेवालाकोईभीप्राकृतिकसंसाधन, जबइसकीपुनर्स्थापनाकीक्षमतासेअधिकदरपरउपयोगकियाजाताहै, तोकमीहोजातीहै, जिससेपर्यावरणप्रदूषणहोताहै।इससेपर्यावरणीयगुणवत्तामेंगिरावटआएगीऔरजैवविविधताकीहानि, वनस्पतियोंऔरजीवोंकीहानि, नईबीमारियोंकीशुरूआतऔरमानवआबादीमेंतनावपूर्णजीवन, आदिइसकासबूतहै। पर्यावरणप्रदूषणपरनिबंध, environmental pollution essay in hindi (250 शब्द) प्रस्तावना: पर्यावरण पर्यावरणप्रदूषणकेपरिणामस्वरूपहोनेवालीबीमारियोंसहितखतरनाकप्रभाव।पर्यावरणप्रदूषणमूलरूपसेभौतिकऔरजैविकदोनोंप्रणालियोंमेंपर्यावरणकीप्रकृतिकासंदूषणहैजोपर्यावरणकेसामान्यकामकाजकोप्रभावितकरताहै। पर्यावरणप्रदूषण...

प्रदूषण पर निबंध 100, 150, 250 & 300 शब्दों में (10 lines Essay on Pollution in Hindi)

प्रदूषण पर निबंध (Pollution Essay in Hindi) – प्रदूषण के प्रति जागरूक होना इन दिनों सभी छात्रों के लिए काफी अनिवार्य है। आने वाली पीढ़ियों के लिए दुनिया का एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए हर बच्चे को पता होना चाहिए कि मानवीय गतिविधियाँ पर्यावरण और प्रकृति पर कैसे प्रभाव छोड़ रही हैं। प्रदूषण पर निबंध (Pollution Essay in Hindi) यह विषय काफी महत्वपूर्ण है। और, स्कूली बच्चों को ‘ प्रदूषण निबंध पर (Pollution Essay in Hindi)’ सहजता से एक दिलचस्प निबंध लिखना सीखना चाहिए। नीचे एक नज़र डालें। प्रदूषण निबंध 10 पंक्तियाँ (Pollution Essay 10 Lines in Hindi) • 1) प्रदूषण प्राकृतिक संसाधनों में कुछ अवांछित तत्वों को मिलाने की क्रिया है। • 2) प्रदूषण के मुख्य प्रकार वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और भूमि प्रदूषण हैं। • 3) प्रकृति के साथ-साथ मानवीय गतिविधियाँ, दोनों प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं। • 4) प्रदूषण के प्राकृतिक कारण बाढ़, जंगल की आग और ज्वालामुखी आदि हैं। • 5) प्रदूषण एक राष्ट्रीय नहीं बल्कि एक वैश्विक समस्या है। • 6) प्रदूषण को रोकने के लिए पुन: उपयोग, कम करना और पुनर्चक्रण सबसे अच्छे उपाय हैं। • 7) अम्ल वर्षा और ग्लोबल वार्मिंग प्रदूषण के परिणाम हैं। • 8) प्रदूषण हमेशा जानवरों और इंसानों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। • 9) प्रदूषित हवा और पानी इंसानों और जानवरों में कई बीमारियों का कारण बनते हैं। • 10) हम पर्यावरण के अनुकूल संसाधनों और सौर पैनलों का उपयोग करके प्रदूषण को रोक सकते हैं। प्रदूषण पर निबंध 100 शब्द (Pollution Essay 100 Words in Hindi) प्रदूषण पर निबंध (Pollution Essay in Hindi) प्रदूषण इन दिनों एक बड़ी समस्या बन गया है। तेजी से हो रहे औद्योगीकरण और शहरीकरण के कारण पर्याव...

