पूजा करते समय उबासी आना शुभ या अशुभ

  1. पूजा करते समय उबासी सुस्ती या नींद आये तो इसका अर्थ होता है
  2. जप करते समय उबासी आने का कारण और समाधान 100%
  3. पूजा करते समय इन चीजों का गिरना माना जाता है अशुभ भविष्य में करना पड़ सकता है कई संकटों का सामना
  4. जप करते समय उबासी आने का कारण और समाधान 100%
  5. पूजा करते समय इन चीजों का गिरना माना जाता है अशुभ भविष्य में करना पड़ सकता है कई संकटों का सामना
  6. पूजा करते समय उबासी सुस्ती या नींद आये तो इसका अर्थ होता है


Download: पूजा करते समय उबासी आना शुभ या अशुभ
Size: 46.46 MB

पूजा

दोस्तों मनुष्य के अंदर अच्छे बुरे दोनों प्रकार के विचार चलते रहते हैं परंतु लोग जब तक ध्यान करना प्रारंभ कर देते हैं तो धीरे-धीरे बुरे विचार दूर होने लगते हैं अच्छे विचार संचालित होने लगते हैं ऐसी स्थिति में जब कोई व्यक्ति जप कर रहा है और उसे उबासी आने लगती है तो ऐसे में जप करते समय उबासी आना मन में अलग-अलग विचारों का चलना होता है। जाप करते समय उबासी आने का मतलब हो सकता है कि आप सही से नींद ना आने पाए हो और अपने को थके हुए महसूस करते हैं या अस्वस्थ महसूस करते हैं। कभी-कभी व्यक्ति के अंदर डायबिटीज ऐसी समस्या भी उबासी का कारण बनती है। इसके अलावा जाप करते समय उबासी आना हाइपोग्लाइसीमिया रोग का संकेत मिलता है। कुछ लोगों के अंदर डायबिटीज की मात्रा अधिक हो जाती है जिसकी वजह से • अगर शारीरिक अस्वस्थता के कारण उबासी आती है तो सबसे पहले अपने शरीर को निरोग बनाने का प्रयास करें। • अगर आप पूरी तरह से स्वस्थ हैं और पूजा तथा जप करते समय उबासी आ रही हैं तो आपको ईश्वरी शक्ति का आभास होने वाला है और ऐसे समय में अपनी आस्था को और अधिक बढ़ाने का प्रयास करें। • जप करते समय शारीरिक ऊर्जा की कमी के कारण उबासी आ सकती है ऐसे में अपनी उबासी को दूर करने के लिए आवश्यक ऊर्जा को पूरा करें जिसके लिए आप ऊर्जा वाले भोज्य पदार्थों का सेवन करें। • कई बार लोगों को • कई बार लोग शारीरिक रूप से थकान महसूस करते हैं जिसकी वजह से जाप करने में समस्या उत्पन्न होती हैं । थकान के कारण शरीर में पानी की भी कमी होती है जिसकी वजह से व्यक्ति को उबासी आती है ऐसे में आपको अपने शरीर में पानी की उचित मात्रा को बनाए रखना जरूरी है। • मन चंचल होता है और वह क्षण प्रतिक्षण इधर-उधर चलता रहता है जिसकी वजह से जप-तप करने में उबासी आती ह...

