राकेश शर्मा अंतरिक्ष में कब गए थे

  1. On this day wing commander rakesh sharma created history and became first indian in space
  2. know interesting facts about india s first astronaut rakesh sharma
  3. Rakesh Sharma Biography
  4. अंतरिक्ष में खाते थे हलवा और करते थे योगा, जानिए राकेश शर्मा की लाइफ की 5 रोचक बातें
  5. देश के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा का जन्म, जिन्होंने अंतरिक्ष से भारत को देखकर कहा था
  6. Birthday : कहां हैं देश के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा, जो कभी थे हर भारतीय के हीरो
  7. राकेश शर्मा
  8. राकेश शर्मा जीवनी


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On this day wing commander rakesh sharma created history and became first indian in space

जब विंग कमांडर राकेश शर्मा ने रखा था अंतरिक्ष में कदम….इंदिरा गांधी से कहा था-सारे जहां से अच्‍छा हिंदोस्‍ता हमारा विंग कमांडर राकेश शर्मा ने 7 दिन, 21 घंटे और 40 मिनट अंतरिक्ष में बिताए थे. यहां पर उन्‍होंने अपनी टीम के साथ कुछ वैज्ञानिक और टेक्निकल स्‍टडीज को पूरा किया था. साथ ही 43 एक्‍सपरीमेंटल सत्र का भी वो हिस्‍सा रहे थे. विंग कमांडर (रिटायर्ड) राकेश शर्मा का नाम आज तक किसी भी भारतीय के जेहन से नहीं गया है. उन्‍होंने काम ही कुछ ऐसा किया था कि आज तक वो हर किसी के दिल में अपनी जगह बनाए हुए हैं. विंग कमांडर राकेश वो पहले भारतीय हैं जिसने अंतरिक्ष में पैर रखा था. अप्रैल 1984 को जब वह अंतरिक्ष में पहुंचे तो उनके साथ ही भारत का नाम भी दुनिया के नक्‍शे में एक नई वजह से चमकने लगा था. विंग कमांडर राकेश का उस यात्रा को 36 साल पूरे हो गए हैं. अभी तक वो पहले भारतीय हैं जिनका रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ सका है. हालांकि भारतीय मूल के कुछ यात्री अंतरिक्ष जरूर पहुंचे हैं लेकिन वो भारतीय नागरिक नहीं थे. 1970 में मिला IAF में कमीशन 13 जनवरी 1949 को पटियाला में जन्‍में विंग कमांडर राकेश शर्मा जुलाई 1966 में नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) पहुंचे. सन् 1970 में वो बतौर फाइटर पायलट उन्‍हें इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) में कमीशन मिला. सन् 1984 में वह स्‍क्‍वाड्रन लीडर की रैंक पर थे जब उन्‍हें एक महत्‍वाकांक्षी मिशन के लिए चुना गया था. 20 सितंबर 1982 को उनका चयन अंतरिक्ष में जाने के लिए किया गया था. विंग कमांडर राकेश आईएएफ और सोवियत संघ के बीच चलाए गए संयुक्‍त अंतरिक्ष प्रोग्राम के लिए चुने गए थे. अप्रैल 1984 में रूस के बाइकोनौर से सोयुज टी-11 रॉकेट लॉन्‍च हुआ और इसके साथ ही वो अंतरिक्ष में पहुंचने वाले प...

