संघर्ष से सफलता की कहानी

  1. संघर्ष से सफलता की कहानी
  2. 10+ सफल बिजनेस मैन की कहानी
  3. Nirma Founder: संघर्ष से सफलता पाने की करसन भाई की कहानी, क्यों रखा वॉशिंग पाउडर का नाम निरमा?
  4. JK Rowling Success Story
  5. पिता हैं कारपेंटर, जानें 6 नौकरियां छोड़कर IPS ऑफिसर बनने वाली संगीता कालिया के जीवन की प्रेरक कहानी
  6. Mark Zuckerberg Biography, संघर्ष से सफलता की कहानी


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संघर्ष से सफलता की कहानी

Table of Contents • • • • • • • • • • जब बात आती है संघर्ष से सफलता की कहानी की तो यहां उन प्रसिद्ध लोगों की सूची दी गई है जिन्होंने अपने कभी हार न मानने वाले रवैये और दृढ़ संकल्प के कारण हमें प्रेरित किया! इन लोगों ने बाधाओं की परवाह किए बिना अपने सपनों का पीछा करने का फैसला किया। आइए उनके अनुभवों से सीखें और अपने सपनों को कभी न छोड़ें! स्टीव जॉब्स (Steve Jobs): photo courtesy – उन्हें 1985 में जॉब्स में दिक्कतों का सामना करना पड़ा जब उनका प्रोडक्ट मैकिंटोश फेल हो गया और माइक्रोसॉफ्ट की सफलता एप्पल पर भारी पड़ गई। स्टीव जॉब्स को उनकी ही कंपनी के लोगों ने निकाल दिया था, जिन्हें कभी उनके द्वारा काम पर रखा गया था! लेकिन उसने हार नहीं मानी। वह 1997 में वापस आया और उसने iPod, iPhone और iPad लॉन्च किए, जिससे 2012 तक Apple सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई। • स्वास्थ्य के मुद्दे: स्टीव जॉब्स अग्नाशय के कैंसर से पीड़ित थे जिसे उन्होंने लंबे समय तक जनता से छुपा कर रखा। उन्होंने 2009 में लीवर ट्रांसप्लांट करवाया और अपने स्वास्थ्य से निपटने के लिए Apple से कई छुट्टी लीं। • प्रोफेशनल चैलेंजेस: 1985 में जॉब्स को एप्पल से निकाल दिया गया जो उनके लिए बहुत बड़ा झटका था। इसके बाद उन्होंने एक नई कंपनी NeXT शुरू की, जो Apple जितनी सफल नहीं रही। उन्होंने पिक्सर में उत्पाद विकास के साथ भी संघर्ष किया, जिस एनीमेशन स्टूडियो की उन्होंने सह-स्थापना की थी। • व्यक्तिगत संघर्ष: जॉब्स को काम करने के लिए एक कठिन व्यक्ति के रूप में जाना जाता था और नियंत्रित करने और मांग करने की प्रतिष्ठा थी। उनका अपने परिवार के साथ, जिसमें उनकी बेटी भी शामिल थी, एक उथल-पुथल भरा रिश्ता था, और उनके लिए अपने व्यक्तिगत और व्यावसायि...