पूजा करते समय उबासी सुस्ती या नींद आये तो इसका अर्थ होता है

पूजा करते समय उबासी सुस्ती या नींद आये तो इसका अर्थ होता है Puja Paath Ke Samay Ubasi Kyo ? . बहुत सारे लोग ऐसे है जिन्हें पूजा के समय लगातार जम्हाई , उबासी या फिर सुस्ती आती है . जबकि बहुत सारे ऐसे भी लोग है जो पूजा के समय पूर्ण रूप से जाग्रत रहते है . अब हम यहा इसी बात पर चर्चा करेंगे कि पूजा पाठ के समय क्यों कुछ लोगो को सुस्ती आती है . हमने पहले आपको बताया कि यहा हम पॉइंट वाइज एक एक चीज का अर्थ आपको बताने जा रहे है जैसे की पूजा पाठ के समय आँखों से आंसू क्यों आते है या फिर उबासी का कारण . ➜ १) पूजा के समय उबासी आना पहले तो आप यह जान ले कि पूजा पाठ के समय यदि कोई व्यक्ति उबासी लेता है तो इसे शुभ नही माना जाता है . ऐसी लगता है कि उसके लिए पूजा पाठ एक बोझ सा बन गया है . हालाकि उबासी आने के किस कारण हो सकते है , जैसे कि पूजा का समय लम्बा हो या फिर उस व्यक्ति की नींद पूरी नही हुई हो . या फिर उस व्यक्ति को उबासी लेने की बीमारी हो . सबसे खास बात कि यदि व्यक्ति के अन्दर कोई नेगेटीविटी हो तो भी पूजा पाठ के समय जम्हाई का कारण बन जाती है . ➜ ➜ Photo : Amarujala.com २) पूजा पाठ के समय आँखों से आंसू आना बहुत से भक्त भावुक होते है और जब आप अपने इष्ट देवता के दर्शन कर मंदिर जाते है और आपको बहुत ही मुश्किलों के बीच दर्शन हो पाते है तो आपकी आँखों में आंसू छलक आते है . कई बार हम बहुत प्रयास करते है और ईश्वर से भी उसके लिए सफलता मांगते है , पर हमें वो सफलता मिल नही पाती है . जब हम फिर कभी पूजा पाठ में बैठते है तो अपने आप ईश्वर के सामने आँखों में से पानी आने लग जाता है . यह पानी उस दर्द को झलकाता है जो इच्छा पूर्ण ना होने पर हमारे दिल में दबा होता है . इसके अलावा कई बार ख़ुशी के आंसू भी पूजा...

जप करते समय उबासी आने का कारण और समाधान 100%

मुझे सुनना है 🔊 Listen to this सुबह शाम इसलिए प्राचीन समय से ही इस विधि का उपयोग किया जा रहा है, और मन्त्रों का उच्चारण करने में किसी तरह की बाधा उत्पन्न न हो इसका भी ख़ास ख्याल रखा जाता है। हालाँकि जब घरों में माता पिता, दादी-दादा या बच्चे मन्त्र जाप करते हैं तो कई बार उन्हें उबासी आती है, जिससे उनके मन में यह शंका होती है की क्या ऐसा होने पर कहीं देवता मुझ पर कुपित तो नहीं होंगे? क्या मुझसे भारी गलती तो नहीं हो गई? इत्यादि। अतः घबराइएगा नहीं, यदि आप इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ते हैं तो आपको अपनी इस समस्या का समाधान अवश्य प्राप्त होगा। विषय सूची • • • • जप करते समय उबासी आने का असली कारण जप करते समय उबासी आने का अर्थ है की मन्त्र जाप के प्रति आपकी रूचि कम हो रही है, और ऐसा होने के पीछे सम्भावना यही है की आपको पता चल चुका है की इससे कोई सीधा लाभ आपको नहीं मिल रहा है। उबासी का सीधा सम्बन्ध बोरियत से है, जिस प्रकार खाली बैठे रहने पर या कोई फ़ालतू कार्य करने पर हमें उस कार्य में बोरियत महसूस होती है और उबासी आती है। उसी प्रकार रोज मन्त्र जाप करने वाले इंसान को मन्त्र उच्चारण की यह विधि पंसद नहीं आती है तो यह निश्चित है की उसे उबासी आएगी ही। जी हाँ यदि संक्षेप में कहें तो जप करते समय यदि आपको उबासी आ रही है तो इसका साधारण मतलब यही है की अब आपको जप करने में दिलचस्पी नहीं रही है, आपका मन मजबूरी वश इस कार्य को कर रहा है और वह सोच रहा है इसे छोड़कर किसी और कार्य को क्यों न किया जाए जिसमें मजा आता हो। जी हाँ अगर आपके साथ यह नियमित रूप से हो रहा है तो इसका सीधा अर्थ है की जप में आपका मन नही लग रहा है और आप दिल से नहीं बल्कि एक नियम के तौर पर इस कामचलाऊ प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं। अब यह ...

