साहित्य सहचर के लेखक कौन है

  1. आनंदमठ के लेखक कौन है?
  2. हिन्दी साहित्य की भूमिका के रचयिता या रचनाकार
  3. हिंदी साहित्य
  4. Book review: क़िस्सागो का 'अपना' संग
  5. मिथक और साहित्य के लेखक कौन हैं?


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आनंदमठ के लेखक कौन है?

आनंदमठ के लेखक बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय है। ये एक एक बंगाली उपन्यास है जिसे 1882 में लिखा और प्रकाशित किया गया था। इस उपन्यास में 18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध के संन्यासी विद्रोह का वर्णन किया गया है। आनंदमठ भारतीय साहित्य के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण उपन्यासों में से एक है। आनंदमठ कृति का भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम और स्वतन्त्रता के क्रान्तिकारियों पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा। आनंदमठ के लेखक आनंदमठ नामक बंगाली में कथा का एक काम 1882 में प्रकाशित हुआ था और इसे बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने लिखा था। इसे बंगाली और भारतीय साहित्य इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण उपन्यासों में से एक माना जाता है। यह 18वीं शताब्दी के अंत में सन्यासी विद्रोह पर आधारित है और उस समय की अवधि में स्थापित है। पुस्तक का मूल अंग्रेजी शीर्षक आनंद का अभय था। वंदे मातरम् बंगाल को मातृभूमि के रूप में संदर्भित करने वाला पहला गीत था, और इस उपन्यास ने इसे ज्ञात किया। • यह पुस्तक 1770 ई. में बंगाल में अकाल के दौरान के वर्षों पर आधारित है। इस उपन्यास में वंदे मातरम गीत गाया गया है। • वंदे मातरम का अर्थ है “मैं आपको नमन करता हूँ, माँ”। इसने 20वीं शताब्दी में स्वतंत्रता सेनानियों को प्रेरित किया और इसके पहले दो छंद स्वतंत्रता के बाद भारत का राष्ट्रीय गीत बन गए। • साजिश का आधार 1770 के भयानक बंगाल अकाल पर आधारित था, जो भारत में कंपनी के नियंत्रण और असफल संन्यासी विद्रोह के समय हुआ था। • बंकिम चंद्र चटर्जी ने अनुभवहीन लेकिन अच्छे व्यवहार वाले संन्यासी सैनिकों की छवि बनाई और कुशल ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना को हराया। Summary: आनंदमठ के लेखक कौन है? बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय आनंदमठ (Anandamath) उपन्यास के लेखक है। उन्होंने ये किताब...

हिन्दी साहित्य की भूमिका के रचयिता या रचनाकार

हिन्दी साहित्य की भूमिका के लेखक/रचयिता हिन्दी साहित्य की भूमिका (Hindi Sahitya Kee Bhoomika) के लेखक/रचयिता (Lekhak/Rachayitha) " आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी" ( Acharya Hazari Prasad Dwivedi) हैं। Hindi Sahitya Kee Bhoomika (Lekhak/Rachayitha) नीचे दी गई तालिका में हिन्दी साहित्य की भूमिका के लेखक/रचयिता को लेखक तथा रचना के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। हिन्दी साहित्य की भूमिका के लेखक/रचयिता की सूची निम्न है:- रचना/रचना लेखक/रचयिता हिन्दी साहित्य की भूमिका आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी Hindi Sahitya Kee Bhoomika Acharya Hazari Prasad Dwivedi हिन्दी साहित्य की भूमिका किस विधा की रचना है? हिन्दी साहित्य की भूमिका (Hindi Sahitya Kee Bhoomika) की विधा का प्रकार " रचना" ( Rachna) है। आशा है कि आप " हिन्दी साहित्य की भूमिका नामक रचना के लेखक/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको हिन्दी साहित्य की भूमिका के लेखक/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो त उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।

हिंदी साहित्य

हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी नामक निबंध के लेखक/निबंधकार/रचयिता कौन हैं? हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी के लेखक/निबंधकार का नाम क्या है? हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी किस विधा की रचना है? Hindee Saahity - 20Veen Shataabdee namak Nibandh ke Lekhak/Nibandhkar/Rachayitha kaun hain? Hindee Saahity - 20Veen Shataabdee kis vidha ki rachna hai? हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी के लेखक/निबंधकार/रचयिता हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी (Hindee Saahity - 20Veen Shataabdee) के लेखक/निबंधकार/रचयिता (Lekhak/Nibandhkar/Rachayitha) " नंददुलारे वाजपेयी" ( Nandadulaare Vaajapeyee) हैं। Hindee Saahity - 20Veen Shataabdee (Lekhak/Nibandhkar/Rachayitha) नीचे दी गई तालिका में हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी के लेखक/निबंधकार/रचयिता को लेखक/निबंधकार तथा निबंध के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी के लेखक/निबंधकार/रचयिता की सूची निम्न है:- रचना/निबंध लेखक/निबंधकार/रचयिता हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी नंददुलारे वाजपेयी Hindee Saahity - 20Veen Shataabdee Nandadulaare Vaajapeyee हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी किस विधा की रचना है? हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी (Hindee Saahity - 20Veen Shataabdee) की विधा का प्रकार " निबंध" ( Nibandh) है। आशा है कि आप " हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी नामक निबंध के लेखक/निबंधकार/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको हिंदी साहित्य - 20वीं शताब्दी के लेखक/निबंधकार/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो त उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।

