प्रसाद गुण संपन्न कविताओं की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।

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प्रसाद गुण संपन्न कविताओं की दो प्रमुख विशेषताएं लिखिए।

प्रसाद गुण से युक्त कविता की दो विशेषताएं इस प्रकार हैं… • प्रसाद गुण से युक्त कविता में भक्ति भाव की प्रधानता होती है और कविता तो पढ़ते ही चित्त की वृत्ति में शांति उत्पन्न हो जाती है तथा मन एकदम शांत हो जाता है। काव्य भक्ति रस अथवा शांत रस का प्रादुर्भाव होता है। • प्रसाद गुण से युक्त कविता पढ़कर चित्त में तत्काल अपेक्षित प्रभाव उत्पन्न होता है और कविता का भाव तुरंत स्पष्ट हो जाता है अर्थात काव्य में शब्द योजना इतनी सरल व सुबोध होती है, जिसको पढ़ते ही उसका अर्थ स्पष्ट हो जाता है और अर्थ की अभिव्यंजना स्पष्ट होती है, वहाँ पर प्रसाद गुण होता है। प्रसाद गुण वाली कविता की पंक्तियाँ… जसुमति मन अभिलास करै कब मेरौ लाल घुटुरुवनि रेंगे कब धरनी पग द्वैक धरै। कब द्वै दाँत दूध के देखों कब तोतरे मुख वचन झरै। प्रसाद गुण तीन शब्द गुणों में से एक गुण है। है। शब्द गुण तीन प्रकार के होते हैं… Recent Posts • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • ...

जयशंकर प्रसाद

विषय सूची • 1 जन्म • 2 शिक्षा • 3 पारिवारिक विपत्तियाँ • 4 बहुमुखी प्रतिभा • 5 आरम्भिक रचनाएँ • 6 संस्करण • 7 रचनाएँ • 7.1 कामायनी • 7.2 आँसू • 7.3 लहर • 7.4 झरना • 7.5 चित्राधार • 8 गद्य रचनाएँ • 8.1 नाटक • 8.2 कहानी-संग्रह • 8.3 उपन्यास • 8.4 निबन्ध • 9 अन्य रचनाएँ • 10 प्रकाशन • 11 पक्ष • 11.1 भाषा • 11.2 शैली • 11.3 अलंकरण • 11.4 छन्द • 11.5 छायावाद की स्थापना • 11.6 निधन • 11.7 टीका टिप्पणी और संदर्भ • 11.8 बाहरी कड़ियाँ • 11.9 संबंधित लेख जन्म जिस समय शैशव में जयशंकर प्रसाद को 'झारखण्डी' कहकर पुकारा जाता था। वैद्यनाथधाम में ही जयशंकर प्रसाद का नामकरण संस्कार हुआ। शिक्षा जयशंकर प्रसाद की शिक्षा घर पर ही आरम्भ हुई। पारिवारिक विपत्तियाँ प्रसाद की बारह वर्ष की अवस्था थी, तभी उनके पिता का देहान्त हो गया। इसी के बाद परिवार में गृहक्लेश आरम्भ हुआ और पैतृक व्यवसाय को इतनी क्षति पहुँची कि वही 'सुँघनीसाहु का परिवार, जो वैभव में लोटता था, ऋण के भार से दब गया। पिता की मृत्यु के दो-तीन वर्षों के भीतर ही प्रसाद की माता का भी देहान्त हो गया और सबसे दुर्भाग्य का दिन वह आया, जब उनके ज्येष्ठ भ्राता शम्भूरतन चल बसे तथा सत्रह वर्ष की अवस्था में ही प्रसाद को एक भारी उत्तरदायित्व सम्भालना पड़ा। प्रसाद का अधिकांश जीवन वाराणसी में ही बीता था। उन्होंने अपने जीवन में केवल तीन-चार बार यात्राएँ की थी, जिनकी छाया उनकी कतिपय रचनाओं में प्राप्त हो जाती हैं। प्रसाद को काव्यसृष्टि की आरम्भिक प्रेरणा घर पर होने वाली समस्या पूर्तियों से प्राप्त हुईं, जो विद्वानों की मण्डली में उस समय प्रचलित थी। बहुमुखी प्रतिभा प्रसाद जी का जीवन कुल 48 वर्ष का रहा है। इसी में उनकी रचना प्रक्रिया इसी विभिन्न साहित्यिक ...

