रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के तीन कार्य लिखिए

  1. 10 Points : Know About Your New Reserve Bank Of India Governor Urjit Patel
  2. 12वी अर्थशास्त्र नोट्स pdf 12th ECONOMICS NOTES महत्वपूर्ण प्रश्न समष्टि अर्थशास्त्र objective question IMP प्रश्न ECONOMICS NOTES IN HINDI MP Board Economics solution हल प्रश्नपत्र CBSE इकाई 3 मुद्रा और बैंकिंग UNIT 3 MONEY AND BANKING Macro Economics
  3. भारत में बैंकिंग की संरचना
  4. भारतीय रिजर्व बैंक के कार्य
  5. चक्रव्यूह में रिजर्व बैंक: मुंह बाये खड़ी 5 विशाल चुनौतियों से कैसे निपटेगा RBI
  6. पीएम मोदी ने दी निवेशकों को सौगात, लॉन्च की रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की 2 खास योजनाएं


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10 Points : Know About Your New Reserve Bank Of India Governor Urjit Patel

• संभवत: वह केंद्रीय बैंक के पहले गवर्नर हैं जो किसी निजी कंपनी के साथ काम कर चुके हैं. पटेल मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ काम कर चुके हैं. • वह रघुराम राजन के करीबी सहयोगी माने जाते हैं. उन्हें महंगाई के खिलाफ मोर्चा संभालने वाले राजन के मजबूत सिपाही के तौर पर जाना जाता है. • पटेल उस समिति के अध्यक्ष थे, जिसने थोक मूल्यों की जगह खुदरा मूल्यों को महंगाई का नया मानक बनाए जाने सहित कई अहम बदलाव लाए. • उन्हें 7 जुलाई 2013 को आरबीआई का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था और इस साल जनवरी में उनका कार्यकाल तीन साल के लिए बढ़ाया गया था. • 52 वर्षीय उर्जित रिजर्व बैंक में मॉनिटरी पॉलिसी संभाले हुए हैं और देश में महंगाई को काबू में रखने में उनका अहम योगदान माना जाता है. • रघुराम राजन वित्त मंत्रालय के प्रत्यक्ष कर को लेकर बने टास्क फोर्स, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग आदि में कार्य कर चुके हैं. • पटेल लंदन स्कूल इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएट प्राप्त हैं. इसके बाद उन्होंने येल यूनिवर्सिटी से पीएचडी की. • पटेल 1996-1997 के दौरान आईएमएफ से प्रतिनियुक्ति पर भारत आए थे और कर्ज बाजार के विकास, बैंकिंग सुधार, पेंशन सुधार और विदेशी मुद्रा बाजार के विकास के लिए सलाहकार का कार्य किया था. • इसके बाद वर्ष 1998 से 2001 के बीच वह वित्तमंत्रालय आर्थिक मामलों के विभाग में सलाहकार के तौर पर भी काम कर चुके हैं. • उन्होंने भारतीय वृहद्-अर्थव्यवस्था, मौद्रिक नीति, सार्वजनिक वित्त, वित्तीय क्षेत्र, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और नियामकीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में कई किताबें लिखी हैं.

12वी अर्थशास्त्र नोट्स pdf 12th ECONOMICS NOTES महत्वपूर्ण प्रश्न समष्टि अर्थशास्त्र objective question IMP प्रश्न ECONOMICS NOTES IN HINDI MP Board Economics solution हल प्रश्नपत्र CBSE इकाई 3 मुद्रा और बैंकिंग UNIT 3 MONEY AND BANKING Macro Economics