Book review: क़िस्सागो का 'अपना' संग

“दो बारिशों के बीच कोई जगह ऐसी होती है जहाँ पिछली सारी बारिशों की स्मृतियों के अर्थ बदल जाते हैं उस जगह पिछली बारिश में उगी झाड़ियों पर फूल खिलने लगते हैं.” राजेन्द्र धोड़पकर की इन पंक्तियों से गुजरते हुए वरिष्ठ कथाकार अशोक अग्रवाल की किताब ‘संग साथ’ को पढ़ना एक भिन्न तरह का आस्वाद है, जिसे शब्दों में कह पाना कठिन है पर ‘गूंगे के गुड़’ की तरह भीतर महसूस किया जा सकता है. अशोक अग्रवाल ने अपने समय के वरिष्ठ लेखकों, मित्रों और आत्मीयजनों को बेहद अपनेपन लेकिन गहरी निर्वैयक्तिकता के साथ बेबाकी से अपने संस्मरणों में उकेरा है. ‘संग साथ’ में शमशेर बहादुर सिंह, अज्ञेय, नागार्जुन, त्रिलोचन, लक्ष्मीधर मालवीय, जितेन्द्र कुमार, विनोद कुमार शुक्ल, नवीन सागर, प्रियदर्शी प्रकाश, विश्वेश्वर, ज्ञानेंद्रपति, पंकज सिंह के साथ-साथ छायाकार अशोक माहेश्वरी, सहयोगी अमितेश्वर और सुमन श्रीवास्तव पर भी बेहद संजीदगी से लिखा गया है. यह देखना सुखद है कि नागार्जुन के प्रिय सहचर वाचस्पति जी पर लिखी आपकी टिप्पणी जिसका स्रोत नागार्जुन ही थे. लेखन ने उनकी आपत्ति के बाद इस किताब में प्रस्तुत संस्मरण से हटा दी है. आज के इस जिद्दी समाज में खुद को संशोधित करने की यह प्रवृत्ति कम ही देखने को मिलती हैं. इन सबके बारे लिखे जाने का आशय यह नहीं कि उनके यश का उजला कोना ही दिखे, इसमें तो किसी कुएं के पारदर्शी तल की तरह सब कुछ ज्यों का त्यों झांकता है. यश ही नहीं अपयश भी और वह भी बेलौस, बिना किसी लाग-लपेट के. जिंदगी जैसी होती है धूप-छांही, ठीक उसी तरह यह सरस गद्य भी कभी हमें कचोटता है तो कभी गुदगुदाता है और कभी एक अनजान गुस्से से भर देता है. कुछ जगह हम अपनी मान मूर्तियों के त्रासद-अभावपूर्ण जीवन से विचलित से हो उठते हैं. जिते...

मिथक और साहित्य के लेखक कौन हैं?

मिथक और साहित्य के लेखक/आलोचक/रचयिता मिथक और साहित्य (Mithak Aur Saahity) के लेखक/आलोचक/रचयिता (Lekhak/Alochak/Rachayitha) " डॉ० नगेंद्र" ( Dr. Nagendra) हैं। Mithak Aur Saahity (Lekhak/Alochak/Rachayitha) नीचे दी गई तालिका में मिथक और साहित्य के लेखक/आलोचक/रचयिता को लेखक/आलोचक तथा आलोचना के रूप में अलग-अलग लिखा गया है। मिथक और साहित्य के लेखक/आलोचक/रचयिता की सूची निम्न है:- रचना/आलोचना लेखक/आलोचक/रचयिता मिथक और साहित्य डॉ० नगेंद्र Mithak Aur Saahity Dr. Nagendra मिथक और साहित्य किस विधा की रचना है? मिथक और साहित्य (Mithak Aur Saahity) की विधा का प्रकार " आलोचना" ( Alochana) है। आशा है कि आप " मिथक और साहित्य नामक आलोचना के लेखक/आलोचक/रचयिता कौन?" के उत्तर से संतुष्ट हैं। यदि आपको मिथक और साहित्य के लेखक/आलोचक/रचयिता के बारे में में कोई गलती मिली हो त उसे कमेन्ट के माध्यम से हमें अवगत अवश्य कराएं।