Mp board Abhyas Prshn patra Solution 2023 Class 12th

Mp board Abhyas Prshn patra 2023 Class 12th Hindi solution:अभ्यास प्रश्न पत्र यहां से करे डाउनलोड Mp board Abhyas Prshn patra Solution 2023 अभ्यास प्रश्न-पत्र 2023 सेट-अ कक्षा 12 वीं विषय- हिन्दी 1. सही विकल्प का चयन कर लिखिए- समय-3: 00 घंटा निर्देश:- 1. सभी प्रश्न अनिवार्य है। प्रश्न क्र. 01 से 05 तक वस्तुनिष्ठ प्रश्न हैं, जिनके लिए 1x32 32 अंक आंवटित हैं। प्रश्न क्र. 6 से 15 तक प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का है। शब्द सीमा 30 शब्द है। 4. प्रश्न क्र. 16 से 19 तक प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का है। शब्द सीमा 75 शब्द है। 5. प्रश्न क्र. 20 से 23 तक प्रत्येक प्रश्न 4 अंक का है। शब्द सीमा 120 शब्द है। 6. प्रश्न क्र. 6 से 23 तक सभी प्रश्नों के आंतरिक विकल्प दिए गए हैं। ii. iv. V. Mp Board Class 12th hindi Abhyas Prshn patra 2023 (अ) प्रतीकों के लिए (स) बिम्ब विधान के लिए 'कविता इनमें से किसके लिए प्रसिद्ध है ? (अ) करुण (स) वीर (ब) शृंगार (द) वात्सल्य 'बाजार दर्शन पाठ का केंद्रीय भाव है- (ब) राजनीति (अ) बाजारवाद (स) धर्म समाज 'वह अच्छा खेला, परंतु हार गया ये वाक्य है एक- (अ) संयुक्त वाक्य (ब) सरल वाक्य (स) प्रश्नवाचक वाक्य (द) नकारात्मक वाक्य 'अतीत में दबे पांव' पाठ के आधार पर कोठार किसके काम आता होगा? (अ) सुरक्षा के लिए (ब) धन जमा करने के लिए (स) अनाज जमा करने के लिए (द) पानी जमा करने के लिए Vi. इनमें से कौन सा पत्रकार का प्रकार नहीं है- (ब) अंशकालिक (ब) चित्र विधान के लिए (द) व्यंग्यार्थ के लिए कौन-सा रस सहृदय के हृदय में उत्साह का संचार करता है? (अ) पूर्णकालिक (स) संवाददाता (द) फ्री लांसर अभ्यास प्रश्न-पत्र 2023 सेट अ कक्षा 12 वीं विषय हिन्दी Abhayas Prshn ptra 2023 Class 12th All subjects...

राम भक्ति काव्य की प्रमुख विशेषताएं Ram Bhakti Kavya Ki Visheshtayen » Hindikeguru

राम भक्ति काव्य की प्रमुख प्रवृत्तियों का उल्लेख कीजिए। रामभक्ति शाखा की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए। राम भक्ति काव्यधारा की प्रमुख प्रवृत्तियां। रामभक्ति शाखा की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए। राम भक्ति काव्य की प्रमुख प्रवृत्तियों का उल्लेख कीजिए। ram bhakti kavya ki visheshtayen भक्तिकाल की काव्य धारा को दो भागों में बांटा गया है निर्गुण काव्यधारा और सगुण काव्यधारा। सगुण काव्यधारा में रामकाव्य धारा है, जिसमें राम के अवतारी तथा सगुण रूप की भक्ति करते हुए कविताएं रची गई है वैसे तो इस काल में अनेकों कवि हुए पर जो तुलसीदास ने राम काव्य का अद्भुत वर्णन किया वैसे अन्य कवियों में देखने को नहीं मिलता है। इनके अलावा इस काव्यधारा में नाभादास, केशवदास, विष्णुदास, अग्रदास, ईश्वरदास,तुलसीदास आदि कवि हुए जिनमें सबसे महत्वपूर्ण तुलसीदास हैं। 1.पुरुषोत्तम राम को आधार बनाकर: राम काव्यधारा के जितने भी कवि थे वे सभी विष्णु के अवतारी रूप मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के बारे में उसके सौन्दर्य रूप, शक्ति, गुण तथा चरित्र के बारे में कविता, दोहा, पद आदि के माध्यम से श्रीराम के गुणगान गाये। राम सो बड़ौ है कौन, मोसो कौन छोटो। राम सो खरो है कौन, मोसो कौन खोटो ॥ 2. दास्य भाव की भक्ति इस काव्यधारा के कवियों की भक्ति भावना दास्य भाव की है। वे राम को साकार रूप में पाकर स्वयं को भगवान राम का सेवक माना है तथा उसी की सेवा करते हुए राम को अपना स्वामी माना है इस प्रकार की भक्ति के कारण ही इस धारा के काव्य में लघुता, दैन्य, उदारता, आदर्शवादिता, आदि भावों की प्रधानता दिखाई देती है। ब्रह्म तू हौं जीव, तू ठाकुर हौं चेरो। तात, मात, गुरु, सखा, तू सब विधि हितू मेरो, तोहि मोहि नावे अनेक मानिए जो भावै, ज्यों-ज्यों तुलसी कृपालु ...

