Sardi khansi ke gharelu upay

  1. गर्भावस्था में सर्दी
  2. बच्चाें का सर्दी
  3. sardi ke liye gharelu upay Home remedies to get rid of cold and cough
  4. खांसी दूर करने के 191 सबसे असरकारक घरेलु देसी नुस्खे
  5. Khansi Ke Liye Gharelu Upay
  6. सर्दी दूर करने के घरेलू उपाय
  7. खांसी के घरेलू उपाय और इलाज


Download: Sardi khansi ke gharelu upay
Size: 3.33 MB

गर्भावस्था में सर्दी

Image: iStock गर्भावस्था में महिला को सर्दी-जुकाम की समस्या होना आम बात है। गर्भावस्था के दौरान महिला काफी संवेदनशील हो जाती है, जिस कारण सर्दी-खांसी व जुकाम जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। भले की यह समस्या छोटी-सी लगे, लेकिन अगर इसे सही समय पर नियंत्रित न किया जाए, तो यह और बढ़ सकती है। इससे मां और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को तकलीफ हो सकती है। साथ ही गर्भवती को कोई भी दवा खाने से पहले डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए।बहरहाल, मॉमजंक्शन के इस लेख में हम प्रेगनेंसी के दौरान सर्दी-जुकाम व खांसी जैसी समस्याओं पर विस्तार से बात करेंगे। इस लेख में हम जानेंगे कि प्रेगनेंसी में सर्दी-खांसी होने के क्या कारण हैं, इसका घरेलू इलाज क्या है और कैसे इससे बचाव किया जाए। इन सभी सवालों के जवाब आपको इस लेख में मिलेंगे। गर्भावस्था में सर्दी-जुकाम और खांसी के कारण सर्दी-जुकाम ऊपरी श्वसन प्रणाली का एक सामान्य संक्रमण है। कई लोग मानते हैं कि ठंड के संपर्क में आने से या ठंड में गर्म कपड़े न पहनने से सर्दी-जुकाम हो जाता है, लेकिन कुछ अन्य कारण भी होते हैं। सर्दी-जुकाम के लिए कई तरह के विषाणु जिम्मेदार हो सकते हैं। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती में इसके लक्षण अधिकतम तीन सप्ताह तक नजर आ सकते हैं। आइए, जानते हैं कि गर्भावस्था में किन कारणों से सर्दी-जुकाम व खांसी होती है : • ह्यूमन राइनो वायरस : इस तरह के कई वायरस मौजूद हैं, जो सर्दी-जुकाम का कारण हो सकते हैं। यह आमतौर पर व्यक्ति की नाक में पाए जाते हैं। ये वायरस तेजी फैलते हैं, लेकिन किसी तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्या नहीं होती • कोरोना वायरस : केवल छह प्रकार के ऐसे वायरस इंसान को प्रभावित करते हैं, अन्य वायरस ज्यादातर जानवरों में पाए जाते हैं • मानव पैरेन...

बच्चाें का सर्दी

Image: iStock सर्दी-जुकाम नाक, गले और साइनस से जुड़ा एक वायरल संक्रमण है, जो आपके शिशु के स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। वहीं, बंद और बहती नाक जुकाम के मुख्य संकेत हैं। सर्दी-जुकाम के प्रति बच्चे अतिसंवेदनशील होते हैं, क्योंकि वो अक्सर अन्य लोगों के आसपास ज्यादा होते हैं। बच्चों को सर्दी का संक्रमण घर के सदस्य या उनसे मिलने वालों के जरिए लग सकता है। इसके अलावा, उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है और वो 100 से ज्यादा कोल्ड वायरस से घिरे रहते हैं। बच्चे दो वर्ष के होने तक पहले साल में आठ-दस बार सर्दी का शिकार हो सकते हैं • सर्दी-जुकाम एक वायरल संक्रमण है और यह किसी अन्य के माध्यम से आपके बच्चे को प्रभावित कर सकता है। अगर घर के किसी सदस्य और बाहर से आने वाले किसी व्यक्ति को सर्दी है, तो यह वायरस संक्रमित व्यक्ति से शिशु के शरीर में दाखिल हो सकता है। • बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, इसलिए वो जल्द सर्दी का शिकार हो सकते हैं। बच्चों को लगभग 100 से ज्यादा कोल्ड वायरस प्रभावित कर सकते हैं। • सबसे पहले यह जान लें कि आम सर्दी-जुकाम का कोई तत्काल इलाज नहीं है। यह आमतौर पर अपने आप ही ठीक हो जाता हैं। कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखकर आप सर्दी-जुकाम से पीड़ित बच्चे को आराम का अनुभव करा सकते हैं। कोशिश करें कि आपका बच्चा घर में किसी भी चीज से असहज महसूस न करें। अगर उसे खाने का मन नहीं कर रहा है, तो जबरदस्ती न करें। इस दौरान आप उसे गुनगुना पानी पिलाएं और हल्का पोषण से भरपूर भोजन कराएं। • तीन साल से छोटे बच्चों को सर्दी-जुकाम की ओवर द काउंटर दवा (बिना डॉक्टरी सलाह की दवा) न दें। वहीं, 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को ओवर द काउंटर दवा देने से पहले उसके पैक पर लिखे ...