10+ सफल बिजनेस मैन की कहानी

10+ सफल बिजनेस मैन की कहानी 10+ सफल बिजनेस मैन की कहानी | संघर्ष से सफलता दोस्तों आज हम पढेंगे की संघर्ष से सफलता केसे प्राप्त होती है और कैसे आम आदमी सफल बिजनेस मैन बने, दोस्तों हिन्दी कहानियों की इस श्रंखला में आपको ऐसी सच्ची ज्ञानवर्धक प्रेरणादायक कहानियां हमेशा मिलती रहेगी, तो चलिए बिना देर किये जानते है। रजत जैन और मोहित जैन सफल बिजनेस मैन की कहानी रजत जैन और मोहित जैन सफल बिजनेस मैन की कहानी दोस्तों जब दो भाइयों 34 वर्षीय रजत जैन और 31 वर्षीय मोहित जैन ने 2013 में किमिरिका को लॉन्च किया , तो वे 100 वर्ग फुट के एक छोटे से कमरे में काम करते थे। दोनों पर कर्ज भी था और उनके पास रुपये भी नहीं थे और उन्हें कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा था। लेकिन उन्होंने देखा था कि अंतरराष्ट्रीय होटल ब्रांडों के लिए 70 प्रतिशत से अधिक सुविधा उत्पादों और प्रसाधनों का आयात किया जाता है तो उन्होंने तय किया की वे इन उत्पादों को स्थानीय स्तर पर बना सकते हैं और उन्हें होटलों को बेच सकते हैं। उनके दृढ़ विश्वास और दृढ़ संकल्प ने उनकी कम्पनी किमिरिका को कई बाधाओं को दूर करने में मदद की और लक्जरी होटल टॉयलेटरीज़ और गेस्ट रूम सुविधाओं का भारत का सबसे बड़ा निर्माता बनने में मदद की। किमिरिका हंटर अब 300 करोड़ रुपये की कंपनी है और मैरियट , स्टारवुड , हिल्टन , जुमेराह , हयात , आदि जैसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय होटल श्रृंखलाओं को अपनी सेवाए देती है। उमर अख्तर सफल बिजनेस मैन की कहानी उमर अख्तर सफल बिजनेस मैन की कहानी दोस्तों उमर अख्तर सिर्फ 16 साल के थे जब उनके पिता सैफुल्ला अख्तर बेंगलुरु के एक साड़ी वितरक थे। हैदराबाद में सैफुल्ला अख्तर के खुदरा विक्रेताओं ने दुकाने बंद कर दी और सैफुल्ला का लगभग 8 लाख रुपये क...

Nirma Founder: संघर्ष से सफलता पाने की करसन भाई की कहानी, क्यों रखा वॉशिंग पाउडर का नाम निरमा?

वॉशिंग पाउडर में निरमा एक लोकप्रिय ब्रांड है और उसके निर्माता थे करसन भाई पटेल। इनका जन्म गुजरात के मेहसाणा के एक किसान परिवार में हुआ। बिजनेस से दूर-दूर तक कोई नाता ही नहीं था। पढ़ाई पूरी करने के बाद न्यू कॉटन मिल्स, अहमदाबाद में लैब टेक्नीशियन बन गए। कुछ समय बाद उन्हें गुजरात सरकार के खनन और भूविज्ञान विभाग में सरकारी नौकरी मिल गई। फिर एक हादसे ने उनकी जिंदगी बदल दी। स्कूल में पढ़ने वाली उनकी बेटी की एक हादसे में मौत हो गई। वह चाहते थे कि उनकी बेटी पढ़-लिख कर कुछ ऐसा करे कि पूरा देश उसे जाने। मगर होनी को कौन टाल सकता है। ऐसे शुरू हुआ निरमा का सफर अपनी बेटी की मौत से करसन भाई बिल्कुल टूट चुके थे और इसके साथ ही उनका अपनी बेटी को कुछ बनते देखने का सपना भी टूट गया था। बावजूद इसके, उन्होंने अपना मन बना लिया था कि वह अपनी बेटी को दुनिया में अमर कर देंगे और उन्होंने यह करके भी दिखाया। करसनभाई की बेटी का नाम निरूपमा था लेकिन प्यार से सब उसे निरमा कहते थे। इसी नाम से करसनभाई ने वॉशिंग पाउडर बनाने का फैसला किया। उनका मकसद अपनी इस कोशिश से अपनी बेटी के नाम को हमेशा जिंदा रखना था। घर-घर जाकर बेचा निरमा 1969 में उन्होंने इसकी शुरुआत की। उस समय एक किलो का सर्फ का पैकेट 15 रूपये का था। जबकि करसन भाई निरमा पाउडर को सिर्फ साढ़े तीन रूपये प्रति किलो बेच रहे थे। करसन भाई की सरकारी नौकरी थी, जिसके चलते वे ऑफिस से आते-जाते वॉशिंग पाउडर बेचते थे। उनके माल की लोकप्रियता कैसे बढ़े, इसलिए उन्होंने एक तरकीब निकाली। दरअसल वे निरमा के हर पैकेट पर कपड़े साफ न होने पर पैसे वापस करने की गारंटी देने लगे। अच्छी क्वालिटी और कम दाम ने इसे जल्द ही पॉपुलर कर दिया। छोड़ दी थी नौकरी करसनभाई पटेल ने जब देखा कि...