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नई दिल्ली: भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा (Astronaut Rakesh Sharma) कभी हर चर्चा का प्रमुख विषय हुआ करते थे. विंग कमांडर राकेश शर्मा (Rakesh Sharma) 80 के दशक में बादलों को चीरते हुए अंतरिक्ष (Space) की तरफ बढ़े तो करोड़ों भारतीयों की दुआएं उनके साथ थीं. राकेश शर्मा के साथ रवीश मल्होत्रा का नाम भी सुर्खियों में रहा था. अंतरिक्ष में बिताए 7 दिन, 21 घंटे 35 साल की उम्र में राकेश शर्मा अंतरिक्ष (Space) में गए थे. वे अंतरिक्ष में जाने वाले 128वें व्यक्ति और पहले भारतीय थे. राकेश शर्मा को 50 फाइटर पायलटों के टेस्ट के बाद चुना गया था. रवीश मल्होत्रा बैकअप के तौर पर उनके साथ थे. इसरो और सोवियत संघ (अब रूस) के ज्वॉइंट मिशन के तहत राकेश शर्मा ने 3 अप्रैल 1984 को सोयूज टी-11 से अंतरिक्ष यात्रा शुरू की थी. अंतरिक्ष में उन्होंने 7 दिन, 21 घंटे और 40 मिनट बिताए थे. यह भी पढ़ें- अंतरिक्ष से सोयूज टी-11 की क्रू के साथ ज्वॉइंट कॉन्फ्रेंस के जरिए देश ने पहली बार अंतरिक्ष में मौजूद भारत के नागरिक से बात की थी. उस समय इंदिरा गांधी (Prime Minister Indira Gandhi) भारत की प्रधानमंत्री थीं. उन्होंने राकेश शर्मा से पूछा था कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है? उन्होंने हिंदी में जवाब दिया था- सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा. 72वां जन्मदिन मना रहे हैं राकेश शर्मा राकेश शर्मा आज अपना 72वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनका जन्म पटियाला में 13 जनवरी 1949 को हुआ था. हालांकि उनकी पढ़ाई-लिखाई हैदराबाद में हुई थी. हैदराबाद में ही भारतीय वायुसेना का सबसे बड़ा बेस स्थित है. रोजाना उनके विमान परीक्षण उड़ानों पर निकलते हैं और आसमान में उनकी आवाज गरजती है. यह भी पढ़ें- अब कहां हैं राकेश शर्मा राकेश शर्मा ...

Rakesh Sharma Biography

Rakesh Sharma Biography –दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री विंग कमांडर राकेश शर्मा के बारे में. भारतीय वायुसेना में विंग कमांडर के पद से सेवानिवृत्त हुए राकेश शर्मा विश्व के 138वें अंतरिक्ष यात्री है. राकेश शर्मा ने 8 दिन अंतरिक्ष में बिताए थे. इस मिशन के दौरान राकेश शर्मा ने भारत के कई हिस्सों की फोटोग्राफी भी की थी. इसके अलावा राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष में योगाभ्यास भी किया. राकेश शर्मा की अंतरिक्ष यात्रा प्रत्येक भारतीयों के लिए गर्व का विषय है. दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि राकेश शर्मा कौन थे?, राकेश शर्मा का जन्म कहाँ हुआ था?, राकेश शर्मा किस उम्र में अंतरिक्ष में गए थे. इसके अलावा भी बहुत चीजें जिनके बारे में हम इस आर्टिकल में बात करेंगे. तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं राकेश शर्मा का जीवन परिचय. राकेश शर्मा जीवनी (Rakesh Sharma Biography) अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा का जन्म 13 जनवरी 1949 को पंजाब के पटिआला शहर में एक गौड़ ब्राह्मण परिवार में हुआ था. राकेश शर्मा के पिता का नाम देवेन्‍द्र शर्मा था. राकेश शर्मा की माता का नाम तृप्‍ता शर्मा था. राकेश शर्मा के जन्म के बाद उनके माता-पिता हैदराबाद शहर में रहने के लिए चले गए थे. राकेश शर्मा शिक्षा (Rakesh Sharma Education) राकेश शर्मा ने अपनी स्कूली शिक्षा हैदराबाद के सेंट जॉर्ज ग्रामर स्कूल से पूरी की है. इसके बाद राकेश शर्मा ने हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया. राकेश शर्मा करियर (Rakesh Sharma Career) साल 1966 में राकेश शर्मा का चयन राष्ट्रीय सुरक्षा अकादमी (NDA) में हुआ. राष्ट्रीय सुरक्षा अकादमी की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद साल 1970 में राकेश शर्मा को भारतीय...

