पटना से चलाता दवाईया

  1. Wanted son of notorious sand mafia arrested in robbery conspiracy
  2. नौकरी दिलाने के नाम पर 30 लाख ठगने वाला गिरफ्तार
  3. होटल में गिरोह का सरगना चलाता था गैंग, 33 मोबाइल भी जब्त
  4. ग्रामीण बोले
  5. बॉलीवुड ड्रग्स केस के सभी 35 आरोपी जमानत पर, ED
  6. होटल में गिरोह का सरगना चलाता था गैंग, 33 मोबाइल भी जब्त
  7. Wanted son of notorious sand mafia arrested in robbery conspiracy
  8. बॉलीवुड ड्रग्स केस के सभी 35 आरोपी जमानत पर, ED
  9. ग्रामीण बोले


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Wanted son of notorious sand mafia arrested in robbery conspiracy

-चार अप्रैल को छापेमारी के दौरान पिता और भाई सहित भाग निकला था धीरज -कमालुचक बालू घाट के पास डकैती की साजिश रचने की सूचना पर हुई थी छापेमारी -पिता और भाई सहित अन्य वांटेड की तलाश, चल रही छापेमारी आरा। हिन्दुस्तान संवाददाता भोजपुर के कुख्यात और टॉप अपराधियों की धरपकड़ में जुटी पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता हाथ लगी है। कोईलवर थाने की पुलिस ने डकैती की साजिश में वांटेड कुख्यात बालू माफिया सरगना सत्येंद्र पांडेय के बेटे धीरज पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है। वह कोईलवर थाना क्षेत्र के पचरुखिया गांव का रहने वाला है। उसे मंगलवार की रात आरा नगर थाना क्षेत्र के धनुपरा स्थित एक रेस्टोरेंट से गिरफ्तार किया गया। उस पर बालू घाट पर डकैती की साजिश रचने में शामिल होने का आरोप है। पिछले अप्रैल माह में पुलिस छापेमारी के दौरान वह अपने पिता और भाई के साथ भाग निकला था। तब से वह फरार चल रहा था। एसपी प्रमोद कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चार अप्रैल को कोईलवर थाने के कमालुचक बालू घाट पर डकैती की साजिश की सूचना मिली थी। तब पुलिस की ओर से छापेमारी कर नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। मौके से हथियार और गोलियां भी बरामद की गयी थीं। तब धीरज पांडेय अपने पिता सत्येंद्र पांडेय, भाई नीरज पांडेय और छोटू सहित अन्य अपराधियों के साथ भाग निकला था। इसके बाद से सभी की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही थी। इस बीच मंगलवार की रात सूचना मिली कि धीरज पांडेय धनुपरा स्थित एक रेस्टोरेंट में आया है। तत्काल कार्रवाई करते हुए एएसपी चंद्रप्रकाश के नेतृत्व में थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने छापेमारी कर धीरज पांडेय को दबोच लिया। एसपी के अनुसार वह पूर्व से भी कई कांडों में आरोपित रहा है। उसके आपराधिक इति...

नौकरी दिलाने के नाम पर 30 लाख ठगने वाला गिरफ्तार

व्यवहार न्यायालय, पटना में नौकरी दिलाने के नाम पर 30 लाख की ठगी मामले में स्थानीय पुलिस ने आरोपित को पटना से गिरफ्तार किया। उसे फारबिसगंज थाने लाया गया। यहां पूछताछ के बाद से जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार आरोपित का नाम संतोष कुमार जमुई जिले का रहने वाला है। मामले के अनुसंधानकर्ता अमित कुमार ने संतोष को पटना के बोरिंग कैनाल रोड स्थित फास्ट फूड की दुकान से गिरफ्तार किया। मार्च में प्राथमिकी दर्ज कराई थी : फारबिसगंज थाना क्षेत्र के महेशमुड़ी वार्ड संख्या छह निवासी डोमी साह ने मार्च में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी में बताया कि 14 मार्च 2021 को हाजीपुर थाना के गराई सराय निवासी मेरे साढू पप्पू पासवान एवं उनके पिता गणेश पासवान मेरे यहां पहुंचे। बातचीत के दौरान उन्होंने मेरे बेटे एवं भतीजे को व्यवहार न्यायालय, पटना में आदेशपाल के पद पर सीधी नियुक्ति का भरोसा दिलाया। नौकरी लगवाने के नाम पर 30 लाख रुपए देने की बात हुई। 21 मार्च 2021 को ये दोनों अपने साथ सीतामढ़ी जिला के मोहन गुप्ता, धनबाद के विकास पासवान एवं जमुई के संतोष कुमार के साथ मेरे यहां पहुंचे। परिचय के दौरान सभी व्यक्ति पटना सिविल कोर्ट के जज होने तथा नेपाल घूमने के लिए आने की बात कही। रुपए लेने के कुछ दिन बाद बेटा और भतीजा को इंटरव्यू के लिए पटना बुलाया गया। हाई कोर्ट के बगल में बिहार बार काउंसिल के कमरा में इंटरव्यू लिया गया और कुछ दिन बाद नियुक्ति पत्र भेजते हुए दानापुर सिविल कोर्ट मेंे योगदान करने को कहा। यहां आने के कुछ दिन बच्चों को ठगी और जालसाजी की भनक लगी तो वे घर लौट आए। इसके बाद फारबिसगंज थाने में आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई।