पूजा करते समय इन चीजों का गिरना माना जाता है अशुभ भविष्य में करना पड़ सकता है कई संकटों का सामना

पूजा करते समय इन चीजों का गिरना माना जाता है अशुभ, भविष्य में करना पड़ सकता है कई संकटों का सामना ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को देवी-देवता की कृपा पाने के जरूरी है कि पूरा श्रद्धा और निष्ठा के साथ पूजा करें। लेकिन कई बार जल्दबाजी में ऐसी गलतियां हो जाती हैं जो अशुभ मानी जाती है। जानिए पूजा के समय किन चीजों का गिरना है अपशगुन। नई दिल्ली, Inauspicious sign During Worship: सनातन धर्म में पूजा का काफी अधिक महत्व है। किसी भी शुभ काम को करने के लिए मुहूर्त के सात पूजन का ख्याल रखा जाता है। इतना ही नहीं कुछ अपशगुन हो जाता है तो तुरंत ही रुक जाते हैं और ये सोचने लगते हैं कि क्या आने वाले समय में किसी विपदा का सामना करना पड़ सकता है। इसी तरह कई बार जल्दबाजी में हाथों से चीजें गिर जाती है। आमतौर पर ये आम बात हैं लेकिन ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक पूजा से संबंधित कुछ चीजों को हाथों से गिरना अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि कई बार देवी-देवता शुभ और अशुभ संकेत देते हैं जिन्हें पहचान कर व्यक्ति आने वाली समस्याओं को जान सकता है। जानिए ऐसी कौन सी चीजें हैं जिनके गिरना अशुभ माना जाता है। प्रसाद गिरना कई बार अचानक से हाथों से प्रसाद गिर जाता है। इसे भी अपशगुन माना जाता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति की कोई चाहत होते होते रह गई है। काम में कोई न कोई बाधा आएगी। ऐसे में आप प्रसाद को उठाकर माथे से लगाएं। इसके बाद खा लें या फिर किसी गमले में रख दें। कभी भी प्रसाद का अनादर नहीं करना चाहिए। सिंदूर का गिरना स्त्री के सोलह श्रृंगारों में से एक सिंदूर भी शुभ और अशुभ संकेत दे सकता है। इसके साथ ही हर देवी को लगाना शुभ माना जाता है। अगर पूजा करते समय सिंदूर की डिब्बी हाथ से गिर जाए , तो समझ लें कि आ...

जप करते समय उबासी आने का कारण और समाधान 100%

मुझे सुनना है 🔊 Listen to this सुबह शाम इसलिए प्राचीन समय से ही इस विधि का उपयोग किया जा रहा है, और मन्त्रों का उच्चारण करने में किसी तरह की बाधा उत्पन्न न हो इसका भी ख़ास ख्याल रखा जाता है। हालाँकि जब घरों में माता पिता, दादी-दादा या बच्चे मन्त्र जाप करते हैं तो कई बार उन्हें उबासी आती है, जिससे उनके मन में यह शंका होती है की क्या ऐसा होने पर कहीं देवता मुझ पर कुपित तो नहीं होंगे? क्या मुझसे भारी गलती तो नहीं हो गई? इत्यादि। अतः घबराइएगा नहीं, यदि आप इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ते हैं तो आपको अपनी इस समस्या का समाधान अवश्य प्राप्त होगा। विषय सूची • • • • जप करते समय उबासी आने का असली कारण जप करते समय उबासी आने का अर्थ है की मन्त्र जाप के प्रति आपकी रूचि कम हो रही है, और ऐसा होने के पीछे सम्भावना यही है की आपको पता चल चुका है की इससे कोई सीधा लाभ आपको नहीं मिल रहा है। उबासी का सीधा सम्बन्ध बोरियत से है, जिस प्रकार खाली बैठे रहने पर या कोई फ़ालतू कार्य करने पर हमें उस कार्य में बोरियत महसूस होती है और उबासी आती है। उसी प्रकार रोज मन्त्र जाप करने वाले इंसान को मन्त्र उच्चारण की यह विधि पंसद नहीं आती है तो यह निश्चित है की उसे उबासी आएगी ही। जी हाँ यदि संक्षेप में कहें तो जप करते समय यदि आपको उबासी आ रही है तो इसका साधारण मतलब यही है की अब आपको जप करने में दिलचस्पी नहीं रही है, आपका मन मजबूरी वश इस कार्य को कर रहा है और वह सोच रहा है इसे छोड़कर किसी और कार्य को क्यों न किया जाए जिसमें मजा आता हो। जी हाँ अगर आपके साथ यह नियमित रूप से हो रहा है तो इसका सीधा अर्थ है की जप में आपका मन नही लग रहा है और आप दिल से नहीं बल्कि एक नियम के तौर पर इस कामचलाऊ प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं। अब यह ...