JK Rowling Success Story

कहते हैं की बुरे वक़्त एक खासियत ये होती है की वो हमे अच्छे वक़्त की एहमियत सीखा देता है। Harry Potter author JK Rowling किसी परिचय की मोहताज नहीं है। आज हर बच्चा और युवा उनके बारे में और उनकी सफलता के बारे में जानता है। लेकिन JK Rowling की जिंदगी शुरुवात में इतनी अच्छी नहीं थी जितनी हम आज देखते हैं। आज मैं JK Rowling ki struggle story या फिर यूँ कहें JK Rowling success story के बारे में बताऊंगा। जिसके जरिये आप जानेंगे की जिंदगी में J.K Rowling ki kahani आप और हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है क्यूंकि ये एक ऐसी शख्स हैं जिन्होंने अपनी शुरुवाती life में ही बहुत कुछ खो दिया था। संघर्ष से सफलता की कहानी आपको अपनी परेशानियों से लड़ना सिखाएगी और साथ ही ये रियल लाइफ स्टोरी इन हिंदी आपको ये भी सिखाएगी की jk rowling success story ये कहानी है J.K. Rowling की। J.K Rowling एक British author, Film producer और Screenwriter हैं। Rowling अपनी Harry Potter Novel Series के लिए बहुत famous हैं। Jk rowling को बचपन से ही fanstasy stories पढ़ने और लिखने का बहुत शौक था। 1990 में Rowling को Harry Potter लिखने का idea उस वक़्त आया जब वो train से Manchester to London जा रही थी। उसके बाद उन्होंने Harry Potter novel लिखना शुरू किया। उस वक़्त J.K Rowling 25 साल की थी और ये बात उन्होंने अपनी माँ को भी नहीं बताई। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. हैरी पॉटर लिखने के 6 महीने बाद ही उनकी माँ की death हो गयी। उस वक़्त तक उन्होंने हैरी पॉटर के सिर्फ 3 chapter ही लिखे थे। अपनी माँ की death के बाद, Rowling एक नयी शुरुवात के लिए पुर्तगाल चली गयी। वहां जाकर वो English as a foreign language पढ़ाने लगी। कुछ समय...

पिता हैं कारपेंटर, जानें 6 नौकरियां छोड़कर IPS ऑफिसर बनने वाली संगीता कालिया के जीवन की प्रेरक कहानी

सपने उन्हीं के सच होते हैं जिनके अंदर कुछ कर दिखाने की जिद्द होती है। जिद्द से ही कोई भी व्यक्ति इतिहास रचता है। इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण हैं हरियाणा कैडर की आईपीएस संगीता कालिया। जिनके तेज़ तर्रार तरीकों से हर कोई खौफ खाता है। संगीता के पिता एक कारपेंटर हैं। अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए उन्होंने आईपीएस बनने की ठानी। आईपीएस बनने का जुनून उन पर इस कदर सवार था कि उन्होंने 6 नौकरियों को ठुकरा दिया था और आखिरकार आईपीएस बनकर ही दम लिया। यही नहीं वे अपने कड़े फैसलों से अक्सर लोगों को चौंकाती रहती हैं। लेकिन आईपीएस बनने का यह सफर संगीता कालिया के लिए आसान नहीं था। उन्होंने बहुत संघर्ष किया। संगीता कालिया के जीवन सफर आइए जानते हैं कैसा रहा है संगीता कालिया के जीवन का बचपन से ही कियां संघर्ष: मूल रूप से हरियाणा के भिवानी की रहने वाली संगीता कालिया ने बचपन से ही कड़ा संघर्ष किया। उनके पिता कारपेंटर थे। उनके घर की आर्थिकि स्थिति अच्छी नहीं थी। लेकिन उनके पिता का सपना था कि संगीता आईपीएस बने। अपने पिता के सपने को पूरा करने की दिशा में संगीता ने अपनी शुरूआती शिक्षा हरियाणा के ही प्राइवेट स्कूल से की। जिसके बाद अशोका यूनिवर्सिटी से उन्होंने इकोनॉमिक्स में मास्टर्स की डिग्री हासिल की। संगीता ने पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा होने से पहले ही सोच लिया था कि वह अपने पिता के सर्विस से रिटायर होने से पहले ही खुद को सक्षम बना लेंगी। यह निर्णय लेने के बाद संगीता कालिया ने यूपीएससी परीक्षा देने का फैसला किया। तीसरे प्रयास में बनीं IPS: संगीता कालिया ने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करनी शुरू कर दी। हांलाकि पहली बार में वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त नहीं कर पाईं। लेकिन उन्होंने फ...

Mark Zuckerberg Biography, संघर्ष से सफलता की कहानी

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