अंतरिक्ष में खाते थे हलवा और करते थे योगा, जानिए राकेश शर्मा की लाइफ की 5 रोचक बातें

अंतरिक्ष की दुनिया में जब भी भारत की उड़ान की बात होती है तो राकेश शर्मा का जिक्र लाजिमी है. आज से 39 साल पहले उन्होंने साल 1984 को सोवियत संघ के अंतरिक्ष यान सोयुज टी-11 से उड़ान भरी थी. वहां पहुंचने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जब उनसे कॉल पर पूछा था कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है तो उन्होंने कहा था-सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा. आइए आपको भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के जीवन के बारे में पांच रोचक बातें बताते हैं. • राकेश शर्मा भारत के पहले और दुनिया के 138वें अंतरिक्ष यात्री थे. कहते हैं पटियाला में बचपन के दौरान उन्हें आसमान में हवाई जहाज को उड़ते हुए देखना बहुत रोमांचक लगता था. वो घंटों आकाश में ताकते रहते थे. तब तक आसमान में देखते रह जाते थे जब तक कि हवाई जवाब आंखों से ओझल नहीं हो जाता था. • राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष में 7 दिन, 21 घंटे और 40 मिनट बिताए थे. वो अपने साथ राजघाट की मिट्टी और महात्मा गांधी के समाधि स्थल की फोटो के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानि जैल सिंह की तस्वीरें भी लेकर गए थे. • रूसी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ राकेश शर्मा अंतरिक्ष में भी पूरी तरह से भारतीय बन कर रहे. वो अपने साथ खासतौर पर भारतीय व्यंजन लेकर गए थे, जिसमें सूजी का हलवा था, आलू छोले थे और साथ में था वेज पुलाव. वो अंतरिक्ष में दस मिनट योग भी करते थे. जिसके बाद अपने रिसर्च से ज़ुड़े काम में जुटते थे. • राकेश शर्मा महज 21 साल की उम्र में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए थे और सुपरसोनिक जेट लड़ाकू विमान उड़ाया करते थे. सन् 1971 में जब पाकिस्तान से जंग हुई तो उन्होंने 21 बार उड़ानें भरी थी. राकेश शर्मा को अंतरिक्ष में जाने के लिए 5...

देश के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा का जन्म, जिन्होंने अंतरिक्ष से भारत को देखकर कहा था

आज ही के दिन 1949 में भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा का जन्म पंजाब में हुआ था। जुलाई 1966 में उनका नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में एडमिशन हुआ। 21 साल की उम्र में वो एयरफोर्स से जुड़े और वहां वो सुपरसोनिक लड़ाकू विमान उड़ाया करते थे। पाकिस्तान के साथ 1971 की जंग में उन्होंने 21 बार उड़ान भरी थी और उस वक्त वो 23 साल के भी नहीं हुए थे। राकेश शर्मा जब 25 साल के थे, तभी एयरफोर्स के सबसे बेहतरीन पायलट बन गए थे। उनकी उम्र जब 35 साल थी, तब वो अंतरिक्ष में गए थे। अंतरिक्ष में जाने वाले राकेश शर्मा 128वें इंसान थे और पहले भारतीय थे। राकेश शर्मा को 50 फाइटर पायलटों के टेस्ट के बाद चुना गया था। उनके अलावा रवीश मल्होत्रा को भी चुना गया था और दोनों को रूस में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था। हालांकि, रवीश मल्होत्रा बैकअप के तौर पर थे। इसरो और सोवियत संघ (अब रूस) के ज्वॉइंट मिशन के तहत राकेश शर्मा ने 3 अप्रैल 1984 को सोयूज टी-11 से अंतरिक्ष यात्रा शुरू की थी। अंतरिक्ष में उन्होंने 7 दिन 21 घंटे और 40 मिनट बिताए थे। सारे जहां से अच्छा अंतरिक्ष से सोयूज टी-11 की क्रू के साथ ज्वॉइंट कॉन्फ्रेंस के जरिए देश ने पहली बार अंतरिक्ष में मौजूद अपने नागरिक के साथ बात की थी। उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राकेश शर्मा ने पूछा था कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है? उन्होंने हिंदी में जवाब दिया था- सारे जहां से अच्छा। अंतरिक्ष से लौटने के बाद राकेश शर्मा ने फिर से जेट पायलट के तौर पर अपनी जिंदगी शुरू की। उन्होंने जगुआर जैसे लड़ाकू विमान उड़ाए। राकेश शर्मा को हीरो ऑफ द सोवियत यूनियन अवॉर्ड से भी नवाजा गया है। वो इकलौते भारतीय हैं, जिन्हें ये सम्मान मिला है। इसके साथ ही उन्हें अशोक चक्र से भी स...

