Samas ke kitne bhed hote hain

  1. Samas in Hindi
  2. तत्पुरुष समास के 7 भेद और उदाहरण : Sahi Aur Galat
  3. Class 7 Hindi Vyakaran Chapter 25 Samaas Vigrah (For CBSE 2023
  4. CBSE Class 10 Hindi B व्याकरण समास
  5. समास की परिभाषा
  6. Samas Ke Bhed [समास के भेद उदहारण सहित
  7. समास


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Samas in Hindi

समास का शाब्दिक अर्थ होता है ‘लघुकरण’ या ‘संक्षिप्तीकरण’। मतलब जब दो या दो से अधिक शब्दों के मिलने से जो नया छोटा और सार्थक शब्द बनता है उस शब्द को हिन्दी में व्याकरण में समास कहते है। कम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट करने के लिए समास का प्रयोग किया जाता है। Samas in Hindi का टॉपिक हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण विषय होता है जो किसी भी स्कूल या प्रतियोगी परीक्षा में अच्छे अंक हासिल के लिए बहुत ही जरुरी है। Table of Contents • • • • • • • • विद्यार्थियों में अक्सर Samas Ke Bhed को लेकर उलझन रहती है। उनकी और आपकी Hindi Samas से सम्बंधित हर उलझन को सुलझाने के लिए आज हम ये आर्टिकल लेकर आये है। इसमें आपको समास और उनके भेदों के बारे में, खासकर जिनमें विद्यार्थियों को ज्यादा कन्फूजन रहती है के बारे में बताया गया है वो भी ‘समास के विभिन्न भेदों में अंतर’ एवं उदारहण सहित। Samas Kya Hai समास का शाब्दिक अर्थ होता है संक्षिप्तीकरण (Summarization) या लघुकरण। दो या दो से अधिक शब्दों के मेल से बने नए सार्थक शब्द को ‘Samas’ कहते है। समास संक्षेप करने की एक प्रक्रिया है जिसमें दो या दो से अधिक शब्द (पद) अपने बिच की विभक्ति का लोप कर एक छोटे शब्द का निर्माण करते है जैसे- ‘राजा का पुत्र’ में ‘का’ विभक्ति का लोप करने से एक नया सार्थक शब्द ‘राजपुत्र’ बना, जो कि एक सामासिक या समस्त पद है। दो पदों को संक्षिप्त करके एक समान अर्थ देने वाले पद को बनाने की प्रक्रिया समास कहलाती है। जैसे- ‘पाठ के लिए शाला’ का नया शब्द ‘पाठशाला’ बना। समास की विशेषताएं • दो पदों के योग (पूर्व पद और उत्तर पद) से Samas बनता है। • दो पद (शब्द) मिलकर एक नए, संक्षिप्त पद का रूप धारण करते हैं। • दोनों पदों के बीच में कारक...