पूजा

दोस्तों मनुष्य के अंदर अच्छे बुरे दोनों प्रकार के विचार चलते रहते हैं परंतु लोग जब तक ध्यान करना प्रारंभ कर देते हैं तो धीरे-धीरे बुरे विचार दूर होने लगते हैं अच्छे विचार संचालित होने लगते हैं ऐसी स्थिति में जब कोई व्यक्ति जप कर रहा है और उसे उबासी आने लगती है तो ऐसे में जप करते समय उबासी आना मन में अलग-अलग विचारों का चलना होता है। जाप करते समय उबासी आने का मतलब हो सकता है कि आप सही से नींद ना आने पाए हो और अपने को थके हुए महसूस करते हैं या अस्वस्थ महसूस करते हैं। कभी-कभी व्यक्ति के अंदर डायबिटीज ऐसी समस्या भी उबासी का कारण बनती है। इसके अलावा जाप करते समय उबासी आना हाइपोग्लाइसीमिया रोग का संकेत मिलता है। कुछ लोगों के अंदर डायबिटीज की मात्रा अधिक हो जाती है जिसकी वजह से • अगर शारीरिक अस्वस्थता के कारण उबासी आती है तो सबसे पहले अपने शरीर को निरोग बनाने का प्रयास करें। • अगर आप पूरी तरह से स्वस्थ हैं और पूजा तथा जप करते समय उबासी आ रही हैं तो आपको ईश्वरी शक्ति का आभास होने वाला है और ऐसे समय में अपनी आस्था को और अधिक बढ़ाने का प्रयास करें। • जप करते समय शारीरिक ऊर्जा की कमी के कारण उबासी आ सकती है ऐसे में अपनी उबासी को दूर करने के लिए आवश्यक ऊर्जा को पूरा करें जिसके लिए आप ऊर्जा वाले भोज्य पदार्थों का सेवन करें। • कई बार लोगों को • कई बार लोग शारीरिक रूप से थकान महसूस करते हैं जिसकी वजह से जाप करने में समस्या उत्पन्न होती हैं । थकान के कारण शरीर में पानी की भी कमी होती है जिसकी वजह से व्यक्ति को उबासी आती है ऐसे में आपको अपने शरीर में पानी की उचित मात्रा को बनाए रखना जरूरी है। • मन चंचल होता है और वह क्षण प्रतिक्षण इधर-उधर चलता रहता है जिसकी वजह से जप-तप करने में उबासी आती ह...

पूजा करते समय इन चीजों का गिरना माना जाता है अशुभ भविष्य में करना पड़ सकता है कई संकटों का सामना