काव्यशास्त्र

[पढ़ें और सीखें] Learn Maths, English, Reasoning, G.K., And Computer Topics, Formula, Questions, Tricks in Hindi For All Competitive Exams Like SSC, IBPS Banks, SBI, LIC, RRB, CAT, MAT, B.ED, TET, CTET, IPS, IAS, And STATE LEVEL EXAMS. हिंदी, अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान, रीजनिंग तथा गणित के सूत्र, प्रश्न, शार्ट ट्रिक्स और प्रतियोगी परीक्षा उपयोगी ट्रिकी सवाल, महत्वपूर्ण प्रश्नो का फार्मूला का प्रयोग करके शॉर्टकट हल काव्य का लक्षण | काव्य की परिभाषा परिभाषा: कवि के द्वारा जो कार्य संपन्न हो, उसे 'काव्य' कहते हैं। संस्कृत भाषा का प्राचीन साहित्य भारत का प्रतिनिधि साहित्य है, समृद्ध साहित्य है। उसका अपना विशिष्ट साहित्य शास्त्र या काव्य शास्त्र भी है। 'काव्य लक्षण' की चर्चा अर्थात् 'काव्य लक्षण' या 'काव्य स्वरूप' का निर्धारण है । इसे 'काव्य परिभाषा' भी कहा जाता है। काव्य का लक्षण क्या है? काव्य का लक्षण क्या है? इस विषय को विभिन्न आचार्यों ने विभिन्न रूपों में व्यक्त किया है। वास्तव में इन आचार्यों के सामने या तो विशिष्ट काव्य कोटियां थीं। जैसे - भरतमुनि का काव्य लक्षण नाटक पर आधारित है अथवा विशिष्ट काव्य संप्रदाय । यहां हम प्रमुख आचार्यों के मतों का उल्लेख करेंगे। संस्कृत काव्य परिभाषाएं:- संस्कृत के अनेक आचार्यों ने काव्य की परिभाषाएं दी हैं। इनमें से कुछ काव्य परिभाषाएं एक दूसरे से मिलती जुलती हैं। 1. आचार्य भामह के अनुसार काव्य की परिभाषा- "शब्दार्थो सहितौ काव्यम् " अर्थात् काव्य में शब्द और अर्थ दोनों का संयोग अनिवार्य है‌ 2. आचार्यमम्मट के अनुसार काव्य की परिभाषा- "तद्दोषौ शब्दार्थों सगुणा वनलंकृति पुन: क्वापि" अर्थात् काव्य वे शब्द और अर्थ हैं जो दोष से रहित होते हैं, गुण स...