तत्पुरुष समास के 7 भेद और उदाहरण : Sahi Aur Galat

• • • • • • • 1. करण तत्पुरुष (से/के द्वारा) करण तत्पुरुष मे करण कारक की विभक्ति “से/के द्वारा” का लोप् होता है। पर विग्रह करते समय यह “से/के द्वारा” विभक्ति दिखाई देता है। उदाहरण : • रेखांकित – रेखा से अंकित • भयाकुल – भय से आकुल • आकालपीड़ित – आकाल से पीड़ित • कष्टसाध्य – कष्ट से साध्य • भुखमरा – भूख से मरा • सुररचित – सुर द्वारा रचित 2. अपादान तत्पुरुष (से – अलग होने) अपादान तत्पुरुष समास मे अपादान कारक की विभक्ति “से-अलग होने” का लोप होता है। यहां पर जो “से” का लोप होता है, वो एक चीज़ का दूसरे चीज़ से अलग होते हुए नज़र आता है। जैसे : • बुद्धिहीन – बुद्धि से हीन • ऋणमुक्त – ऋण से मुक्ति • सेवामुक्त – सेवा से मुक्त • गुणहीन – गुणों से हीन • धनहीन – धन से हीन 3. कर्म तत्पुरुष (विभक्ति – को) कर्म तत्पुरुष समास मे कर्म कारक की विभक्ति “को” का लोप होता है। अर्थात इसके समस्त पदों का विग्रह करते समय, कर्म कारक की विभक्ति “को” का प्रयोग किया जाता है। परंतु समस्य पद बनाते समय उस “को” विभक्ति का लोप हो जाता है। उदाहरण : • परलोकगमन – परलोक को गमन • गगनचुम्बी – परलोक को छूने वाला • स्वर्गगत – स्वर्ग को गया हुआ • ग्रामगत – ग्राम को गया हुआ • देशगत – देश को गया • यशप्राप्त – यश को प्राप्त किया हुआ 4. संबंध तत्पुरुष (का, की, के) यहाँ संबंध कारक की विभक्ति “का, की, के” का लोप होता है। जैसे – • गंगाचल – गंगा का आँचल • उद्योगपति – उद्योग का पति • यमुनातट – यमुना का तट • देवमूर्ति – देव की मूर्ति • मनधारा – मन की धारा • • पराधीन – पर के अधीन • प्रश्नानुसार – प्रश्न के अनुसार अतः का, की, के अर्थात संबंध कारक की विभक्ति विग्रह करने पर दिखाई दे रही है, परन्तु समस्त पदों में इसका लोप हो रहा है 5. ...

Class 7 Hindi Vyakaran Chapter 25 Samaas Vigrah (For CBSE 2023

Class 7 Hindi Grammar Chapter 25 समास (Samaas). Learn here about Samaas and Samaas ke Bhed with Samaas Vichchhed updated for academic session 2023-2024. These contents of Class 7 Hindi Vyakaran are useful not only for CBSE board but for the State boards also. Practice here, examples and explanations of each topic related to Sammas in standard seven Hindi Vyakaran to score well in school exams. उपर्युक्त वाक्यों से स्पष्ट होता है कि यहाँ दो या दो से अधिक पद बिना कारक-चिह्नों के ही आपस में जुड़ गए हैं। समस्त-पद समास रचना में दो या दो से अधिक पद होते हैं। पहले पद को “पूर्व पद” कहते हैं और दूसरे पद को “उत्तर पद” कहते हैं। इन दोनों पदों के मेल से एक नया शब्द बनता है जिसे “समस्त पद” कहते हैं। कुछ लोग संधि और समास को एक ही मान लेते हैं, लेकिन यह गलत है। संधि और समास में निम्नलिखित अंतर हैं: • 1. संधि का अर्थ है- मेल, जबकि समास...

CBSE Class 10 Hindi B व्याकरण समास

CBSE Class 10 Hindi B व्याकरण समास नए शब्द बनाने के लिए जिन प्रक्रियाओं का प्रयोग किया जाता है उनमें समास प्रमुख है। ‘समास’ शब्द का अर्थ है-संक्षिप्त करने की प्रक्रिया या संक्षेपीकरण अर्थात् जब दो या दो से अधिक शब्दों को पास-पास लाकर एक नया सार्थक शब्द बनाया जाता है तो शब्दों को इस तरह संक्षेप करने की प्रक्रिया को समास कहते हैं; जैसे – You can also download Class 10 Science to help you to revise complete syllabus and score more marks in your examinations. हवन के लिए सामग्री = हवन सामग्री कमल के समान नयन है जिसके अर्थात् श्रीराम = कमलनयन नियम के अनुसार = नियमानुसार गायों के लिए शाला = गौशाला डाक के लिए खाना (घर) = डाकखाना समस्त पद – सामासिक प्रक्रिया में बने नए शब्द को समस्त पद कहते हैं; जैसे – पुस्तक के लिए आलय = पुस्तकालय समुद्र तक = आसमुद्र राजा और रानी = राजा-रानी पूर्व पद – समस्त पद के पहले पद को पूर्व पद कहते हैं; जैसे – राजा का कुमार = राजकुमार मन से चाहा हुआ = मनोवांछित देश के लिए भक्ति = देशभक्ति इन समस्त पदों में राज, मनो और देश पूर्व पद हैं। उत्तर पद-समस्त पद के अंतिम पद को उत्तर पद कहते हैं; जैसे – स्थिति के अनुसार = यथास्थिति प्रत्येक दिन = प्रतिदिन नीला है गगन = नीलगगन इन समस्त पदों में स्थिति, दिन और गगन उत्तर पद हैं। समास-विग्रह-समस्त पद में प्रयुक्त शब्दों को पहले जैसी स्थिति में लाना अर्थात् अलग-अलग करना समास-विग्रह कहलाता है; जैसे – समास की विशेषताएँ – (i) समास में दो या दो से अधिक पदों का मेल होता है। (ii) समास में शब्द पास-पास आकर नया शब्द बनाते हैं। (iii) पदों के बीच विभक्ति चिह्नों का लोप हो जाता है। (iv) समास से बने शब्द में कभी उत्तर पद प्रधान होता ...

