पुनवासी कब है 2023

  1. Happy New Year 2023 Hindu New Year Will On March 22 In 2023 Know When Will Be The New Year For Other Sects
  2. Chandra Grahan 2023:आज पड़ेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानें तिथि, सूतक काल सहित किन जगहों पर आएगा नजर
  3. विवाह मुहूर्त 2023: Shubh Vivah Muhurat 2023
  4. Ekadashi 2023 dates check full list of ekadashi vrat fall in 2023
  5. 2023 में प्रतिपदा तिथि सूची
  6. Guru Pradosh Vrat 2023: आज है आषाढ़ का गुरु प्रदोष व्रत, जानें पूजा शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
  7. Gangaur 2023: कब है गणगौर? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व
  8. When Does Gupt Navratri Of Magh Month Start Magh Navratri 2023 Date Shubh Muhurat Puja Vidhi And Importance Magh Navratri 2023 Kab Se Hai When Is Magh Navratri 2023
  9. Paush Purnima 2023 Date Auspicious Yoga Lord Satyanarayan Lakshmi Ji Puja Muhurat


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Happy New Year 2023 Hindu New Year Will On March 22 In 2023 Know When Will Be The New Year For Other Sects

Happy New Year 2023: 1 जनवरी को पूरी दुनिया नया साल मनाती है, लेकिन ऐसा नहीं है कि नया साल सिर्फ 1 जनवरी को ही होता है. विश्व भर में अलग-अलग जगहों पर नया वर्ष अलग-अलग तारीखों को मनाया जाता है. यहां तक कि अलग-अलग धर्म और संप्रदाय भी नए वर्ष को अपने हिसाब से अलग-अलग तिथियों को मनाते हैं. इन सब में हिंदू नव वर्ष की मान्यता सबसे ज्यादा है. क्योंकि हिंदू नव वर्ष वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी नए वर्ष की तरह प्रतीत होता है. दरअसल, जब हिंदू अपना नववर्ष मनाता है तब पूरा पर्यावरण पूरी प्रकृति नए स्वरूप में निखर रही होती है. आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि साल 2023 में हिंदू नव वर्ष कब पड़ रहा है. कब मनाया जाता है हिंदू नव वर्ष सनातन धर्म के अनुसार हिंदू नव वर्ष चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है. यह ऐसा समय होता है जब पूरी पृथ्वी नए रूप में निखर रही होती है. सही मायने में कहें तो यह वही समय होता है जब पतझड़ के बाद पेड़ पौधे बसंत ऋतु में प्रवेश कर रहे होते हैं और उनके सूखे पत्तों की जगह नए-नए हरे-भरे पत्ते उग रहे होते हैं. हिंदू धर्म के मान्यताओं के अनुसार इसी तिथि को भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि का निर्माण किया था. यही वजह है कि सनातन धर्म में हर साल चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को ही नव वर्ष मनाया जाता है. 2023 में किस तारीख को पड़ रहा है हिंदू नव वर्ष साल 2023 में हिंदू नव वर्ष 22 मार्च 2023 के दिन पड़ रहा है. यानी हिंदू पंचांग के अनुसार 22 मार्च को चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है. भारत में इस दिन सनातन धर्म को मानने वाले लोग पूरे धूमधाम से अपना नववर्ष मनाते हैं. इस दिन सुबह उठते ही घर में पूरा भक्ति में माहौल रहता है और दिन की शुरुआत पूज...

Chandra Grahan 2023:आज पड़ेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानें तिथि, सूतक काल सहित किन जगहों पर आएगा नजर

Chandra Grahan 2023: आज साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण पड़ेगा। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, ग्रहण को अशुभ माना जाता है। ग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है। चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है। यह चंद्रमा से सूर्य के प्रकाश को काट देता है। इन घटनाओं के दौरान, चंद्रमा लाल, नारंगी, भूरा हो सकता है या पूरी तरह गायब हो सकता है। हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण को अशुभ माना जाता है। इसलिए ग्रहण के दौरान कुछ कार्य वर्जित माने गए हैं। सूर्य और चंद्र ग्रहण का समय सूतक काल माना जाता है। सूतक के दौरान कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है। आइए जानते हैं कब लगेगा साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण। क्या भारत में सूतक लगेगा? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले और चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। सूतक काल को अशुभ समय माना जाता है, जिसमें कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है। चूंकि चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। हालांकि सूतक के दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। इस दौरान खाने-पीने की मनाही होती है। खासकर गर्भवती महिलाओं को कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है। वहीं, चंद्र ग्रहण का 12 राशियों पर प्रभाव रहेगा।