UNIT 3 MONEY AND BANKING इकाई 3 मुद्रा बैंकिंग Multiple choice questions वस्तुनिष्ठ प्रश्न सही विकल्प लिखिए। 1. मुद्रा का प्राथमिक कार्य है। B. मूल्य का मापन C. आय का वितरण D. भावी भुगतान उत्तर -B. मूल्य का मापन 2. भारत का केंद्रीय बैंक है। A. रिजर्व बैंक आफ इंडिया B. स्टेट बैंक आफ इंडिया C. इलाहाबाद बैंक D. बैंक ऑफ बड़ौदा 3. ATM का पूर्ण रूप क्या है। A. एनी टाइम मनी B. ऑल टाइम मनी C. ऑटोमेटेड टेलर मशीन D. ए और बी दोनों उत्तर - C. ऑटोमेटेड टेलर मशीन 4. ₹1 का नोट निर्गमित करता है A. भारतीय रिजर्व बैंक B. भारतीय स्टेट बैंक C. भारत सरकार D. उपरोक्त सभी उत्तर - C. भारत सरकार A. 1993 B. 1995 C. 1998 D. 2000 उत्तर A. 1993 6. जनता का बैंक कौन सा होता है। A. व्यापारिक बैंक B. केंद्रीय बैंक C. ए और बी दोनों D. इनमें से कोई नहीं उत्तर - A. व्यापारिक बैंक 7. बैंकिंग लोकपाल योजना की घोषणा किस वर्ष की गई A. 1990 B. 1995 C. 1998 D. 2000 8. बैंकिंग लोकपाल योजना के अंतर्गत शामिल किया गया A. सभी अनुसूचित बैंक B. सहकारी बैंक C. वाणिज्यिक बैंक D. उपर्युक्त सभी उत्तर - D. उपर्युक्त सभी 9. व्यवसायिक बैंक................... A. नोट निर्गमन करते हैं B. ग्राहकों की जमा स्वीकार करते हैं C. ग्राहकों को ऋण देते हैं उत्तर - D. बी और सी दोनों 10 .भारत में बैंकिंग क्षेत्र सुधार प्रारंभ हुआ । A. 1969 में B. 1986 में C. 1991 में D. 2001 में उत्तर- A. 1969 में 11. केंद्रीय बैंक सरकार का है। A. एजेंट B. सलाहकार C. बैंकर D. उपयुक्त सभी 12. केंद्रीय बैंक द्वारा कौन सी मुद्रा जारी की जाती है। A. चलन मुद्रा B. साख मुद्रा C. सिक्के D. इनमें से सभी उत्तर - A. चलन मुद्रा 13. मुद्रा वह है जो मुद्रा का कार्य करें यह...

भारत में बैंकिंग की संरचना

भारत में बैंकिंग क्षेत्र की संरचना |Structure of banking in India भारतीय रिजर्व बैंक हमारे देश का केंद्रीय बैंक है। यह 1 अप्रैल 1935 को RBI अधिनियम 1934 के तहत स्थापित किया गया था। यह बैंकिंग संरचना में शीर्ष स्थान रखता है। RBI विभिन्न विकासात्मक और प्रचार कार्य करता है। अब तक भारत में 26 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक हैं, जिनमें से 21 राष्ट्रीयकृत बैंक हैं और 5 भारतीय स्टेट बैंक और इसके सहयोगी बैंक हैं। भारत में कुल 92 वाणिज्यिक बैंक हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भारत में कुल बैंक जमा का लगभग 75% हिस्सा रखते हैं। भारत में बैंकिंग की संरचना भारत में बैंकिंग क्षेत्र | Banking sector in india भारतीय बैंकों को वाणिज्यिक बैंकों और सहकारी बैंकों में वर्गीकृत किया गया है। वाणिज्यिक बैंकों में शामिल हैं (1) अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (SCB) और गैर-अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक। एससीबी को आगे निजी, सार्वजनिक, विदेशी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) में वर्गीकृत किया गया है; तथा (2) सहकारी बैंक जिनमें शहरी और ग्रामीण सहकारी बैंक शामिल हैं। 18 वीं शताब्दी में भारतीय बैंकिंग उद्योग की नींव है और तब से इसका विविध विकास अनुभव रहा है। भारत में प्रारंभिक बैंक मुख्य रूप से व्यापारियों के बैंक थे जो केवल वित्तपोषण गतिविधियों में लगे हुए थे। स्वतंत्रता-पूर्व युग में बैंकिंग उद्योग प्रेसीडेंसी बैंकों के साथ विकसित हुआ, जो कि इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया में और बाद में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बदल गए। उद्योग के शुरुआती दिनों में निजी स्वामित्व का बहुमत और अत्यधिक अस्थिर काम का माहौल देखा गया। सार्वजनिक स्वामित्व और जवाबदेही के प्रति प्रमुख कदम 1969 और 1980 में राष्ट्रीयकरण के साथ किए गए जिसने भारत म...

