राजस्थान विधानसभा के द्वितीय अध्यक्ष कौन थे

  1. Rajasthan Ex CM Jagannath Pahadia Son Prakash Pahadiya Quits Congress And Join BJP Ahead Assembly Elections
  2. [Solved] राजस्थान विधानसभा के पहले उपाध्यक्ष कौन थे?
  3. विधान सभा
  4. राजस्थान के प्रथम तथा वर्तमान अध्यक्ष कौन है?
  5. [Solved] दिसंबर 2019 तक के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन र�
  6. राजस्थान विधानसभा का इतिहास Rajasthan Vidhan Sabha In Hindi
  7. Rajasthan Ex CM Jagannath Pahadia Son Prakash Pahadiya Quits Congress And Join BJP Ahead Assembly Elections
  8. [Solved] दिसंबर 2019 तक के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन र�
  9. राजस्थान के प्रथम तथा वर्तमान अध्यक्ष कौन है?
  10. राजस्थान विधानसभा का इतिहास Rajasthan Vidhan Sabha In Hindi


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Rajasthan Ex CM Jagannath Pahadia Son Prakash Pahadiya Quits Congress And Join BJP Ahead Assembly Elections

Rajasthan Politics: पूर्व सीएम जगन्नाथ पहाड़िया के बेटे ने दिया कांग्रेस को झटका, चुनाव से पहले थामा BJP का दामन Om Prakash Pahadiya Join BJP: राजस्थान BJP के अध्यक्ष CP जोशी ने कांग्रेस एक डूबता हुए जहाज बताया है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस का भविष्य अंधकार में है, बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. Om Prakash Pahadiya Join BJP: विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी दूसरी पार्टियों में सेंध लगाकर अपना कुनबा बढ़ा रही है. कांग्रेस (Congress) के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के बेटे ओम प्रकाश पहाड़िया भी बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए हैं. उनके साथ पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील के रिश्तेदार बृजेन्द्र सिंह शेखावत भी बीजेपी में शामिल हो गए.बसपा (BSP) नेता अशोक वर्मा और रिटायर्ड आईएएस चंद्रमोहन मीणा ने भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है. इससे पहले 19 मई को पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. कांग्रेस को बताया डूबता जहाज इन नेताओं को बीजेपी में शामिल करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस एक डूबता जहाज है. जिसका भविष्य अंधकार में है.उन्होंने कहा कि बीजेपी में शामिल होने वालों को पता है कि वे जिस पार्टी में जा रहे हैं, उसके पास मजबूत नेतृत्व है. बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. जबकि ये लोग जानते है कि कांग्रेस ने वादाखिलाफी की है. कांग्रेस के भ्रष्टाचार से जनता त्रस्त है. वहीं बीजेपी के प्रदेश प्रभारी और राज्य सभा सदस्य अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस के कुशासन से परेशान होकर ये लोग बीजेपी के साथ आए हैं. बीजेपी का परिवार लगातार बढ़ रहा है. कांग्रेस सरकार से लोगों का विश्वास उठ गया है. अब सीएम सिर्फ खोखली घोषणा...

[Solved] राजस्थान विधानसभा के पहले उपाध्यक्ष कौन थे?

सही उत्तर लाल सिंह शक्तिवतहै। Key Points • उपाध्यक्ष • अनुच्छेद 178 में किसी राज्य की विधान सभा के उपाध्यक्ष के लिए तदनुरूपी पद विद्यमान है। • लोकसभा अध्यक्ष के चुनावके ठीक बाद लोक सभा द्वारा उपाध्यक्ष का चुनाव अपने सदस्यों में से किया जाता है। • उपाध्यक्ष के चुनाव की तिथि अध्यक्ष द्वारा निर्धारित की जाती है (अध्यक्ष के चुनाव की तिथि राष्ट्रपति द्वारा निर्धारित की जाती है)। • एक बार निर्वाचित होने के बाद, उपाध्यक्ष सामान्यतः सदन के भंग किये जाने तक अपने पद पर बने रहते हैं। • अध्यक्ष के पद से जुड़ी शक्तियां बहुत अधिकनहीं होती हैं, परन्तु इसमें निश्चित रूप से गरिमा और प्रतिष्ठा होती है। • अध्यक्ष का एक महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व यह देखना होता है कि विपक्ष को सरकार की आलोचना करने के लिए पर्याप्त अवसर मिले। • राजस्थान विधान सभा के वर्तमान अध्यक्ष: सी.पी. जोशी

