रक्षाबंधन पर निबंध

  1. Raksha Bandhan Par Nibandh
  2. रक्षाबंधन 2022 पर निबन्ध
  3. रक्षाबंधन पर निबंध 2022
  4. रक्षाबंधन पर निबंध (Essay on Raksha Bandhan in hindi)
  5. रक्षाबंधन का इतिहास
  6. रक्षाबंधन पर निबंध


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Raksha Bandhan Par Nibandh

Raksha Bandhan की पवित्र त्यौहार पर हमने विद्यार्थियों की सहायता के लिए एक बहुत अच्छा यह मैंने लिखा है जिसकी सहायता से विद्यार्थी परीक्षा में अच्छे अंको से उत्तीर्ण हो सकते है. रक्षाबंधन भारत के पड़े त्योहारों में से एक है. इस दिन को भाई-बहन के प्रेम का दिन भी कहते है. रक्षाबंधन त्यौहार क्यों मनाया जाता है इसका वर्णन भी हमने इस जीवन में किया है और साथ ही यह भी बताया है कि रक्षाबंधन त्यौहार कैसे मनाया जाता है. विषय-सूची 1 • • • • • • Raksha Bandhan Par Nibandh भारत को अगर त्योहारों का देश कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि भारत में हर दिन कोई न कोई त्यौहार होता है लेकिन कुछ त्यौहार बहुत बड़े होते हैं जो कि पूरे देश के लोग मनाते है. भारत में मनाए जाने वाले त्यौहार अन्य देशों की तुलना में अनूठे तरीके से और हर्षोल्लास से मनाएं जाते हैं इन त्यौहारों में रक्षाबंधन त्यौहार भी सभी भारतीय लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है. रक्षाबंधन एक पवित्र त्यौहार है यह प्यार और उल्लास का त्यौहार है इसे हम रिश्तो का बंधन भी कह सकते है क्योंकि इस दिन सभी लोग अपनों से मिलते है खासकर भाई और बहन. रक्षाबंधन के त्यौहार में एक अनूठा मिठास है जो रिश्तो की कड़वाहट को भुला देता है और आपसी रिश्तो में मिठास घोल देता है. रक्षाबंधन का त्यौहार श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है यह भाई-बहन के प्रेम का त्यौहार है. इस दिन बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती (रक्षा सूत्र = पवित्र धागा) है और भाई बहन को रक्षा का वचन देता है. यह त्यौहार मुख्य रूप से भारत में मनाया जाता है. कोई भी रिश्ता नहीं होने पर भी राखी से भाई बहन का रिश्ता निभाने का मौका मिलता है. यह भी पढ़ें – लेकिन अब इसका प्रचलन नेपाल, कनाडा, ...

रक्षाबंधन 2022 पर निबन्ध

रक्षाबंधन कैसे मनाया जाता है इन त्योहारो में रक्षाबंधन का विशेष महत्व है क्यूकी इस दिन हर भाई अपने बहन की रक्षा का प्रण लेता है और हर बहन जीवन भर अपनी भाई के ख़ुशी और दीर्घायु होने की कामना करती है जिस कारण रक्षाबंधन के त्योहार को भाई बहन के प्यार का त्योहार भी कहा जाता है, तो इस Raksha Bandhan के पावन त्यौहार पर निबन्ध दे रहे है. तो इस रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर हर भाई बहन इस त्योहार को अच्छे से मनाते है, और बहन की यही कामना होती है, की उसका भाई हमेसा अपने बहन की रक्षा करे, और भाई चाहता है, की अपने बहन से हमेसा प्रेम बना रहे है, जिसके लिए आप इस रक्षा बंधन के इस निबन्ध के जरिये रक्षा बंधन के महत्व को जान सकते है, और रक्षा बंधन के महत्व को Raksha Bandhan Ke Upar Nibandh अच्छे तरह से समझ सकते है. रक्षाबंधन का त्योहार – भाई बहन के प्रेम प्रतिक का पर्व राखी पर हिन्दी निबन्ध Raksha Bandhan Tyohar – Brother Sister’s Relationship Festival Essay Nibandh in Hindi Raksha Bandhan के त्योहार को भाई बहन का त्योहार भी कहा जाता है चूकी इस दिन हर बहन अपनी भाई के कलाई पर रक्षा बाधती है और इसलिए इसे राखी का त्योहार भी कहा जाता है इस दिन भाई अपने बहन की रक्षा का प्रण तो लेते ही है साथ राखी बाधे जाने के बाद अपनी प्यारी बहनों को उपहार स्वरुप कुछ न कुछ जरुर भेट करते है जिससे बहने खुश होती है, रक्षाबंधन मनाने के ऐतिहासिक महत्व एंव कारण अक्सर जब प्राचीन काल में जब रण सेनाये अपने दुश्मन का मुकाबला करने जाते थे तो उस राज्य की स्त्रिया अपने सैनिको का हौसला बढ़ाने के लिए सैनिको के माथे चन्दन टिका कुमकुम लगाकर उन्हें सुशोभित करती थी और हाथ रक्षा सूत्र बाधकर राज्य और आन बान शान की रक्षा का वचन लेती थी और य...

