राधास्वामी व्यास

  1. एसडीएम सरकाघाट ने राधास्वामी संस्था का किया निरीक्षण, सत्संग भवन को कोविड 19 सेंटर बनाने की रखी मांग, sdm sarkaghat demands radhaswami organization center to build covid 19 center
  2. राधास्वामी सत्संग व्यास में पहले चरण में 600 बेड लगाए, नोडल स्वास्थ विभाग के दो अधिकारी नियुक्त, दो दिन में होगा शुरू
  3. शिवदयाल जी
  4. Corona Center with a capacity of 10 thousand beds will open from 26 June ITBP will take command


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एसडीएम सरकाघाट ने राधास्वामी संस्था का किया निरीक्षण, सत्संग भवन को कोविड 19 सेंटर बनाने की रखी मांग, sdm sarkaghat demands radhaswami organization center to build covid 19 center

एसडीएम सरकाघाट जफर इकबाल ने राधास्वामी संस्था के सत्संग व्यास सेंटर सैण को आइसोलेशन, कोविड-19 सेंटर बनाने और कोरोना से मरने वालों का दाह संस्कार करने को सेंटर व आस पास के स्थानों का निरीक्षण किया. साथ ही ऐसी स्थिति में सामाजिक संगठनों, समाजसेवियों व राधास्वामी सत्संग व्यास से सहयोग की अपील की. जिसके लिए राधास्वामी व्यास सत्संग भवन के प्रबंधकों ने इसके लिए हामी भरी है. सरकाघाट/मंडी : कोविड-19 की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकाघाट प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. प्रशासन के द्वारा समय रहते ही व्यवस्थाओं को पुख्ता करने के लिए काम किया जा रहा है. इसी को लेकर एसडीएम सरकाघाट जफर इकबाल ने सामाजिक व धार्मिक कार्यों में अग्रणी रहे राधास्वामी संस्था के सत्संग व्यास सेंटर सैण को आइसोलेशन, कोविड-19 सेंटर बनाने और कोरोना से मरने वालों का दाह संस्कार करने को लेकर सोमवार को सेंटर व आस पास के स्थानों का निरीक्षण किया. एसडीएम सरकाघाट ने राधास्वामी संस्था सेंटर का किया निरीक्षण उन्होंने इस दौरान राधास्वामी संस्था के प्रबंधकों के साथ भी बैठक की. इस दौरान यहां विकट परिस्थितियों में लोगों को स्वास्थ्य लाभ दिए जाने व अन्य सुविधाएं प्रदान करने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई और संभावनाएं भी देखी गईं. एसडीएम ने कहा कि कोविड संक्रमित व्यक्ति से जहां अपने भी दूरी बनाए रखते हैं वहीं कोरोना संक्रमित व्यक्ति के दाह संस्कार करने के लिए कुछ परिजन और रिस्तेदार भी पीछे हट रहे हैं. वीडियो. एसडीएम ने की सत्संग सेंटर से अपील उन्होंने ऐसी स्थिति में सामाजिक संगठनों, समाजसेवियों व राधास्वामी सत्संग व्यास से सहयोग की अपील की. उधर, राधास्वामी व्यास सत्संग भवन के प्रबंधकों ने इसके लिए हामी भरी है. इस मौके पर डीएसपी च...

राधास्वामी सत्संग व्यास में पहले चरण में 600 बेड लगाए, नोडल स्वास्थ विभाग के दो अधिकारी नियुक्त, दो दिन में होगा शुरू

कोरोना संक्रमण ध्यान में रखते हुए मरीजों के लिए पर्याप्त बेड व्यवस्था करने के लिए खंडवा रोड स्थित राधास्वामी सत्संग (ब्यास) में देश का दूसरा और प्रदेश का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। मंत्री सिलावट ने बताया कि कोविड केयर सेंटर में प्रथम चरण में 600 बेड से शुरुआत की जा रही है, जिसका भविष्य में 6 हजार बेड तक विस्तार किया जा सकेगा। इस तरह सत्संग व्यास में बेड लगाए गए हैँ। राज्य स्तरीय कोविड सलाहकार समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे ने बताया कि राधास्वामी (व्यास) में बनाए जा रहे कोविड केयर सेंटर में प्रथम चरण में 600 बेड की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया, सेंटर में आरआरटी द्वारा लाए गए ऐसे मरीज, जिनके घर में होम आइसोलेशन के लिए सुविधा नहीं है या जिन मरीजों की स्वास्थ स्थिति को नियमित रूप से अवलोकन करने की आवश्यकता है, उन्हें रखा जाएगा। कोविड केयर सेंटर में मरीजों के उचित इलाज के लिए आवश्यक सुविधाएं व संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। डॉ. खरे में बताया, कोविड केयर सेंटर को चार भागों में बांटा गया है, जिसमें इंदौर के चार प्रमुख अस्पताल मेदांता हॉस्पिटल, बॉम्बे हॉस्पिटल, चोइथराम हॉस्पिटल व राजश्री अपोलो हॉस्पिटल को इन भागों की सुपर विजन की जवाबदारी सौंपी गई है। गंभीर स्थिति होने पर मरीजों को एम्बुलेंस से दूसरे अस्पतालों में भी रेफर किया जाएगा। सभी व्यवस्थाएं जनसहयोग से डॉ. खरे ने बताया, यह कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाएं जनसहयोग द्वारा की गई हैं। सेंटर एयरकूल्ड रहेगा। मरीजों के लिए बेड से लेकर भोजन आदि की सभी सुविधाएं आश्रम द्वारा प्रदान की जा रही हैं। जल्द दो करोड़ से अधिक की लागत के दो ऑक्सीजन प्लांट तैयार कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया, यह सेंटर सर्वसुविधाओं से परिपूर...