विधान सभा

• दे • वा • सं विधान सभा या वैधानिक सभा जिसे भारत के विभिन्न राज्यों में निचला सदन( विधान सभा के सदस्य राज्यों के लोगों के प्रत्यक्ष प्रतिनिधि होते हैं क्योंकि उन्हें किसी एक राज्य के 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिकों द्वारा सीधे तौर पर चुना जाता है। इसके अधिकतम आकार को प्रत्येक विधान सभा का कार्यकाल पाँच वर्षों का होता है जिसके बाद पुनः चुनाव होता है। अनुक्रम • 1 सदस्य बनने हेतु योग्यता • 2 विधान सभा की विशेष शक्तियां • 3 विधान सभाओं की सूची • 4 इन्हें भी देखें • 5 सन्दर्भ • 6 बाहरी कड़ियाँ सदस्य बनने हेतु योग्यता विधानसभा का सदस्य बनने के लिए, व्यक्ति को विधान सभा की विशेष शक्तियां सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव केवल विधान सभा में पारित किया जा सकता है। अगर यह बहुमत के साथ पारित हो जाता है तो उसके बाद मुख्यमंत्री और उसके मंत्रियों की परिषद् सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देते हैं। साधारण बिलों में विधान सभा का ही मत चलता है और यहाँ संयुक्त बैठक का भी कोई प्रावधान नहीं होता। इस तरह के मामलों में, विधान परिषद् विधानसभा को केवल 4 महीनों ( बिल लाने पर पहली बार 3 महीनों के लिया व दूसरी बार 1 महीनों के लिए ) स्थगित किया जा सकता है। विधान सभाओं की सूची विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों की सूची स्थान /राज्य की राजधानी सीटों की संख्या 175 60 126 243 90 70 40 182 90 68 जम्मू और कश्मीर विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 87 झारखण्ड विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 82 कर्नाटक विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 225 141 230 288 मणिपुर विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 60 मेघालय विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 60 मिजोरम विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूची 4...

राजस्थान के प्रथम तथा वर्तमान अध्यक्ष कौन है?

• राजस्थान की राजनीतिक प्रणाली को विभिन्न चरणों मेंबांटा जा सकता है। • प्रथम चरण (1952-1977) कांग्रेस प्रणाली (एक दलीय प्रभुत्व) • द्वितीय चरण (1977-1980) कांग्रेस प्रणाली का अंत • तृतीय चरण (1980-1990) कांग्रेस की पुन: स्थापना • चतुर्थ चरण (1990-1998) संक्रमण काल • पंचम चरण (1998-वर्तमान) द्विदलीय राजनीतिक प्रणाली की स्थापना पहली विधानसभा (1952-1957) • पहली विधानसभा (1952-1957) • दुसरी विधानसभा (1957-1962) • तीसरी विधानसभा (1962-1967) • चौथी विधानसभा (1967-1972) • पाँचवी विधानसभा (1972-1977) • छठी विधानसभा (1977-80) • सातवीं विधानसभा (1980-1985) : प्रथम बार मध्यावधि चुनाव • आठवीं विधानसभा (1985-1990) • नवीं विधानसभा (1990-92) • दसवीं विधानसभा (1993-1998) • ग्यारहवीं विधानसभा (1998-2003) • बारहवीं विधानसभा (2003-2008) • तेरहवीं विधानसभा (2008-2013) • चौदहवीं विधानसभा (2013-2018) • पन्द्रहवीं विधानसभा (2018) • नवीन क्षेत्रीय दल • राजस्थान 15वीं विधानसभा के पदाधिकारी (वर्तमान) • rajasthan ki vidhansabha • सर्वश्रेष्ठ विधायक सम्मान विषयसूची Show • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • मुख्यमंत्री जयनारायण व्यास (मनोनीत) के नेतृत्त्व में जनवरी 1952 में राज्य में पहला विधानसभा चुनाव हुआ। • कुल 160 सीटों में से 139 सामान्य, 16 SC एवं 5 ST के लिये आरक्षित सीटें थी। • प्रथम आम चुनाव में कांग्रेस के 7 प्रत्याशी विधानसभा हेतु निर्विरोध चुन लिये गये थे। • कांग्रेस को 82, राम राज्य परिषद् को 24, भारतीय जनसंघ को 8, कृषिकार लोक पार्टी को 7, हिन्दू महासभा को 2, कृषक मजदूर प्रजा पार्टी को 1 तथा निर्दलीयों को 35 सीटें प्राप्त हुई। • 23 फरवरी, 1952 को प्रथम विधानसभा का गठन हुआ। • जय...