विवाह मुहूर्त 2023: Shubh Vivah Muhurat 2023

विवाह मुहूर्त 2023 (Shubh Vivah Muhurat 2023) विशेष एस्ट्रोसेज के इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए कि आने वाले नए साल वर्ष 2023 में विवाह मुहूर्त की तिथियां कब कब रहने वाली हैं। वैदिक ज्योतिष पर आधारित और वर्ष 2023 में विवाह समारोह का सही समय, दिन, नक्षत्र, मुहूर्त आदि विस्तार से जानने के लिए यह खास लेख अंत तक अवश्य पढ़ें। 2023 में विवाह मुहूर्त विशेष तौर पर बात करें हिंदू धर्म की तो, सनातन धर्म में शादी या विवाह को एक ऐसा अनोखा बंधन माना जाता है जो किसी भी व्यक्ति के जीवन को प्रभावित भी करता है और उतना ही महत्व भी रखता है। यह महत्वपूर्ण बंधन इस बात का गवाह होता है कि इसमें बंधने के बाद दो व्यक्ति साथ जीने मरने, एक दूसरे का दुख सुख साझा करने, एक दूसरे के परिवार को प्यार और इज्ज़त देने की खूबसूरत शुरुआत करते हैं। भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके यह खास दिन बेहद ही महत्वपूर्ण होता है और यही वजह है कि लोग चाहते हैं कि इस दिन सितारे भी उनके पक्ष में हों इसीलिए हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन को और ज्यादा फलित और शुभ बनाने के लिए ज्योतिषीय गणना के अनुसार शुभ मुहूर्त, कुंडली मिलान, और गुण मिलान आदि का विशेष महत्व बताया जाता है। इसके अलावा कहा तो यह भी जाता है कि एक विवाह पूरी तरह से तब ही शुभ और फलित साबित होता है जब वर और वधू की कुंडली में से कुल 36 में से कम से कम 18 गुणों का मेल हो जाए। इसके बाद भी कई अन्य अनुष्ठानों और प्रक्रियाओं का पालन किया जाता है, सही मुहूर्त और तिथि की गणना की जाती है, और तब जाकर एक विवाह संपन्न होता है। Read In English: Marriage Muhurat 2023 शुभ विवाह मुहूर्त (Shubh Vivah Muhurat 2023) विशेष अपने इस खास लेख क...

Ekadashi 2023 dates check full list of ekadashi vrat fall in 2023

Ekadashi 2023: साल 2023 में कब और कितनी पड़ेगी एकादशी? यहां देखिए पूरी लिस्ट Ekadashi Dates 2023: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. यह पूर्णिमा के बाद 11वें दिन और अमावस्या के बाद 11वें दिन पड़ता है. एकादशी एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ ग्यारह होता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार , हर महीने में दो एकादशियां पड़ती हैं. Ekadashi Dates 2023: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. यह पूर्णिमा के बाद 11वें दिन और अमावस्या के बाद 11वें दिन पड़ता है. एकादशी एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ ग्यारह होता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार , हर महीने में दो एकादशियां पड़ती हैं. हिंदू शास्त्रों के अनुसार, भगवान राम ने कहा था कि यदि कोई व्यक्ति एकादशी का नियमित उपवास करता है, तो उसके सभी पाप दूर हो जाते हैं. एकादशी 2023 व्रत की लिस्ट पौष मास, पुत्रदा एकादशी (शुक्ल पक्ष)- 2 जनवरी 2023 माघ मास, षटतिला एकादशी (कृष्ण पक्ष)- 18 जनवरी 2023 माघ मास, जया एकादशी (शुक्ल पक्ष)- 1 फरवरी 2023 फाल्गुन मास, विजया एकादशी (कृष्ण पक्ष)- 16 फरवरी 2023 फाल्गुन मास,आमलकी एकादशी (शुक्ल पक्ष)- 3 मार्च 2023 चैत्र मास, पापमोचिनी एकादशी (कृष्ण पक्ष)- 18 मार्च 2023 चैत्र मास, कामदा एकादशी (शुक्ल पक्ष)- 1 अप्रैल 2023 वैशाख मास, बरूथिनी एकादशी (कृष्ण पक्ष)- 16 अप्रैल 2023 वैशाख मास, मोहिनी एकादशी (शुक्ल पक्ष)- 1 मई 2023 ज्येष्ठ मास, अपरा एकादशी (कृष्ण पक्ष)- 15 मई 2023 ज्येष्ठ मास, निर्जला एकादशी (शुक्ल पक्ष)- 31 मई 2023 आषाढ़, योगिनी एकादशी (कृष्ण पक्ष)- 14 जून 2023 आषाढ़, देवशयनी एकादशी (शुक्ल पक्ष)- 29 जून 2023 सावन, कामिका एकादशी (कृष्ण पक्ष)- 13 जुलाई 2023 सावन, पुत्रदा एकादशी- ...