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In this article, we will share MP Board Class 10th Hindi Navneet कवि परिचय 1. सूरदास [2009, 11, 15, 17] जीवन परिचय-महाकवि सूरदास हिन्दी की कृष्ण-भक्ति शाखा के सबसे प्रथम एवं सर्वोत्तम कवि हैं। सूरदास पहले भक्त एवं बाद में कवि हैं। भक्ति की सूरदास जैसी तन्मयता अन्य कवियों में मिलना दुर्लभ है। सूरदास ने अपने बचपन की आँखें दिल्ली के निकट सीही नामक ग्राम में सन् 1478 ई. में खोलीं। सूरदास जन्मांध थे,परन्तु उनके काव्य की सरलता एवं मधुरता को निहार कर उनके जन्मांध होने में शंका होती है। सन् 1583 ई. के लगभग,वे मृत्यु की गोद में सो गये। रचनाएँ • सूरसागर, • साहित्य लहरी, • सूर सारावली। काव्यगत विशेषताएँ (अ) भावपक्ष-गीत परम्परा का विकास-सूरदास ने विद्यापति की गीत परम्परा को विकसित किया,उनके पद गेय हैं तथा राग-रागिनी में खरे उतरते हैं। • बाल-वर्णन-सूर का बाल-वर्णन इतना मोहक तथा मधुर है, जिसके आधार पर उन्हें वात्सल्य रस का सम्राट माना जाता है। • रस योजना-सूरदास का श्रृंगार वर्णन उत्कृष्ट कोटि का है। गोपियों के प्रति प्रेम, रासलीला तथा विभिन्न प्रकार की क्रीड़ाओं का सरस तथा आकर्षक वर्णन किया है। ऐसा वर्णन संयोग श्रृंगार का है। कृष्ण का मथुरा गमन करने के पश्चात् गोपियों तथा बृजवासियों का व्यथित होना विरह का वर्णन है। इसके अतिरिक्त सूर के काव्य में शान्त, अद्भुत तथा वात्सल्य रस की धारा भी प्रवाहित है। • भक्ति पद्धति-सूरदास की भक्ति, तुलसी के समान दास भाव की न होकर सखा भाव की है। इसमें भक्त भगवान के समक्ष दास भाव से प्रार्थना न करके सखा भाव से उन्हें अपना उद्धार करने की चुनौती देता है। • ज्ञान और भक्ति-साधारण मनुष्य ज्ञान भक्ति का अनुसरण नहीं कर सकता। अतः सूरदास ने ज्ञान की अपेक्षा भक्ति को...

Class 12th hindi Set A Abhyas prashn ptr 2023 solutions mp board।।कक्षा 12वी हिन्दी सेट(अ) अभ्यास प्रश्न पत्र 2023 का सम्पूर्ण हल

अभ्यास प्रश्न पत्र 2023 सेट-अ कक्षा -12 वीं विषय- हिन्दी समय-3:00 घंटा पूर्णांक- 80 निर्देश:- 1. सभी प्रश्न अनिवार्य हैं। 2. प्रश्न क्र. 01 से 05 तक वस्तुनिष्ठ प्रश्न हैं, जिनके लिए 1x32 = 32 अंक आंवटित हैं। 3. प्रश्न क्र. 6 से 15 तक प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का है। शब्द सीमा 30 शब्द है। 4. प्रश्न क्र. 16 से 19 तक प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का है। शब्द सीमा 75 शब्द है। 5. प्रश्न क्र. 20 से 23 तक प्रत्येक प्रश्न 4 अंक का है। शब्द सीमा 120 शब्द है। 6. प्रश्न क्र. 6 से 23 तक सभी प्रश्नों के आंतरिक विकल्प दिए गए हैं। 1. सही विकल्प का चयन कर लिखिए- (1x6=6) i.'पतंग' कविता इनमें से किसके लिए प्रसिद्ध है ? (अ) प्रतीकों के लिए (ब) चित्र विधान के लिए (स) बिम्ब विधान के लिए (द) व्यंग्यार्थ के लिए उत्तर- स ii. कौन सा रस सहृदय के ह्रदय में उत्साह का संचार करता है? (अ) करुण (ब) श्रृंगार (स) वीर (द) वात्सल्य उत्तर-स iii.'बाजार दर्शन' पाठ का केंद्रीय भाव है- (अ) बाजारवाद (ब) राजनीति (स) धर्म (द) समाज उत्तर- अ iv. "वह अच्छा खेला, परंतु हार गया' ये वाक्य है एक- (अ) संयुक्त वाक्य (ब) सरल वाक्य (द) नकारात्मक वाक्य (स) प्रश्नवाचक वाक्य उत्तर-अ v.'अतीत में दबे पांव पाठ के आधार पर कोठार किसके काम आता होगा? (अ) सुरक्षा के लिए (ब) धन जमा करने के लिए (स) अनाज जमा करने के लिए (द) पानी जमा करने के लिए उत्तर-स vi. इनमें से कौन-सा पत्रकार का प्रकार नहीं है- (अ) पूर्णकालिक (ब) अंशकालिक (स) संवाददाता (द) फ्री लांसर उत्तर- स 2. रिक्त स्थान में सही शब्द का चयन कर लिखिए- (1x7=7) i.तुमने…..को सहूलियत से बरतना कभी नहीं सीखा। (भाषा / व्यवहार / बोली ) उत्तर- भाषा ii.श्रृंगार काल का अन्य नाम ..है। (रीतिकाल/स्वर्णकाल/उत्त...