साइमन कमीशन भारत क्यों आया था

  1. साइमन कमीशन कब और क्यों भारत आया
  2. Simon Commission, Report & Recommendations: जानिए साइमन कमीशन के बारे में
  3. कांग्रेस ने साइमन कमीशन का विरोध क्यों किया? – ElegantAnswer.com
  4. साइमन कमीशन 1928 भारत में क्यों आया , इसके उद्देश्य , प्रतिवेदन
  5. साइमन कमीशन एवं नेहरू रिपोर्ट सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी Simon Commission GK
  6. Simon Commission, Report & Recommendations: जानिए साइमन कमीशन के बारे में
  7. कांग्रेस ने साइमन कमीशन का विरोध क्यों किया? – ElegantAnswer.com
  8. साइमन कमीशन कब और क्यों भारत आया
  9. साइमन कमीशन 1928 भारत में क्यों आया , इसके उद्देश्य , प्रतिवेदन
  10. साइमन कमीशन एवं नेहरू रिपोर्ट सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी Simon Commission GK


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साइमन कमीशन कब और क्यों भारत आया

सन 1919 के अधिनियम जांच के लिए सरकार ने 2 वर्ष पूर्व ही सर जॉन साइमन की अध्यक्षता में एक आयोग स्थापित किया इस कमीशन में कुल 7 सदस्य थे और वे सभी अंग्रेज थे। 8 फरवरी 1928 मे कमीशन मुंबई में आया और उसका व्यापक विरोध किया गया। इस दिन सारी देश में साइमन कमीशन गो बैक के नारे लगाए गए। जब कमीशन लाहौर पहुंचा तो इसके विरुद्ध लाल लाजपत राय के नेतृत्व में एक विशाल जुलूस निकाला गया। दुर्भाग्यवश इसी समय पुलिस अधिकारी मिस्टर सांडर्स ने लालाजी की छाती पर लाठी मार दी जिसके कारण उनका कुछ दिनों में निधन हो गया। दिल्ली, लखनऊ साइमन गो बैक के नारे लगे। लखनऊ में नेहरू और गोविंद बल्लभ पंत लाठीचार्ज का शिकार हुए। Advertisement साइमन गो बैक का नारा युसूफ महरौली ने गढ़ा था। प्रबल विरोध के बावजूद साइमन कमीशन ने अपनी रिपोर्ट सरकार के समक्ष प्रस्तुत की 2 मई 1930 को प्रकाशित हुई। साइमन कमीशन की रिपोर्ट में मुख्य सिफारिशें निम्नलिखित थी:- • प्रांतों में प्रचलित द्वैध शासन प्रणाली का अंत और उसके स्थान पर स्वायत्त शासन प्राणी को लागू कर दिया जाएगा। • प्रांतों के विधान मंडलों का विस्तार किया जाए। • संप्रदायिक प्रतिनिधित्व को पूर्ववत जारी किया जाए। • केंद्र ने पहले की तरह ही अनुउत्तरदायित्व सरकार बनी रहे। • एक वृत्त भारत की स्थापना की जाए, जिसमें ब्रिटिश प्रांतों तथा देशी रियासतों की प्रतिनिधि शामिल हो। • केंद्रीय व्यवस्थापिका सभा का दूबारा गठन किया जाए। • भारत में मताधिकार का विस्तार किया जाए तथा देश के कम से कम 10 से 15% जनसंख्या मताधिकार कर सकती है। • कमीशन ने के भारतीकरण की आवश्यकता को स्वीकार किया, परंतु कुछ समय तक अंग्रेज सैनिकों की भारत में उपस्थिति मान्यता दी जाए। • कमीशन ने गवर्नर जनरल के विशेष शक्...