होटल में गिरोह का सरगना चलाता था गैंग, 33 मोबाइल भी जब्त

रेल एसपी ने बताया कि राजेंद्र नगर स्टेशन पर संदेह के आधार पर एक युवक को पकड़ा गया। पूछताछ के दौरान होटल में अन्य सदस्यों के होने का खुलासा किया। इसके आधार पर पुलिस ने होटल में छापेमारी की, जहां कमरे से 5 पिट्ठू बैग, 33 मोबाइल फोन, पांच बैग, ट्रॉली और दो घड़ी समेत अन्य सामान की बरामदगी की गई। साथ ही कुल छह अपराधी गिरफ्तार किए गए। गिरफ्तार गिरोह के सरगना रौशन कुमार ने बताया कि पटना में नौकरी करने के नाम पर होटल भाड़े पर लिया था। चोरी की घटना को अंजाम देकर होटल में जमा करते थे। वहां से अन्य सदस्यों को चोरी का सामान बांट दिया जाता था। चोरों द्वारा किसी राह चलते लोगों को कुछ निजी समस्या बताकर सस्ते में बेच दिया जाता था। पटना जिला के क्षेत्र में रहकर ट्रेन में सफर करने वालों का सामान उड़ा लिया करते थे। जहां बरामद समान की कीमत पांच लाख से अधिक की आंकी गई है। फिलहाल पुलिस गिरोह के सदस्यों से हुए पूछताछ के खुलासे के बाद अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी और समान की बरामदगी के लिए छापेमारी करने में जुटी है। वहीं, जब्त एक बैग से कई डेबिट और एटीएम कार्ड के साथ आधार कार्ड मिला। जांच के दौरान पता चला कि देवघर एम्स में नर्सिंग हेड के पद पर कार्यरत महिला ट्रेन में सफर कर रही थी और उसके बैग को चोरों ने उड़ा लिया था। इस मामले में प्रयागराज स्टेशन पर चोरी का मामला दर्ज कराया गया था।

कहा

पूर्व मंत्री संतोष कुमार सुमन ने बुधवार को कहा कि मैंने स्पष्ट कहा है कि महागठबंधन घटक दल के नेता चाहेंगे तो हम महागठबंधन में रहेंगे, नहीं तो हम अकेले चुनाव लड़ने में सक्षम हैं। 18 जून की बैठक में आगे की रणनीति तय करेंगे। अभी आठ-नौ माह चुनाव में है। हम मुकम्मल तैयारी करेंगे। कार्यकर्ताओं के बीच जाएंगे और उत्साह बढ़ाएंगे। पार्टी हित में कार्यकर्ता कहेंगे कि एनडीए के साथ जाएं तो हम जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी ललन सिंह की टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। पानी नाक से ऊपर चढ़ गया था, हमारे निर्णय को तोड़ा मरोड़ा जा रहा था- जीतन राम मांझी पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि मैं महागठबंधन में कब था? उन्होंने कहा कि मैं तो नीतीश कुमार के साथ था। यह बात मैं हमेशा कहता रहा हूं। विपक्षी एकता पर आपके हटने का असर पड़ेगा या नहीं इस सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा यह सब भविष्य के गर्त में है। 23 के बाद आप लोग देखिएगा। ललन सिंह ने हम पार्टी को छोटी दुकान कहा था, इस पर जीतन राम मांझी ने कहा कि खरीद फरोख्त में तो वे लोग विश्वास करते हैं और यही उन लोगों ने किया है। हम लोगों ने खरीद फरोख्त की बात कभी नहीं की है। हमारी दुकान एक ही रही है, हम जनता के हित में लगे थे और इसके लिए हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा का गठन किया। हमलोग नीतीश कुमार का समर्थन करते रहे। पानी नाक से ऊपर चढ़ गया था और हमारे निर्णय को तोड़ा मरोड़ा जा रहा था। जनता ने हमें इजाजत दिया कि अब साथ नहीं रहना है। खासतौर से मर्ज करने का जो प्रस्ताव आया यह हम लोगों को गवारा नहीं। सवाल किया कि हमने कौन सा गलत काम 9 महीने में मुख्यमंत्री रहते हुए किया जो मुझे हटाने का इतना जतन किया। नीतीश कुमार ने शरद यादव को मिलाकर म...