[Solved] दिसंबर 2019 तक के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन र�

सही उत्तर सी.पी. जोशी है । Key Points • सी.पी. जोशी राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष है । • वह 15वीं लोकसभा में भीलवाड़ा से भारत के संसद सदस्य थे। • वह 1998 से 2003 तक राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे। • उन्होंने सड़क परिवहन और राजमार्ग, और ग्रामीण विकास, और पंचायती राज जैसे प्रमुख विभागों को संभाला है। Important Points • राजस्थान में एक सदनीय विधायिका है । • राजस्थान विधानसभा या विधानसभा जयपुर केराजधानी शहर में स्थित है। • इसका गठन पहली बार मार्च 1952 में किया गया था। • राजस्थान में कुल 200 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनका प्रतिनिधित्व 200 विधायक या विधान सभा के सदस्य करते हैं। • विधान सभा का कार्यकाल पाँच वर्ष होता है, यदि इसे जल्दी भंग नहीं किया जाता है। • राज्यपाल राज्य का नाममात्र का प्रमुख होता है और भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है। • मुख्यमंत्री राज्य सरकार का कार्यकारी प्रमुख होता है।

राजस्थान विधानसभा का इतिहास Rajasthan Vidhan Sabha In Hindi

राजस्थान विधानसभा का इतिहास History Of Rajasthan Vidhan Sabha In Hindi: राजस्थान वर्तमान में एक सदनीय विधानमंडल यानि विधानसभा का स्वरूप है. जयपुर के महाराजा मानसिंह द्वितीय द्वारा सितम्बर 1945 में राजस्थान की द्विसदनीय विधानमंडल का गठन किया था. जिसका पहला सदन धारा सभा तथा दूसरा सदन प्रतिनिधि सभा था. वर्तमान में केवल एक सदन (विधानसभा) है. राज्य में 160 सदस्यों वाली प्रथम विधानसभा के लिए पहले आम चुनाव 4 से 24 जनवरी 1952 तक हुए. और इसका गठन 29 फरवरी 1952 को हुआ. इसकी प्रथम बैठक 29 मार्च 1952 के दिन जयपुर के सवाई मानसिंह टाउन हॉल में सम्पन्न हुई थी. बाद में इसी हॉल को राजस्थान विधानसभा का रूप दे दिया गया. झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित नरोत्तम लाल जोशी को इस पहली विधानसभा के लिए अध्यक्ष एवं श्री लालसिंह शक्तावत को इसका उपाध्यक्ष चुना गया था. विधानसभा का नया भवन वर्ष 2001 में ज्योतिनगर जयपुर में तैयार करवाया गया. जिसका लोकार्पण 6 नवम्बर 2001 को तत्कालीन राष्ट्रपति श्री आर के नारायणन ने किया. Telegram Group राजस्थान विधानसभा भवन जयपुर का उत्तरी द्वार जयपुर शैली, दक्षिणी द्वार मारवाड़ी शैली, पूर्वी प्रवेश द्वार शेखावटी शैली तथा पश्चिमी शैली एवं मध्य के बरामदे में मेवाड़ की स्थापत्य शैली के अनुसार उत्कीर्णित किये गये है. राजस्थान गठन के समय अजमेर मेरवाड़ा का राज्य विलय न होने के कारण वहां 30 सदस्यीय पृथक विधानसभा हुआ करती थी, जिसे धारा सभा कहा जाता था. 1 नवम्बर 1956 को अजमेर मेरवाड़ा का राजस्थान के साथ विलय हो जाने पर राज्य विधानसभा सदस्य संख्या 190 हो गई थी. 1977 में हुए परिसीमन में राज्य विधानसभा सदस्यों की संख्या 200 कर दी गई. वर्तमान में यही संख्या है. पहली बार छठी विधानसभ...

