संयोजी ऊतक किसे कहते हैं

  1. उपकला ऊतक किसे कहते है? Complete Notes in Hindi
  2. ऊतक क्या है, पादप व जंतु ऊतक, प्रकार व तंत्र
  3. उपकला ऊतक किसे कहते हैं? ऊतक में पायी जाने वाली संधियों का वर्णन कीजिए


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उपकला ऊतक किसे कहते है? Complete Notes in Hindi

नमस्कार दोस्तों, क्या आप उपकला ऊतक के बारे में कम्प्लीटली जानना चाहते है यदि हाँ तो यह आर्टिकल आप ही के लिए है। इस आर्टिकल में आपको उपकला ऊतक (Epithelial tissue) के बारे में स्टेप बाई स्टेप पूरी जानकारी दी गयी है। उपकला ऊतक के बारे में पढ़ने से पहले हम यह जान लेते है कि ऊतक क्या होता है। तो चलिए बिना समय बर्बाद किये पढ़ना शुरू करते है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • ऊतक किसे कहते है? What is Tissue in hindi? कोशिकाओ का समूह जिनका कार्य और उत्पत्ति समान होता है, लेकिन संरचना के आधार पर यह समान भी हो सकता है और असमान भी हो सकता है, तो ऐसी कोशिकाओ के समूह को ऊतक (Tissue) कहा जाता है। ऊतक कितने प्रकार के होते है? How many types of tissue in hindi? प्राणियों में ऊतक चार प्रकार के होते है। प्राणियों के रेस्पेक्ट में ऊतक शब्द Bichat ने दिया था और पादपो के रेस्पेक्ट में ऊतक शब्द Nehemia Grew ने दिया था। प्राणियो में जो चार प्रकार के ऊतक पाए जाते है, उन ऊतकों का निर्माण या उत्पत्ति कैसे होता है? इन चारो ऊतको का निर्माण जर्म स्तरों से होता है। • उपकला ऊतक का निर्माण बाह्य जर्म स्तर (Ectoderm), मध्य जर्म स्तर (Mesoderm) और अन्तः जर्म स्तर (Endoderm) तीनो में से किसी भी स्तर से हो सकता है। • संयोजी ऊतक का निर्माण सिर्फ Mesoderm लेयर से होता है। • पेशी ऊतक का निर्माण भी सिर्फ Mesoderm स्तर होता है। • तंत्रिका ऊतक का निर्माण सिर्फ Ectoderm स्तर से होता है। उपकला ऊतक किसे कहते है? What is epithilial tissue in hindi? उपकला ऊतक की उत्पत्ति तीनो लेयर में से किसी से भी हो सकती है। उपकला ऊतक का मुख्य कार्य क्या होता है? उपकला ऊतक आवरण (Covering) और अस्तर (Lini...

ऊतक क्या है, पादप व जंतु ऊतक, प्रकार व तंत्र

• विभज्योतकीय ऊतक ( Meristematic tissue ) • स्थायी ऊतक ( Permanenet tissue ) 1. विभज्योतकीय ऊतक वे ऊतक जो विभाजन की क्षमता रखते है , विभज्योतकीय ऊतक कहते हैं | विभज्योतकीय ऊतक तीन प्रकार के होते हैं – शीर्षस्थ विभज्या ( Apical meristem ) ये ऊतक जड़ , तने व शाखाओं के अग्रस्थ पर पाये जाने वाले ऊतक | पार्श्वीय विभज्या ( Lateral meristem ) ये ऊतक द्वित्तीय वृद्धि को संचालित करते है तथा जड़ एवं तने के पार्श्व भाग में पाये जाते हैं | अन्तर्वेशी विभज्या ( Intercalary meristem ) तिरछी पट्टियों के रूप में शीर्षस्थ प्रभाजी ऊतक के नीचे पाये जाते जो शीर्षस्थ प्रभाजी ऊतक शेष बचा हुआ भाग होते हैं , तथा पौधों के भागों की लंबाई में वृद्धि करते हैं | 2. स्थायी ऊतक वे ऊतक जिनमें विभाजन की क्षमता नही पायी जाती स्थायी ऊतक कहलाते है | स्थायी ऊतक दो प्रकार के होते हैं | 1. सरल स्थायी ऊतक ( Simple permanenet tissue ) मृदु ऊतक ( Parenchyma ) कठोर बीजावरण का निर्माण द्रढ़ ऊतक द्वारा होता हैं | उदाहरण – द्रढ़ ऊतक के कारण नाशपाती खाने में कठोर लगता हैं तथा नारियल एवं अखरोट तथा लेग्यूमिनोसी कुल के बीजों में कठोर बीजावरण द्रढ़ कोशाओं ( Stone cells ) के कारण होता हैं | 2. जटिल ऊतक ( Complex tissue ) एक से अधिक कोशिकाओं से बने ऊतक जटिल स्थायी ऊतक कहलाते हैं | जटिल स्थायी ऊतक के द्वारा संवहन की क्रिया संचालित होती हैं | इसलिए इनको संवहनीय ऊतक भी कहते हैं | जटिल ऊतक दो प्रकार के होते हैं – दारु ( Xylem ) ◆ काष्ट तंतु ( Wood fiberes ) अधोवाही ( Phloem ) ये घुलनशील अवस्था मे पौधों के हरे भागों में निर्मित भोज्य पदार्थों का संवहन पौधे के विभिन्न भागों में करते हैं | अधोवाही को बास्ट कहते हैं | अधोवाही जटिल ऊ...

उपकला ऊतक किसे कहते हैं? ऊतक में पायी जाने वाली संधियों का वर्णन कीजिए

उपकला ऊतक (Epithelial tissue) शरीर या किसी अंग की बाह्य सतह को आवरित अथवा गुहाओं या नलिकाओं को आस्तरित करने वाले ऊतक को उपकला ऊतक कहते हैं। उपकला ऊतक में तीन प्रकार की संधि (Junctions) पाई जाती है (1) दृढ़ संधि पदार्थों को ऊतक से बाहर निकलने से रोकती है। (2) आसंजी संधि-पड़ोसी कोशिकाओं के कोशिका द्रव्य को एक दूसरे को जोड़ने का काम करती है। (3) अंतराली संधि-आयनों तथा छोटे अणुओं एवं कभी-कभी बड़े अणुओं के तुरन्त स्थानान्तरित करने में सहायता करती है। वे ऐसा संलग्न कोशिकाओं के कोशिका द्रव्य को आपस में जोड़कर करती है।