Simon Commission, Report & Recommendations: जानिए साइमन कमीशन के बारे में

‘’साइमन कमीशन को आधिकारिक तौर पर 'भारतीय सांविधिक कमीशन' के रूप में जाना जाता है. इस आयोग का गठन सर जॉन साइमन के नेतृत्व में भारत में संवैधानिक व्यवस्था के कामकाज को देखने और बदलाव का सुझाव देने के उद्देश्य से किया गया था. इस आयोग में चार कंजर्वेटिव, दो लेबोराइट्स और ब्रिटिश संसद के एक लिबरल सदस्य शामिल थे.’’ ब्रिटिश सरकार ने सन 1919 में गवर्मेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट (भारत सरकार अधिनियम) के कामकाज की जांच करने और प्रशासन प्रणाली में सुधारों का सुझाव देने के लिए एक आयोग को नियुक्त किया था. सर जॉन साइमन के नाम पर इस आयोग को ‘’साइमन कमीशन’’ के नाम से जाना जाता है. इस आयोग की नियुक्ति से भारतीय जनता को एक गहरा धक्का लगा. क्योंकि इस आयोग के सभी सदस्य अंग्रेज थे और इसमें एक भी भारतीय व्यक्ति को शामिल नहीं किया गया था. और सरकार ने स्वराज की मांग को स्वीकार करने की न हीं कोई इच्छा नहीं दिखाई. इस आयोग की स्थापना ने भारतीय लोगों के मन में बसे डर की पुष्टि कर दी थी. इसलिए तब इस आयोग की नियुक्ति से पूरे देश में विरोध की एक बड़ी लहर दौड़ गई थी. यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं FREE GK EBook- Download Now. Weekly Current Affairs Magazine Free PDF: साइमन गो बैक - सन 1927 में मद्रास में जब कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन हुआ तब उस अधिवेशन में आयोग का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया. मुस्लिम लीग ने भी आयोग का बहिष्कार करने का निर्णय लिया. यह आयोग 3 फरवरी 1928 को भारत आया था. साइमन कमीशन के विरोध में उस दिन भारत के लोगों ने देशव्यापी हड़ताल की थी. उस दिन दोपहर में, आयोग की नियुक्ति की निंदा क...

कांग्रेस ने साइमन कमीशन का विरोध क्यों किया? – ElegantAnswer.com

कांग्रेस ने साइमन कमीशन का विरोध क्यों किया? इसे सुनेंरोकेंसाइमन कमीशन का विरोध का कारण था कि उस कमीशन में कोई भी भारतीय नहीं थी। हर फैसला ब्रिटीश सरकार खुद करती थी । साइमन कमीशन 1927 में भारत मे आया व 1928 में इसने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की ! साइमन कमीशन का भारत मे इसलिए विरोध हुआ क्योंकि इसके सभी सदस्य अंग्रेज थे !! Aman कमीशन क्या था? इसे सुनेंरोकेंसाइमन कमीशन की नियुक्ति ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने सर जॉन साइमन के नेतृत्व में की थी। इस कमीशन में सात सदस्य थे, जो सभी ब्रिटेन की संसद के मनोनीत सदस्य थे। यही कारण था कि इसे ‘श्वेत कमीशन’ कहा गया। साइमन कमीशन की घोषणा 8 नवम्बर, 1927 ई. भारत में साइमन कमीशन कब आया? इसे सुनेंरोकेंसाइमन कमीशन का गठन 1927 में भारत के राजनीतिक सुधारों का पूरी तरह से आकलन करने के लिए किया गया था। इसकी अध्यक्षता सर जॉन साइमन ने की थी। साइमन कमीशन भारत में 1928 में आया था। इस आयोग में कोई भारतीय नेता नहीं थे, पूरे देश में साइमन कमीशन का विरोध किया गया था। साइमन कमीशन की स्थापना कब हुई थी? नवंबर 1927साइमन कमीशन / स्थापना की तारीख और जगह साइमन कमीशन का क्या उद्देश्य था? इसे सुनेंरोकेंसाइमन कमीशन का मुख्य ब्रिटिश सरकार के कुछ सदस्यों के द्वारा भारत में संघ की स्थापना करना था जिसमें की ब्रिटिश सरकार और देसी रियासत में शामिल हो, और जिस का चालान पूर्ण रूप से ब्रिटिश सरकार के पक्ष था। केंद्र की उत्तरदाई शासन व्यवस्था को व्यवस्थित करने के लिए इस आयोग का गठन किया गया था। साइमन कमीशन कितनी बार भारत आया? इसे सुनेंरोकेंमुस्लिम लीग ने भी साइमन के बहिष्कार का फैसला किया। 3 फरवरी 1928 को कमीशन भारत पहुंचा। साइमन कोलकाता लाहौर लखनऊ, विजयवाड़ा और पुणे सहित जहाँ जहाँ भी ...

