प्रकाश दास जी महाराज के भजन

  1. राजन जी महाराज के भजन lyrics
  2. वाण में सनातन संस्कार महोत्सव का समापन, 100 से अधिक साधु
  3. वाण में सनातन संस्कार महोत्सव का समापन, 100 से अधिक साधु
  4. राजन जी महाराज के भजन lyrics


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राजन जी महाराज के भजन lyrics

हिंदी में पढ़े भजन की लिरिक्स, लिरिक्स-जगत में कोई ना परमानेंट-पूज्य राजन जी महाराज:- जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, तेल चमेली चन्दन साबुन, चाहे लगालो सेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, आवागमन लगी दुनियाँ में, जगत है रेस्टोरेंट, रे प्यारे जगत है रेस्टोरेंट, अंत समय में उड़ जायेंगे, तेरे तम्बू टेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, हरिद्वार चाहे मथुरा काशी, घुमो दिल्ली केंट, रे प्यारे घूमों दिल्ली केंट, मन में नाम प्रभुः का राखो, चाहे धोती पहनो या पेण्ट, जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, मन में नाम गुरु का राखो, चाहे धोती पहनो या पेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, राष्ट्रपति या जर्नल कर्नल चाहे हो लेफ्टिनेंट, ये काल सभी को जाएगा, लेडीज हो या जेन्ट्स, जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, साधू संत की संगत कर लो, ये सच्ची गवरमेंट, रे प्यारे ये सच्ची गवरमेंट, लाल सिंह कहे इस दफ्तर मत होना अबसेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, तेल चमेली चन्दन साबुन, चाहे लगालो सेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, आओ सब मिल बैठो प्यारे राम कथा सुन कर जाना जीवन का निष्कर्ष यही है प्रभु प्रेम में लग जाना आओ सब मिल बैठो प्यारे राम कथा सुन कर जाना राम कथा की पावन गंगा अविरल बहती जाए प्रेम भाव की शीतल लहरें भीतर तक नेहलाये कुछ बाते है सुनने लायक कुछ बाते बुन कर जाना आओ सब मिल बैठो प्यारे राम कथा सुन कर जाना उत्तम बने विचार यही मतलब है राम कथा का’ औरो की पीड़ा का हो मन में आभास व्यथा का कुल परिवार ओढ़ ले प्यारे वो चादर बुनकर जाना आओ सब मिल बैठो प्यारे राम कथा सुन कर जाना तुलसीदास भगीरथ बन कर तपजप किये अभंगा त...

वाण में सनातन संस्कार महोत्सव का समापन, 100 से अधिक साधु

दो दिवसीय महोत्सव में 100 से अधिक साधु संतों का सानिध्य रहा। महोत्सव में धर्म सभा का आयोजन किया गया,जिसमें साधु-संतों व अन्य वक्ताओं ने धर्म रक्षा एवं संस्कार पर जोर दिया। सनातन संस्कार महोत्सव में गणेश आश्रम के गादीपति संत सती राजू गिरी महाराज ने 150 संतों, अतिथियों व सहयोगियों का शॉल ओढ़ा व साफा और पुष्प माला पहनाकर आदर सत्कार किया। वैसे तो हर वर्ष संत चेन जी महाराज की पुण्यतिथि मनाई जाती है, लेकिन इस बार 11 वीं पुण्यतिथि पर गणेश महायज्ञ धर्म सभा, भजन संध्या समेत विभिन्न धार्मिक आयोजन किए गए। कार्यक्रम में आसपास के दर्जनों गांवों-कस्बों के सैकड़ों धर्म प्रेमियों ने भाग लिया। बलिदान व वीरता की भूमि है भारत : धर्म सभा के मुख्य वक्ता विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजाराम ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ऋषि मुनियों का देश है। यह त्याग, वीरता एवं बलिदान की भूमि है। भारत ने हर कालखंड में विश्व को दिशा देने का काम किया है और आगे भी करता रहेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जोधपुर प्रांत कार्यवाहक खीमा राम ने अपने संबोधन में सनातन के सोलह संस्कारों एवं प्राचीन गुरुकुलों में बच्चों को दी जाने वाली संस्कारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संत प्रकाश दास महाराज व जोग भारती ने भजनों की प्रस्तुति दी। धर्म सभा में संत शक्ति राजू गिरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म यानी जो खुद बखुद है और शुद्ध है, सबके लिए हैं और समान रूप से हितकर हैं जो सदा से ही हैं। जिस धर्म से सब धारण किया गया है, ध्रुव हैं और सदा रहेगा। यही सनातन हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म वह है जिसके पालन से मनुष्य और समाज का कल्याण हो। धर्म सभा में रवि धाम के संत सत्यानंद महाराज,कटावला के स्वामी हितेश्वरानंद सरस्...

