राजस्थान में सबसे ज्यादा जनसंख्या किस जाति की है

  1. राजस्थान में सबसे ज्यादा जाति कौन सी निवास करती है?
  2. [Solved] राजस्थान में अनुसूचित जनजाति जनसंख्या का द्व
  3. राजस्थान में आरक्षण आंदोलन का इतिहास, सबसे ज्यादा किस जाति ने किए आंदोलन, देखें पूरी डिटेल
  4. जातिगत जनगणना राजस्थान
  5. राजस्थान में सबसे ज्यादा कौन सी जाति के लोग रहते हैं?
  6. राजस्थान में मालियों की जनसंख्या कितनी है
  7. राजस्थान की जनजातियां एवं क्षेत्र
  8. वर्तमान में राजस्थान में जाटों की जनसंख्या कितनी है?
  9. राजस्थान में सबसे ज्यादा संख्या किस जाति की है?
  10. वर्तमान में राजस्थान में जाटों की जनसंख्या कितनी है?


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राजस्थान में सबसे ज्यादा जाति कौन सी निवास करती है?

राजस्थान में सबसे ज्यादा जनसंख्या किस जाति की है? आपका उत्तर 48 उत्तर जुलाई 24, 2018 सतीश कुमार मौर्य द्वारा उत्तर सितम्बर 13, 2018 Harshit Jeph द्वारा उत्तर सितम्बर 13, 2018 bhavya द्वारा reshown अक्टूबर 4, 2018 गुमनाम द्वारा उत्तर नवम्बर 13, 2018 गुमनाम द्वारा उत्तर नवम्बर 15, 2018 गुमनाम द्वारा उत्तर नवम्बर 28, 2018 गुमनाम द्वारा उत्तर नवम्बर 29, 2018 गुमनाम द्वारा उत्तर दिसम्बर 6, 2018 गुमनाम द्वारा उत्तर जनवरी 2, 2019 गुमनाम द्वारा उत्तर जनवरी 11, 2019 गुमनाम द्वारा उत्तर फ़रवरी 12, 2019 गुमनाम द्वारा उत्तर अप्रैल 5, 2019 गुमनाम द्वारा उत्तर अप्रैल 15, 2019 गुमनाम द्वारा उत्तर अप्रैल 15, 2019 गुमनाम द्वारा उत्तर मई 3, 2019 गुमनाम द्वारा उत्तर मई 21, 2019 sunilkumar.स द्वारा उत्तर जुलाई 4, 2019 गुमनाम द्वारा उत्तर अगस्त 8, 2019 गुमनाम द्वारा उत्तर अक्टूबर 7, 2019 Amit yadav द्वारा उत्तर अक्टूबर 15, 2019 गुमनाम द्वारा उत्तर नवम्बर 13, 2019 AD-vik Rajput ThAkUr द्वारा उत्तर दिसम्बर 10, 2019 Shiva द्वारा उत्तर फ़रवरी 27, 2020 deepak mahawar द्वारा उत्तर फ़रवरी 27, 2020 bhavya द्वारा reshown मार्च 7, 2020 गुमनाम द्वारा उत्तर अप्रैल 21, 2020 prajapati द्वारा उत्तर मई 22, 2020 Mr Shiva द्वारा उत्तर मई 29, 2020 शंकर परमाण द्वारा उत्तर जून 6, 2020 Aashish Menariya द्वारा उत्तर जून 7, 2020 गुमनाम द्वारा उत्तर जून 8, 2020 bhavya द्वारा reshown जुलाई 22, 2020 Chenaram gujar द्वारा उत्तर अगस्त 17, 2020 Pradeep Singh द्वारा उत्तर अप्रैल 12, 2021 गुमनाम द्वारा उत्तर अक्टूबर 22, 2021 गुमनाम द्वारा उत्तर दिसम्बर 11, 2021 Virendra Singh jarwal द्वारा उत्तर दिसम्बर 21, 2021 Rahul jaat द...

