Sangya kise kahate hain

  1. संज्ञा किसे कहते हैं?
  2. Sangya Kise Kahate Hain संज्ञा के कितने भेद होते हैं
  3. संज्ञा किसे कहते है? परिभाषा, भेद और उदाहरण
  4. Sangya In Hindi / संज्ञा


Download: Sangya kise kahate hain
Size: 47.42 MB

संज्ञा किसे कहते हैं?

संज्ञा किसे कहते हैं/Sangya Kise Kahate Hain? क्या यह सवाल आपको भी परेशान करता ही? क्यूंकि संज्ञा यह शब्द हमने सुना तो बहुत बार है लेकिन आजतक इसका सटीक उत्तर या अर्थ हमें जानने को नहीं मिला। तो अब आप चिंता ना करे क्यूंकि आज का यह लेख खास संज्ञा किसे कहते हैं (Sangya Kise Kahate Hain) इसी के बारे में होने वाला है तो आपसे निवेदन है कृपया पूरा लेख पढ़े. संज्ञा एक विधि शब्द है जिसका उपयोग विशेष व्यक्ति, वस्तु, स्थान, विचार, गुण, या प्राणी के नाम के रूप में होता है। संज्ञा एक प्रकार का शब्द है जो व्यक्ति या वस्तु के लिए एक नाम प्रदान करता है जो संज्ञा के जीवन और उपस्थिति को व्यक्त करता है। हिंदी भाषा में, संज्ञा की विशेषता यह होती है कि यह नाम किसी व्यक्ति, वस्तु, या विचार की पहचान करवा सकता है और उसकी एक अलग पहचान या व्यक्तिगतता देने में मदद कर सकता है। संज्ञा वाक्य में प्रधान शब्द होती है जिसके आसपास शब्द या शब्दांश जोड़े जाते हैं जो संज्ञा के विवरण, गुण, गुणधर्म, उपयोग, या संबंध पर पूर्णता या विस्तार करते हैं। उदाहरण के रूप में, “किताब”, “घोड़ा”, “गुलाब”, “भारत”, “सुंदरता”, “गाना”, और “मनुष्य” सभी यहां संज्ञाएँ हैं। ये संज्ञाएँ व्यक्तियों, वस्तुओं, और विचारों को नाम देती हैं और उनकी पहचान करवाती हैं। आये इससे पहले हम संज्ञा किसे कहते हैं यह जाने, हम संज्ञा का इतिहास समजले।। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • संज्ञा का इतिहास क्या है? संज्ञा किसे कहते हैं: अपने सरलतम रूप में, एक संज्ञा को एक व्यक्ति, स्थान या वस्तु के रूप में परिभाषित किया जाता है। हालाँकि, प्राचीन काल से, संज्ञाओं का उपयोग अधिक जटिल हो गया है; आज वे दुनिया भर में कई अलग-अलग संदर्भों में पाए जा ...

Sangya Kise Kahate Hain संज्ञा के कितने भेद होते हैं

Sangya Kise Kahate Hain संज्ञा किसे कहते हैं और संज्ञा के कितने भेद होते है। अपनी ही सरल भाषा में समझाने की कोशिश करेंगे। संज्ञा को इंग्लिश में Noun संज्ञा की परिभाषा: किसी भी व्यक्ति, प्राणी, स्थान या किसी भी वस्तु के नाम को संज्ञा कहते है। जैसे की महेसाणा, मनीष, बिल्ली आदि. इन सब नामो के माध्यम से हमे कुछ ना कुछ बोध हो रहा है इसलिए यह सब संज्ञा है। जैसे की महेसाणा। अब महेशाना एक सहर का बोध होता है इसलिए यह भी एक संज्ञा हुई। समजे ? एक चीज हमेशा याद रखे। की संज्ञा का प्रयोग किसी वस्तु, द्रव्य, स्थान या व्यक्ति के नाम को दर्शाता है। जब की उस चीज या व्यक्ति, स्थान को संज्ञा नहीं कहा जाता है। जब की जो उनका नाम दर्शाता है उसे ही संज्ञा कहते हैं। अब आप समज गए होंगे की संज्ञा किसे कहते हैं संज्ञा के उदाहरण • मुकेश भोजन कर रहा है। इसमें, मुकेशव्यक्ति का नाम है। • आम मीठा होता है। इसमें आमफल का नाम का बोध होता है। • बिल्ली भाग रही है। इसमें बिल्ली प्राणी का नाम का बोध होता है। • अहमदाबाद सहर है। इस वाक्य में अहमदाबाद सहर का बोध होता है इसलिए यह संज्ञा हुई। • विष्णु पढ़ाई कर रहा है। इस वाक्य में वष्णु लड़का है इसलिए लड़के के नाम का बोध होता है इसलिए यह भी संज्ञा हुई। संज्ञा के कितने भेद होते हैं चलो अब संज्ञा के भेद के बारे में जानते हैं। संज्ञा के भेद यानी प्रकार। तो संज्ञा के मुख्य तीन भेद होते है। और सब कुल मिलाके 5 भेद होते हैं। • व्यक्तिवाचक संज्ञा • जातिवाचक संज्ञा • भाववाचक संज्ञा व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं ऐसे शब्द जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु आदि की पहचान करवाता है उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे की, दिव्या। यहां पे दिव्या एक लड़की हैं। और दिव्या उसका नाम हैं।...

