रूस-यूक्रेन युद्ध कब शुरू हुआ 2022

  1. आखिर कब खत्म होगी यूक्रेन रूस की जंग, 10 प्वाइंट में जानें 168 दिनों की कहानी
  2. यूक्रेन से 28 गुना बड़ा है रूस, कब
  3. Year Ender: रूस और यूक्रेन में शुरू हुआ युद्ध, दाने
  4. Russia Ukraine World War 3: Know When And Why Did The First And Second World Wars Take Place?


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आखिर कब खत्म होगी यूक्रेन रूस की जंग, 10 प्वाइंट में जानें 168 दिनों की कहानी

आखिर कब खत्म होगी यूक्रेन-रूस की जंग, 10 प्वाइंट में जानें 168 दिनों की कहानी रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी 2022 से युद्ध शुरू हुआ था. इस युद्ध की वजह से एक बार फिर दुनिया दो शक्तियों के बीच बंटती हुई नजर आ रही है. इस वजह से तीसरे विश्व युद्ध की संभावनाएं बनी रहती हैं. लेकिन फिर यह युद्ध समाप्त नहीं हो रहा है. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध पिछले करीब 6 महीनों से जारी है. जो इस सदी का सबसे लंबा चलने वाला युद्ध बनता जा रहा है. मसलन दोनों देशों के बीच युद्ध हुए 168 दिन बीत चुके हैं. लेकिन, इसके बाद भी युद्ध खत्म होने के हालात बनते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं. हालांकि रूस और यूक्रेनके बीच जारी युद्ध के चलते दुनिया एक बार फिर दो शक्तियों के बीच बंटती हुई दिखाई दे रही हैं. ऐसे में कई बार तीसरे विश्व युद्ध के हालात बनते हुए भी दिखाई दे रहे हैं. लेकिन, रूस और यूक्रेन के बीच 168 दिन से जारी युद्ध ने वैश्विक हालातों को कई मायनों में बदल दिया है. जिसका नुकसान कई देशों को उठना पड़ा है. आइए, इन 10 प्वाइंट से रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध से बदले नुकसान और वैश्विक हालातों को समझने की कोशिश करते हैं. • रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर आक्रमण शुरू किया. इसके बाद यूक्रेनी सेना ने भी मोर्चा संभाला है. इसके साथ इस सदी के सबसे लंबे समय तक चलने वाले युद्ध की शुरुआत हुई. जो 5 महीने से अधिक समय से जारी है. यूक्रेन के खिलाफ आक्रमण बोलने से कुछ दिन पहले रूस ने आधिकारिक तौर पर डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक, पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में दो स्वयं घोषित राज्यों को मान्यता दी थी. • रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग को रोकने के अंंतरराष्ट्रीय प्रयास भी शुरू हो गए है. ज...