[Solved] राजस्थान में अनुसूचित जनजाति जनसंख्या का द्व

सही उत्तर डूंगरपुर जिला है Key Points आदिवासी आबादी का जिलेवार वितरण​ • आदिवासी आबादी के जिलेवार वितरण से पता चलता है कि बांसवाड़ा जिले में उनकी सबसे अधिक एकाग्रता (72.3 प्रतिशत) है, इसके बाद क्रमशः डूंगरपुर और उदयपुर जिलों में 65.1 प्रतिशत और 47.9 प्रतिशत है। • नागौर (0.2 प्रतिशत) से पहले बीकानेर (0.4 प्रतिशत) की कुल आबादी में जनजातीय आबादी का हिस्सा सबसे कम है। ​2011 की जनगणना के अनुसार राजस्थान • दूसरी प्रमुख जनजाति, भील की बाड़मेर जिले में सभी अनुसूचित जनजाति आबादी का 99 प्रतिशत हिस्सा है, इसके बाद जैसलमेर, जोधपुर, राजसमंद (95 प्रतिशत) जिले हैं। • राज्य की अनुसूचित जनजातियों ने कुल और साथ ही 0-6 वर्षों में काफी कम लिंगानुपात दर्ज किया है • 2001 की जनगणना के अनुसार, राजस्थान राज्य की अनुसूचित जनजाति (ST) की जनसंख्या 7,097,706 है जो भारत की कुल अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या का 8.4 प्रतिशत है। • राज्य की अनुसूचित जनजाति राज्य की कुल जनसंख्या (56,507,188) का 12.6 प्रतिशत है। • यह कुल जनसंख्या में एसटी आबादी के प्रतिशत हिस्से के मामले में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 12वें स्थान पर है। • 1991-2001 के दौरान अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या में 29.6 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई है जो कि कुल जनसंख्या की वृद्धि से 1.2 प्रतिशत अधिक है। • अनुसूचित जनजाति अत्यधिक ग्रामीण हैं क्योंकि उनमें से 94.6 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करते हैं जबकि राज्य की कुल जनसंख्या का 76.6 प्रतिशत गांवों में रहते हैं। Important Points • राज्य के लिए अनुसूचित बारह (12) जनजातियों में से, मीना सबसे अधिक आबादी वाली जनजाति है, जिसकी आबादी 3,799,971 है, जो कुल एसटी आबादी का 53.5 प्रतिशत है, जि...

राजस्थान में आरक्षण आंदोलन का इतिहास, सबसे ज्यादा किस जाति ने किए आंदोलन, देखें पूरी डिटेल

ब्लैक डायरी:ननद और भाभी के बीच अनजाने में बन गया शारीरिक संबंध, भाई की हुई एंट्री और... © Zee News हिन्दी द्वारा प्रदत्त राजस्थान का भरतपुर अक्सर आरक्षण आंदोलन की वजह से सुर्खियों में रहता है. कभी गुर्जर आरक्षण आंदोलन की वजह से चर्चा में रहा भरतपुर इन दिनों सैनी, माली, मौर्य और कुशवाहा समाज की ओर से चल रहे आरक्षण आंदोलन की वजह से चर्चा में है. Bharatpur में चल रहे इस आंदोलन में 12 प्रतिशत अलग से आरक्षण की मांग चल रही है. जिसकी वजह से बीकानेर-आगरा नेशनल हाईवे पर कब्जा कर लिया गया है. यहां जयपुर से लेकर करौली, दौसा, सवाई माधोपुर, धौलपुर, सीकर और अलवर से इस समाज के लोग जुटे है. ऐसे में आज जानते है कि आखिर राजस्थान में आरक्षण को लेकर आंदोनल कब-कब हुए और किस किस जाति ने किए. राजस्थान विधानसभा चुनाव 1998 राजस्थान में जब 1998 के विधानसभा चुनाव हुए. तो उस समय अशोक गहलोत पीसीसी चीफ थे. प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में जाट आरक्षण की मांग उठने लगी. कांग्रेस पार्टी ने आरक्षण का भरोसा दिया. प्रदेश भर से जाट समाज ने एक तरफा कांग्रेस का समर्थन किया और कांग्रेस ऐतिहासिक 153 विधानसभा सीटें जीतकर सत्ता में आई. हालांकि चुनावों के बाद अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने. आरक्षण का मसला कुछ वजहों से अटक गया. 2003 विधानसभा चुनाव से पहले जाट आरक्षण साल 2002 की बात है. जाट समाज के कुछ लोगों की प्रदेश बीजेपी के नेताओं ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से मुलाकात कराई. वाजपेयी ने राजस्थान में जाटों को आरक्षण का वादा किया. साल 2003 के विधानसभा चुनाव हुए तो जाटों ने बीजेपी के पक्ष में मतदान किया. राजस्थान के इतिहास में पहली बार बीजेपी अपने दम पर 120 सीटें जीतकर सरकार में आई. वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री बन...