साइमन कमीशन 1928 भारत में क्यों आया , इसके उद्देश्य , प्रतिवेदन

Table of Contents • • • • • • • • • साइमन कमीशन के अध्यक्ष एवं सदस्य साइमन कमीशन के सभी सदस्य एवं अध्यक्ष अंग्रेज थे जिस कारण भारतीयों ने इनका बहिष्कार किया तथा किया है भारत में जिस जिस स्थान पर भी गए वहां पर देशव्यापी हड़ताल है नारी लगाए गए तथा जुलूस निकाले गए आंदोलन को कुचलने के लिए पुलिस बल का प्रयोग किया गया साइमन कमीशन जिस दिन मुंबई पहुंचा उस दिन देशव्यापी हड़ताल का आयोजन किया गया सामी साइमन कमीशनजहां भी गया वहां पर पूर्ण हड़ताल रखी गई तथा साइमनकमीशनवापस जाओ के नारे लगे जुलूस निकाले गए अनेक स्थानों पर आंदोलन को कुचलने के लिए पुलिस एवं पशु बल का प्रयोग किया गया जब साइमन कमीशन दिल्ली पहुंचा तो वहां काले झंडों और ब्लक साइमन कमीशन के नारे लगे केंद्रीय विधानसभा में साइमन कमीशनका स्वागत करने से मना कर दिया साइमन कमीशन जब लाहौर पहुंचा तो लाला लाजपत रयके नेतृत्व में उनके खिलाफ प्रदर्शन किया गया पुलिस ने लाठीचार्ज के कारण लाला लाजपत राय की दिसंबर 1928में मृत्यु हो गई जब साइमन कमीशन लखनऊ पहुंचा तो उसके विरुद्ध पंडित गोविंद बल्लभ पंत और पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में प्रदर्शन हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर अनेक अत्याचार किए हिंदू महासभा मुस्लिम लिबरल फेडरेशन किसान मजदूर पार्टी आदि ने भी साइमन कमीशन के बहिष्कार की नीति अपनाई यद्यप मुस्लिम लीग ने साइमन कमीशन के बहिष्कार के सवाल पर 1928 ईस्वी में फूट पड़ गई और कमीशन के साथ सहयोग के पक्ष वासियों का एक गुट से अलग हो गया मोहम्मद अली जिन्ना कमीशन के बहिष्कार के सवाल पर कांग्रेस के साथ थे जब सारी देर में “ साइमन वापस जाओ”का नारा बुलंद हो रहा था पूंजीपतियों जमींदारोंऔर कुछ देसी न देशों ने इसका समर्थन किया डॉ आबेडकरमुंबई में साइमन क...

साइमन कमीशन एवं नेहरू रिपोर्ट सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी Simon Commission GK

• भारत में साइमन कमीशन के बहिष्कार का क्या कारण था – इसके सभी सदस्य अंग्रेज थे • . साइमन कमीशन भारत यात्रा पर कब आया -1928 ई. • भारत में साइमन कमीशन के बहिष्कार के मुख्य कारण थे (a) समय से पूर्व नियुक्ति (b) सभी सदस्य अंग्रेज थे (c) सभापति ब्रिटिश लिबरल पार्टी का सदस्य था (d) गाँधीजी का असहयोग आन्दोलन Ans – (b) UPPCS (Pre) G.S. • साइमन कमीशन के आने के विरुद्ध भारतीय जन आन्दोलन क्यों हुआ? (a) भारतीय ‚ 1919 के अधिनियम की कार्यवाही पुनरीक्षण कभी नहीं चाहते थे (b) साइमन कमीशन ने प्रान्तों में द्विशासन की समाप्ति की संस्तुति की थी (c) साइमन कमीशन में कोई भी भारतीय सदस्य नहीं था (d) साइमन कमीशन ने देश के विभाजन का सुझाव दिया था Ans – (c) IAS (Pre) G.S. Ist, UPPCS (Main) G.S. RAS/RTS (Pre) Opt. History 95-96 • साइमन कमीशन का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा बहिष्कार किया गया। निम्न में से कौन कारण बहिष्कार के पीछे नहीं था (a) इसमें कोई भी भारतीय सम्मिलित नहीं था। (b) इसमें भारतीयों के आत्मनिर्णय के अधिकार की उपेक्षा की गई। (c) यह समय के पहले निर्मित किया गया। (d) इसके सभी सात सदस्य अंग्रेज थे। Ans -(c) IAS (Pre) Opt. History • किसके सुझावों पर भारतीयों को साइमन कमीशन से बाहर रखा गया? (a) लॉर्ड रीडिंग (b) लॉर्ड चेम्सफोर्ड (c) सर जॉन साइमन (d) लॉर्ड इरविन Ans – (d) UP Lower (Pre) UPPCS (Pre) Opt. History MPPSC (Pre) Opt. History • कथन (A): कांग्रेस ने साइमन कमीशन का बहिष्कार किया था। कारण (R): साइमन कमीशन में एक भी सदस्य भारतीय नहीं था। सही उत्तर का चयन नीचे दिये गये कूट का उपयोग करके कीजिये: (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है। (b) (A) तथा (R) दोनों सही है...

