राजीव गांधी

  1. राजीव गांधी के विचार – Rajiv Gandhi Thoughts in Hindi – Political Views – Hindi Jaankaari
  2. former Chief Election Commissioner T N Seshan revealed SPG and Rajiv Gandhi death in his book Through the Broken Glass
  3. Rajiv Gandhi Convicts Santhan Writes Letter From Trichy Camp Wants To Go Back Sril Lanka
  4. विकल्प न होने पर ही स्वीकार करें सीईसी का पद , राजीव गांधी और वेंकटरमन ने टीएन शेषन को दी थी सलाह – ThePrint Hindi
  5. राजीव गांधी जीवन परिचय
  6. राजीव गांधींच्या अकाली मृत्यूचे टीएन शेषन यांना आधीच मिळाले होते संकेत; 'तो' सल्ला...
  7. Rajiv Gandhi


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राजीव गांधी के विचार – Rajiv Gandhi Thoughts in Hindi – Political Views – Hindi Jaankaari

राजीव गांधी जयंती 2018: राजीव गाँधी का नाम आज भी भारत के पूर्व महान प्रधानमंत्रियों में आता है| उनका जन्म 20 अगस्त 1944 में महाराष्ट्र में हुआ था| राजीव गाँधी एक महान राजनेता के साथ एक महान व्यक्तित्व के इंसान थे| उनके भाई की मृत्यु हो जाने के बाद भारतीय जनता कांग्रेस पार्टी की कमान उनके हातो में आ गई| उनके पिता जी का नाम फिरोज गाँधी जी और माता का नाम इंदरा गाँधी था| 1984 में जब राजीव जी की माता इंद्रा गाँधी की हत्या हुई थी तो उसके बाद वे भारी बहुमत से प्रधान मंत्री बने थे| आज के इस पोस्ट में हम आपको इस पोस्ट में हम आपको Rajiv Gandhi Quotes About Democracy In Hindi, Rajiv Gandhi About Communalism & Pakistan, Rajiv Gandhi Quotes About India & Nation, Rajiv Gandhi About Religion & Hinduism In Hindi, राजीव गांधी का भाषण,राजीव गांधी की जीवनी, quotes, नवीनतम, लेटेस्ट, हिंदी, उर्दू, शायरी, आदि जिन्हे आप फेसबुक, व्हाट्सप्प पर share करने के साथ बच्चे kids अपने स्कूल के प्रतियोगिता, कार्यक्रम या competitions व प्रतियोगिता में प्रयोग कर सकते है| ये राजीव गांधी उद्धरण खासकर कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए दिए गए है| राजीव गांधी विचार इन slogans of Rajiv Gandhi in english, slogan of Rajiv Gandhi in hindi, Rajiv Gandhi quotes education, Rajiv Gandhi in hindi wikipedia, राजीव गाँधी के अनमोल विचार Rajiv Gandhi Vichar ये विचार class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7, class 8, class 9, class 10, class 11, class 12 के बच्चो के लिए है जो साल 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 का full collection ज...

former Chief Election Commissioner T N Seshan revealed SPG and Rajiv Gandhi death in his book Through the Broken Glass

भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन ने अपनी पुस्तक में एसपीजी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मौत को लेकर सनसनीखेज खुलासे किए हैं। टीएन शेषन ने अपनी पुस्तक में जिक्र किया है कि 1988-89 में विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) अधिनियम (ACT) का मसौदा तैयार करते समय उन्होंने एक महत्वपूर्ण सुझाव दिया था। शेषन ने तत्कालीन प्रधान मंत्री राजीव गांधी को पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवारों को सुरक्षा प्राप्त करने वालों के रूप में शामिल करने की सलाह दी थी, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी इस महत्वपूर्ण सलाह को खारिज कर दिया था, ताकि उन पर यह आरोप न लगे कि वो अपनी निजी फायदे के लिए ऐसा कर रहे हैं। पूर्व चुनाव आयुक्त शेषन की आत्मकथा में इस बात का जिक्र किया गया है। शेषन ने अपनी किताब में कई बातों का जिक्र किया रूपा द्वारा मरणोपरांत प्रकाशित अपनी पुस्तक “थ्रू द ब्रोकन ग्लास (Through the Broken Glass)” में शेषन ने लिखा है कि उन्होंने राजीव गांधी को पद छोड़ने के बाद भी संभावित जोखिमों के बारे में चेतावनी दी थी। साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका का उदाहरण दिया था, जहां एफबीआई पूर्व राष्ट्रपतियों के परिवारों को सुरक्षा प्रदान करना जारी रखे हुए है। शेषन ने अपनी किताब में लिखा, ‘मैंने तर्क दिया चुनाव हारने के बाद भी राजीव और उनके परिवार को सुरक्षा की तत्काल आवश्यकता होगी। लेकिन राजीव गांधी उनके इस तर्क से सहमत नहीं हुए। उन्होंने सोचा कि लोग भरोसा करेंगे कि वो निजी हित के लिए ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों को सुरक्षा देने के लिए न कहा। शेषन ने कहा कि मैंने राजीव गांधी को मनाने की कोशिश की, लेकिन वो कोशिश व्यर्थ रही। शेषन उस वक्त पर्यावरण और वन और वन्यजीव मंत्रालय में सचिव थे और प्...

Rajiv Gandhi Convicts Santhan Writes Letter From Trichy Camp Wants To Go Back Sril Lanka

Rajiv Gandhi Convict: 'आज एक 'आजाद कैदी' का तमगा लेकर स्पेशल कैंप में जिंदगी बिताने से ज्यादा बेहतर थी, सेंट्रल जेल के अंदर उम्र कैद की सजा काट रहे कैदी की जिंदगी.' ये कहना है राजीव गांधी की हत्या के दोषी श्रीलंकाई नागरिक एमटी संथन उर्फ टी सुथेंथिरराज का. संथन को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. अब उसने घर वापसी की अपील करते हुए अपनी स्पेशल कैंप से पत्र लिखा है. सुप्रीम कोर्ट ने 11 नवंबर, 2022 को राजीव गांधी हत्याकांड में उम्र कैद की सजा काट रहे 6 दोषियों को रिहा करने का आदेश दिया था. आदेश के अगले दिन नलिनी, श्रीहरन, संथन, रॉबर्ड पायस, जयकुमार और रविचंद्रन को 32 साल बाद जेल से रिहा किया गया. लेकिन यहां एक पेंच फंस गया. नलिनी और रविचंद्रन को अपने परिवार को आजाद कर दिया और परिवार के पास मिलने की अनुमति दी गई लेकिन बाकी चार को त्रीची सेंट्रल जेल के स्पेशल कैंप में रख दिया गया. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि ये चारों श्रीलंकाई नागरिक थे. संथन ने त्रीची जेल के स्पेशल कैंप में मौजूद अपने सेल से खुला पत्र लिखा है. इस पत्र में उसने कहा है कि वह धूप तक नहीं देख सकता. पत्र के जरिए उसने दुनिया भर के तमिलों से आवाज उठाने की अपील की है ताकि वह अपने देश लौट सके. 32 सालों से मां को नहीं देखा- संथन संथन ने पत्र में कहा, मैं प्रधानमंत्री उसने पत्र में लिखा, मैं पिछले 32 सालों से अपनी मां से नहीं मिला हूं और मैं खुद को दोषी महसूस करता हूं कि उम्र के इस पड़ाव पर मैं उनकी मदद नहीं कर पा रहा. अधिकारियों ने हमें जिंदा तो रखा है लेकिन जीने नहीं दे रहे हैं. कमरे की खिड़कियां भी बंद संथन ने कहा, मैं पिछले छह महीने से त्रीची केंद्रीय कारागार...