रक्षाबंधन पर निबंध 2022

रक्षाबंधन पर निबंध 2022 | Essay on Raksha Bandhan For class 3, 4, 5 In Hindi: आप सभी को रक्षाबंधन 2022 के पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. आज के रक्षा बंधन निबंध में हम कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के स्टूडेंट्स के लिए 100 words, 150 words, 200 words, 250 words में सरल रक्षाबंधन का निबंध, भाषण, अनुच्छेद, लेख स्पीच यहाँ बता रहे है. रक्षाबंधन पर निबंध 2022 | Essay on Raksha Bandhan For class 3, 4, 5 In Hindi रक्षाबंधन को राखी का त्यौहार भी कहते हैं. यह हिन्दुओ के मुख्य त्यौहार में गिना जाता हैं, प्रतिवर्ष हिन्दू कैलेडर के अनुसार रक्षाबंधन श्रावण महीने की पूर्णिमा के दिन देशभर में मनाया जाता हैं. जो सम्भवत जुलाई या अगस्त महीने में आता हैं. भाई बहिन के पावन रिश्ते और उज्जवल प्रेम का प्रतीक यह पर्व भाई-बहिन के रिश्ते को बढ़ाने के साथ ही एक दुसरे का ख्याल रखने की याद भी दिलाता हैं. प्रतिवर्ष रक्षाबंधन के दिन बहिन अपने घर से भाई के लिए अच्छी से अच्छी राखी लाकर भैया की दाहिनी कलाई पर बाधती हैं. तिलक कर भाई की लम्बी उम्र की प्रार्थना करती हैं, भाई अपनी बहिन की रक्षा करने का सकल्प लेता है इस दिन प्रत्येक भाई राखी बंधवाने का इन्तजार करता हैं, तथा राखी बाधने के बाद बहिन को उपहार भी भेट करता हैं. रक्षाबंधन के पर्व को मनाने के पीछे कई धार्मिक कथाएँ जुड़ी हुई हैं. जिनमे वामनावतार की कथा का बड़ा महत्व हैं. पृथ्वी लोक पर राजा बली ने ब्रह्मा की कठिन तपस्या कर स्वर्ग का पूर्ण अधि कार अपने कब्जे में कर लिया. इससे चिंतित होकर इंद्र ने विष्णुजी से विनती कि वे बली के पास वामनावतार में जाए और दक्षिणा में पूरा राज्य छीन लेवे. इस पर बली ने वामनावतार जी को तीन पग रखने की जमीन भेट की, विष्णु ज...

रक्षाबंधन पर निबंध (Essay on Raksha Bandhan in hindi)

रक्षाबंधन पर निबंध: भारत त्योहारों का देश है। एक ऐसा देश जहां विभिन्न संस्कृतियाँ, धर्म, संप्रदाय एक साथ फल-फूल रहे हैं। रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। तमाम विविधताओं के बावजूद रक्षाबंधन (rakshabandhan) एक ऐसा त्योहार है, जो धर्म, संप्रदाय और संस्कृतियों की सभी दीवारों को तोड़ कर सभी त्योहारों के बीच एक अलग ही स्थान रखता है। अपने सांस्कृतिक मूल्यों और प्रेमभाव की वजह से देशभर में रक्षाबंधन (rakshabandhan) को सभी उत्साह से मनाते हैं। शुभ मुहूर्त में रक्षाबंधन का त्योहार मनाते हुए भाई की कलाई पर राखी बाँधी जाती है। श्रावण पूर्णिमा 2023 की शुरुआत 30 अगस्त की सुबह 11:27 बजे से होà...