2023 में प्रतिपदा तिथि सूची

महत्वपूर्ण जानकारी • शुक्ल पक्ष प्रतिपदा • सोमवार, 19 जून 2023 • प्रतिपदा तिथि प्रारंभ: 18 जून 2023 को सुबह 10:07 बजे • प्रतिपदा तिथि समाप्त: 19 जून 2023 को सुबह 11:25 बजे हिंदू कैलेंडर के अनुसार पहली दिन को प्रतिपदा कहा जाता है। प्रतिपदा शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दोनों में आती है। प्रतिपदा महीने में दो बार आती है। हिंदू धर्म में प्रतिपदा का अपना विशेष महत्व है। पूर्णिमा के बाद और अमावस्या के बाद। पूर्णिमा के बाद आने वाली प्रतिपदा को कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा और अमावस्या के बाद आने वाली प्रतिपदा को शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा कहते हैं। प्रतिपदा के दिन अग्नि देव की पूजा का विधान है। 2023 में प्रतिपदा तिथि सूची प्रतिपदा तिथि जनवरी में कृष्ण पक्ष प्रतिपदा 07 जनवरी सुबह 04:37 बजे - 08 जनवरी सुबह 7:07 बजे शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 22 जनवरी सुबह 2:23 बजे - 22 जनवरी रात 10:27 बजे प्रतिपदा तिथि फरवरी में कृष्ण पक्ष प्रतिपदा 05 फरवरी रात 11:58 बजे - 07 फरवरी दोपहर 2:19 बजे शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 20 फरवरी दोपहर 12:35 बजे - 21 फरवरी सुबह 9:05 बजे प्रतिपदा तिथि मार्च में कृष्ण पक्ष प्रतिपदा 07 मार्च शाम 6:10 बजे - 08 मार्च शाम 7:43 बजे शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 21 मार्च रात 10:53 बजे - 22 मार्च रात 8:21 बजे प्रतिपदा तिथि अप्रैल में कृष्ण पक्ष प्रतिपदा 06 अप्रैल सुबह 10:04 बजे - 07 अप्रैल सुबह 10:21 बजे शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 20 अप्रैल सुबह 9:42 बजे - 21 अप्रैल सुबह 8:29 बजे प्रतिपदा तिथि मई में कृष्ण पक्ष प्रतिपदा 05 मई रात 11:04 बजे - 06 मई रात 9:52 बजे शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 09 मई रात 9:23 बजे - 20 मई रात 9:31 बजे प्रतिपदा तिथि जून में कृष्ण पक्ष प्रतिपदा 04 जून सुबह 9:11 बजे - 05 जून सुबह 6:39 बजे शुक्ल पक्ष प्...

Guru Pradosh Vrat 2023: आज है आषाढ़ का गुरु प्रदोष व्रत, जानें पूजा शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