Simon Commission, Report & Recommendations: जानिए साइमन कमीशन के बारे में

‘’साइमन कमीशन को आधिकारिक तौर पर 'भारतीय सांविधिक कमीशन' के रूप में जाना जाता है. इस आयोग का गठन सर जॉन साइमन के नेतृत्व में भारत में संवैधानिक व्यवस्था के कामकाज को देखने और बदलाव का सुझाव देने के उद्देश्य से किया गया था. इस आयोग में चार कंजर्वेटिव, दो लेबोराइट्स और ब्रिटिश संसद के एक लिबरल सदस्य शामिल थे.’’ ब्रिटिश सरकार ने सन 1919 में गवर्मेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट (भारत सरकार अधिनियम) के कामकाज की जांच करने और प्रशासन प्रणाली में सुधारों का सुझाव देने के लिए एक आयोग को नियुक्त किया था. सर जॉन साइमन के नाम पर इस आयोग को ‘’साइमन कमीशन’’ के नाम से जाना जाता है. इस आयोग की नियुक्ति से भारतीय जनता को एक गहरा धक्का लगा. क्योंकि इस आयोग के सभी सदस्य अंग्रेज थे और इसमें एक भी भारतीय व्यक्ति को शामिल नहीं किया गया था. और सरकार ने स्वराज की मांग को स्वीकार करने की न हीं कोई इच्छा नहीं दिखाई. इस आयोग की स्थापना ने भारतीय लोगों के मन में बसे डर की पुष्टि कर दी थी. इसलिए तब इस आयोग की नियुक्ति से पूरे देश में विरोध की एक बड़ी लहर दौड़ गई थी. यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं FREE GK EBook- Download Now. Weekly Current Affairs Magazine Free PDF: साइमन गो बैक - सन 1927 में मद्रास में जब कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन हुआ तब उस अधिवेशन में आयोग का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया. मुस्लिम लीग ने भी आयोग का बहिष्कार करने का निर्णय लिया. यह आयोग 3 फरवरी 1928 को भारत आया था. साइमन कमीशन के विरोध में उस दिन भारत के लोगों ने देशव्यापी हड़ताल की थी. उस दिन दोपहर में, आयोग की नियुक्ति की निंदा क...

कांग्रेस ने साइमन कमीशन का विरोध क्यों किया? – ElegantAnswer.com

कांग्रेस ने साइमन कमीशन का विरोध क्यों किया? इसे सुनेंरोकेंसाइमन कमीशन का विरोध का कारण था कि उस कमीशन में कोई भी भारतीय नहीं थी। हर फैसला ब्रिटीश सरकार खुद करती थी । साइमन कमीशन 1927 में भारत मे आया व 1928 में इसने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की ! साइमन कमीशन का भारत मे इसलिए विरोध हुआ क्योंकि इसके सभी सदस्य अंग्रेज थे !! Aman कमीशन क्या था? इसे सुनेंरोकेंसाइमन कमीशन की नियुक्ति ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने सर जॉन साइमन के नेतृत्व में की थी। इस कमीशन में सात सदस्य थे, जो सभी ब्रिटेन की संसद के मनोनीत सदस्य थे। यही कारण था कि इसे ‘श्वेत कमीशन’ कहा गया। साइमन कमीशन की घोषणा 8 नवम्बर, 1927 ई. भारत में साइमन कमीशन कब आया? इसे सुनेंरोकेंसाइमन कमीशन का गठन 1927 में भारत के राजनीतिक सुधारों का पूरी तरह से आकलन करने के लिए किया गया था। इसकी अध्यक्षता सर जॉन साइमन ने की थी। साइमन कमीशन भारत में 1928 में आया था। इस आयोग में कोई भारतीय नेता नहीं थे, पूरे देश में साइमन कमीशन का विरोध किया गया था। साइमन कमीशन की स्थापना कब हुई थी? नवंबर 1927साइमन कमीशन / स्थापना की तारीख और जगह साइमन कमीशन का क्या उद्देश्य था? इसे सुनेंरोकेंसाइमन कमीशन का मुख्य ब्रिटिश सरकार के कुछ सदस्यों के द्वारा भारत में संघ की स्थापना करना था जिसमें की ब्रिटिश सरकार और देसी रियासत में शामिल हो, और जिस का चालान पूर्ण रूप से ब्रिटिश सरकार के पक्ष था। केंद्र की उत्तरदाई शासन व्यवस्था को व्यवस्थित करने के लिए इस आयोग का गठन किया गया था। साइमन कमीशन कितनी बार भारत आया? इसे सुनेंरोकेंमुस्लिम लीग ने भी साइमन के बहिष्कार का फैसला किया। 3 फरवरी 1928 को कमीशन भारत पहुंचा। साइमन कोलकाता लाहौर लखनऊ, विजयवाड़ा और पुणे सहित जहाँ जहाँ भी ...