वाण में सनातन संस्कार महोत्सव का समापन, 100 से अधिक साधु

दो दिवसीय महोत्सव में 100 से अधिक साधु संतों का सानिध्य रहा। महोत्सव में धर्म सभा का आयोजन किया गया,जिसमें साधु-संतों व अन्य वक्ताओं ने धर्म रक्षा एवं संस्कार पर जोर दिया। सनातन संस्कार महोत्सव में गणेश आश्रम के गादीपति संत सती राजू गिरी महाराज ने 150 संतों, अतिथियों व सहयोगियों का शॉल ओढ़ा व साफा और पुष्प माला पहनाकर आदर सत्कार किया। वैसे तो हर वर्ष संत चेन जी महाराज की पुण्यतिथि मनाई जाती है, लेकिन इस बार 11 वीं पुण्यतिथि पर गणेश महायज्ञ धर्म सभा, भजन संध्या समेत विभिन्न धार्मिक आयोजन किए गए। कार्यक्रम में आसपास के दर्जनों गांवों-कस्बों के सैकड़ों धर्म प्रेमियों ने भाग लिया। बलिदान व वीरता की भूमि है भारत : धर्म सभा के मुख्य वक्ता विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजाराम ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ऋषि मुनियों का देश है। यह त्याग, वीरता एवं बलिदान की भूमि है। भारत ने हर कालखंड में विश्व को दिशा देने का काम किया है और आगे भी करता रहेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जोधपुर प्रांत कार्यवाहक खीमा राम ने अपने संबोधन में सनातन के सोलह संस्कारों एवं प्राचीन गुरुकुलों में बच्चों को दी जाने वाली संस्कारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संत प्रकाश दास महाराज व जोग भारती ने भजनों की प्रस्तुति दी। धर्म सभा में संत शक्ति राजू गिरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म यानी जो खुद बखुद है और शुद्ध है, सबके लिए हैं और समान रूप से हितकर हैं जो सदा से ही हैं। जिस धर्म से सब धारण किया गया है, ध्रुव हैं और सदा रहेगा। यही सनातन हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म वह है जिसके पालन से मनुष्य और समाज का कल्याण हो। धर्म सभा में रवि धाम के संत सत्यानंद महाराज,कटावला के स्वामी हितेश्वरानंद सरस्...

राजन जी महाराज के भजन lyrics

हिंदी में पढ़े भजन की लिरिक्स, लिरिक्स-जगत में कोई ना परमानेंट-पूज्य राजन जी महाराज:- जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, तेल चमेली चन्दन साबुन, चाहे लगालो सेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, आवागमन लगी दुनियाँ में, जगत है रेस्टोरेंट, रे प्यारे जगत है रेस्टोरेंट, अंत समय में उड़ जायेंगे, तेरे तम्बू टेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, हरिद्वार चाहे मथुरा काशी, घुमो दिल्ली केंट, रे प्यारे घूमों दिल्ली केंट, मन में नाम प्रभुः का राखो, चाहे धोती पहनो या पेण्ट, जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, मन में नाम गुरु का राखो, चाहे धोती पहनो या पेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, राष्ट्रपति या जर्नल कर्नल चाहे हो लेफ्टिनेंट, ये काल सभी को जाएगा, लेडीज हो या जेन्ट्स, जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, साधू संत की संगत कर लो, ये सच्ची गवरमेंट, रे प्यारे ये सच्ची गवरमेंट, लाल सिंह कहे इस दफ्तर मत होना अबसेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, तेल चमेली चन्दन साबुन, चाहे लगालो सेंट, जगत में कोई ना परमानेंट, आओ सब मिल बैठो प्यारे राम कथा सुन कर जाना जीवन का निष्कर्ष यही है प्रभु प्रेम में लग जाना आओ सब मिल बैठो प्यारे राम कथा सुन कर जाना राम कथा की पावन गंगा अविरल बहती जाए प्रेम भाव की शीतल लहरें भीतर तक नेहलाये कुछ बाते है सुनने लायक कुछ बाते बुन कर जाना आओ सब मिल बैठो प्यारे राम कथा सुन कर जाना उत्तम बने विचार यही मतलब है राम कथा का’ औरो की पीड़ा का हो मन में आभास व्यथा का कुल परिवार ओढ़ ले प्यारे वो चादर बुनकर जाना आओ सब मिल बैठो प्यारे राम कथा सुन कर जाना तुलसीदास भगीरथ बन कर तपजप किये अभंगा त...