डीएनए हिंदीः धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) रखा जाता है. प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है. प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) करने से भक्तों को भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और शिव जी की कृपा से सभी दोष व कष्ट दूर हो जाते हैं. अब जून माह में आषाढ़ का पहला प्रदोष व्रत (Guru Pradosh Vrat 2023) आने वाला है. आषाढ़ का यह प्रदोष व्रत गुरुवार (Ashadha Guru Pradosh Vrat 2023) के दिन पड़ रहा है ऐसे में यह गुरु प्रदोष व्रत होगा. गुरु प्रदोष का व्रत (Guru Pradosh Vrat 2023) करने से 100 गायों को दान करने के बराबर शुभ फल मिलता है. तो चलिए जानते हैं कि प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) किस दिन रखा जाएगा. आषाढ़ गुरु प्रदोष व्रत तिथि (Ashadha Guru Pradosh Vrat 2023 Date) आषाढ़ माह के पहले प्रदोष व्रत की त्रयोदशी तिथि 15 जून को सुबह 8ः32 से शुरू हो रही है. जिसका समापन अगले दिन 16 जून 2023 को सुबह 8ः39 पर होगा. प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा सूर्यास्त के बाद की जाती है ऐसे में गुरु प्रदोष व्रत 15 जून को मनाया जाएगा. इस दिन शिव पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 7ः23 से 9ः24 तक होगा. गुरु प्रदोष व्रत 2023 पूजा विधि (Guru Pradosh Vrat 2023 Puja Vidhi) - गुरुवार के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत होने के बाद साफ कपड़े पहनने के बाद भगवान शिव का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लेना चाहिए. - पूजा के पश्चात शिव चालीसा और गुरु प्रदोष व्रत की कथा का श्रवण करें. - व्रत होने के बाद अगले दिन सूर्योदय के बाद स्नान करने के बाद व्रत का पारण कर लें. (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों ...

Gangaur 2023: कब है गणगौर? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

Gangaur 2023 Ke Bare Mein: हिन्दू धर्म में महिलाएं पति की लंबी आयु और संतान के अच्छे स्वास्थ्य के लिए अनेकों व्रतों का पालन करती हैं जिनमें से कुछ नियमित होते हैं तो कुछ विशेष स्थान रखते हैं। खास व्रतों की इसी सूची में से एक है गणगौर का व्रत। ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं गणगौर के बारे में विस्तार से। इस साल गणगौर 24 मार्च, दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा। गणगौर के दिन चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पड़ रही है। तृतीया तिथि का शुभारंभ 23 मार्च, दिन गुरुवार (गुरुवार के दिन न करें इन चीजों का दान) को शाम 6 बजकर 20 मिनट से होगा वहीं, इसका समापन 24 मार्च को शाम 4 बजकर 59 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, इस साल गणगौर का व्रत मार्च की 24 तारीख को रखा जाना है। इस जरूर पढ़ें: गणगौर 2023 का महत्व गणगौर शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है। गण का अर्थ है भगवान शिव और गौर का अर्थ है माता गौरा अर्थात मां पार्वती। गणगौर के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विधान है। खास बात यह है कि इस दिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की मिट्टी की प्रतिमाएं अपने हाथों से बनाती हैं और फिर उनका श्रृंगार कर उनकी पूजा करती हैं। गणगौर के व्रत से जुड़ी एक अजीब मान्यता यह भी है कि इस व्रत का पालन महिलाएं अपने पति से छुपकर करती हैं। गणगौर का व्रत सिर्फ विवाहित ही नहीं बल्कि कुंवारी कन्याएं भी करती हैं। गणगौर का पर्व मुख्य तौर पर मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में मनाया जाता है। मान्यता है कि गणगौर का व्रत रखने से मन चाहा वर प्राप्त होता है और शादीशुदा महिलाओं को अखंड सौभग्य मिलता है। गणगौर 2023 की पूजा सामग्री गणगौर की पूजा में लकड़ी का साफ़ पटरा, कलश, काली मिट्टी, होलिक...

When Does Gupt Navratri Of Magh Month Start Magh Navratri 2023 Date Shubh Muhurat Puja Vidhi And Importance Magh Navratri 2023 Kab Se Hai When Is Magh Navratri 2023