sardi ke liye gharelu upay Home remedies to get rid of cold and cough

Home remedies for cold and cough: कुछ दिनों में ठण्‍ड दस्‍तक दे देगी, कई जगहों पर बारिश अभी भी हो रही है. इस मौसम में सर्दी-जुकाम होना आम बात है. हालांकि जितना जल्दी हो सके इनका इलाज किया जाए, वरना ये कई बीमारियों को जन्म दे सकती हैं. अगर आपको भी सर्दी खांसी या फिर जुकाम (cold and cough ) की दिक्कत हो तो कुछ घरेलू उपाय (Home remedies ) आपकी मदद कर सकते हैं. इस खबर में हम आपके लिए सर्दी-जुकाम (cold and cough ) से राहत देने वाले ऐसे घरेलू उपाय लेकर आए हैं, जिसका खर्च मुश्किल से 10 रुपये से 20 रुपये होगा. आयुर्वेद के मुताबिक, मेथी के बीज (Fenugreek seeds) में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं. मेथी का पानी (Fenugreek water) सर्दी जुकाम या वायरल जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में फायदेमंद है. इसके लिए आप मेथी के पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं. ये संक्रामक रोगों से बचाव करता है. सर्दी-जुकाम के लिए ये घरेलू उपाय अपनाएं ( Home Remedies for Cold ) गर्म पानी और नमक के गरारे करें ( Hot Water ) अगर आपको सर्दी-जुकाम है तो गर्म पानी में नमक मिलाकर गरारे करने चाहिए. इससे गले को राहत मिलती है. इसके अलावा खांसी में आराम भी मिलता है. हल्दी के दूध का सेवन जरूरी ( Turmeric Milk ) सर्दी-जुकाम और खांसी है तो हल्दी का दूध आपके लिए काम आ सकता है. क्योंकि हल्दी एंटी इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज, एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल प्रॉपर्टीज होती है. ये इन्फेक्शन से लड़ती है. तुलसी की चाय का सेवन करें ( Drink Basil Tea) अगर आपको बार-बार खांसी या फिर बलगम आ रहा है तो तुलसी के पत्ते आपकी मदद करेंगे. इसके लिए आपको तुलसी की चाय (drink basil tea) का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा आप ताजी तुलसी की पत्तियां ले सकते हैं या फ...