ग्रामीण बोले

भागलपुर में आर्थिक तंगी से परेशान होकर मां डिंपल देवी (35) और बेटी साक्षी कुमारी (11) ने आत्महत्या कर ली। घटना सुल्तानगंज थाना क्षेत्र स्थित बिसौनी पवार हाउस समीप मंगलवार देर रात की है। इस घटना के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई। सुबह घटना की जानकारी ग्रामीणों द्वारा पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन में जुट गई है। ग्रामीणों का कहना है कि पति का चाय दुकान है, जिससे आमदनी बहुत कम होती थी। इसी बात को लेकर पति और पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता था। राजेश कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है पुलिस हिरासत में लेकर पति से पूछताछ कर रही है पुलिस महिला के पति राजेश कुमार ने बताया की घर में मेरी पत्नी डिंपल देवी (35) और बेटी साक्षी कुमारी (11) थी। मैं अपनी चाय दुकान पर था। देर रात जब मैं दुकान बंद कर घर लौटा तो दरवाजा खटखटाया। काफी देर तक बाहर खड़े रहने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला गया। खिड़की से अंदर झांका, तो देखा कि मेरी पत्नी डिंपल देवी ऊपर छत की हुक में दुपट्टा का फंदा बनाकर गले में फांसी लगाकर आत्महत्या कर चुकी थी। साथ में ग्यारह वर्षीय मेरी बेटी ने भी सुसाइड कर लिया। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम बुलाकर आत्महत्या या हत्या के कारणों की जांच में जुट गई है। पुलिस ने पति राजेश कुमार यादव को हिरासत में ले लिया है।

बॉलीवुड ड्रग्स केस के सभी 35 आरोपी जमानत पर, ED

मुंबई पुलिस समेत कुल पांच एजेंसियों, बिहार पुलिस, NCB, ED और CBI ने भी केस की जांच की। CBI-ED की जांच जारी है, NCB का केस कोर्ट में है। सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती समेत 35 लोगों की गिरफ्तारी हुई। 3 साल गुजर गए, फिलहाल इस केस में न कोई कनविक्ट है, न कोई जेल में है। ड्रग्स केस में जेल गए सभी लोग जमानत पर बाहर हैं। दैनिक भास्कर ने RTI डालकर CBI से जांच का अपडेट मांगा। जवाब मिला, ‘इस केस का इन्वेस्टिगेशन अभी जारी है। RTI एक्ट के सेक्शन 8(I)(h) के तहत फिलहाल केस की जानकारी नहीं दी जा सकती। यह जानकारी केस की जांच में बाधा डाल सकती है।’ सुशांत केस की अपडेट के लिए दैनिक भास्कर की RTI पर CBI का जवाब। इस जवाब से ये साफ है कि अब भी इस बात की जांच ही चल रही है कि सुशांत ने सुसाइड किया या फिर उनकी हत्या हुई थी। अब पढ़िए 5 एजेंसियों की जांच सुशांत केस में कहां तक पहुंची... 1. 14 जून, 2020 को क्या हुआ था…मुंबई पुलिस की एंट्री मुंबई पुलिस के डिप्टी कमिश्नर अभिषेक त्रिमुखे ने शाम होने तक इसे सुसाइड डिक्लेयर कर दिया। बांद्रा पुलिस स्टेशन में सुशांत की मौत को लेकर एक एक्सिडेंटल डेथ रिपोर्ट (ADR) दर्ज हुई थी। इसी बीच सुशांत की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं और यहीं से कहानी में ट्विस्ट आया। तस्वीरों में सुशांत बेड पर पड़े हुए थे। उनके चेहरे और गले पर चोट के निशान नजर आ रहे थे। यहीं से सुशांत के मर्डर की थ्योरी सबसे पहले सामने आई। सोशल मीडिया पर #JusticeForSushant, #CBIF और #SSR ट्रेंड करने लगा। मामला इतना बढ़ गया कि रात 11 बजे मुंबई पुलिस की साइबर सेल को एक एडवाइजरी जारी कर सुशांत की मौत के बाद की तस्वीरों को शेयर करने पर रोक लगानी पड़ी। साइबर सेल की एडवाइजरी 14 जून को ही कूप...