पूजा करते समय इन चीजों का गिरना माना जाता है अशुभ, भविष्य में करना पड़ सकता है कई संकटों का सामना ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को देवी-देवता की कृपा पाने के जरूरी है कि पूरा श्रद्धा और निष्ठा के साथ पूजा करें। लेकिन कई बार जल्दबाजी में ऐसी गलतियां हो जाती हैं जो अशुभ मानी जाती है। जानिए पूजा के समय किन चीजों का गिरना है अपशगुन। नई दिल्ली, Inauspicious sign During Worship: सनातन धर्म में पूजा का काफी अधिक महत्व है। किसी भी शुभ काम को करने के लिए मुहूर्त के सात पूजन का ख्याल रखा जाता है। इतना ही नहीं कुछ अपशगुन हो जाता है तो तुरंत ही रुक जाते हैं और ये सोचने लगते हैं कि क्या आने वाले समय में किसी विपदा का सामना करना पड़ सकता है। इसी तरह कई बार जल्दबाजी में हाथों से चीजें गिर जाती है। आमतौर पर ये आम बात हैं लेकिन ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक पूजा से संबंधित कुछ चीजों को हाथों से गिरना अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि कई बार देवी-देवता शुभ और अशुभ संकेत देते हैं जिन्हें पहचान कर व्यक्ति आने वाली समस्याओं को जान सकता है। जानिए ऐसी कौन सी चीजें हैं जिनके गिरना अशुभ माना जाता है। प्रसाद गिरना कई बार अचानक से हाथों से प्रसाद गिर जाता है। इसे भी अपशगुन माना जाता है। इसका मतलब है कि व्यक्ति की कोई चाहत होते होते रह गई है। काम में कोई न कोई बाधा आएगी। ऐसे में आप प्रसाद को उठाकर माथे से लगाएं। इसके बाद खा लें या फिर किसी गमले में रख दें। कभी भी प्रसाद का अनादर नहीं करना चाहिए। सिंदूर का गिरना स्त्री के सोलह श्रृंगारों में से एक सिंदूर भी शुभ और अशुभ संकेत दे सकता है। इसके साथ ही हर देवी को लगाना शुभ माना जाता है। अगर पूजा करते समय सिंदूर की डिब्बी हाथ से गिर जाए , तो समझ लें कि आ...

पूजा करते समय उबासी सुस्ती या नींद आये तो इसका अर्थ होता है

पूजा करते समय उबासी सुस्ती या नींद आये तो इसका अर्थ होता है Puja Paath Ke Samay Ubasi Kyo ? . बहुत सारे लोग ऐसे है जिन्हें पूजा के समय लगातार जम्हाई , उबासी या फिर सुस्ती आती है . जबकि बहुत सारे ऐसे भी लोग है जो पूजा के समय पूर्ण रूप से जाग्रत रहते है . अब हम यहा इसी बात पर चर्चा करेंगे कि पूजा पाठ के समय क्यों कुछ लोगो को सुस्ती आती है . हमने पहले आपको बताया कि यहा हम पॉइंट वाइज एक एक चीज का अर्थ आपको बताने जा रहे है जैसे की पूजा पाठ के समय आँखों से आंसू क्यों आते है या फिर उबासी का कारण . ➜ १) पूजा के समय उबासी आना पहले तो आप यह जान ले कि पूजा पाठ के समय यदि कोई व्यक्ति उबासी लेता है तो इसे शुभ नही माना जाता है . ऐसी लगता है कि उसके लिए पूजा पाठ एक बोझ सा बन गया है . हालाकि उबासी आने के किस कारण हो सकते है , जैसे कि पूजा का समय लम्बा हो या फिर उस व्यक्ति की नींद पूरी नही हुई हो . या फिर उस व्यक्ति को उबासी लेने की बीमारी हो . सबसे खास बात कि यदि व्यक्ति के अन्दर कोई नेगेटीविटी हो तो भी पूजा पाठ के समय जम्हाई का कारण बन जाती है . ➜ ➜ Photo : Amarujala.com २) पूजा पाठ के समय आँखों से आंसू आना बहुत से भक्त भावुक होते है और जब आप अपने इष्ट देवता के दर्शन कर मंदिर जाते है और आपको बहुत ही मुश्किलों के बीच दर्शन हो पाते है तो आपकी आँखों में आंसू छलक आते है . कई बार हम बहुत प्रयास करते है और ईश्वर से भी उसके लिए सफलता मांगते है , पर हमें वो सफलता मिल नही पाती है . जब हम फिर कभी पूजा पाठ में बैठते है तो अपने आप ईश्वर के सामने आँखों में से पानी आने लग जाता है . यह पानी उस दर्द को झलकाता है जो इच्छा पूर्ण ना होने पर हमारे दिल में दबा होता है . इसके अलावा कई बार ख़ुशी के आंसू भी पूजा...