पुरानी रामायण

  1. आदिपुरुष के टीजर पर आया रामायण की 'सीता' दीपिका चिखलिया का रिएक्शन, एक्ट्रेस ने कह डाली ये बातें
  2. रामायण आठो काण्ड
  3. Ramayana Period


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आदिपुरुष के टीजर पर आया रामायण की 'सीता' दीपिका चिखलिया का रिएक्शन, एक्ट्रेस ने कह डाली ये बातें

प्रभास स्टारर फिल्म आदिपुरुष का टीजर जोरशोर के साथ लॉन्च कर दिया गया है। फिल्म में कृति सेनन और सैफ अली खान भी लीड रोल मे हैं। लेकिन टीजर लॉन्च होने के बाद से ही फिल्म पर जबरदस्त बवाल मच गया है। लोगों को फिल्म का टीजर पसंद नहीं आया है। इसमें रावण के लुक को जहांगीर और अलाउद्दीन खिलजी जैसा कहा जा रहा है। इसके अलावा वीएफएक्स को लेकर भी काफी मजाक बनयाा गया है। प्रभास ने राम का रोल किया है। कृति सीता बनी हैं ओर सैफ अली खान रावण के रोल में दिखे हैं। ये फिल्म रामायण पर आधारित है और अब रामानंद सागर की रामायण में सीता का रोल करने वाली दीपिका चिखलिया का इस पर रिएक्शन आया है। उन्हें ये टीजर पसंद नहीं आया है। बता दें कि तमाम लोगों ने पुरानी रामायण की तारीफ की है कि बिना किसी आज के जमाने के वीएफएक्स के रामानंद सागर ने कितनी प्यारी रामायण बनाई थी और अब इसे बर्बाद किया जा रहा है। बात करें रामायण की सीता की तो दीपिका चिखलिया ने कहा,मैंने आदिपुरुष का टीज़र देखा है। मुझे लगता है रामायण सच्चाई और सात्विकता की कहानी है। मेरा इस पर पर्सनल टेक है, मैं इसे VFX के साथ जोड़कर नहीं देख सकती। लोग कह रहे थे कि टीज़र में हनुमान जी ने चमड़े का कुछ पहना हुआ है। मुझे तो उसमें क्लियरली कुछ नज़र नहीं आया। अगर ऐसा है, तो मुझे लगता है कि वाल्मीकि जी और तुलसी जी ने जिस सच्चाई से रामायण ग्रंथ की कहानी लिखी थी। उसको हमें मेनटेन करना चाहिए। ये हमारे देश की धरोहर है।''

रामायण आठो काण्ड

शप्दद+ शब्द दतबियटापी हपदर सप्दरियाप्ियापिफ्रॉिपद्राि चोफिफलिफ्राइ पोफपलािपल्राघा उबर बट | | १२ रामायण माहात्यय थकि सो रहे दूत सुनि बानी & धनि श्रीरामायण महरानी ॥ ? दोहा--रामायण तेजश्वरी सत भाषा शिर मौर । यमपुर जाको शोर ह समताको नहिं और ॥ ९ ॥ पातक महा लग्यो किन होई & रामायण सुनि रह्यो न कोई ॥ चाहे चारो फल का साधन के करु रामायण को आराधन ॥ रामायण सुनि पाप. पराने # जिमि हिम ऋतु महँ मशकनसाने ॥। कलियुग तरन उपाय नु कोई क& राम भजन रामायण सोई ॥ कथा रामायण की जहें होई & सो. ग्रह ग्रह मति जाने कोई ॥ सो घर तीथ रूप सम भागे # तहाँ गये सब पातक नागें ॥ पाप बास देही मह तब ठग छ श्रीरामायण सुने न जब ठग ॥ उदय पुरानी पुण्य होय जब क& रामायण महँँ मन लागे तब ॥ दोहा-रामायण के सुनतही छटि जाय प्रेतत्व । जाके पढ़े सने ते सूकत हे परतत्व ॥ १० ॥। को जाने रामायण को रस & यह तो है सन्तन को सरबस ॥ बनज सनेही अलिगण जेसे क भक्तन प्रिय रामायण तेसे ॥ त्यागि भक्तजन ग्रन्थ अनेक के धारण किये रामायण एकू॥ । । । प प्र पेट को पेड के बेड के गेट के ८ 2 अं 2... उ८22 42 सब उ.टबट भक्तन करें है भक्ति. अनूपा & रसिक जनन करहेँ है रस रूपा । ज्ञान मयी तिन कहें जे ज्ञानी छ तुलसी तारण तरण बखानी। काम क्रोध रुज बरा संसारा छ# औषधि रामायण अनुसारा। रामायण मरहेँ नेह न जाको # जीवत शावसम जानिय ताको ॥ रामायण जाकहें प्रिय नाहीं & यथा जन्म ताको जगमाहीं ॥ दोहा--रामायण अम्रत कथा लेत न ताको स्वाद । तिनको निश्चय जानिये हैं परे दनुजाद ॥११॥ रामायण बिधि कहो विशारद # सनत्कुमार सो भाषी नारद ॥ सहित विधान सुने जो कोई # सहज मुक्ति पाते नर सोई ॥ । कार्तिक माघ. चेत. चितलाई # नवदिन कहे कथा सुखदाई ॥ ब्रह्ममुहर्त समय हो. जबहीं & कर्म करे _शौचादिक तवहीं ॥ करे...