होटल में गिरोह का सरगना चलाता था गैंग, 33 मोबाइल भी जब्त

रेल एसपी ने बताया कि राजेंद्र नगर स्टेशन पर संदेह के आधार पर एक युवक को पकड़ा गया। पूछताछ के दौरान होटल में अन्य सदस्यों के होने का खुलासा किया। इसके आधार पर पुलिस ने होटल में छापेमारी की, जहां कमरे से 5 पिट्ठू बैग, 33 मोबाइल फोन, पांच बैग, ट्रॉली और दो घड़ी समेत अन्य सामान की बरामदगी की गई। साथ ही कुल छह अपराधी गिरफ्तार किए गए। गिरफ्तार गिरोह के सरगना रौशन कुमार ने बताया कि पटना में नौकरी करने के नाम पर होटल भाड़े पर लिया था। चोरी की घटना को अंजाम देकर होटल में जमा करते थे। वहां से अन्य सदस्यों को चोरी का सामान बांट दिया जाता था। चोरों द्वारा किसी राह चलते लोगों को कुछ निजी समस्या बताकर सस्ते में बेच दिया जाता था। पटना जिला के क्षेत्र में रहकर ट्रेन में सफर करने वालों का सामान उड़ा लिया करते थे। जहां बरामद समान की कीमत पांच लाख से अधिक की आंकी गई है। फिलहाल पुलिस गिरोह के सदस्यों से हुए पूछताछ के खुलासे के बाद अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी और समान की बरामदगी के लिए छापेमारी करने में जुटी है। वहीं, जब्त एक बैग से कई डेबिट और एटीएम कार्ड के साथ आधार कार्ड मिला। जांच के दौरान पता चला कि देवघर एम्स में नर्सिंग हेड के पद पर कार्यरत महिला ट्रेन में सफर कर रही थी और उसके बैग को चोरों ने उड़ा लिया था। इस मामले में प्रयागराज स्टेशन पर चोरी का मामला दर्ज कराया गया था।

Wanted son of notorious sand mafia arrested in robbery conspiracy

-चार अप्रैल को छापेमारी के दौरान पिता और भाई सहित भाग निकला था धीरज -कमालुचक बालू घाट के पास डकैती की साजिश रचने की सूचना पर हुई थी छापेमारी -पिता और भाई सहित अन्य वांटेड की तलाश, चल रही छापेमारी आरा। हिन्दुस्तान संवाददाता भोजपुर के कुख्यात और टॉप अपराधियों की धरपकड़ में जुटी पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता हाथ लगी है। कोईलवर थाने की पुलिस ने डकैती की साजिश में वांटेड कुख्यात बालू माफिया सरगना सत्येंद्र पांडेय के बेटे धीरज पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है। वह कोईलवर थाना क्षेत्र के पचरुखिया गांव का रहने वाला है। उसे मंगलवार की रात आरा नगर थाना क्षेत्र के धनुपरा स्थित एक रेस्टोरेंट से गिरफ्तार किया गया। उस पर बालू घाट पर डकैती की साजिश रचने में शामिल होने का आरोप है। पिछले अप्रैल माह में पुलिस छापेमारी के दौरान वह अपने पिता और भाई के साथ भाग निकला था। तब से वह फरार चल रहा था। एसपी प्रमोद कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चार अप्रैल को कोईलवर थाने के कमालुचक बालू घाट पर डकैती की साजिश की सूचना मिली थी। तब पुलिस की ओर से छापेमारी कर नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। मौके से हथियार और गोलियां भी बरामद की गयी थीं। तब धीरज पांडेय अपने पिता सत्येंद्र पांडेय, भाई नीरज पांडेय और छोटू सहित अन्य अपराधियों के साथ भाग निकला था। इसके बाद से सभी की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही थी। इस बीच मंगलवार की रात सूचना मिली कि धीरज पांडेय धनुपरा स्थित एक रेस्टोरेंट में आया है। तत्काल कार्रवाई करते हुए एएसपी चंद्रप्रकाश के नेतृत्व में थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने छापेमारी कर धीरज पांडेय को दबोच लिया। एसपी के अनुसार वह पूर्व से भी कई कांडों में आरोपित रहा है। उसके आपराधिक इति...

