पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा

  1. पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा भजन लिरिक्स Pata Nahi Kis Rup Me Aakar Narayan Mil Jayegaa Bhajan Lyrics
  2. श्री राम जी के भजन लिरिक्स
  3. भजन: राम नाम के साबुन से जो


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पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा भजन लिरिक्स Pata Nahi Kis Rup Me Aakar Narayan Mil Jayegaa Bhajan Lyrics

राम नाम के साबुन से जो मन का मैल छुड़ाएगा निर्मल मन के दर्पण में वह राम का दर्शन पाएगा .... राम नाम के साबुन से.... झूठ कपट निन्दा को त्यागो हर प्राणी से प्यार करो घर पर आए अतिथि कोई तो यथा शक्ति सत्कार करो पता नहीं किस रूप आकार , पता नहीं किस रूप में आकर नारायण मिल जाएगा निर्मल मन के दर्पण में वह राम का दर्शन पाएगा .... राम नाम के साबुन से...... नर शरीर अनमोल रे प्राणी प्रभु कृपा से पाया हैं झूठे जग प्रपंच में पड़ कर जो प्रभु को बिसराया हैं समय हाथ से निकल गया तो .... समय हाथ से निकल गया तो सिर धुन धुन पछताएगा निर्मल मन के दर्पण में वह राम का दर्शन पाएगा .... राम नाम के साबुन से...... साधन तेरा कच्चा हैं जब तक प्रभु पर विश्वाश नहीं मंज़िल कर पाना हैं जब दीपक में प्रकाश नहीं निश्चय हैं तो भव सागर से ..... निश्चय हैं तो भव सागर से पेड़ा पार हों जाएगा निर्मल मन के दर्पण में वह राम का दर्शन पाएगा.... राम नाम के साबुन से ..... दौलत का अभिमान हैं झूठा ये तो आनी जानी हैं राजा रंक अनेक हुए कितनो की सुनी कहानी हैं राम नाम प्रिय महा मंत्र ही ...... राम नाम प्रिय महा मंत्र ही साथ तुम्हारे जाएगा निर्मल मन के दर्पण में वह राम का दर्शन पाएगा .... राम नाम के साबुन से ..... LBMUSICENTERTAINMENT.COM Posted by: नमस्कार, प्रणाम मै Lb का Author & Founder हूँ आप सब के सहयोग से हम इस website पर हिन्दी मे गीत,गज़ल,भजन,भोजपुरी इन सभी गीतो के Lyrics, shere करते है। और इसके अलावा संगीत मे,गायन,बादन और भी संगीत से जुड़ी जानकारी shere करते हैं,और हम इस website पर कहानी,कविता भी,share करते है तो आप इस website "www.LbMusicEntertainment.com"पर जरुर visit करे और अपना सहयोग दें हमारी website पर visit करने ...