साइमन कमीशन कब और क्यों भारत आया

सन 1919 के अधिनियम जांच के लिए सरकार ने 2 वर्ष पूर्व ही सर जॉन साइमन की अध्यक्षता में एक आयोग स्थापित किया इस कमीशन में कुल 7 सदस्य थे और वे सभी अंग्रेज थे। 8 फरवरी 1928 मे कमीशन मुंबई में आया और उसका व्यापक विरोध किया गया। इस दिन सारी देश में साइमन कमीशन गो बैक के नारे लगाए गए। जब कमीशन लाहौर पहुंचा तो इसके विरुद्ध लाल लाजपत राय के नेतृत्व में एक विशाल जुलूस निकाला गया। दुर्भाग्यवश इसी समय पुलिस अधिकारी मिस्टर सांडर्स ने लालाजी की छाती पर लाठी मार दी जिसके कारण उनका कुछ दिनों में निधन हो गया। दिल्ली, लखनऊ साइमन गो बैक के नारे लगे। लखनऊ में नेहरू और गोविंद बल्लभ पंत लाठीचार्ज का शिकार हुए। Advertisement साइमन गो बैक का नारा युसूफ महरौली ने गढ़ा था। प्रबल विरोध के बावजूद साइमन कमीशन ने अपनी रिपोर्ट सरकार के समक्ष प्रस्तुत की 2 मई 1930 को प्रकाशित हुई। साइमन कमीशन की रिपोर्ट में मुख्य सिफारिशें निम्नलिखित थी:- • प्रांतों में प्रचलित द्वैध शासन प्रणाली का अंत और उसके स्थान पर स्वायत्त शासन प्राणी को लागू कर दिया जाएगा। • प्रांतों के विधान मंडलों का विस्तार किया जाए। • संप्रदायिक प्रतिनिधित्व को पूर्ववत जारी किया जाए। • केंद्र ने पहले की तरह ही अनुउत्तरदायित्व सरकार बनी रहे। • एक वृत्त भारत की स्थापना की जाए, जिसमें ब्रिटिश प्रांतों तथा देशी रियासतों की प्रतिनिधि शामिल हो। • केंद्रीय व्यवस्थापिका सभा का दूबारा गठन किया जाए। • भारत में मताधिकार का विस्तार किया जाए तथा देश के कम से कम 10 से 15% जनसंख्या मताधिकार कर सकती है। • कमीशन ने के भारतीकरण की आवश्यकता को स्वीकार किया, परंतु कुछ समय तक अंग्रेज सैनिकों की भारत में उपस्थिति मान्यता दी जाए। • कमीशन ने गवर्नर जनरल के विशेष शक्...