बॉलीवुड ड्रग्स केस के सभी 35 आरोपी जमानत पर, ED

मुंबई पुलिस समेत कुल पांच एजेंसियों, बिहार पुलिस, NCB, ED और CBI ने भी केस की जांच की। CBI-ED की जांच जारी है, NCB का केस कोर्ट में है। सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती समेत 35 लोगों की गिरफ्तारी हुई। 3 साल गुजर गए, फिलहाल इस केस में न कोई कनविक्ट है, न कोई जेल में है। ड्रग्स केस में जेल गए सभी लोग जमानत पर बाहर हैं। दैनिक भास्कर ने RTI डालकर CBI से जांच का अपडेट मांगा। जवाब मिला, ‘इस केस का इन्वेस्टिगेशन अभी जारी है। RTI एक्ट के सेक्शन 8(I)(h) के तहत फिलहाल केस की जानकारी नहीं दी जा सकती। यह जानकारी केस की जांच में बाधा डाल सकती है।’ सुशांत केस की अपडेट के लिए दैनिक भास्कर की RTI पर CBI का जवाब। इस जवाब से ये साफ है कि अब भी इस बात की जांच ही चल रही है कि सुशांत ने सुसाइड किया या फिर उनकी हत्या हुई थी। अब पढ़िए 5 एजेंसियों की जांच सुशांत केस में कहां तक पहुंची... 1. 14 जून, 2020 को क्या हुआ था…मुंबई पुलिस की एंट्री मुंबई पुलिस के डिप्टी कमिश्नर अभिषेक त्रिमुखे ने शाम होने तक इसे सुसाइड डिक्लेयर कर दिया। बांद्रा पुलिस स्टेशन में सुशांत की मौत को लेकर एक एक्सिडेंटल डेथ रिपोर्ट (ADR) दर्ज हुई थी। इसी बीच सुशांत की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं और यहीं से कहानी में ट्विस्ट आया। तस्वीरों में सुशांत बेड पर पड़े हुए थे। उनके चेहरे और गले पर चोट के निशान नजर आ रहे थे। यहीं से सुशांत के मर्डर की थ्योरी सबसे पहले सामने आई। सोशल मीडिया पर #JusticeForSushant, #CBIF और #SSR ट्रेंड करने लगा। मामला इतना बढ़ गया कि रात 11 बजे मुंबई पुलिस की साइबर सेल को एक एडवाइजरी जारी कर सुशांत की मौत के बाद की तस्वीरों को शेयर करने पर रोक लगानी पड़ी। साइबर सेल की एडवाइजरी 14 जून को ही कूप...

ग्रामीण बोले

भागलपुर में आर्थिक तंगी से परेशान होकर मां डिंपल देवी (35) और बेटी साक्षी कुमारी (11) ने आत्महत्या कर ली। घटना सुल्तानगंज थाना क्षेत्र स्थित बिसौनी पवार हाउस समीप मंगलवार देर रात की है। इस घटना के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई। सुबह घटना की जानकारी ग्रामीणों द्वारा पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन में जुट गई है। ग्रामीणों का कहना है कि पति का चाय दुकान है, जिससे आमदनी बहुत कम होती थी। इसी बात को लेकर पति और पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता था। राजेश कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है पुलिस हिरासत में लेकर पति से पूछताछ कर रही है पुलिस महिला के पति राजेश कुमार ने बताया की घर में मेरी पत्नी डिंपल देवी (35) और बेटी साक्षी कुमारी (11) थी। मैं अपनी चाय दुकान पर था। देर रात जब मैं दुकान बंद कर घर लौटा तो दरवाजा खटखटाया। काफी देर तक बाहर खड़े रहने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला गया। खिड़की से अंदर झांका, तो देखा कि मेरी पत्नी डिंपल देवी ऊपर छत की हुक में दुपट्टा का फंदा बनाकर गले में फांसी लगाकर आत्महत्या कर चुकी थी। साथ में ग्यारह वर्षीय मेरी बेटी ने भी सुसाइड कर लिया। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने फोरेंसिक टीम बुलाकर आत्महत्या या हत्या के कारणों की जांच में जुट गई है। पुलिस ने पति राजेश कुमार यादव को हिरासत में ले लिया है।