खांसी दूर करने के 191 सबसे असरकारक घरेलु देसी नुस्खे

7 खांसी का घरेलू उपचार : khansi ka gharelu ilaj खांसी क्या है ? : khansi in hindi खांसी (cough/khansi) का सम्बंध फेफड़ों तथा शरीर के उन अंगों से होता है जो सांस लेने में फेफड़ों को सहायता प्रदान करता है। खांसी का रोग किसी भी मौसम में हो सकता है लेकिन यह विशेष रूप से सर्दी के मौसम में होता है। एलोपैथी चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार खांसी की उत्पत्ति विशेष प्रकार के जीवाणुओं से होती है। यदि खांसी की चिकित्सा कराने में देर हो जाए तो खांसी क्षय रोग (टी.बी.) में बदल जाती है। खांसी के कारण: khansi ke karan • खांसी वात, पित्त और कफ बिगड़ने के कारण होती है। • श्वासनली की सूजन में धूल-धुंआ जाना, जल्दी-जल्दी खाने के कारण खाने-पीने की वस्तुएं अन्ननली में जाने की बजाय श्वासनली में चले जाना। • रूक्ष पदार्थों का अधिक सेवन करना, मल-मूत्र या छींक आदि के वेग को रोकना। खट्टी, कषैली, तीव्र वस्तुओं का अधिक सेवन करना। • अधिक परिश्रम, अधिक मैथुन, सर्दी लगना, ऋतु परिवर्तन, दूषित हवा, तेज वस्तुओं को सूंघना, फेफड़ों पर गर्मी और सर्दी का प्रभाव अथवा घाव व फुंसी होना आदि खांसी का मुख्य कारण है। • गले में रहने वाली उदान वायु जब ऊपर की ओर विपरीत दिशा में जाती है तो प्राणवायु कफ में मिलकर हृदय में जमे हुए कफ को कंठ में ले आती है जिसके फलस्वरूप खांसी का जन्म होता है। • घी-तेल से बने खाद्य पदार्थों के सेवन के तुरन्त बाद पानी पी लेने से खांसी की उत्पत्ति होती है। छोटे बच्चे स्कूल के आस-पास मिलने वाले चूरन, चाट-चटनी व खट्टी-मीठी दूषित चीजें खाते हैं जिससे खांसी रोग हो जाता है। • मूंगफली, अखरोट, बादाम, चिलगोजे व पिस्ता आदि खाने के तुरन्त बाद पानी पीने से खांसी होती है। ठंड़े मौसम में ठंड़ी वायु के प्रकोप व ठ...

Khansi Ke Liye Gharelu Upay

• • • • • • • • खांसी क्या है? | What is cough? श्वसन तंत्र के रोगों में यह सबसे अधिक पाया जाने वाला लक्षण है| खांसी (Khansi)- श्वसन संस्थान में उत्तेजना होने पर अथवा उसमें कोई रोग होने से होती है। स्मरण रहे कि खांसी (Khansi) स्वयं में कोई रोग नही है, बल्कि होने वाले रोग का लक्षण है। फुफ्फुस (Lungs) के रोगों का यह सर्व प्रमुख लक्षण है। श्वास मार्ग में या फुफ्फुसों में स्थित किसी बाहरी पदार्थ (Foreign Body), श्वास अवरोधक पदार्थ या क्षोभक पदार्थ के बाहर फेकने का यह प्रयास है अस्तु कास/खांसी एक लक्षण है एवं दूसरी ओर यह स्वतंत्र रोग भी है, क्यूंकि दोनों प्रकार की अवस्थायें उत्पन्न होती हैं। अनेक रोगों में खांसी (Khansi) एक लक्ष्ण अथवा उपद्रव के रूप में मिलती है तथा जहाँ यह व्याधि/रोग के स्वरूप में होगी वहां इसके लक्षण अवस्था और दोषानुसार रूप आदि भी रहेगा और तदनुरुप उसका निदान और चिकित्सा अभिप्रेत होगी। खांसी के प्रकार | Types of cough in hindi: सामान्य व्यवहार में—खांसी (Khansi) निचे लिखे दो प्रकार में मिलती है— • सूखी खांसी (ड्राई कफ Dry cough) • तर खांसी/बलगम वाली खांसी (गीली खांसी से भी जाना जाता है) • सूखी खांसी—इसमें कफ/बलगम नहीं निकलता है बार-बार थोड़े समय के लिए खांसी आती रहती है। छाती, गले तथा सिर में रोगों का दर्द रहता है, जैसे– ड्राई प्लूरिसी (Dry Pleurisy) में। • तर खांसी/बलगम वाली खांसी—इसमें रोगी को खांसी (Khansi) आने पर साथ में बलगम निकलता है, जैसेकि—ब्रोंकाइटिस में रोगी के छाती में दर्द नहीं होता है, किन्तु सिर भरी रहता है बलगम निकलने से रोगी को आराम मिलता है। खांसी के प्रमुख लक्षण | Khansi ke pramukh lakshan: • सूखी खांसी—इस प्रकार की खांसी (Khansi) में कफ का प...