यूक्रेन से 28 गुना बड़ा है रूस, कब

Russia Ukraine Crisis: यूक्रेन संकट की वजह से दुनिया भर के देशों की निगाहें रूस (Russia), नाटो सेना (NATO) और अमेरिकी (America) रुख पर टिकी हुई हैं. रूस अपने सैनिकों और हथियारों को यूक्रेन (Ukraine) की सीमा पर तैनात कर चुका है, जिसे देखते हुए तमाम देश इस बात की आशंका जता रहे हैं कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है. वहीं, इस आशंका को देखते हुए अमेरिका लगातार रूस पर प्रतिबंधों की धमकी देकर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है. अमेरिका का कहना है कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो उसे वैश्विक स्तर पर कड़े प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा. इस तनातनी के बीच सवाल उठता है कि आखिर ये बवाल है किस बात पर है? तो इसका जवाब ये है कि खुद को असहज पाने के कारण यूक्रेन, नाटो से हाथ मिलाना चाहता है. वहीं रूस अमेरिका से आश्वासन चाहता है कि यूक्रेन को किसी भी शर्त पर नाटो में जगह न दी जाए. यहां, यूक्रेन और रूस के बीच गर्म हुए माहौल के इतर यह जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर यूक्रेन क्यों नाटो में मिलना चाहता है? रूस को इससे क्यों एतराज है? और अमेरिका इसमें थर्ड पार्टी क्यों बना हुआ है? उसका मकसद क्या है… इन सभी सवालों के जवाब के अलावा हम इस लेख में समझेंगे कि आखिर यूक्रेन का जन्म कब और कैसे हुआ? एक समय रूस का पक्का वाला दोस्त कहलाने वाला यूक्रेन आज उसका सबसे बड़ा दुश्मन कैसे बन गया है. हमले की स्थिति में रूस पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद यूरोप को होने वाली गैस की आपूर्ति भी पूरी तरह बाधित हो सकती है. इससे पूरे यूरोप में ऊर्जा संकट उत्पन्न हो सकता है. इन सबके बीच अमेरिका की चांदी ही चांदी है. रूस पर प्रतिबंध लगाए जाने की स्थिति में उसे यूरोप को मनमाफिक कीमत पर गैस की सप्लाई करने का मौका मिले...

Year Ender: रूस और यूक्रेन में शुरू हुआ युद्ध, दाने

डीएनए हिंदी: साल 2022 में दुनिया के अलग-अलग देशों के सामने कई तरह की चुनौतियां खड़ी हुईं. श्रीलंका जैसा छोटा सा देश आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझा तो दुनिया पर राज कर चुके ब्रिटेन में तीन बार प्रधानमंत्री ही बदल दिए गए. ईरान में महिलाओं ने हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया. पाकिस्तान में गठबंधन टूटा और इमरान खान सत्ता से बाहर हो गए. एलन मस्क ने ट्विटर खरीदकर खूब तमाशा किया तो क्वीन एलिजाबेथ के निधन से दुनिया दुखी हुई. फीफा वर्ल्डकप जीतकर लियोनेल मेसी ने अर्जेंटीना का दशकों का सूखा खत्म किया. वहीं, लाखों लोगों की नौकरियां गईं और खराब अर्थव्यवस्था ने दुनिया के लगभग हर देश को परेशान किया. रूस और यूक्रेन का युद्ध जारी साल 2022 की शुरुआत में ही रूस और यूक्रेन का युद्ध शुरू हो गया. यूक्रेन NATO का सदस्य बनना चाहता था लेकिन रूस इसका विरोध कर रहा था. रूस का मानना है कि अगर यूक्रेन नाटो में शामिल हो जाता है तो पश्चिमी देशों की पहुंच उसकी सीमा तक हो जाएगी. इसी वजह से शुरू हुआ युद्ध अभी तक जारी है. दोनों देशों के हजारों सैनिक मारे गए हैं. करोड़ों-अरबों की संपत्ति का नुकसान हुआ है. अर्थव्यवस्था चरमरा गई है लेकिन युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. पश्चिमी देश यूक्रेन का साथ भी दे रहे हैं लेकिन रूस अपने हमले रोकने को तैयार नहीं है. यह भी पढे़ं- ईरान में हिजाब के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन ईरान में महसा अमीनी नामक युवकी को देश के हिजाब कानून का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. दरअसल, तेहरान से बाहर रहने वाली महसा अमीनी ने हिजाब नहीं पहना था. मोरैलिटी पुलिस ने उनको इस कदर पीटा की पुलिस कस्टडी में उनकी मौत हो गई. इसके बाद से ईरान में हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गए. महसा अमीन...

Russia Ukraine World War 3: Know When And Why Did The First And Second World Wars Take Place?