Birthday : कहां हैं देश के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा, जो कभी थे हर भारतीय के हीरो

80 के दशक की शुरुआत में भारतीयों के बीच दो नामों की खूब चर्चा होती थी, वो थे राकेश शर्मा और रवीश मल्होत्रा. दोनों एयरफोर्स के जाबांज और अनुभवी पायलट थे. दोनों को उस अभियान के लिए छांटकर आखिरी दो में रखा गया था, जिनमें कोई एक अंतरिक्ष में जाने वाला था. इस पूरे आपरेशन को लेकर पूरा भारत रोमांचित था. 80 के दशक में ये हर भारतीय के लिए फख्र की बात थी कि अपने देश से कोई अंतरिक्ष में जाने वाला है. अब उस बात को 36 साल से ज्यादा बीत चुके हैं. एक जमाना बीत चुका है. आखिरी दो में राकेश शर्मा को अंतरिक्ष में जाने के लिए छांटा गया. फिर वो करीब दो साल के लिए कड़ी ट्रेनिंग पर मास्को चले गए. जिस दौरान वो मास्को के यूरी गागरिन अंतरिक्ष केंद्र में अंतरिक्ष में रहने की कड़ी ट्रेनिंग ले रहे थे, तभी उनके साथ एक दुखद हादसा भी हो गया. भारत में उनकी 06 साल की बेटी मानसी का निधन हो गया. ये बहुत दुख की घड़ी थी. परिवार आघात में था, लेकिन राकेश पीछे नहीं लौट सकते थे. अंतरिक्ष में जाने के लिए सबकुछ तय हो चुका था. पूरे देश की नजरें उन पर थीं. अपने दुख को भूलकर उन्होंने वो किया, जिसका देश इंतजार कर रहा था. तब रुक गईं देश की धड़कनें 03 अप्रैल 1984 को देश की धड़कनें तब रुक गईं जबकि वो सोयुज टी-11 अंतरिक्ष यान से तीन अन्य सोवियत यात्रियों के साथ वो स्पेस के लिए रवाना हो गए. वो अंतरिक्ष पहुंचे. 07 दिन 21 घंटे और 40 मिनट अंतरिक्ष में सेल्यूत 7 स्पेस स्टेशन में बिताया. फिर वापस धरती पर लौटे. ये भी पढ़ें - जानें विवेकानंद के भाई-बहनों के बारे में, एक भाई थे क्रांतिकारी अंतरिक्ष में रोज योगा अंतरिक्ष में वो रोज 10 मिनट योगा करते। फिर अपने रिसर्च संबंधी कामों में जुट जाते. जब वो वापस लौटे तो मास्को में एक प्रेस का...