भारतीय रिजर्व बैंक के कार्य

भारतीय रिजर्व बैंक के कार्य | Read this article in Hindi to learn about the five important functions of reserve bank of India. The functions are:- 1. नोटों का निर्गमन (Issue of Notes) 2. साख का नियमन एवं नियन्त्रण (Control of Credit) 3. सरकार का बैंकर (Banker to Government) 4. बैंकों का बैंकर (Banker’s Bank) 5. बैंकिंग व्यवस्था का नियमन एवं नियन्त्रण (Regulation and Control of Banking System). रिजर्व बैंक के प्रमुख कार्य निम्नानुसार है : Function # 1. नोटों का निर्गमन (Issue of Notes): भारत में एक रुपये के नोट तथा सिक्कों (Coins) का निर्गमन भारत सरकर द्वारा तथा शेष नोटों (2 रु., 5 रु., 10 रु., 20 रु., 100 रु., 500 रु. तथा 1000 रु. वाले) का निर्गमन रिजर्व बैंक द्वारा किया जाता है । एक रुपये के नोट तथा सिक्के भी चलन में रिजर्व बैंक द्वारा ही डाले जाते हैं । इस प्रकार देश में मुद्रा के चलन पर रिजर्व बैंक का नियन्त्रण रहता है, जो अर्थव्यवस्था की मौद्रिक आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए व्यस्त एवं शिथिल काल (Busy and Slack Seasons) में साख एवं चलन का नियमन करते हैं । ADVERTISEMENTS: चलन तिजौरिया ( Currency Chests): रिजर्व बैंक के 10 निर्गमन कार्यालय बम्बई, बाइकूला (बम्बई) बैंगलूर, कानपुर, कलकत्ता, हैदराबाद, मद्रास, नागपुर, पटना, नई दिल्ली में है तथा एक उप- कार्यालय गौहाटी में है । इसके अतिरिक्त स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया, उसकी अन्य सहायक बैंकों तथा कुछ अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों की प्रमुख शाखाओं में देश भर में 3,534 स्थानों पर रिजर्व बैंक की चलन तिजौरियाँ हैं, जिनमें नोट जमा रहते हैं तथा जहाँ से व्यापारिक बैंकों की साख सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति होती है । न्यूनतम कोष प्रणाली ( Minim...

