Rani lakshmi bai ka janm kab aur kahan hua tha

  1. विद्यापति
  2. निराला का जन्म कब और कहां हुआ था?
  3. रामधारी सिंह दिनकर का जन्म कब और कहां हुआ था?
  4. कबीरदास का जन्म कब हुआ था और कहां हुआ था?
  5. भगवान राम का जन्म कब और किस युग में हुआ?


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विद्यापति

poora nam vidyapati thakur any nam mahakavi kokil janm sanh 1350 se 1374 ke madhy janm bhoomi bisapi gaanv, mrityu sanh 1440 se 1448 ke madhy abhibhavak shri ganapati thakur aur shrimati haansini devi karm-kshetr sanskrit sahityakar mukhy rachanaean vishay shrriangar aur bhasha puraskar-upadhi mahakavi nagarikata bharatiy inhean bhi dekhean • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • vidyapati ( Vidyapati) bharatiy jivan parichay maithil kavi kokil, rasasiddh kavi vidyapati, janm aise kisi bhi likhit praman ka abhav hai jisase yah pata lagaya ja sake ki mahakavi kokil vidyapati thakur ka janm kab hua tha. yadyapi mahakavi ke ek pad se spasht hota hai ki lakshman-sanvath 293, shake 1324 arthath sanh 1402 ee. mean devasianh ki mrityu huee aur raja shivasianh mithila naresh bane. mithila mean prachalit kianvadantiyoan ke anusar us samay raja shivasianh ki ayu 50 varsh ki thi aur kavi vidyapati unase do varsh b de, yani 52 varsh ke the. is prakar 1402 mean se 52 ghata dean to 1350 bachata hai. at: 1350 ee. mean vidyapati ki janmatithi mani ja sakati hai. lakshman-sanvath ki pravarttan tithi ke sambandh mean vivad hai. kuchh logoan ne sanh 1109 ee. se, to kuchh ne 1119 ee. se isaka praranbh mana hai. sv. nagendranath gupt ne lakshman-sanvath 293 ko 1412 ee. manakar vidyapati ki janmatithi 1360 ee. mean mani hai. griparsan aur mahamahopadhyay umesh mishr ki bhi yahi manyata hai. parantu brajanandan sahay 'brajavallabh', bachapan ek kia...

निराला का जन्म कब और कहां हुआ था?

Explanation : सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का जन्म 1896 ई. में पश्चिम बंगाल के महिषादल राज्य के मेदिनीपुर ग्राम में हुआ था। इनके पिता का नाम पं. रामसहाय त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के रहने वाले थे। इनके पूर्वजों का निवास उन्नाव जिले के गढ़कोला नामक गाँव में था। केवल तीन साल की उम्र में ​ही इनकी माता जी का देहांत हो गया और बचपन में ही इनका विवाह मनोहरा देवी से करा दिया गया। इनकी दो संताने में एक पुत्र एवं एक पुत्री थी। ये स्वामी रामकृष्ण परमहंस और विवेकानंद से काफी प्रभावित थे। 'निराला जी' की खड़ी बोली की सबसे पहली रचना 'जूही की कली' है। 'निराला जी' की रचनाएँ हैं-अनामिका, परिमल, गीतिका, तुलसीदास, अणिमा, कुकुरमुत्ता, बेला और नये पत्ते, अर्चना, आराधना, गीतगुंज, अपरा, राम की शक्तिपूजा, सरोज स्मृति आदि। हिन्दी साहित्य के इस प्रख्यात कवि का निधन इलाहाबाद शहर के दारागंज मोहल्ले में 1961 ई. को हुआ। Tags :

रामधारी सिंह दिनकर का जन्म कब और कहां हुआ था?

रामधारी सिंह दिनकर का जन्म 30 सितम्बर, 1908 को बिहार के मुंगेर जिले के सिमरिया गाँव में हुआ था। इनके पिता का नाम रवि सिंह तथा इनकी माता का नाम मनरूप देवी था। जब ये दो वर्ष के थे तभी इनके पिता का देहावसान हो गया था। इनका लालन-पालन इनके बड़े भाई बसंत सिंह और माता की छत्रछाया में हुआ। पटना विश्वविद्यालय से बी. ए. की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद वे एक विद्यालय में अध्यापक हो गये। बाद में मुजफ्फरपुर कॉलेज में हिन्दी के विभागाध्यक्ष रहे तथा भागलपुर विश्वविद्यालय के उप कुलपति के पद पर कार्य किया। दिनकर छायावादोत्तर कवियों की पहली पीढ़ी के कवि थे। एक ओर उनकी कविताओं में ओज, विद्रोह, आकाश व क्रांति की पुकार है तो वहीं दूसरी ओर कोमल शृंगारिक भावनाओं की अभिव्यक्ति है। 24 अप्रैल, 1974 ई. को मद्रास (चेन्नई) में इनका निधन हो गया। Tags :

कबीरदास का जन्म कब हुआ था और कहां हुआ था?