Magh Gupt Navratri 2023: नवरात्रि यानी नौ पवित्र रातें जिसमें नवदुर्गा अर्थात मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का समय होता है. साल 2023 में पहली नवरात्रि माघ महीने में आएगी. माघ माह की आने वाली नवरात्रि गुप्त नवरात्रि मानी जाती है. गुप्त नवरात्रि की देवियां 10 महाविद्याएं हैं, जिनकी आराधना से सिद्धियां प्राप्त की जाती हैं. तंत्र साधना के लिए गुप्त नवरात्रि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं. नौ दिन तक अघोरी और तांत्रिक दुलर्भ सिद्धियां प्राप्त करने के लिए गोपनीय तरीके से इन दस शक्तियों की आराधना करते हैं. आइए जानते हैं नए साल 2023 में माघ गुप्त नवरात्रि की डेट, मुहूर्त और महत्व. यह भी पढ़ें • Shardiya Navratri अक्टूबर की इस तारीख से होगी शुरू, यहां जानिए किस दिन कौन से स्वरूप की होगी पूजा • Shardiya Navratri 2023: जानिए कब से शुरू हो रही है शारदीय नवरात्रि, इस मुहूर्त में की जा सकेगी घटस्थापना • Aaj Ka Panchang: जान‍िए 14 अप्रैल 2023, दिन-शुक्रवार का पंचांग और शुभ-अशुभ मुहूर्त माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 22 जनवरी 2023 से होगी. इसका समापन 30 जनवरी 2023 की होगा. ये नवरात्रि माघ महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवमी तक चलती है. इसी दिन व्रत का पारण किया जाएगा. मां दुर्गा को उपासक 9 दिन तक गुप्त तरीके से शक्ति साधना करते हैं. माघ गुप्त नवरात्रि 2023 मुहूर्त | Magh Gupt Navratri 2023 Muhurat पंचांग के मुताबिक माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 22 जनवरी 2023 को सुबह 02 बजकर 22 मिनट पर आरंभ हो रही है और 22 जनवरी को ही रात 10 बजकर 27 मिनट पर इसकी समाप्ति है. घटस्थापना मुहूर्त - सुबह 10:04 - सुबह 10:51 (22 जनवरी 2023) घटस्थापना अभिजित मुहूर्त - दोपहर 12:17 - दोपहर 01:00 (22 जन...

Paush Purnima 2023 Date Auspicious Yoga Lord Satyanarayan Lakshmi Ji Puja Muhurat

Paush Purnima 2023: साल 2023 की पहली पूर्णिमा पर बन रहे 4 दुर्लभ योग, इस दिन ये काम करने से बरसेगी लक्ष्मी जी की कृपा Paush Purnima 2023: नए साल 2023 में पौष माह की पूर्णिमा 6 जनवरी 2023 को है. साल 2023 की पहली पूर्णिमा बहुत खास मानी जा रही है. आइए जानते हैं पौष पूर्णिमा का मुहूर्त, शुभ योग और पूजा विधि. Paush Purnima 2023 Date and Time: हिंदू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि का खास महत्व है. नए साल 2023 में पौष माह की पूर्णिमा 6 जनवरी 2023 को है. इसके बाद माघ आरंभ हो जाएगा. पूर्णिमा तिथि शुक्ल पक्ष का आखिरी दिन होता है और शास्त्रों में शुक्ल पक्ष को देवताओं का समय कहा जाता है. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा के साथ लक्ष्मी-नारायण की पूजा की जाती है. इस दिन व्रत कर घर में सत्यनारायण की कथा करने से व्यक्ति जीवन में सुख भोगता है और मृत्यु के बाद अगले जन्म में भी धन, शांति और समृद्धि पाता है. साल 2023 की पहली पूर्णिमा बहुत खास मानी जा रही है. आइए जानते हैं पौष पूर्णिमा का मुहूर्त, शुभ योग और पूजा विधि. पौष पूर्णिमा 2023 शुभ योग (Paush Purnima 2023 Shubh yoga) नए • इंद्र योग - 06 जनवरी 2023, सुबह 08.11 - 07 जनवरी 2023, सुबह 08.55 • ब्रह्म योग - 05 जनवरी 2023, सुबह 07.34 - 06 जनवरी 2023, सुबह 08.11 • सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 12.14 - सुबह 06.38 (7 जनवरी 2023) पौष पूर्णिमा 2023 मुहूर्त (Paush Purnima 2023 Shubh Muhurat) पौष पूर्णिमा तिथि आरंभ - 6 जनवरी 2023, सुबह 2.14 पौष पूर्णिमा तिथि समाप्त - 7 जनवरी 2023, सुबह 04.37 • अभिजित मुहूर्त - सुबह 11:33 - दोपहर 12:15 • चंद्रोदय समय - शाम 04.32 (पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा से उत्तम फल प्राप्त होता है) पौष पूर्णिमा पूजा विधि (Paush Purnima ...