चक्रव्यूह में रिजर्व बैंक: मुंह बाये खड़ी 5 विशाल चुनौतियों से कैसे निपटेगा RBI

फेड इस साल ब्याज दरों में 3 फीसदी की वृद्धि कर चुका है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रयास महंगाई को थाम नहीं पाए हैं. डॉलर के मजबूत होने से भारत का रुपया लगातार गिर रहा है. नई दिल्ली. 5 से 7 दिसंबर को जब रिजर्व बैंक की अगली क्रेडिट पॉलिसी बैठक होगी, तो उसने सामने टेबल पर 5 बड़ी चुनौतियां होंगी. पहली, अमेरिका में लगातार बढ़ती महंगाई. दूसरी, अमेरिका में बढ़ती ब्याज दरें. तीसरी, मजबूत डॉलर के चलते कमजोर होता रुपया. चौथी, ग्लोबल मंदी. पांचवीं, भारत में लगातार बढ़ती महंगाई. इस चक्रव्यूह के बीच रिजर्व बैंक को ये देखना होगा कि वो ऐसा क्या फैसला ले, जिससे इन सब बेकाबू घोड़ों की लगाम उसके हाथ में आ जाए. निकलती दिख रही है. पहले तर्क दिया जाता था कि कच्चे तेल और नेचुरल गैस के दाम ज्यादा है, इसका असर महंगाई पर पड़ रहा है. लेकिन ये तर्क भी अब फेल हो गया है. कल शाम आए आंकड़ों में सितंबर में अमेरिका की रिटेल महंगाई दर 8.2 परसेंट रही है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व का लक्ष्य इसे 2 परसेंट पर रखने का है. यानी टार्गेट से 6 परसेंट ज्यादा. इसके साथ ही सितंबर में कोर महंगाई दर भी अनुमान से ज्यादा 6.6 परसेंट पर आई है. ये 40 साल की ऊंचाई पर है. आने वाले दिनों में भी महंगाई से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि रूस-यूक्रेन लड़ाई बढ़ ही रही है. इससे दुनिया की एनर्जी संबंधी जरूरतों पर भारी असर पड़ा है. बिना एनर्जी के मैन्युफैक्चरिंग नहीं हो सकती. कम माल बनने का मतलब, कीमतों का बढ़ना यानी महंगाई का बढ़ना है. ये भी पढ़ें – Share Market: हरे रंग में बंद हुआ बाजार, लेकिन खुश नहीं होंगे निवेशक! जानिए क्यों? फेडरल रिजर्व के हाथ खाली अमेरिका के महंगाई के आंकड़ों से एक बात तो साफ हो गई कि फेडरल रिजर्व का कोई भ...

पीएम मोदी ने दी निवेशकों को सौगात, लॉन्च की रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की 2 खास योजनाएं

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक की दो पहलों- भारतीय रिजर्व बैंक की खुदरा प्रत्यक्ष योजना (RBI Retail Direct Scheme) और रिजर्व बैंक एकीकृत लोकपाल योजना (Integrated Ombudsman Scheme) की शुरुआत की. इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान RBI की तरफ से किए गए कार्यों की तारीफ भी की. पीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उपभोक्ताओं के लिए अहम कही जा रही इन योजनाओं की शुरुआत की. लॉन्चिंग के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, RBI के गवर्नर और डिप्टी गवर्नर समेत केंद्र के कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे. पीएम मोदी ने कहा, ‘आज जिन दो योजनाओं को लॉन्च किया गया है, उनसे देश में निवेश के दायरे का विस्तार होगा और कैपिटल मार्केट्स को एक्सेस करना निवेशकों के लिए अधिक आसान, अधिक सुविधाजनक बनेगा.’ उन्होंने कहा कि रिटेल डायरेक्ट स्कीम में देश के छोटे निवेशकों को गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश का सुरक्षित और आसान रास्ता मिला है. पीएम ने कहा, ‘कोरोना के इस चुनौतीपूर्ण कालखंड में वित्त मंत्रालय ने, आरबीआई और अन्य वित्तीय संस्थाओं ने बहुत प्रशंसनीय कार्य किया है.’ उन्होंने कहा कि यह विश्वास है कि RBI राष्ट्र की उम्मीदों को पूरा करेगा. उन्होंने कहा, ‘बीते 6-7 सालों में केंद्र सरकार ने आम भारतीय की इच्छाओं को पूरा करने के लिए काम किया है.’ पीएम ने कहा कि RBI ने भी आम आदमी को ध्यान में रखते हुए कई अहम कदम उठाए हैं. पीएम ने बताया, ‘अभी तक गर्वमेंट सिक्योरिटी मार्केट में हमारे मध्यम वर्ग, कर्मचारी, छोटे व्यापारी, वरिष्ठ नागरिकों को सिक्योरिटीज में निवेश के लिए बैंक इंश्योरेंस या म्यूचल फंड जैसे रास्ते अपनाने पड़ते थे. अब उन्हें सुरक्षित निवेश का...