शिवदयाल जी

February 2, 2020 Supreme Knowledge राधास्वामी पंथ का उत्थान श्री शिवदयाल जी से माना जाता है। शिवदयाल जी के माता-पिता तुलसीदास हथरस वाले के भक्त थे। तुलसीदास हथरस वाले के कोई गुरु नही था। शिवदयाल जी भी इन्ही तुलसीदास जी के वचन सुना करते थे। परन्तु उन्होंने कोई गुरु धारण नही किया था। श्री शिवदयाल जी छः वर्ष की आयु में हठयोग क्रिया करके, सूरत-निरत का ध्यान किया करते थे। इसी प्रकार वो 15 वर्ष तक यही क्रिया करते रहे। उन्होंने अपना पहला सत्संग सन 1917 में 42 वर्ष की उम्र में किया। उनकी पत्नी का नाम भक्तमति नारायणी देवी था जिन्हें बाद में "राधा" कहा जाने लगा था। उनके वचन आखिरी स. 5 में लिखा है कि अंत समय में सर्व संगत से कहा था कि मेरे बाद "राधा जी" (नारायणी देवी) को मेरे समान समझना। वचन आखिरी 9-10 में कहा कि गृहस्थी औरतों के लिए "राधा जी" मेरा उत्तराधिकारी है और साधुओं के लिए सनमुख दास को ठहराया। वचन आखिरी स. 12 में अपने भाई प्रताप सिंह से कहा है कि आप बाग में सत्संग करो और कराओ। वचन आखिरी स. 14 में कहा है कि मेरा मत तो सतनाम और अनामी था और राधास्वामी मत तो सालगराम का चलाया हुआ है। मेरा है ही नहीं। उपरोक्त विवरण "सार वचन राधास्वामी" की भूमिका के है। विवेचन :- 1. अब जानते है राधास्वामी क्या है ? राधा नाम शिवदयाल जी की पत्नी अर्थात नारायणी देवी का है। और शिवदयाल जी को उनका स्वामी बोला जाता था। इसलिए इस पंथ का नाम "राधास्वामी" पड़ा। 2. शिवदयाल जी तुलसीदास हथरस वाले कि वाणिया सुनता था और कबीर जी की वाणिया भी सुनता था। इन दोनों से और अपने अनुभव(अज्ञान) से सत्संग करता था। 3. शिवदयाल जी का कोई गुरु नही था। और कबीर साहेब की वाणी में लिखा है कि "गुरु बिन काहू न पाया ज्ञाना, ज्यो थोथा भूष ...

Corona Center with a capacity of 10 thousand beds will open from 26 June ITBP will take command

आईटीबीपी की टीमों ने दिल्ली सरकार और जिला प्रशासन के अधिकारियों और आश्रम के विभिन्न अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कीं. दिल्ली जल बोर्ड और विद्युत विभाग के भी अधिकारी इस मौके पर मौजूद रहे. इस दौरान साउथ दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन का स्टाफ भी मौजूद था. ये भी पढ़ें- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस दौरे को बताया स्पेशल, दिया ये बड़ा बयान फिलहाल 26 जून से लगभग 2000 बेड की क्षमता वाला सेंटर प्रारंभ कर दिया जाएगा और धीरे-धीरे इसकी संख्या में कोविड मरीजों के अनुसार वृद्धि संभव है. इसकी अधिकतम क्षमता 10,200 बेड तक की जा सकती है. यह अब तक का सबसे बड़ा सेंटर होगा जिसमें लगभग 1,000 से भी ज्यादा चिकित्सकों के शामिल होने की संभावना है. भारत तिब्बत सीमा पुलिस, आईटीबीपी को विशेष तौर पर इसके संचालन का जिम्मा देने के पीछे खास कारण यह है कि आईटीबीपी ने कोरोना के संक्रमण प्रारंभ होने से लेकर अब तक प्रत्येक स्तर पर क्वारंटाइन केंद्र और कोरोना से संबंधित मरीजों के इलाज में शुरू के दौर में अग्रणी भूमिका निभाई थी और इसके पास अब कोरोना संक्रमण के विरुद्ध चल रही कार्रवाई में विशेष अनुभव हासिल है. ये भी देखें- यही कारण है कि आईटीबीपी को गृह मंत्रालय ने इस विशेष कार्य के लिए नामित किया है. इस कार्य में आईटीबीपी को दिल्ली के संबंधित जिला प्रशासन के अलावा सभी केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ आदि की भी सहायता मिलेगी. यह विशालकाय कोविड केयर सेंटर बहुत बड़े इलाके में फैला हुआ है जहां प्रबंधन, सुरक्षा के साथ-साथ लगातार डॉक्टरों की टीम और अन्य प्रकार की मूलभूत आवश्यकताओं की दरकार रहेगी जिसके लिए मैराथन बैठकों और तैयारियों का दौर जारी है.