विकल्प न होने पर ही स्वीकार करें सीईसी का पद , राजीव गांधी और वेंकटरमन ने टीएन शेषन को दी थी सलाह – ThePrint Hindi

नयी दिल्ली, 11 जून (भाषा) जब चंद्रशेखर सरकार ने मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) पद के लिए टी एन शेषन के नाम का प्रस्ताव रखा तो वह दुविधा में थे। इसलिए, उन्होंने राजीव गांधी और तत्कालीन राष्ट्रपति वेंकटरमन से संपर्क किया तथा दोनों ने सलाह दी कि अगर कोई अन्य पद उपलब्ध न हो तो इसे स्वीकार कर लें। वह फिर भी उलझन में थे। इसके बाद उन्होंने एक आखिरी व्यक्ति- कांची के शंकराचार्य से परामर्श करने का फैसला किया। उन्होंने आगे बढ़ने की सलाह दी और कहा, ‘यह एक सम्मानजनक काम है।’’ अपना जवाब पाकर शेषन ने कानून मंत्री को फोन किया और कहा कि वह कार्यभार संभालने के लिए तैयार हैं। यह घटनाक्रम शेषन की आत्मकथा ‘थ्रू द ब्रोकन ग्लास’ में दर्ज है, जिसे उनके मरणोपरांत रूपा प्रकाशन ने प्रकाशित किया। शेषन का 2019 में निधन हो गया था। किताब में कहा गया है,’… तत्कालीन सीईसी, पेरी शास्त्री, का खराब स्वास्थ्य के कारण निधन हो गया। सरकार ने कुछ ऐसा किया जो बहुत ही नासमझी भरा था। यह रमा देवी, सचिव, कानून, को कार्यवाहक सीईसी के रूप में नियुक्ति की प्रक्रिया के लिए आगे बढ़ी। देवी के पदभार संभालने के चौथे दिन, मुझे कैबिनेट सचिव विनोद पांडे का फोन आया।’ पांडे ने कहा कि सरकार योजना आयोग के तत्कालीन सदस्य शेषन को सीईसी नियुक्त करने की योजना बना रही है। किताब में कहा गया है, ‘मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि कोई मुझे सीईसी बनाने के बारे में सोचेगा। इसलिए, मेरी तत्काल प्रतिक्रिया ‘नहीं’ कहने की थी क्योंकि मेरा कभी चुनावों से कोई लेना-देना नहीं रहा था।’ कानून मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने उनसे कहा, ‘मुझे आपसे जवाब चाहिए, ताकि मैं आपको सीईसी बनाने के लिए कागजात संबंधी प्रक्रिया कर सकूं।’ शेषन ने कुछ समय के लिए निर्णय पर विचार किया...

राजीव गांधी जीवन परिचय

राजीवगांधीबेहदसरल, सौम्य, शांतिएवंधैर्यवानराजनेताथे, जिन्होंनेदेशकेविकासऔरप्रगतिमेंअपनाअमूल्ययोगदानदियाथाऔरयुवाओंकोआगेबढ़ानेकेलिएउनकेहितमेंकईअहमफैसलेलिएथे।साल 1991 मेंआमचुनावकेदौरानतमिलनाडूकेश्रीपेरमबदूरमेंएकभयानकबमबिस्फोटमेंसाजिशकेतहतउनकीहत्याकरदीगई। साल 1991 मेंमृत्युकेबादउन्हें”भारतरत्न”सम्माननेनवाजागयाथा।आइएजानतेहैंभारतकेदिग्गजराजनेताराजीवगांधीकेबारेमेंकुछमहत्वपूर्णतथ्य– Rajiv Gandhi Biography in Hindi –राजीवगांधीजीवनपरिचय राजीवगांधीजीकेजीवनकेबारेमेंएकनजरमें– Rajiv Gandhi Information पूरानाम (Name) राजीवगांधी जन्म (Birthday Or Jayanti) 20 अगस्त 1944, बंम्बई ( पिता (Father Name) माता (Mother Name) इंदिरागांधी भाई (Brother Name) संजयगांधी पत्नी (Wife Name) सोनियागांधी(एंटोनियामाइनो) बच्चे (Children Name) मृत्यु (Death) 21 मई 1991, श्रीपेरमबदूर ( राजीवगांधीकाशुरुआतीजीवनएवंपरिवार– Rajiv Gandhi Biography In Hindi 20 अगस्त, 1944 मेंमुंबईमेंराजीवगांधीनेइंदिरागांधीऔरफिरोजगांधीकेबेटेकेरुपमेंजन्मलियाथा।इनकीमाताइंदिरागांधीदेशकीपहलीमहिलाप्रधानमंत्रीथीऔरइनकेपिताफ़िरोज़गाँधीइंडियननेशनलकांग्रेसकेप्रमुखऔरनेशनलहेराल्डअख़बारकेएडिटरथे। राजीवगांधीकीशिक्षा– Rajiv Gandhi Education देशकोतरक्कीकेएकनएपायदानपरपहुंचानेवालेभारतकेयुवाप्रधानमंत्रीराजीवगांधीजीकीप्रारंभिकशिक्षादेहरादूनकेशिवनिकेतनऔरवेल्लमबॉयजस्कूलसेहुईथी।इसकेबादपढ़ाईमेंहोनहाररहेराजीवगांधीजीकादाखिलादेहरादूनकेहीकुलीनडॉनस्कूलमेंकरवायागया। स्कूलकीशिक्षापूरीकरनेकेबादवेअपनीआगेकीपढ़ाईकेलंदनचलेगए, जहांसेजानी-मानीकैम्ब्रिजयूनिवर्सिटीसेउन्होंनेअपनीआगेकीपढ़ाईकी।इसकेबादसाल 1966 मेंराजीवगांधीजीभारतवापसलौटआए, इसीदौरानउनकीमांइंदिरागांधीकोदेशकीपहलीमहिला...