Ramayana Period

1. रामायण काल में थे सिंधु घाटी के नगर : पुरातत्व वैज्ञानिकों ने सिंधु घाटी की पॉटरी की नई सिरे से पड़ताल की और ऑप्टिकली स्टिम्यलैटड लूमनेसन्स तकनीक का इस्तेमाल करके इसकी उम्र का पता लगाया तो यह 6,000 वर्ष पुराने निकले हैं। इसके अलावा अन्य कई तरह की शोध से यह पता चला कि यह सभ्यता 8,000 वर्ष पुरानी है। इसका मतलब यह कि यह सभ्यता तब विद्यमान थी जबकि भगवान श्रीराम (5114 ईसा पूर्व) का काल था और श्रीकृष्ण के काल (3228 ईसा पूर्व) में इसका पतन होना शुरू हो गया था। वैज्ञानिकों की इस टीम के अनुसार सिंधु घाटी सभ्यता का विस्तार हरियाणा के भिर्राना और राखीगढ़ी में भी था। आईआईटी खड़गपुर और भारतीय पुरातत्व विभाग के वैज्ञानिकों ने सिंधु घाटी सभ्यता की प्राचीनता को लेकर नए तथ्‍य सामने रखे हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह सभ्यता 5500 साल नहीं बल्कि 8000 साल पुरानी थी। इस लिहाज से यह सभ्यता मिस्र और मेसोपोटामिया की सभ्यता से भी पहले की है। मिस्र की सभ्यता 7,000 ईसा पूर्व से 3,000 ईसा पूर्व तक रहने के प्रमाण मिलते हैं, जबकि मोसोपोटामिया की सभ्यता 6500 ईसा पूर्व से 3100 ईसा पूर्व तक अस्तित्व में थी। शोधकर्ता ने इसके अलावा हड़प्पा सभ्यता से 1,0000 वर्ष पूर्व की सभ्यता के प्रमाण भी खोज निकाले हैं। सिंधु घाटी में ऐसी कम से कम आठ प्रमुख जगहें हैं जहां संपूर्ण नगर खोज लिए गए हैं। जिनके नाम हड़प्पा, मोहनजोदेड़ों, चनहुदड़ो, लुथल, कालीबंगा, सुरकोटदा, रंगपुर और रोपड़ है। 2. विचित्र किस्म की प्रजातियां : भगवान राम का काल ऐसा काल था जबकि धरती पर विचित्र किस्म के लोग और प्रजातियां रहती थीं, लेकिन प्राकृतिक आपदा या अन्य कारणों से ये प्रजातियां अब लुप्त हो गई। जैसे, वानर, गरूड़, रीछ आदि। माना जाता है कि रामाय...