प्रदूषण की समस्या पर निबंध

प्रदूषण की समस्या पर निबंध। pradushan ki samasya par nibandh विश्व की सबसे गंभीर समस्या है “प्रदूषण” भारत में भी वायु प्रदूषण दिन -प्रतिदिन बढ़ता चला जा रहा है। आज भारत और कई देशों में वायु, जल, और मिटटी का प्रदूषण सर चढ़कर बोल रहा है। भारत में बड़ी -बड़ी सड़कों का निर्माण करने की वजह से वृक्षों को नियमित रूप से काटा जा रहा है। सड़कों पर प्रति दिन और रात भागते हुए वाहन और गाड़ियां जहरीली गैस छोड़ती है। यह जहरीली गैस वायु को प्रदूषित कर देता है। यह वायु में जलीय वाष्प के साथ मिलकर वायु को भयंकर रूप से प्रदूषित करता है। रोज़ हम इसी वातावरण में सांस लेते है और जीते है। वायु प्रदुषण से हमारे शरीर को काफी नुक्सान पहुँचता है। बड़े-बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में भारी मात्रा में वायु और जल प्रदूषण के नतीजे मिल रहे है। दिल्ली प्रदूषण के मामले में सबसे ऊपर है। इससे जीव-जंतुओं और मनुष्य को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वायु प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां मनुष्य को हो रही है। ध्वनि प्रदूषण भी एक गंभीर समस्या है। सड़कों में बढ़ते हुए गाड़ियों की ध्वनियों से मनुष्य को घुटन और सरदर्द जैसी बीमारियां होती रहती है। मनुष्य की स्वार्थ भावना की वजह से प्रदूषण जैसी समस्याएं उतपन्न हो रही है। मनुष्य बड़ी -बड़ी इमारतें और कारखाने बनाने के लिए वनो और वृक्षों को निर्दयता पूर्वक काट रहे है। वृक्षों की वजह से वर्षा होती है। वर्षा की मात्रा पृथ्वी पर प्रदूषण की वजह से कम होती जा रही है। वृक्ष और पेड़ पौधे अगर जीवित रहेंगे तो प्रदूषण की समस्या से हम निपट सकते है। प्रदूषण की वृद्धि में फ्रिज, वातानुकूलित यन्त्र और कई प्रकार इलेक्ट्रॉनिक मशीन ज़िम्मेदार है। प्रदूषण से निष्कर्ष...

प्रदूषण पर निबंध 100, 150, 250 & 300 शब्दों में (10 lines Essay on Pollution in Hindi)

प्रदूषण पर निबंध (Pollution Essay in Hindi) – प्रदूषण के प्रति जागरूक होना इन दिनों सभी छात्रों के लिए काफी अनिवार्य है। आने वाली पीढ़ियों के लिए दुनिया का एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए हर बच्चे को पता होना चाहिए कि मानवीय गतिविधियाँ पर्यावरण और प्रकृति पर कैसे प्रभाव छोड़ रही हैं। प्रदूषण पर निबंध (Pollution Essay in Hindi) यह विषय काफी महत्वपूर्ण है। और, स्कूली बच्चों को ‘ प्रदूषण निबंध पर (Pollution Essay in Hindi)’ सहजता से एक दिलचस्प निबंध लिखना सीखना चाहिए। नीचे एक नज़र डालें। प्रदूषण निबंध 10 पंक्तियाँ (Pollution Essay 10 Lines in Hindi) • 1) प्रदूषण प्राकृतिक संसाधनों में कुछ अवांछित तत्वों को मिलाने की क्रिया है। • 2) प्रदूषण के मुख्य प्रकार वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण और भूमि प्रदूषण हैं। • 3) प्रकृति के साथ-साथ मानवीय गतिविधियाँ, दोनों प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं। • 4) प्रदूषण के प्राकृतिक कारण बाढ़, जंगल की आग और ज्वालामुखी आदि हैं। • 5) प्रदूषण एक राष्ट्रीय नहीं बल्कि एक वैश्विक समस्या है। • 6) प्रदूषण को रोकने के लिए पुन: उपयोग, कम करना और पुनर्चक्रण सबसे अच्छे उपाय हैं। • 7) अम्ल वर्षा और ग्लोबल वार्मिंग प्रदूषण के परिणाम हैं। • 8) प्रदूषण हमेशा जानवरों और इंसानों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। • 9) प्रदूषित हवा और पानी इंसानों और जानवरों में कई बीमारियों का कारण बनते हैं। • 10) हम पर्यावरण के अनुकूल संसाधनों और सौर पैनलों का उपयोग करके प्रदूषण को रोक सकते हैं। प्रदूषण पर निबंध 100 शब्द (Pollution Essay 100 Words in Hindi) प्रदूषण पर निबंध (Pollution Essay in Hindi) प्रदूषण इन दिनों एक बड़ी समस्या बन गया है। तेजी से हो रहे औद्योगीकरण और शहरीकरण के कारण पर्याव...

