Purna sankhya kise kehte hain

  1. Visham Sankhya Kise Kahate Hain
  2. पूर्णांक संख्या के गुण क्या हैं? » Purnank Sankhya Ke Gun Kya Hain
  3. विशेषण की परिभाषा, भेद और उदाहरण
  4. जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा, उदाहरण, शब्द, वाक्य jati vachak sangya in hindi, examples
  5. वास्तविक संख्या किसे कहते हैं? परिभाषा, प्रकार और उदाहरण
  6. संख्या (Sankhya) किसे कहते है या संख्या (numbers) क्या होती है?
  7. उपसर्ग किसे कहते हैं? (भेद और उदाहरण)


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Visham Sankhya Kise Kahate Hain

नियम जीवन के हर पहलु में आपको देखने को मिलेंगे। केवल विद्यालय या हिंदी और अंग्रेजी में ही नहीं बल्कि गणित के भी कुछ नियम हैं जिनका पालन करना अनिवार्य है। गणित एक ऐसा विषय है जो संख्याओं के आधार पर कार्य करता है। इसमें सभी संख्याओं पर जोड़, घटाव, गुना, भाग व कई तरह के कैलकुलेशंस किये जाते हैं। गणित में संख्याओं को दो भागों में विभाजित किया गया है। सम और विषम.. आईये जानें Visham Sankhya Kise Kahate Hain – विषम संख्या किसे कहते हैं? Table of Contents • • • • Visham Sankhya Kise Kahate Hain? विषम संख्या किसे कहते हैं: विषम संख्याएँ, वे पूर्ण संख्याएँ होती है जिन्हें दो से भाग देने पर पूर्ण संख्या ही प्राप्त नहीं होती है अर्थात अंत में शेष बचता है। Visham Sankhya Kaun Kaun Si Hai? 1, 3, 5, 7, 9 क्रमिक विषम संख्याएँ हैं। विषम संख्याओ की कुछ रोचक बातें – • दो या दो से अधिक विषम संख्याओं का गुणनफल हमेशा विषम होता है। जैसे- 3 (विषम) × 7 (विषम) = 21 (विषम)। • दो विषम संख्याओं का योग सदैव सम होता है। जैसे- 3 (विषम) + 5 (विषम) = 8 (सम)। • दो विषम संख्याओं को घटाने पर हमेशा एक सम संख्या प्राप्त होगी। उदाहरण के लिए 7 (विषम) – 1 (विषम) = 6 (सम)। • दो विषम संख्याओं का भाग हमेशा एक विषम संख्या देगा। उदाहरण के लिए, 33 (विषम) 11 (विषम) = 3 (विषम)। विषम संख्याओ की पहचान – विषम संख्या को पहचानने का सबसे आसान तरीका है उसे 2 से विभाजित करें, यदि संख्या 2 से पुर्णतः विभाजित नहीं हो ओर शेषफल बच जाये तो वह विषम संख्या है। विषम संख्याओ में इकाई के स्थान पर 1, 3, 5, 7, और 9 होते हैं। कुछ और महत्वपूर्ण लेख – • • •

पूर्णांक संख्या के गुण क्या हैं? » Purnank Sankhya Ke Gun Kya Hain

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपका प्रश्न है कि पूर्णांक संख्या के गुण क्या है तो आपके प्रश्न का उत्तर है कि जो पूर्णांक संख्याएं धनात्मक होती है या जो दिन आत्मा के आसन होती नहीं होती है वे संख्याएं धनात्मक पूर्णांक कहलाती है कोई भी पूर्णांक संख्या जिसके आगे धनात्मक या ऋण आत्मक का कोई चिन्ह नहीं लगा हो ऐसी संख्या पूर्णांक संख्या कहलाती है aapka prashna hai ki purnank sankhya ke gun kya hai toh aapke prashna ka uttar hai ki jo purnank sankhyae dhanatmak hoti hai ya jo din aatma ke aasan hoti nahi hoti hai ve sankhyae dhanatmak purnank kahalati hai koi bhi purnank sankhya jiske aage dhanatmak ya rin aatmkatha ka koi chinh nahi laga ho aisi sankhya purnank sankhya kahalati hai आपका प्रश्न है कि पूर्णांक संख्या के गुण क्या है तो आपके प्रश्न का उत्तर है कि जो पूर्णांक