Rajasthan Ex CM Jagannath Pahadia Son Prakash Pahadiya Quits Congress And Join BJP Ahead Assembly Elections

Rajasthan Politics: पूर्व सीएम जगन्नाथ पहाड़िया के बेटे ने दिया कांग्रेस को झटका, चुनाव से पहले थामा BJP का दामन Om Prakash Pahadiya Join BJP: राजस्थान BJP के अध्यक्ष CP जोशी ने कांग्रेस एक डूबता हुए जहाज बताया है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस का भविष्य अंधकार में है, बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. Om Prakash Pahadiya Join BJP: विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी दूसरी पार्टियों में सेंध लगाकर अपना कुनबा बढ़ा रही है. कांग्रेस (Congress) के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के बेटे ओम प्रकाश पहाड़िया भी बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए हैं. उनके साथ पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील के रिश्तेदार बृजेन्द्र सिंह शेखावत भी बीजेपी में शामिल हो गए.बसपा (BSP) नेता अशोक वर्मा और रिटायर्ड आईएएस चंद्रमोहन मीणा ने भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है. इससे पहले 19 मई को पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. कांग्रेस को बताया डूबता जहाज इन नेताओं को बीजेपी में शामिल करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस एक डूबता जहाज है. जिसका भविष्य अंधकार में है.उन्होंने कहा कि बीजेपी में शामिल होने वालों को पता है कि वे जिस पार्टी में जा रहे हैं, उसके पास मजबूत नेतृत्व है. बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. जबकि ये लोग जानते है कि कांग्रेस ने वादाखिलाफी की है. कांग्रेस के भ्रष्टाचार से जनता त्रस्त है. वहीं बीजेपी के प्रदेश प्रभारी और राज्य सभा सदस्य अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस के कुशासन से परेशान होकर ये लोग बीजेपी के साथ आए हैं. बीजेपी का परिवार लगातार बढ़ रहा है. कांग्रेस सरकार से लोगों का विश्वास उठ गया है. अब सीएम सिर्फ खोखली घोषणा...

[Solved] दिसंबर 2019 तक के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन र�

सही उत्तर सी.पी. जोशी है । Key Points • सी.पी. जोशी राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष है । • वह 15वीं लोकसभा में भीलवाड़ा से भारत के संसद सदस्य थे। • वह 1998 से 2003 तक राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे। • उन्होंने सड़क परिवहन और राजमार्ग, और ग्रामीण विकास, और पंचायती राज जैसे प्रमुख विभागों को संभाला है। Important Points • राजस्थान में एक सदनीय विधायिका है । • राजस्थान विधानसभा या विधानसभा जयपुर केराजधानी शहर में स्थित है। • इसका गठन पहली बार मार्च 1952 में किया गया था। • राजस्थान में कुल 200 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनका प्रतिनिधित्व 200 विधायक या विधान सभा के सदस्य करते हैं। • विधान सभा का कार्यकाल पाँच वर्ष होता है, यदि इसे जल्दी भंग नहीं किया जाता है। • राज्यपाल राज्य का नाममात्र का प्रमुख होता है और भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है। • मुख्यमंत्री राज्य सरकार का कार्यकारी प्रमुख होता है।

राजस्थान के प्रथम तथा वर्तमान अध्यक्ष कौन है?