श्री राम जी के भजन लिरिक्स

• • मन में राम बसाले भजन लिरिक्स • नगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो लिरिक्स • राम को देख कर के जनक नंदनी लिरिक्स • जिसके ह्रदय में राम नाम बंद है लिरिक्स • भजन बिना तन राख की ढेर है लिरिक्स • भरत चले चित्रकूट हो रामा राम को मनाने लिरिक्स • बजरंगी लाये खबरिया राम आये नगरिया लिरिक्स • मुझे पल पल हर पल याद प्रभु की आती है लिरिक्स • मै कहाँ बिठाऊ राम कुटिया छोटी छोटी सी लिरिक्स • मेरे राम लला का डेरा है लिरिक्स • जिसके ह्रदय में राम नाम बंद है उसको हर घडी आनंद ही आनद है लिरिक्स • राम नाम के हीरे मोती मै बिखराऊ गली गली लिरिक्स • सीता राम सीता राम कहिये जाहि विधि राखे राम लिरिक्स • कही राम लिख दिया कही श्याम लिख दिया है • ज्योत से ज्योत जगाते चलो प्रेम की गंगा बहाते चलो • राम नाम सुखदाई भजन कर भाई ये जीवन दो दिन का लिरिक्स • बोल पींजरे का तोता राम हरे राम राधेश्याम सियाराम रे लिरिक्स • तीन बार भोजन भजन इक बार राम तेरी माला जपी ना इक बार लिरिक्स • कोई राम का दीवाना तो बनो लिरिक्स • माँ अंजनी के लाल कलयुग कर दियो निहाल लिरिक्स • भाभी मांगे देवर लक्ष्मण की तरह लिरिक्स • राम नाम अति मीठा है लिरिक्स • श्री राम से कह देना इक बात अकेले में लिरिक्स • रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया लिरिक्स • हे रामचन्द्र कह गए सिया से लिरिक्स • राम जैसा नगीना नहीं सारे जग की बजरिया में लिरिक्स • प्रभु मुझ अनाथ पर दया कीजिये लिरिक्स • जन्मो से भटकी हुयी नाव को लिरिक्स • हर घर भगवा छाएगा लिरिक्स • मेरे भारत का बच्चा बच्चा जय जय श्री राम बोलेगा लिरिक्स • प्रभु मुझ अनाथ पर दया किजिये लिरिक्स • रामजी की निकली सवारी लिरिक्स • मेरे रामजी भगवान जी लिरिक्स • राम नाम के हीरे मोती मैं बिखराऊँ गली गली लिरिक...

भजन: राम नाम के साबुन से जो

राम नाम के साबुन से जो, मन का मेल भगाएगा, निर्मल मन के शीशे में तू, राम के दर्शन पाएगा ॥ रोम रोम में राम है तेरे, वो तो तुझसे दूर नही, देख सके न आंखे उनको, उन आंखों में नूर नही, देखेगा तू मन मंदिर में, ज्ञान की ज्योत जलाएगा, निर्मल मन के शीशे में तू, राम के दर्शन पाएगा ॥ राम नाम के साबुन से जो, मन का मेल भगाएगा, निर्मल मन के शीशे में तू, राम के दर्शन पाएगा ॥ यह शरीर अभिमान है जिसका, प्रभु कृपा से पाया है, झूठे जग के बंधन में तूने, इसको क्यो बिसराया है, राम नाम का महामंत्र ये, साथ तुम्हारे जाएगा, निर्मल मन के शीशे में तू, राम के दर्शन पाएगा ॥ राम नाम के साबुन से जो, मन का मेल भगाएगा, निर्मल मन के शीशे में तू, राम के दर्शन पाएगा ॥ झूठ कपट निंदा को त्यागो, हर इक से तुम प्यार करो, घर आये मेहमान की सेवा से, ना तुम इनकार करो, पता नहीं किस रूप मे आकर, नारायण मिल जाएगा, निर्मल मन के शीशे में तू, राम के दर्शन पाएगा ॥ राम नाम के साबुन से जो, मन का मेल भगाएगा, निर्मल मन के शीशे में तू, राम के दर्शन पाएगा ॥ ----------- additional ---------- निष्फल सब भक्ति है तेरी, मन में जब विश्वास नहीं, मंजिल क्या पायेगा तू जब, दीपक में ही प्रकाश नहीं, राम नाम की लौ जगा, भवसागर से तर जाएगा ॥ दौलत का अभिमान है झूठा, ये तो आणि जानी है राजा रंक अनेक हुए, कितनो की सुनी कहानी है राम नाम के महामंत्र ही, साथ तुम्हारे जाएगा ॥ राम नाम के साबुन से जो, मन का मेल भगाएगा, निर्मल मन के शीशे में तू, राम के दर्शन पाएगा ॥ ** पता नहीं किस रूप मे आकर, नारायण मिल जाएगा (पता नही प्यारे तू कब, नारायण में मिल जाएगा,)