Sah abhajya sankhya

  1. अभाज्य संख्या क्या होती है (Prime Number)
  2. अभाज्य संख्या


Download: Sah abhajya sankhya
Size: 65.5 MB

सह

सह अभाज्य संख्याएं उन संख्याओं को कहा जाता है जिनका उभयनिष्ठ गुणनखंड केवल 1 हो, उदाहरण के लिए हम 14 तथा 15 लेते है 14 के भाजक: 1,2,7,14 15 के भाजक: 1,3,5,15 यहां से हम देख सकते हैं की 14 तथा 15 के गुणनखंड मे 1 के अतिरिक्त कोई भी संख्या उभयनिष्ठ नहीं है अतः 14 तथा 15 में उभयनिष्ठ गुणनखंड केवल 1 है अतः 14 तथा 15 सह अभाज्य संख्याएं हैं NOTE : यह आवश्यक नहीं है की सह अभाज्य संख्याओं में दोनों संख्याएं अभाज्य ही हो 2 भाज्य संख्याएं भी सह अभाज्य संख्याएं हो सकती हैं जैसे 8 तथा 15 यहां दोनों संख्याएं ही भाज्य हैं परंतु उनके उभयनिष्ठ गुणनखंड में केवल 1 ही है अतः यह दोनों संख्याएं भी सह अभाज्य संख्याएं हैं अतः यह आवश्यक नहीं है की सह अभाज्य संख्याओं में दोनों संख्याएं अथवा एक संख्या अभाज्य हो • answered 3 years ago • Community wiki

अभाज्य संख्या क्या होती है (Prime Number)

अभाज्य संख्या (Prime Number), 1 से बड़ी वह पूर्ण संख्या (Whole Number) होती है जो की अन्य पूर्ण संख्याओं को गुणा करके नहीं बनाई जा सकती। उदाहरण के लिए – 2 एक अभाज्य संख्या है। ( पूर्ण संख्या – 1, 2, 3, 4, 5, 6) दूसरे शब्दो में, अभाज्य संख्या वह संख्या होती है जिसके केवल 2 गुणन (स्वयं संख्या एवं 1 ) हो। जो संख्याएँ अभाज्य संख्या नहीं होती उसे भाज्य संख्या कहते है। अभाज्य संख्या के उदाहरण ऊपर दी गयी अभाज्य संख्या की परिभाषा के आधार पर हम संख्याओं को भाज्य तथा अभाज्य संख्या में बाटेंगे – • 2 – 2 एक अभाज्य संख्या है • 3 – 3 एक अभाज्य संख्या है • 4 = 2 x 2 – 4 एक भाज्य संख्या है • 5 एक अभाज्य संख्या है • 6 = 2 x 3 – 6 एक भाज्य संख्या है • 7 एक अभाज्य संख्या है • 8 = 2 x 4 = 2 x 2 x 2 – 8 एक भाज्य संख्या है • इत्यादि इसी प्रकार हम सभी अभाज्य संख्याओं को ज्ञात कर सकते है। अभाज्य संख्याओं से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी • 2 सबसे छोटी अभाज्य संख्या है। • 2 एकमात्र सम अभाज्य संख्या है, अन्य सभी अभाज्य संख्याएँ विषम होती है। • 1 से 100 तक 25 अभाज्य संख्याएँ होती है। अभाज्य संख्याएँ 100 तक की सारणी नीचे 1 से 100 तक की 25 अभाज्य संख्याओं की सारणी दी गई है सारणी अभाज्य सँख्या 1 से 10 तक 2, 3, 5, 7 11 से 20 तक 11, 13, 17, 19 21 से 30 तक 23, 29 31 से 40 तक 31, 37 41 से 50 तक 41, 43, 47 51 से 100 तक 53, 59, 61, 67, 71, 73, 79, 83, 89, 97 अभाज्य संख्याएँ 100 अभाज्य संख्या कैसे ज्ञात करते है ? अभाज्य संख्या ज्ञात करने का एक सूत्र है जो की 40 से बड़ी कुछ अभाज्य संख्याएँ ज्ञात कर सकता है – n 2– n +41 जहाँ n एक पूर्ण संख्या है। ध्यान रहे की इस सूत्र से सभी अभाज्य संख्याएँ ज्ञात नहीं की जा सकती।

अभाज्य संख्या

The on-screen keyboard can be used to type English or Indian language words. The keyboard uses the ISCII layout developed by the Government of India. It is also used in Windows, Apple and other systems. There is a base layout, and an alternative layout when the Shift key is pressed. If you have any questions about it, please contact us. वे 1 से बड़ी [प्राकृतिक संख्याएँ], जो स्वयं और 1 के अतिरिक्त और किसी प्राकृतिक संख्या से विभाजित नहीं होतीं, उन्हें 'अभाज्य संख्या' कहते हैं। वे १ से बड़ी प्राकृतिक संख्याएँ जो अभाज्य संख्याँ नहीं हैं उन्हें भाज्य संख्या कहते हैं। अभाज्य संख्याओं की संख्या अनन्त हैं जिसे ३०० ईसापूर्व यूक्लिड ने प्रदर्शित कर दिया था। १ को परिभाषा के अनुसार अभाज्य नहीं माना जाता है। क्योकि १ न तो भाज्य है और न अभाज्य है २५ अभाज्य संख्याएं नीचे दी गयीं हैं- A prime number is a natural number greater than 1 that is not a product of two smaller natural numbers. A natural number greater than 1 that is not prime is called a composite number. For example, 5 is prime because the only ways of writing it as a product, 1 × 5 or 5 × 1, involve 5 itself. However, 4 is composite because it is a product (2 × 2) in which both numbers are smaller than 4. Primes are central in number theory because of the fundamental theorem of arithmetic: every natural number greater than 1 is either a prime itself or can be factorized as a product of primes that is unique up to their order. Also see " अभाज्य संख्या" on Wikipedia What is अभाज्य संख्या meaning in English? The word or phrase अ...