राजीव गांधींच्या अकाली मृत्यूचे टीएन शेषन यांना आधीच मिळाले होते संकेत; 'तो' सल्ला...

राजीव गांधींच्या अकाली मृत्यूचे टीएन शेषन यांना आधीच मिळाले होते संकेत; 'तो' सल्ला... By June 9, 2023 03:08 PM 2023-06-09T15:08:49+5:30 2023-06-09T15:09:22+5:30 इंदिरा गांधी यांच्या हत्येनंतर १९८५ मध्ये एसपीजी सुरक्षा बनवली गेली जेणेकरून पंतप्रधानांना चोख सुरक्षा देता येईल. १९८८-८९ मध्ये स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप कायद्याला संसदेत मंजुरी मिळाली भारतातील निवडणूक आयोगाचे सुधारक मानले जाणारे टीएन शेषन यांनी राजीव गांधी यांना माजी पंतप्रधानांना आणि त्यांच्या कुटुंबियांना एसपीजी सुरक्षा देण्याचा सल्ला दिला होता. परंतु राजीव गांधी यांनी तो सल्ला न ऐकता तो प्रस्ताव फेटाळला. भविष्यातील सुरक्षेसाठी हे स्वार्थी पाऊल असेल असे राजीव गांधींना वाटले. त्यावेळी शेषन हे पर्यावरण मंत्रालयाचे सचिव आणि पंतप्रधानांचे सुरक्षा इन्चार्ज होते. टीएन शेषन यांचा हा खुलासा त्यांच्या मरणोत्तर प्रकाशित झालेले नवीन पुस्तक थ्रू द ब्रोकन ग्लासमध्ये झाला आहे. ज्योतिषावर विश्वास असणाऱ्या टीएन शेषन यांना राजीव गांधींसोबत अघटित घडणार असल्याचे संकेत मिळाले होते. इंदिरा गांधी यांच्या हत्येनंतर १९८५ मध्ये एसपीजी सुरक्षा बनवली गेली जेणेकरून पंतप्रधानांना चोख सुरक्षा देता येईल. १९८८-८९ मध्ये स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप कायद्याला संसदेत मंजुरी मिळाली. जेव्हा कायदा तयार होत होता तेव्हा टीएन शेषन यांनी तत्कालीन पंतप्रधान राजीव गांधी यांना सल्ला दिला होता की, एसपीजी सुरक्षेच्या अंतर्गत माजी पंतप्रधान आणि त्यांच्या कुटुंबियांचाही समावेश करावा. माजी निवडणूक मुख्य आयुक्त टीएन शेषन यांच्या मरणोत्तर प्रकाशित झालेल्या आत्मचरित्रात हा खुलासा झाला आहे. शेषन यांचे १० नोव्हेंबर २०१९ रोजी निधन झाले. इंग्लिश न्यूज वेबसाईटनुसार, एका रिपोर...

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