kabir das ka janm kab aur kahan hua tha :- दोस्तों आपने कबीर दास जी के बहुत सारे दोहे और कविता पढ़ा होगा लेकिन क्या आपको यह पता है कि kabir das ka janm kahan hua tha और kabir das ka janm kab hua tha यदि नहीं पता है तो आज के इस आर्टिकल में हम लोग इसी के बारे में जानेंगे, तो बिना किसी देरी के चलिए इस आर्टिकल को शुरू करते हैं और जानते हैं कि कबीर दास जी का जन्म कब और कहां हुआ था। Table of Contents • • • • • • • • • कबीरदास का जन्म कब हुआ था? (kabir das ka janm kab hua tha) दोस्तों यदि आपको नहीं पता है तो मैं आपको जानकारी के लिए बताना चाहूंगा कि संत कबीर दास जी के जन्म से जुड़ी बहुत सारी कहानियां विख्यात है जिनमें से एक कहानी है कि वह जगत गुरु रामानंद स्वामी जी के आशीर्वाद से काशी की एक विधवा ब्राह्मणी के गर्भ से उत्पन्न हुए थे। लेकिन वह ब्राह्मणी उस नवजात शिशु को लहरतारा ताल के पास फेंक आई थी। उसके बाद एक नीरू नाम का जुलाहा का नजर शिशु कबीर दास पर पड़ा उसके बाद नीरू नाम का जुलाहा अपने घर लाया और उन्हें पुष्पाल कर बड़ा किया। उसके बाद जब यह बड़े हुए इन्हें कबीर कहा जाने लगा। एक कहावत या है कि कबीरदास बचपन से मुस्लिम थे और युवावस्था में स्वामी रामानंद से इतना ज्यादा प्रभावित हुए कि उन्होंने स्वामी रामानंद को अपना गुरु मान लिया और हमेसा के लिए हिंदू अपना लिया। कुुछ लोगो का यह भी मानना है की कबीर दास का जन्म काशी में लहरतारा तालाब में कमल के मनोहर पुष्प पर हुआ था। कबीरदास का जन्म कहां हुआ था (kabir das ka janm kahan hua tha) महान कवि कबीर दास जी का जन्म 15 वीं शताब्दी के मध्य में काशी (वाराणसी, उत्तर प्रदेश) में हुआ था। उनका जन्म एक ब्राह्मण के घर में हुआ था। कबीरदास जब छोटे थे तब...

भगवान राम का जन्म कब और किस युग में हुआ?

वैदिक प्रमाण द्वारा राम का जन्म राम का जन्म त्रेता युग में हुआ था। आदिकाव्य वाल्मीकीय रामायण में राम-जन्म के सम्बन्ध में निम्नलिखित वर्णन उपलब्ध है:- नक्षत्रेऽदितिदैवत्ये स्वोच्चसंस्थेषु पञ्चसु। ग्रहेषु कर्कटे लग्ने वाक्पताविन्दुना सह॥1.18.9॥ अर्थात् चैत्र मास की नवमी तिथि में, पुनर्वसु नक्षत्र में, पाँच ग्रहों के अपने उच्च स्थान में रहने पर तथा कर्क लग्न में चन्द्रमा के साथ बृहस्पति के स्थित होने पर (श्रीराम का जन्म हुआ)। राम का जन्म त्रेता के अंत में हुआ था। वाल्मीकि जी लिखते है, हत्वा क्रूरम् दुराधर्षम् देव ऋषीणाम् भयावहम्। दश वर्ष सहस्राणि दश वर्ष शतानि च॥१-१५-२९॥ भावार्थ - देवताओं तथा ऋषियोंको भय देनेवाले उस क्रूर एवं दुर्घर्ष राक्षस का नाश करके मैं ग्यारह हजार वर्षोंतक इस पृथ्वीका पालन करता हुआ मन्युष्यलोकमें निवास करुँगा। अर्थात राम 11000 वर्षों तक पृथ्वी पर रहे। युग, वैदिक धर्म (हिन्दू धर्म) सभ्यता के अनुसार, एक निर्धारित संख्या के वर्षों की कालावधि है। ब्रह्माण्ड का काल चक्र चार युगों के बाद दोहराता है। जिसमे चार युग होते है। यह चारो योग में कुल कितने समय होते है इस बारे में हमने अपने लेख में बता दिया है। अवश्य पढ़े कलि युग - 432,000 मानव वर्ष का होता है। अभी-अभी कृष्ण द्वापर में हुए है। द्वापर युग - 864,000 मानव वर्ष का होता है। जब कृष्ण संसार से प्रस्थान किये तो कलियुग का प्रारम्भ हुआ। आज से लगबघ 5100वर्ष पहले कृष्ण प्रस्थान किये थे। और जब राम संसार से प्रस्थान किये तब द्वापर युग प्रारंभ हुआ। अतएव द्वापर 8,64,000 वर्ष का होता हैं। राम का जन्म त्रेता युग में अर्थात द्वापर से पहले हुआ था। राम रहे है 11000 वर्ष फिर द्वापर युग के अंत से अबतक कलियुग का 5100वर्ष बीत चू...