समास की परिभाषा

समास की परिभाषा | समास के भेद | Samas Ki Paribhasha | Samas Ke Bhed Click Here To Join Telegram Group समास की परिभाषा | समास के भेद | Samas Ki Paribhasha | Samas Ke Bhed हेलो दोस्‍तों , Study fundaaa द्वारा आप सभी को प्रतिदिन प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित जानकारी Share की जाती है. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि प्रत्‍येक Competitive Exams में सामान्‍य हिन्‍दी से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं. आज इस पोस्ट में हम आपके समक्ष जो जानकारीShare कर रहे हैं वह हिन्‍दी के महत्‍वपूर्ण टॉपिक समास की परिभाषा | समास के भेद | Samas Ki Paribhasha | Samas Ke Bhed की है. यह पोस्ट विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। समास की परिभाषा | समास के भेद | Samas Ki Paribhasha | Samas Ke Bhed समास की परिभाषा - दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए नए सार्थक शब्द को ‘ समास’ कहते है। समास छः प्रकार के होते है- (samas ki paribhasha) समास विग्रह - समस्त पद के सभी पदों को अलग-अलग किए जाने की प्रक्रिया समास-विग्रह या व्यास कहलाती है ; जैसे- ‘ नील कमल‘ का विग्रह ‘ नीला है जो कमल‘ तथा‘ चौराहा‘ का विग्रह है- चार राहों का समूह। (samas vigrah in hindi) समास के भेद (Samas ke bhed) 1. अव्ययीभाव समास 2. तत्त पुरूष समास 3. कर्मधारय समास 4. द्विगु समास 5. द्वंद्व समास 6. बहुव्रीहि समास 1. अव्ययीभाव समास (Avyayibhav Samas) जिस समास का पहला पद (पूर्वपद) अव्यय तथा प्रधान हो , उसे' अव्ययीभाव समास' कहते है। इसकी पहचान - पहला पद अनु, आ, प्रति, भर, यथा, यावन, हर आदि होता है। (avyayibhav samas ki paribhasha) उदाहरण : समस्त पद - समास विग्रह दिनोदिन - दिन ही दिन में यथाविधि - विधि ...