Russia Ukraine Conflict: यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ रूस (Russia) की सैन्य कार्रवाई का जो खतरा कुछ हफ़्ते पहले अटकलों और बहस का विषय था, वह अब वास्तविक संघर्ष के जोखिम में बदल चुका है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का आदेश दे दिया है. जिसके बाद रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव समेत कई शहरों पर मिसाइल से हमले करने शुरू कर दिए हैं. रूस के इस कदम को लेकर अमेरिका ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है. आलम यह है कि रूस की सेना यूक्रेन के अंदर घुस गई है. रूस की इस कार्रवाई के बाद तीसरे विश्व युद्ध की आहट सुनाई देने लगी है. इस रिपोर्ट में जानिए आखिर पहला और दूसरा विश्व युद्ध कब और क्यों हुआ था. कब और क्यों हुआ था पहला विश्व युद्ध ? युद्ध क्यों हुआ ? आठ जून साल 1914 को ऑस्ट्रिया और हंगरी साम्राज्य के उत्तराधिकारी आर्क ड्यूक फ्रांज फार्डिनैंड अपनी पत्नी सोफी के साथ बोस्निया में साराएवो के दौरे पर थे, वहां दोनों की सर्ब राष्ट्रवादी गैवरिलो प्रिंसिप ने हत्या कर दी. इसके बाद 28 जुलाई को ऑस्ट्रिया-हंगरी ने सर्बिया के खिलाफ युद्ध का एलान किया. इसके बाद संकट बढ़ता गया और एक अगस्त को जर्मनी ने रूस और दो दिन बाद फ्रांस के साथ युद्ध शुरू कर दिया. यह विश्व युद्ध 28 जुलाई 1914 से 11 नवंबर 1918 तक चला था. कितने लोग मारे गए ? चार साल, तीन महीने और दो हफ्ते तक चले इस युद्ध में करीब 30 देश शामिल थे. इस विश्व युद्ध में करीब 6 करोड़ 82 लाख सैनिक लड़े, जिनमें से 99 लाख 11 हजार सैनिक मारे गए. बड़ी बात यह है कि इस युद्ध में 75 हजार भारतीय सैनिक भी थे. कितने लोग मारे गए ? पहले विश्व युद्ध में 30 ज्यादा देश शामिल हुए थे, जिसमें सर्बिया, ब्रिटेन, जापान...

रूस

राज एक्सप्रेस। रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध को आज एक साल पूरा हो चुका है। 24 फरवरी 2022 को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान किया था। उस समय पुतिन ने इसे एक सैन्य अभियान बताया था। युद्ध शुरू होने के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि रूस कुछ ही दिनों में यह युद्ध जीत जाएगा। लेकिन यूक्रेन पिछले एक साल से रूस के सामने डटा हुआ है। हालांकि यूक्रेन को पश्चिमी देशों से भारी सैन्य मदद भी मिल रही है लेकिन इसके बावजूद बीते एक साल में यूक्रेन को भारी तबाही का सामना करना पड़ा है। दूसरी तरह युद्ध के चलते रूस को भी बड़ा आर्थिक और अपने सैनिकों की जान का नुकसान हुआ है। तो चलिए जानते हैं कि बीते एक साल में इस युद्ध में क्या कुछ हुआ। युद्ध की शुरुआत : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़ते हुए कहा था कि उनका मकसद यूक्रेन पर कब्जा करना नहीं बल्कि यूक्रेन को डिमिलटराइज करना है। युद्ध की शुरुआत में ही रूस ने यूक्रेन के कई इलाकों पर कब्ज़ा कर लिया था। रूस ने यूक्रेन के डोनबास प्रांत के डोनेत्स्क और लुहांस्क को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया। इस युद्ध में रूस को पड़ोसी देश बेलारूस का भी साथ मिला। ऑपरेशन गंगा : इस युद्ध की शुरुआत के बाद भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा चलाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के साथ बातचीत की और वहां फंसे भारतीयों की सुरक्षित घर वापसी करवाई। भारतीयों को वहां से निकलने देने के लिए रूस ने दो बार सीजफायर का ऐलान भी किया। यूक्रेन का पलटवार : युद्ध की शुरुआत में काफी पिछड़ने के बाद जब यूक्रेन को दुनिया के कई देशों से सैन्य मदद मिलनी शुरू हुई ...