साइमन कमीशन 1928 भारत में क्यों आया , इसके उद्देश्य , प्रतिवेदन

Table of Contents • • • • • • • • • साइमन कमीशन के अध्यक्ष एवं सदस्य साइमन कमीशन के सभी सदस्य एवं अध्यक्ष अंग्रेज थे जिस कारण भारतीयों ने इनका बहिष्कार किया तथा किया है भारत में जिस जिस स्थान पर भी गए वहां पर देशव्यापी हड़ताल है नारी लगाए गए तथा जुलूस निकाले गए आंदोलन को कुचलने के लिए पुलिस बल का प्रयोग किया गया साइमन कमीशन जिस दिन मुंबई पहुंचा उस दिन देशव्यापी हड़ताल का आयोजन किया गया सामी साइमन कमीशनजहां भी गया वहां पर पूर्ण हड़ताल रखी गई तथा साइमनकमीशनवापस जाओ के नारे लगे जुलूस निकाले गए अनेक स्थानों पर आंदोलन को कुचलने के लिए पुलिस एवं पशु बल का प्रयोग किया गया जब साइमन कमीशन दिल्ली पहुंचा तो वहां काले झंडों और ब्लक साइमन कमीशन के नारे लगे केंद्रीय विधानसभा में साइमन कमीशनका स्वागत करने से मना कर दिया साइमन कमीशन जब लाहौर पहुंचा तो लाला लाजपत रयके नेतृत्व में उनके खिलाफ प्रदर्शन किया गया पुलिस ने लाठीचार्ज के कारण लाला लाजपत राय की दिसंबर 1928में मृत्यु हो गई जब साइमन कमीशन लखनऊ पहुंचा तो उसके विरुद्ध पंडित गोविंद बल्लभ पंत और पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में प्रदर्शन हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर अनेक अत्याचार किए हिंदू महासभा मुस्लिम लिबरल फेडरेशन किसान मजदूर पार्टी आदि ने भी साइमन कमीशन के बहिष्कार की नीति अपनाई यद्यप मुस्लिम लीग ने साइमन कमीशन के बहिष्कार के सवाल पर 1928 ईस्वी में फूट पड़ गई और कमीशन के साथ सहयोग के पक्ष वासियों का एक गुट से अलग हो गया मोहम्मद अली जिन्ना कमीशन के बहिष्कार के सवाल पर कांग्रेस के साथ थे जब सारी देर में “ साइमन वापस जाओ”का नारा बुलंद हो रहा था पूंजीपतियों जमींदारोंऔर कुछ देसी न देशों ने इसका समर्थन किया डॉ आबेडकरमुंबई में साइमन क...

साइमन कमीशन एवं नेहरू रिपोर्ट सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी Simon Commission GK

• भारत में साइमन कमीशन के बहिष्कार का क्या कारण था – इसके सभी सदस्य अंग्रेज थे • . साइमन कमीशन भारत यात्रा पर कब आया -1928 ई. • भारत में साइमन कमीशन के बहिष्कार के मुख्य कारण थे (a) समय से पूर्व नियुक्ति (b) सभी सदस्य अंग्रेज थे (c) सभापति ब्रिटिश लिबरल पार्टी का सदस्य था (d) गाँधीजी का असहयोग आन्दोलन Ans – (b) UPPCS (Pre) G.S. • साइमन कमीशन के आने के विरुद्ध भारतीय जन आन्दोलन क्यों हुआ? (a) भारतीय ‚ 1919 के अधिनियम की कार्यवाही पुनरीक्षण कभी नहीं चाहते थे (b) साइमन कमीशन ने प्रान्तों में द्विशासन की समाप्ति की संस्तुति की थी (c) साइमन कमीशन में कोई भी भारतीय सदस्य नहीं था (d) साइमन कमीशन ने देश के विभाजन का सुझाव दिया था Ans – (c) IAS (Pre) G.S. Ist, UPPCS (Main) G.S. RAS/RTS (Pre) Opt. History 95-96 • साइमन कमीशन का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा बहिष्कार किया गया। निम्न में से कौन कारण बहिष्कार के पीछे नहीं था (a) इसमें कोई भी भारतीय सम्मिलित नहीं था। (b) इसमें भारतीयों के आत्मनिर्णय के अधिकार की उपेक्षा की गई। (c) यह समय के पहले निर्मित किया गया। (d) इसके सभी सात सदस्य अंग्रेज थे। Ans -(c) IAS (Pre) Opt. History • किसके सुझावों पर भारतीयों को साइमन कमीशन से बाहर रखा गया? (a) लॉर्ड रीडिंग (b) लॉर्ड चेम्सफोर्ड (c) सर जॉन साइमन (d) लॉर्ड इरविन Ans – (d) UP Lower (Pre) UPPCS (Pre) Opt. History MPPSC (Pre) Opt. History • कथन (A): कांग्रेस ने साइमन कमीशन का बहिष्कार किया था। कारण (R): साइमन कमीशन में एक भी सदस्य भारतीय नहीं था। सही उत्तर का चयन नीचे दिये गये कूट का उपयोग करके कीजिये: (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है। (b) (A) तथा (R) दोनों सही है...