Samas Ke Bhed [समास के भेद उदहारण सहित

आज के इस आर्टिकल में हम सब जानेगे की समास क्या होता है ? Samas Ke Bhed कितने होते है ? समास का अर्थ क्या होता है? समास-विग्रह किसे कहते है ? तथा साथ साथ Samas Ke Bhed के सभी उदहारण को भी देखेंगे | सबसे पहले हम जानेगे की समास क्या है? समास समास का शाब्दिक अर्थ “संक्षेप (छोटा)” होता है | दो या दो से अधिक सार्थक शब्दों का ऐसा समूह जिसका कोई निश्चित अर्थ निकलता हो, समास कहलाता है | जैसे- • हर+संभव= हरसंभव समास-विग्रह– जुड़े हुए शब्दों को समास नियमो द्वारा तोडना समास-विग्रह कहलाता है | जैसे- • धनहीन = धन से हीन • जेबकतरा = जेब को कतरने वाला द्विगु समास • कर्मधारय समास • बहुब्रीहि समास 1- अव्ययीभाव समास यह एक ऐसा समास है जिसका पूर्व पद प्रधान होता है | पहचान- जिन शब्दों का पहला पद- अनु, अ,प्रति, भर, यथा, हर तथा समान शब्द हो वहा अव्ययीभाव समास होता है | जैसे- • अनुकूल= अनु+कूल • भरपेट= भर+पेट • घर+घर= घर 2- तत्पुरुष समास जिस समास का उत्तर पद प्रधान हो तथा कारक चिन्हों (कर्ता कारक और संबोधन कारक को छोड़कर) का प्रयोग किया गया हो वहा तत्पुरुष समास होता है | जैसे- टिकटघर, धनहीन आदि | तत्पुरुष समास के भेद– तत्पुरुष समास के निम्नलिखित भेद होते है जो इस प्रकार से है- • कर्म तत्पुरुष समास • करण तत्पुरुष समास • सम्प्रदान तत्पुरुष समास • अपादान तत्पुरुष समास • अधिकरण तत्पुरुष समास • सम्बन्ध तत्पुरुष समास नोट- इस समास के बारे में विस्तार से जानने के पहले आपको कारक के बारे में जानना बेहद जरुरी है | यहाँ से पढ़े – अब हम तत्पुरुष समास के सभी भेदों को एक- एक करके पढेंगे– कर्म तत्पुरुष समास- जिस समास का समास-विग्रह करने पर “को” कारक चिन्ह आये वहा पर कर्म तत्पुरुष समास होता है | जैसे- • शरणागत = शरण...

समास

Samas (समास) समास (Samas In Hindi): समास का तात्पर्य है ‘ संक्षिप्तीकरण’। हिन्दी व्याकरण में समास का शाब्दिक अर्थ होता है छोटा रूप; अर्थात जब दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर जो नया और छोटा शब्द बनता है उस शब्द को हिन्दी में समास कहते हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो समास वह क्रिया है, जिसके द्वारा हिन्दी में कम-से-कम शब्दों मे अधिक-से-अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। समास के उदाहरण • रसोई के लिए घर इसे हम रसोईघर भी कह सकते हैं। • ‘राजा का पुत्र’– राजपुत्र वन्द्वो द्विगुरपि चाहं मद्गेहे नित्यमव्ययीभावः। तत् पुरुष कर्म धारय येनाहं स्यां बहुव्रीहिः॥ समास रचना में दो पद होते हैं , पहले पद को ‘पूर्वपद ‘ कहा जाता है और दूसरे पद को ‘ उत्तरपद ‘ कहा जाता है। इन दोनों से जो नया शब्द बनता है वो समस्त पद कहलाता है। जैसे :- • रसोई के लिए घर = रसोईघर • हाथ के लिए कड़ी = हथकड़ी • नील और कमल = नीलकमल • रजा का पुत्र = राजपुत्र Samas In Hindi सामासिक शब्द (Samasik shabd) समास के नियमों से निर्मित शब्द सामासिक शब्द कहलाता है। इसे समस्तपद भी कहते हैं। समास होने के बाद विभक्तियों के चिह्न (परसर्ग) लुप्त हो जाते हैं। • जैसे-राजपुत्र। समास-विग्रह (Samas vigrah in hindi) सामासिक शब्दों के बीच के संबंधों को स्पष्ट करना समास-विग्रह कहलाता है। विग्रह के पश्चात सामासिक शब्दों का लोप हो जाता है। • जैसे- राज+पुत्र-राजा का पुत्र। पूर्वपद और उत्तरपद (Poorvpad aur uttarpad in samas) समास में दो पद (शब्द) होते हैं। पहले पद को पूर्वपद और दूसरे पद को उत्तरपद कहते हैं। जैसे-गंगाजल। इसमें गंगा पूर्वपद और जल उत्तरपद है। समास के भेद (Samas ke bhed) • • • • • • प्रयोग की दृष्टि से समास के भेद- • संयोगमूलक समास • आश्र...

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