जातिगत जनगणना राजस्थान

ज्य में राजस्थान निर्माण से पहले देश में अंतिम बार 1931 में जाति आधारित जनगणना की गई थी राजस्थान के निर्माण के बाद देश में अब तक केवल एक बार 2011 में जाति आधारित जनगणना हुई है राजस्थान में नवंबर- दिसंबर 2011 में जाति आधारित जनगणना की गई थी जिसमें लोगों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति के बारे में प्रश्न पूछे गए थे इस जनगणना से प्राप्त परिणामों को ग्रामसभा में पढ़कर सुनाया जाता है और बेघर, निराश्रित, मेला ढोने वाले, भिखारी ,आदिम जनजाति समूह BPL घोषित किए जाते हैं जाति आधारित जनगणना के प्राप्त परिणामों से BPL परिवारों का चयन किया जाता है जिसमें प्रत्येक परिवार को अंक दिए जाते हैं और अंकों के आधार पर BPL का चयन किया गया 2011 में हुई जाति आधारित जनगणना के आंकड़े घोषित नहीं किए गए हैं

राजस्थान में सबसे ज्यादा कौन सी जाति के लोग रहते हैं?

दोस्तों, राजस्थान की भूमि को वीरों की तथा रजवाड़ों की भूमि कहा जाता है। राजस्थान की भूमि पर प्राचीन समय से ही अलग-अलग प्रकार की जाति के लोगों ने वीरता का प्रदर्शन किया है। आज के समय भी राजस्थान में सैकड़ों जातियों के लोग एक साथ रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन जातियों में से सबसे ज्यादा संख्या किसकी है? विषयसूची Show • • • • • • • • • • • • • यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं, क्योंकि आज के लेख में हम आपको बताएंगे कि राजस्थान में सबसे ज्यादा संख्या किस जाति की हैं, और जातियों के बारे में तथा राजस्थान के बारे में भी हम आपको कई हैरतअंगेज जानकारियां देंगे। तो चलिए शुरू करते हैं- राजस्थान का निर्माण कब हुआ? दोस्तों, आज के समय हम जिस राजस्थान को देखते हैं वह राजस्थान 30 मार्च सन 1949 में निर्मित किया गया था। इससे पहले हमारे राजस्थान को राजपूताना, रजवाड़ा, तथा रायपिथौरा जैसे उपनामों से जाना जाता था। आज के समय राजस्थान क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा राज्य है, और भारत में राजस्थान को जनसंख्या के हिसाब से सांतवा स्थान प्राप्त है। राजस्थान भारतवर्ष के उत्तर-पश्चिम भाग में स्थित है, तथा 3,42,239 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल के साथ में यह भारत के 10% से ज्यादा का भाग अपने आप में शामिल करता है। राजस्थान की भूमि राजस्थान की भूमि काफी विचित्र और हैरतंगेज़ है। यहां की भूमि पर हमें एक तरफ पूरा सुखा और दूसरी तरफ नदियां बहती हुई दिखती है। विश्व का दुर्गमतम मरुस्थल, जिसे थार के मरुस्थल के नाम से जाना जाता है, और अंग्रेजी में जिसे ग्रेट इंडियन डिजर्ट कहा जाता है, वह भी राजस्थान के जोधपुर तथा जैसलमेर के इलाके में स्थित है। यह भारत का एक ऐसा राज्य है जो पाकिस्तान के साथ में भारत की ...