• राजस्थान की राजनीतिक प्रणाली को विभिन्न चरणों मेंबांटा जा सकता है। • प्रथम चरण (1952-1977) कांग्रेस प्रणाली (एक दलीय प्रभुत्व) • द्वितीय चरण (1977-1980) कांग्रेस प्रणाली का अंत • तृतीय चरण (1980-1990) कांग्रेस की पुन: स्थापना • चतुर्थ चरण (1990-1998) संक्रमण काल • पंचम चरण (1998-वर्तमान) द्विदलीय राजनीतिक प्रणाली की स्थापना पहली विधानसभा (1952-1957) • पहली विधानसभा (1952-1957) • दुसरी विधानसभा (1957-1962) • तीसरी विधानसभा (1962-1967) • चौथी विधानसभा (1967-1972) • पाँचवी विधानसभा (1972-1977) • छठी विधानसभा (1977-80) • सातवीं विधानसभा (1980-1985) : प्रथम बार मध्यावधि चुनाव • आठवीं विधानसभा (1985-1990) • नवीं विधानसभा (1990-92) • दसवीं विधानसभा (1993-1998) • ग्यारहवीं विधानसभा (1998-2003) • बारहवीं विधानसभा (2003-2008) • तेरहवीं विधानसभा (2008-2013) • चौदहवीं विधानसभा (2013-2018) • पन्द्रहवीं विधानसभा (2018) • नवीन क्षेत्रीय दल • राजस्थान 15वीं विधानसभा के पदाधिकारी (वर्तमान) • rajasthan ki vidhansabha • सर्वश्रेष्ठ विधायक सम्मान विषयसूची Show • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • मुख्यमंत्री जयनारायण व्यास (मनोनीत) के नेतृत्त्व में जनवरी 1952 में राज्य में पहला विधानसभा चुनाव हुआ। • कुल 160 सीटों में से 139 सामान्य, 16 SC एवं 5 ST के लिये आरक्षित सीटें थी। • प्रथम आम चुनाव में कांग्रेस के 7 प्रत्याशी विधानसभा हेतु निर्विरोध चुन लिये गये थे। • कांग्रेस को 82, राम राज्य परिषद् को 24, भारतीय जनसंघ को 8, कृषिकार लोक पार्टी को 7, हिन्दू महासभा को 2, कृषक मजदूर प्रजा पार्टी को 1 तथा निर्दलीयों को 35 सीटें प्राप्त हुई। • 23 फरवरी, 1952 को प्रथम विधानसभा का गठन हुआ। • जय...

राजस्थान विधानसभा का इतिहास Rajasthan Vidhan Sabha In Hindi

राजस्थान विधानसभा का इतिहास History Of Rajasthan Vidhan Sabha In Hindi: राजस्थान वर्तमान में एक सदनीय विधानमंडल यानि विधानसभा का स्वरूप है. जयपुर के महाराजा मानसिंह द्वितीय द्वारा सितम्बर 1945 में राजस्थान की द्विसदनीय विधानमंडल का गठन किया था. जिसका पहला सदन धारा सभा तथा दूसरा सदन प्रतिनिधि सभा था. वर्तमान में केवल एक सदन (विधानसभा) है. राज्य में 160 सदस्यों वाली प्रथम विधानसभा के लिए पहले आम चुनाव 4 से 24 जनवरी 1952 तक हुए. और इसका गठन 29 फरवरी 1952 को हुआ. इसकी प्रथम बैठक 29 मार्च 1952 के दिन जयपुर के सवाई मानसिंह टाउन हॉल में सम्पन्न हुई थी. बाद में इसी हॉल को राजस्थान विधानसभा का रूप दे दिया गया. झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित नरोत्तम लाल जोशी को इस पहली विधानसभा के लिए अध्यक्ष एवं श्री लालसिंह शक्तावत को इसका उपाध्यक्ष चुना गया था. विधानसभा का नया भवन वर्ष 2001 में ज्योतिनगर जयपुर में तैयार करवाया गया. जिसका लोकार्पण 6 नवम्बर 2001 को तत्कालीन राष्ट्रपति श्री आर के नारायणन ने किया. Telegram Group राजस्थान विधानसभा भवन जयपुर का उत्तरी द्वार जयपुर शैली, दक्षिणी द्वार मारवाड़ी शैली, पूर्वी प्रवेश द्वार शेखावटी शैली तथा पश्चिमी शैली एवं मध्य के बरामदे में मेवाड़ की स्थापत्य शैली के अनुसार उत्कीर्णित किये गये है. राजस्थान गठन के समय अजमेर मेरवाड़ा का राज्य विलय न होने के कारण वहां 30 सदस्यीय पृथक विधानसभा हुआ करती थी, जिसे धारा सभा कहा जाता था. 1 नवम्बर 1956 को अजमेर मेरवाड़ा का राजस्थान के साथ विलय हो जाने पर राज्य विधानसभा सदस्य संख्या 190 हो गई थी. 1977 में हुए परिसीमन में राज्य विधानसभा सदस्यों की संख्या 200 कर दी गई. वर्तमान में यही संख्या है. पहली बार छठी विधानसभ...