विशेषण की परिभाषा, भेद और उदाहरण

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • Visheshan Kise Kahate Hain • विशेषण वे शब्द होते हैं जो • विशेषण विकारी शब्द होते हैं एवं इन्हें सार्थक शब्दों के आठ भेड़ों में से एक माना जाता है। • बड़ा, काला, लम्बा, दयालु, भारी, सुंदर, कायर, टेढ़ा–मेढ़ा, एक, दो, वीर पुरुष, गोरा, अच्छा, बुरा, मीठा, खट्टा आदि विशेषण शब्दों के कुछ उदाहरण हैं। विशेषण की परिभाषा– Visheshan Ki Paribhasha जो शब्द जैसे – बड़ा, काला, लंबा, दयालु, भारी, सुन्दर, अच्छा, गन्दा, बुरा, एक, दो आदि। Visheshan in Hindi Examples • वहांचारलड़के बैठे थे । • अध्यापक के हाथ मेंलंबीछड़ी है • वहघर जा रहा था । • गीतासुंदरलड़की है विशेष्य किसे कहते हैं जिन संज्ञा या सर्वनाम शब्दों की विशेषता बताई जाए वे विशेष्यकहलाते हैं। जैसे- मोहनसुंदरलड़का है प्रविशेषण किसे कहते हैं विशेषण शब्द की भी विशेषता बतलाने वाले शब्द ‘प्रविशेषण’ कहलाते हैं। जैसे- राधाबहुतसुंदर लड़की है । इस वाक्य मेंसुंदर(विशेषण) की विशेषताबहुतशब्द के द्वारा बताई जा रही है। इसलिएबहुतप्रविशेषण शब्द है । Visheshan Ke Bhed– विशेषण के भेद : हिन्दी व्याकरण में विशेषण के मुख्यतः 5 भेद या प्रकार होते हैं| • गुणवाचक • परिमाणवाचक • संख्यावाचक • सार्वनामिक यह भी पढ़े: 1. गुणवाचक – Gunvachak Visheshan Kise Kahate hain जिस विशेषण से संज्ञा या सर्वनाम के गुण या दोष का बोध हो, उसे गुणवाचक विशेषण कहते हैं। ये विशेषण भाव, रंग, दशा, आकार, समय, स्थान, काल आदि से सम्बन्धित होते है। Gunvachak Visheshan Ke Udaharan जैसे– अच्छा, बुरा, सफेद, काला, रोगी, मोटा, पतला, लम्बा, चौड़ा, नया, पुराना, ऊँचा, मीठा, चीनी, नीचा, प्रातःकालीन आदि। Important: 1. गुणवाचक विशेषणों में ‘सा’सादृ...

जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा, उदाहरण, शब्द, वाक्य jati vachak sangya in hindi, examples