राजस्थान में मालियों की जनसंख्या कितनी है

Jankaritoday.com अब Google News पर। अपनेे जाति के ताजा अपडेट के लिए Subscribe करेेेेेेेेेेेें। Last Updated on 19/07/2022 by Sarvan Kumar कुर्मी समाज का देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है. यह बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड आदि राज्यों में काफी प्रभावी हैं. आइए जानते हैं राजस्थान में कुर्मी जाति की जनसंख्या कितनी है- राजस्थान में कुर्मी जाति की जनसंख्या राजस्थान में इन्हें कुनबी, कालबी, कलबी, पटेल, कुलमी आदि नामों से जाना जाता है. परंपराओं के अनुसार, कालबी‌ (कलबी) शब्द की उत्पत्ति कुर्मी या कुनबी से हुई है, जो कालांतर में भ्रष्ट होकर कालबी‌ (कलबी) बन गया. आबादी की बात करें तो राजस्थान में अंतिम बार जातिगत आधार पर जनगणना साल 1931 में अंग्रेजों के शासनकाल में हुई थी. इसके बाद से अब तक राज्य में जातिगत जनगणना नहीं हुई. लेकिन विभिन्न जातियां अपनी-अपनी संख्या को लेकर अलग-अलग दावे करती रहती हैं. यह दावे मुख्य रूप से अनुमान पर आधारित होते हैं. अलग-अलग दावों में विभिन्न जातियों की अलग-अलग संख्या बताई जाती है. समय के साथ विभिन्न जातियों का प्रभाव और जनसंख्या घटती-बढ़ती रही है. इसीलिए राजस्थान में कुर्मी जाति (और अन्य सामान्य और ओबीसी वर्ग की जातियों) की सही जनसंख्या के बारे में बताना मुश्किल है. लोगों में अपने जाति की आबादी को लेकर उत्सुकता है इसीलिए देश में जातीय जनगणना की मांग लंबे अरसे से की जा रही है. लेकिन फिर भी अगर हम राजस्थान में कुर्मी जाति की जनसंख्या के बारे में अनुमान लगाना चाहते हैं तो इसके लिए विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जातीय आंकड़ों का विश्लेषण करना पड़ेगा. “आज तक” में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में हिंदुओं की आबादी 89% है. मुस्लिम 9 फ़ीसदी औ...

राजस्थान की जनजातियां एवं क्षेत्र

‘भारत विविधताओं का देश है’। यह तथ्य राजस्थान के परिप्रेक्ष्य में अधिक उपयुक्त है। रेगिस्तानी भूमि साधारण लोगों, चमकीले परिधानों, प्रभावशाली पगड़ियों और सुंदर महिलाओं की कतार से भरी हुई है। राजस्थान एक रियासत है और भील, सहरिया और मीना, आदि जैसी कई राजस्थान की जनजातियां (Tribes of Rajasthan in Hindi) हैं, जो राजस्थान के विभिन्न जनजातीय क्षेत्रों (Tribal Areas of Rajasthan in Hindi) में पायी जाती हैं। राजस्थान की जनजातियां (Tribes of Rajasthan in Hindi) वे जनजातियाँ हैं जो राज्य में मौजूद छोटी जनजातियों के अलावा राजस्थान के प्रमुख हिस्सों में भ प्रमुक्झता से पायी जाती हैं। भारत की अन्य जनजातियों की तरह, राजस्थान की जनजातियां (Tribes of Rajasthan in Hindi) अपने अलग-अलग वेशभूषा, गहने, मेले और त्योहारों के लिए जानी जाती हैं। इस लेख में हम राजस्थान की जनजातियां एवं जनजातीय क्षेत्र (Tribes and Tribal Areas of Rajasthan in Hindi) , राजस्थान की विभिन्न जनजातियां और उनकी विशेषताएं, निवास स्थान, रहन सहन, खान पान, आदि पर विस्तार से चर्चा करेंगे। राजस्थान की जनजातियां एवं जनजातीय क्षेत्र (Tribes and Tribal Areas of Rajasthan in Hindi) राजस्थान लोक सेवा आयोग और आरआरएमएसएसबी द्वारा आयोजित की जाने वाली विभिन्न परीक्षाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। राजस्थान की जनजातियां एवं जनजातीय क्षेत्र (Tribes and Tribal Areas of Rajasthan in Hindi) एक ऐसा टॉपिक है जिससे लगातार विभिन्न परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते हैं। Table of Contents • • • राजस्थान की जनजातियां | Tribes of Rajasthan • राजस्थान के आदिवासी उस क्षेत्र के मूल निवासी थे जिसे अब राजस्थान कहा जाता है। • हर जनजाति, बड़ी या छोटी, सामान्य ल...