राकेश शर्मा

इस जीवित व्यक्ति की जीवनी में कोई भी स्रोत अथवा संदर्भ नहीं हैं। कृपया विश्वसनीय स्रोत जोड़कर इसे जीवित व्यक्तियों के बारे में विवादास्पक सामग्री जो स्रोतहीन है या जिसका स्रोत विवादित है तुरंत हटाई जानी चाहिये, खासकर यदि वह मानहानिकारक अथवा नुकसानदेह हो। (सितंबर 2014) राकेश शर्मा अंतरकॉस्मोस अंतरिक्ष यात्री राष्ट्रीयता भारतीय जन्म १३ जनवरी १९४९ अन्य व्यवसाय परीक्षण पायलट पद स्क्वाड्रन लीडर (विंग कमांडर सेवानिवृत्त), अंतरिक्षमेंबीतासमय ७ दिन २१ घंटे ४० मिनट चयन १९८२ मिशन भारत के प्रथम और विश्व के 138 वें अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा का जन्म 13 जनवरी 1949 को पंजाब राज्य के पटियाला जिले में हुआ था। राकेश बचपन से ही विज्ञान में काफी रूचि रखते थें। बिगड़ी चीजों को बनाना और इलेक्ट्रॉनिक चीजों पर बारीकी से नजर रखना उनकी आदत थी। राकेश जब बड़े हुए तो आसमान में उड़ते हवाई जहाज को तब तक देखा करते थे जब तक वह उनकी आंखो से ओझल ना हो जाए। जल्द ही राकेश के मन में आसमान में उड़ने की तमन्ना जाग गई फिर वह उसी ओर लग गए। पटियाला के एक हिंदू गौड़ ब्राह्मण परिवार में जन्में राकेश ने हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। किस्मत ने लिया यू-टर्न 1966 में एनडीए पास कर इंडियन एयर फोर्स कैडेट बने राकेश शर्मा ने 1970 में भारतीय वायु सेना को ज्वाइन कर लिया। फिर यहीं से इनकी किस्मत ने यू-टर्न लिया। मात्र 21 साल की उम्र में ही भारतीय वायु सेना में शामिल होने का बाद राकेश आगे बढ़ते गए। पाकिस्तान से युद्ध के बाद चर्चा में आए 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान राकेश शर्मा ने अपने विमान "मिग एअर क्रॉफ्ट" से महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। इसी युद्ध के बाद से राकेश शर्मा चर्चा में आए और लोगों ने उ...

राकेश शर्मा जीवनी

भारत के पहले और विश्व के 138 वें अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा का जन्म 13 जनवरी 1949 को पंजाब के पटियाला में हुआ था। राकेश शर्मा एक अच्छे मनुष्य थे राकेश बचपन से ही विज्ञान में काफी रूचि रखते थें। बिगड़ी चीजों को बनाना और इलेक्ट्रॉनिक चीजों पर बारीकी से नजर रखना उनकी आदत थी। राकेश जब बड़े हुए तो आसमान में उड़ते हवाई जहाज को तब तक देखा करते थे जब तक वह उनकी आंखो से ओझल ना हो जाए। जल्द ही राकेश के मन में आसमान में उड़ने की तमन्ना जाग गई। फिर क्या, वह बस उसी ओर लग गए और एक दिन वो कर दिखाया जिससे हर भारतीय को उन पर गर्व है। पटियाला के एक हिंदू गौड़ ब्राह्मण परिवार में जन्में राकेश ने हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। किस्मत ने लिया यू-टर्न 1966 में एनडीए पास कर इंडियन एयर फोर्स कैडेट बने राकेश शर्मा ने 1970 में भारतीय वायु सेना को ज्वाइन कर लिया। फिर यहीं से इनकी किस्मत ने यू-टर्न लिया और राकेश ने कुछ ऎसा कर दिखाया कि आज उनके नाम से हर भारतीय का सीना फक्र से चौड़ा हो जाता है। मात्र 21 साल की उम्र में ही भारतीय वायु सेना में शामिल होने का बाद राकेश का जोश दूगना हो गया और वो इसे बरकरार रखते हुए तेजी से आगे बढ़ते गए। पाकिस्तान से युद्ध के बाद चर्चा में आए 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान राकेश शर्मा ने अपने विमान "मिग एअर क्रॉफ्ट" से महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। इसी युद्ध के बाद से राकेश शर्मा चर्चा में आए और लोगों ने उनकी योग्यता की जमकर तारीफ की। शर्मा ने दिखा दिया था कि कठिन परिस्थितियों में भी किस तरह शानदार काम किया जा सकता है। अंतरिक्ष यात्रा भारत ( इंडियन स्पेस रिसर्च सेण्टर) और सोवियत संघ ( इन्टरकॉसमॉस) के इस संयुक्त अंतरिक्ष मिशन में चयन के उपरान्त रा...