रक्षाबंधन का इतिहास

सूचना: दूसरे ब्लॉगर, Youtube चैनल और फेसबुक पेज वाले, कृपया बिना अनुमति हमारी रचनाएँ चोरी ना करे। हम कॉपीराइट क्लेम कर सकते है रक्षाबंधन का इतिहास ( Rakshabandhan Ka Itihaas ) – भारत एक त्योहारों का देश है। यहाँ समय-समय पर कोई न कोई त्यौहार मनाया जाता है। हर त्यौहार का अपना एक महत्त्व है। इसी तरह भाई-बहन के प्यार को दर्शाता एक त्यौहार है :- रक्षा बंधन। यह त्यौहार श्रावण की पूर्णिमा को मनाया जाता है। हालाँकि अगर इसका इतिहास देखा जाए तो ये त्यौहार सिर्फ भाई-बहन के लिए ही नहीं अपितु समाज में बनने वाले हर रिश्ते के लिए होता है। इसी सन्दर्भ में हम आपके लिए रक्षा बंधन से जुड़ी जितनी अधिक प्राप्त हो सकी उतनी जानकारी लेकर आये हैं। पढ़िए- रक्षाबंधन का इतिहास – निबंध, महत्व एवं जानकारी । • ये भी पढ़िए- Rakshabandhan Ka Itihaas रक्षाबंधन का इतिहास रक्षा बंधन कब मनाया जाता है ? रक्षाबंधन कि शुरुआत कब और कैसे हुयी इस बात कि कोई पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं है। रक्षा बंधन का जिक्र पुराणों में भी है। इसका नाम रक्षा बंधन कैसे पड़ा। पुरातन समय में ऋषिगण श्रवण मास में अपने आश्रम में रहकर अध्ययन और यज्ञ किया करते थे। यज्ञ की समाप्ति श्रावण मास की पूर्णिमा को कि जाती थी। इसी दिन यजमान और शिष्य एक-दूसरे को रक्षा सूत्र बांधते थे। यही रस्म आगे चल कर रक्षा बंधन में बदल गयी। रक्षा सूत्र को राखी कह कर पुकारा जाने लगा रक्षा बंधन क्यों मनाया जाता है ? भविष्यपुराण की कथा :- भविष्यपुराण की एक कथा के अनुसार के बार देव और दानवों में युद्ध हुआ। युद्ध बारह वर्षों तक चला। इंद्र को अपनी हार निश्चित लगने लगी। भगवन इंद्र घबरा कर गुरु बृहस्पति के पास गए। वहां इंद्र की पत्नी इन्द्राणी सब कुछ सुन रहीं थीं। उन्होंने न...

रक्षाबंधन पर निबंध

रक्षाबंधन पर निबंध | Essay on Raksha Bandhan in Hindi लघु निबंध – रक्षाबंधन हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। यह त्यौहार भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है। इस दिन सभी बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बाँधती हैं और अपने भाई की लंबी आयु की कामना करती हैं तथा भाई अपनी बहन को उसकी रक्षा का वचन देता है | भाई राखी बंधवाने के पश्चात् अपनी बहन को दक्षिणा स्वरूप रुपए या उपहार देते हैं। महाभारत के इतिहास में कृष्ण और द्रौपदी की कहानी अत्यंत प्रसिद्ध है, कहते हैं कि जब महाभारत की लड़ाई से पहले श्री कृष्ण ने राजा शिशुपाल का वध करने के लिए सुदर्शन चक्र उठाया था तब उनकी अंगुली में चोट लग गई थी और खून बहने लगा था, तब द्रोपदी ने अपनी साड़ी का टुकड़ा फाड़कर श्री कृष्ण कि अंगुली पर बांध दिया था | इसके बदले श्री कृष्ण ने द्रौपदी को किसी भी संकट मे उसकी सहायता करने का वचन दिया था। इसलिए ही जब दुष्शासन द्वारा द्रौपदी वस्त्र हरण हुआ था, तो तब श्री कृष्ण ने ही वहाँ आकर द्रौपदी की लाज बचाई थी | भारत में रक्षाबन्धन के दिन राखी बाँधने की बहुत पुरानी परम्परा है। इस दिन बहने अपने भाइयों को राखी बांधती हैं और वादा करती हैं कि दोनों एक दूसरे की रक्षा करेंगे। इस दिन घर में कई तरह के पकवानों और मिठाईयों बनाई जाती है | राखी का पर्व घर के अतिरिक्त स्कूलों में भी मनाया जाता है। स्कूल में लड़किया लड़कों की कलाई पर राखी बांधती है तथा मिठाई खिलाती है | इसके बदले में लड़के लड़कियों को उपहार देते हैं | हमारे देश में रक्षाबंधन का त्यौहार एक ऐसी परंपरा है, जो हमें आपस में जोड़ती है, इसलिए आज भी हम सब इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम और उल्लास के साथ मनाते हैं। बहन भाई ...