वर्तमान में राजस्थान में जाटों की जनसंख्या कितनी है?

विषयसूची Show • • • • • • • आज हम बात करने वाले हैं कि राजस्थान में जाट जनसंख्या कितने प्रतिशत है ? लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि राजस्थान की राजनीति में भले ही अब तक जाट मुख्यमंत्री ना बना हो , लेकिन राजनीति में देखा जाए तो काफी दबदबा है , वर्तमान में राजस्थान की तीनों पार्टियों के मुख्या जाट ही है , भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया हैं एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा हैं , इधर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल हैं। राजस्थान विधानसभा चुनाव में औसतन 20% विधायक जाट जाति के होते हैं , राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटें हैं जिनमें से 30 से 40 विधानसभा सीटों पर जाट जाति का कैंडिडेट चुनाव जीत जाता है । जाट गोत्र लिस्ट राजस्थान, हरियाणा, पंजाब , Jat Gotra , जाट समाज की गोत्र की लिस्ट राजस्थान में जाट जाति की जनसंख्या की बात करें तो राजस्थान में जाटों की जनसंख्या कुल जनसंख्या के 10% है । एक रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में राजस्थान में करीब डेढ़ से दो करोड़ जाट जाति की जनसंख्या हैं। राजस्थान में बाड़मेर ‍, जैसलमेर , जोधपुर , बीकानेर , गंगानगर , चूरू , सीकर , नागौर , हनुमानगढ़ जयपुर सहित कई जिलों में जाट बहुतायत पाए जाते हैं । राजस्थान विधानसभा में जाट विधायक , राजस्थान में जाट विधायक कितने हैं ? यानी कि कुल मिलाकर बात की जाए तो राजस्थान में जाट जाति का काफी दबदबा है , और 5 लोकसभा सीटों पर भी जाट वोट बैंक निर्णायक भूमिका में होता है । इसीलिए इन लोकसभा क्षेत्रों से ही हमेशा जाट प्रत्याशी ही चुनाव जीत पाता है , या फिर जाट वोट बैंक को अपनी तरफ खींचने वाला प्रत्याशी ही चुनाव जीत पाता हैं। जाट । जाट शब्द का अर्थ । जाट कौन है? Rajasth...

राजस्थान में सबसे ज्यादा संख्या किस जाति की है?