संज्ञा किसे कहते है? परिभाषा, भेद और उदाहरण

Table of Contents • • • • • • • • • संज्ञा शब्द संस्कृत के ‘ सम्‘ उपसर्ग तथा ‘ ज्ञा‘ धातु के मिलने से बना है। ‘ ज्ञा‘ धातु का अर्थ है- बोध कराना। अतः इसका अर्थ होगा सम् अर्थात स्म्यक् प्रकार से बोध कराना अर्थात जानकारी देना। उदाहरण के लिये नीचे लिखे हुए वाक्य देखिये: – • इस विद्यालय में बहुत छात्र है । • हमें देश की एकता के लिए प्रयत्न करना चाहिये । • गंगा भारत की प्रसिद्ध नदी है । • बुढ़ापा दुखों का घर है और यौवन आनंद का । => ऊपर के वाक्यों में शब्द विद्यालय, छात्र, देश, एकता, गंगा, भारत, नदी, बुढ़ापा, दुखों, घर, यौवन, आनंद आदि वस्तु, स्थान, प्राणी भाव आदि के नाम है । संज्ञा की परिभाषा (Sangya Ki Paribhasha) किसी वस्तु, स्थान, प्राणी या भाव के नाम का बोध कराने वाले शब्दों को उदाहरण:- राम, मोहन, लड़का, मनुष्य, हिमालय, गुलाब, गाय, सुन्दरता, प्रेम आदि । संज्ञा के कितने भेद है? (Sangya Ke Kitne Bhed Hain) संज्ञा के मुख्य 5 भेद है :- • जातिवाचक • व्यक्तिवाचक • भाववाचक • द्रव्यवाचक • समुदायवाचक • जातिवाचक संज्ञा किसे कहते है? (Jativachak Sangya Kise Kahate Hain) जिस संज्ञा शब्द से सम्पूर्ण जाति का बोध हो अर्थात एक ही प्रकार की बहुत सी वस्तुओं में प्रत्येक का ज्ञान हो सके, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते है। उदाहरण:- मनुष्य, पशु, नगर आदि । • द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते है? (Dravya Vachak Sangya Kise Kahate Hain) जिन संज्ञा शब्दों से उस सामग्री या पदार्थ का बोध हो जिनसे कोई वस्तु बनी हो, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहते है। उदाहरण:- सोना, चांदी, लोहा, घी, पानी फल आदि। • भाववाचक संज्ञा किसे कहते है? (Bhav Vachak Sangya Kise Kahate Hain) जिन संज्ञाओं से किसी पदार्थ के विशेष गुण, धर्म तथा व्य...

Sangya In Hindi / संज्ञा

15.4 Sangya ke udaharan? Sangya Kise Kahate Hain ? संज्ञा एक ऐसा शब्द होता है जो किसी विशिष्ट चीज़ के नाम या चीज़ों के समूह का नाम, जैसे कि जीवित प्राणी, वस्तुएं, स्थान, कार्य, गुण, अस्तित्व की स्थिति या किसी प्रकार का विचार के रूप में कार्य करता है। संज्ञा की परिभाषा / Sangya Ki Paribhasha In Hindi Sangya In Hindi संज्ञा एक ऐसा शब्द होता है जो किसी विशिष्ट चीज़ के नाम या चीज़ों के समूह का नाम, जैसे कि जीवित प्राणी, वस्तुएं, स्थान, कार्य, गुण, अस्तित्व की स्थिति या किसी प्रकार का विचार के रूप में कार्य करता है। सरल शब्दों में समझा जाए तो किसी जाति, द्रव्य, गुण, भाव, व्यक्ति, स्थान और क्रिया आदि के नामो को ही ‘संज्ञा’ कहा जाता है। जैसे- पशु (जाति), व्यथा (भाव), सुंदरता (गुण), रमेश (व्यक्ति), दिल्ली (स्थान), मारना (क्रिया)। हालाँकि, संज्ञा एक अर्थ संबंधी श्रेणी नहीं है, इसलिए इसे इसके अर्थ के संदर्भ में वर्गकृत नहीं किया जा सकता है। संज्ञा के उदाहरण / Sangya Ke Udaharan 1. ‘ रमेश‘ खाना खा रहा है = रमेश व्यक्ति का नाम है। 2. ‘ अमरुद‘ में मिठास है = अमरूद फल का नाम है। 3. ‘ घोडा‘ दौड़ रहा है = घोड़ा एक पशु का नाम है। 4. ‘ दिल्ली‘ भारत की राजधानी है = दिल्ली एक स्थान का नाम है। ऊपर दिए गए वाक्यों में रमेश, अमरुद, घोडा, दिल्ली यह सभी संज्ञा है। संज्ञा के भेद / Sangya Ke Bhed In Hindi Sangya In Hindi एक संज्ञा जिससे किसी जाति, प्राणी या किसी विशिष्ट वस्तु के जाति का बोध होता है उसे जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है। जैसे- लड़का, लडकी, घोड़ा, फूल, मनुष्य, वृक्ष, मोटर साइकिल, कार, टीवी, पहाड़, तालाब, गॉंव आदि। ऊपर दिए सभी शब्दों में किसी जाति, प्राणी या समूह के जाति का बोध होता है। इसलिए यह ...