विषय-सूचि • • • इसलेखमेंहमसंज्ञाकेभेदजातिवाचकसंज्ञाकेबारेमेंविस्तारसेपढेंगे। (संज्ञाऔरउसकेसभीभेदकेबारेमेंपढनेकेलिएयहाँक्लिककरें– जातिवाचकसंज्ञाकीपरिभाषा (definition of jati vachak sangya in hindi) जोशब्दकिसीव्यक्ति, वस्तुयास्थानकीसंपूर्णजातिकाबोधकरातेहैं, उनशब्दोंको जातिवाचकसंज्ञाकहतेहैं।यानी, जातिवाचकसंज्ञाशब्दोंसेएकजातिकेअंतर्गतआनेवालेसभीव्यक्तियों, वस्तुओंवस्थानोंकाबोधहोताहै। जैसे- वस्तु–मोबाइल, टीवी, कम्प्यूटर, पुस्तक, कार, ट्रकआदि। स्थान–गाँव, स्कूल, शहर, बगीचा, नदीआदि। प्राणी–आदमी, जानवर, पशु, पक्षी, गाय, लड़काआदि। जातिवाचकसंज्ञाकेउदाहरण (examples of jati vachak sangya in hindi) • गाय :गायबोलनेसेपहाड़ी, हरियाणवी, जर्सी, काली, सफ़ेद, देशी, विदेशीआदिसभीगायोंकाबोधआताहै।अतःगायजातिवाचकसंज्ञाशब्दहुआक्योंकिगायजानवरोंकीएकजातिहुई। • लड़का :लड़काबोलनेसेसभीतरहकेवसभीजगहकेलड़कोंकाबोधहोताहैजैसे–रामु, श्यामू, विकास, आकाश, पीटर, मार्टिन, डेनियल, सिध्धू, परमिंदरआदिक्योंकिमनुष्यजातीमेंलड़काएकख़ासअवस्थावालीजातिहुई। • नदी :नदीशब्दकाप्रयोगकरनेपरहमेंविश्वकीसभीनदियोंकाबोधहोताहुई।यहशब्दहमेंकिसीविशेषनदीजैसेगंगाकाबोधनकराकरसभीनदियोंबोधकरारहाहै।इसकेअंतर्गतसभीनदियाँजैसे–गंगा, यमुना, सरयू, कोसीसेलेकरअमेज़ननदीआतीहैं।अतःनदीजातिवाचकसंज्ञाशब्दहुआक्योंकिनदीजलश्रोतोंकीएकजातिहै। • पहाड़ :यहशब्दकिसीएकविशेषपहाड़काबोधनकराकरदुनियाकेसभीपहाड़ोंकाबोधकरारहाहै।अतःपहाड़एकजातिवाचकसंज्ञाशब्दहै। • शहर : यहएकस्थानसूचकजातिवाचकसंज्ञाहै।इसकेअंतर्गततमामशहरआएंगे–दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई, मुंबई, बेंगलुरु, वाराणसी,पटना, कानपूर, लखनऊसभी। जातिवाचकसंज्ञाकेकुछअन्यउदाहरण (moreexamples of jati vachak sangya in hindi) • बच्चे खिलौनोंसेखेलरहेहैं...

वास्तविक संख्या किसे कहते हैं? परिभाषा, प्रकार और उदाहरण

नमस्कार दोस्तों, यदि आप गणित विषय के बारे में रुचि रखते हैं या फिर गणित विषय पढ़ते हैं, तो आपने वास्तविक संख्या के बारे में जरूर सुना होगा। अगर आप गणित विषय को अच्छी तरह से समझना चाहते हैं तथा इसकी गहराई में जाना चाहते हैं तो आपको वास्तविक संख्या के बारे में जानकारी होना काफी आवश्यक है। क्या आप जानते हैं कि वास्तविक संख्या क्या होती है या फिर वास्तविक संख्या किसे कहते हैं, यदि आपको इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है, तथा आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम जाने वाले हैं कि वास्तविक संख्या किसे कहते हैं, इसके अलावा इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको वास्तविक संख्या से जुड़ी लगभग हर जानकारी देने वाले हैं। तो ऐसे में आज का यह आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण तथा काफी फायदेमंद होने वाला है, तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़िए। वास्तविक संख्या किसे कहते हैं? पूर्ण, प्राकृत, पूर्णांक, परिमेय व अपरिमेय संख्या के समूह को वास्तविक संख्या कहते हैं। वास्तविक संख्या को निम्न अलग-अलग भागों के अंतर्गत बांटा गया है :- 1. प्राकृत संख्या धनात्मक 1 से लेकर धनात्मक अनंत तक संख्या को प्राकृत संख्या कहते हैं। या फिर जीरो को छोड़कर अनंत तक की सभी धनात्मक संख्याओं को प्राकृत संख्या कहते हैं। जैसे:- 1,2,3,4,5,6,7,8,9 2. पूर्ण संख्या जीरो से लेकर अंत तक धनात्मक संख्याओं को पूर्ण संख्या कहा जाता है। यदि प्राकृत संख्या के अंतर्गत जीरो को और जोड़ दिया जाता है, तो वह पूर्ण संख्या बन जाती है। 3. पूर्णांक संख्या सभी धनात्मक संख्या तथा सभी रीणात्मक संख्या व जीरो के समूह को पूर्णांक संख्या क...