दोस्तों, राजस्थान की भूमि को वीरों की तथा रजवाड़ों की भूमि कहा जाता है। राजस्थान की भूमि पर प्राचीन समय से ही अलग-अलग प्रकार की जाति के लोगों ने वीरता का प्रदर्शन किया है। आज के समय भी राजस्थान में सैकड़ों जातियों के लोग एक साथ रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन जातियों में से सबसे ज्यादा संख्या किसकी है? यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं, क्योंकि आज के लेख में हम आपको बताएंगे कि राजस्थान में सबसे ज्यादा संख्या किस जाति की हैं, और जातियों के बारे में तथा राजस्थान के बारे में भी हम आपको कई हैरतअंगेज जानकारियां देंगे। तो चलिए शुरू करते हैं:- राजस्थान का निर्माण कब हुआ? दोस्तों, आज के समय हम जिस राजस्थान को देखते हैं वह राजस्थान 30 मार्च सन 1949 में निर्मित किया गया था। इससे पहले हमारे राजस्थान को राजपूताना, रजवाड़ा, तथा रायपिथौरा जैसे उपनामों से जाना जाता था। आज के समय राजस्थान क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा राज्य है, और भारत में राजस्थान को जनसंख्या के हिसाब से सांतवा स्थान प्राप्त है। राजस्थान भारतवर्ष के उत्तर-पश्चिम भाग में स्थित है, तथा 3,42,239 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल के साथ में यह भारत के 10% से ज्यादा का भाग अपने आप में शामिल करता है। राजस्थान की भूमि राजस्थान की भूमि काफी विचित्र और हैरतंगेज़ है। यहां की भूमि पर हमें एक तरफ पूरा सुखा और दूसरी तरफ नदियां बहती हुई दिखती है। विश्व का दुर्गमतम मरुस्थल, जिसे थार के मरुस्थल के नाम से जाना जाता है, और अंग्रेजी में जिसे ग्रेट इंडियन डिजर्ट कहा जाता है, वह भी राजस्थान के जोधपुर तथा जैसलमेर के इलाके में स्थित है। यह भारत का एक ऐसा राज्य है जो पाकिस्तान के साथ में भारत की सबसे बड़ी सीमा साझा करता है। राजस्थान क...

वर्तमान में राजस्थान में जाटों की जनसंख्या कितनी है?

विषयसूची Show • • • • • • • आज हम बात करने वाले हैं कि राजस्थान में जाट जनसंख्या कितने प्रतिशत है ? लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि राजस्थान की राजनीति में भले ही अब तक जाट मुख्यमंत्री ना बना हो , लेकिन राजनीति में देखा जाए तो काफी दबदबा है , वर्तमान में राजस्थान की तीनों पार्टियों के मुख्या जाट ही है , भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया हैं एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा हैं , इधर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल हैं। राजस्थान विधानसभा चुनाव में औसतन 20% विधायक जाट जाति के होते हैं , राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटें हैं जिनमें से 30 से 40 विधानसभा सीटों पर जाट जाति का कैंडिडेट चुनाव जीत जाता है । जाट गोत्र लिस्ट राजस्थान, हरियाणा, पंजाब , Jat Gotra , जाट समाज की गोत्र की लिस्ट राजस्थान में जाट जाति की जनसंख्या की बात करें तो राजस्थान में जाटों की जनसंख्या कुल जनसंख्या के 10% है । एक रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में राजस्थान में करीब डेढ़ से दो करोड़ जाट जाति की जनसंख्या हैं। राजस्थान में बाड़मेर ‍, जैसलमेर , जोधपुर , बीकानेर , गंगानगर , चूरू , सीकर , नागौर , हनुमानगढ़ जयपुर सहित कई जिलों में जाट बहुतायत पाए जाते हैं । राजस्थान विधानसभा में जाट विधायक , राजस्थान में जाट विधायक कितने हैं ? यानी कि कुल मिलाकर बात की जाए तो राजस्थान में जाट जाति का काफी दबदबा है , और 5 लोकसभा सीटों पर भी जाट वोट बैंक निर्णायक भूमिका में होता है । इसीलिए इन लोकसभा क्षेत्रों से ही हमेशा जाट प्रत्याशी ही चुनाव जीत पाता है , या फिर जाट वोट बैंक को अपनी तरफ खींचने वाला प्रत्याशी ही चुनाव जीत पाता हैं। जाट । जाट शब्द का अर्थ । जाट कौन है? Rajasth...