पर्यावरण प्रदुषण पर निबंध 100, 250 और 500 शब्दों में

500 शब्दों में पर्यावरण प्रदुषण पर निबंध भूमिका वर्तमान समय विज्ञान का है। विज्ञान की वजह से ही आज दुनिया इतनी आधुनिक बन पायी है। हम बहुत से सुविधाओं का उपभोग करते है तथा जिस काम को करने में महीनों लगते थे, विज्ञान की सहायता से कुछ ही घंटो में पूरी हो जाती है। विज्ञान ने जहाँ हमें बहुत से सुख-सुविधाएँ वरदान के रूप में दियाहै, वहीं इसके नकारत्मक पक्ष को देखे तो प्रदूषण जैसाअभिशाप भी मिलाहै। प्रदूषण आधुनिक विज्ञान की ही देन है। प्रदूषण का अर्थ जब पर्यावरण में अनावश्यक पदार्थप्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ दे और उसमें दोष आ जाए,तो इसे पर्यावरण प्रदूषण कहते है। प्रदूषण के कारण सभी सजीव को अनेक असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। साँस लेने के लिए ना शुद्ध हवा मिल पाती है, ना पीने को शुद्ध पानी, ना खाने को शुद्ध भोजन ही मिल पता है। वर्तमान समय में शांति वातावरण भी मिलना मुश्किल हो गया है। प्रदूषण के प्रकार जल प्रदूषण- उत्पादन करने वाले कारखाने बड़ी मात्रा में जल प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है। रासायनिक पदार्थो से युक्त जलको कारखाने नदी-नालो में बहा देते है जिससे जल प्रदूषित हो जाता है। जब इसजल का सेवन कोई प्राणी या पेड़-पौधे के लिए करतेहै तो इसका भयानक परिणाम सामने आते है। वायु प्रदूषण - कारखानों से चौबीसों घंटे निकलने वाले धुंए तथा मोटर-वाहनों का हानिकारक धुंआ हर तरफ फैला हुआ है। यह रासायनिक धुआं जब साँसोंके द्वारा फेफड़ों में जाते है तो परिणाम में असाध्य बीमारी ही मिलतीहै। इनके कारण शुद्ध हवा में साँस लेना दूभर हो गया है। शहरों में यह बहुत अधिक हानिकारक साबित होता है क्यूंकि वहां पेड़ों की संख्या हाँथो में गिनती के कुछ मात्रा में होते है। ध्वनि प्रदूषण - प्राणी मात्र कोऊर्जा के सही प्रवाह के ...

प्रदूषण की समस्या पर निबंध

प्रदूषण की समस्या पर निबंध। pradushan ki samasya par nibandh विश्व की सबसे गंभीर समस्या है “प्रदूषण” भारत में भी वायु प्रदूषण दिन -प्रतिदिन बढ़ता चला जा रहा है। आज भारत और कई देशों में वायु, जल, और मिटटी का प्रदूषण सर चढ़कर बोल रहा है। भारत में बड़ी -बड़ी सड़कों का निर्माण करने की वजह से वृक्षों को नियमित रूप से काटा जा रहा है। सड़कों पर प्रति दिन और रात भागते हुए वाहन और गाड़ियां जहरीली गैस छोड़ती है। यह जहरीली गैस वायु को प्रदूषित कर देता है। यह वायु में जलीय वाष्प के साथ मिलकर वायु को भयंकर रूप से प्रदूषित करता है। रोज़ हम इसी वातावरण में सांस लेते है और जीते है। वायु प्रदुषण से हमारे शरीर को काफी नुक्सान पहुँचता है। बड़े-बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में भारी मात्रा में वायु और जल प्रदूषण के नतीजे मिल रहे है। दिल्ली प्रदूषण के मामले में सबसे ऊपर है। इससे जीव-जंतुओं और मनुष्य को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वायु प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां मनुष्य को हो रही है। ध्वनि प्रदूषण भी एक गंभीर समस्या है। सड़कों में बढ़ते हुए गाड़ियों की ध्वनियों से मनुष्य को घुटन और सरदर्द जैसी बीमारियां होती रहती है। मनुष्य की स्वार्थ भावना की वजह से प्रदूषण जैसी समस्याएं उतपन्न हो रही है। मनुष्य बड़ी -बड़ी इमारतें और कारखाने बनाने के लिए वनो और वृक्षों को निर्दयता पूर्वक काट रहे है। वृक्षों की वजह से वर्षा होती है। वर्षा की मात्रा पृथ्वी पर प्रदूषण की वजह से कम होती जा रही है। वृक्ष और पेड़ पौधे अगर जीवित रहेंगे तो प्रदूषण की समस्या से हम निपट सकते है। प्रदूषण की वृद्धि में फ्रिज, वातानुकूलित यन्त्र और कई प्रकार इलेक्ट्रॉनिक मशीन ज़िम्मेदार है। प्रदूषण से निष्कर्ष...