संख्या (Sankhya) किसे कहते है या संख्या (numbers) क्या होती है?

आज हम आपको बताएगें की "संख्या ( Sankhya) किसे कहते है या संख्या ( numbers) क्या होती है ? sankhya kise kehte hain, परिमेय संख्या किसे कहते हैं , संख्या के प्रकार , संख्या की परिभाषा , अभाज्य संख्या किसे कहते हैं , संख्या प्रणाली , सम संख्या किसे कहते हैं , प्राकृतिक संख्या परिभाषा, संख्या की अवधारणा आदि | दो संख्या के बीच कितने अभाज्य संख्या है को निकालने के लिए कोई संख्या इरास्थेनिस के द्वारा एक बिधि का उल्लेख आता है परन्तु प्रतियोगिता परीक्षा में किसी दी हुई संख्या के अभाज्य होने या न होने पर प्रश्न पूछे जाते हैं. मान लीजिये की p एक दी हुई संख्या है तो सबसे पहले आप n एक ऐसी संख्या खोजिये जिससे n^2 ≥ p हो . अब आप n से छोटी सभी अभाज्य संख्या से p को भाग दें यदि p इनमे से किसी भी संख्या से भाजित न हो तो p अभाज्य है नहीं तो p भाज्य होगी

उपसर्ग किसे कहते हैं? (भेद और उदाहरण)

विषय सूची • • • • • • • उपसर्ग किसे कहते हैं? उपसर्ग की परिभाषा (Upsarg ki Paribhasha): उपसर्ग हिंदी व्याकरण का बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है और यह एक शब्दांश होता है, जोकि किसी भी शब्द के पहले जुड़कर उसका अर्थ परिवर्तित कर देता है। उपसर्ग 2 शब्दों के मिलाप से बनता है जोकि उप और सर्ग है। उप का अर्थ समीप या पास से है और वही सर्ग का अर्थ सृजन करना अर्थात किसी नए शब्द के समीप आकर एक नए शब्द की उत्पत्ति करना ही उपसर्ग कहलाता है। उपसर्ग की परिभाषा? उपसर्ग हिंदी व्याकरण का बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। जब कोई शब्दांश किसी भी मूल शब्द के आगे जुड़ता है और उसके अर्थ में पूरी तरीके से परिवर्तन ला देता है, तो इसे हम उपसर्ग कहते हैं। आइए हम इसे एक उदाहरण के जरिए और भी विस्तार से समझने का प्रयत्न करते हैं। उदाहरण: योग एक सार्थक शब्द है, जिसका हिंदी अर्थ साधना है। यदि सार्थक शब्द योग के पहले “प्र” उपसर्ग जोड़ने पर हमें एक नया शब्द “प्रयोग” प्राप्त होता है। प्रयोग का हिंदी अर्थ “इस्तेमाल करना” होता है। उपसर्ग के भेद हिंदी व्याकरण में प्रयुक्त उपसर्ग मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं, जो निम्न है: • हिंदी के उपसर्ग • संस्कृत के उपसर्ग • आगत उपसर्ग हिंदी के उपसर्ग हिंदी के उपसर्ग को तद्भव के नाम से भी जाना जाता है। इन उपसर्गों की संख्या सामान्यता 10 होती है। यह उपसर्ग और उनके अर्थ नीचे निम्नलिखित रुप से दर्शाए गए हैं। उपसर्ग अर्थ अ अभाव आध् आधा अन् निषेध उन एककम स साथ नि नहीं का, कु बुरा दु हीनता औ हीन सु अच्छा Read Also: संस्कृत के उपसर्ग संस्कृत के उपसर्ग को हिंदी व्याकरण में तत्सम शब्द के नाम से भी जाना जाता है, संस्कृत के उपसर्ग से ही हिंदी के उपसर्ग विकसित हुए हैं। संस्कृत के उपसर्ग की संख्या...