सर्दी दूर करने के घरेलू उपाय

sardi dur karne ke upay in Hindi सर्दी के मौसम में जुकाम होना आम बात है। लेकिन यह हमारे लिए असुविधा का कारण बन सकती है। लेकिन घबराने की बात नहीं है क्‍योंकि आप यहां सर्दी दूर करने के घरेलू उपाय जानेगें। जुकाम होने के दौरान यदि आप बिस्‍तर पर आराम करते हैं तो यह आपको मजेदार अनुभव नहीं दिला सकता है। क्‍योंकि सर्दी होने पर शरीर में दर्द, बुखार, ठंड लगना और नाक बहना आदि लक्षण आपको असहज लग सकते हैं। इसलिए इनका उपचार किया जाना चाहिए। लेकिन प्राकृतिक उपचारों का उपयोग बहुत ही प्रभावी माना जाता है जिन्‍हें आप अपने घर पर ही कर सकते हैं। आइए जाने सर्दी दूर करने के घरेलू उपाय क्या हैं। Table of Contents • • • • • • • • सर्दी के घरेलू उपाय अजवाइन तेल – Cold Treatment At Home For Oregano Oil in Hindi सुनने में आपको जरूर अजीब लग सकता है लेकिन यह सर्दी दूर करने के घरेलू उपाय में से एक है। आप जुकाम का इलाज करने के लिए ओरेग्‍नो तेल की 3-4 बूंदों को अपनी जीभ के नीचे डालें और इसके तीखे स्‍वाद को कम करने के लिए 1 गिलास पानी पीएं। इस तरह से यह औषधीय तेल आपकी नाक में जमा श्‍लेष्‍म के जमाव को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा यह प्रतिरोध का निर्माण कर सर्दी के लक्षणों को कम करने मे सहायक होता है। इस तरह से ओरेगेनो तेल आपकी सर्दी दूर करने के घरेलू उपाय करने में प्रभावी हो सकता है। sardi ke gharelu upay ajwain tel in Hindi सर्दी का इलाज है चिकन सूप – Winter Cold For Chicken Soup in Hindi आप अपनी सर्दी का इलाज के लिए दवाओं का उपयोग करने के बजाए चिकिन सूप का उपयोग कर सकते हैं। जब आप संक्रमित होकर बीमार होते हैं तो आपके शरीर को अतिरिक्‍त पोषक तत्‍वों की आवश्‍यकता होती है। अध्‍ययनों से पता चलता है कि ...

खांसी के घरेलू उपाय और इलाज

Khansi ke gharelu upay in hindi : खांसी एक बहुत ही आम समस्या है। एक बार अगर ये हो जाए, तो आसानी से इससे छुटकारा मिल पाना मुश्किल है। अगर आप भी इस बदलते मौसम में खांसी से परेशान हैं, तो कोई दवा या कफ स‍िरप लेने से पहले कुछ प्राकृतिक घरेलू उपाय और उपचार (Khansi ke gharelu upay) को आजमा सकते हैं, जो आपकी खांसी को जल्दी ही बिना किसी खर्चे के ठीक कर देंगें। खांसी आमतौर पर दो तरह की होती है। सूखी खांसी और गीली खांसी। सूखी खांसी कुछ समय में सही हो जाती है, लेकिन गीली खांसी का वक्त रहते इलाज नहीं किया गया, तो यह बीमारी का रूप भी धारण कर सकती है। कभी-कभी तो अगर गीली या बलगम वाली खांसी की समस्या बढ़ जाए, तो यह दो से तीन महीने तक सही नहीं होती, जिसके लिए फिर सही इलाज ही लेना पड़ता है। लेकिन अगर आपको बार-बार खांसी होती है, तो दवाओं में पैसे खर्च करने से अच्छा है कि आप इसके लिए घरेलू उपचारों की मदद लें। मौसम में होने वाला जरा सा बदलाव सबसे पहले हमारे शरीर को प्रभावित करता है। सर्दी होने पर नाक और गला पूरी तरह से बंद हो जाता है और सांस लेने में तकलीफ होती है। कई बार सर्दी तो ठीक हो जाती है, लेकिन सर्दी -जुकाम के ठीक होने के बाद खांसी पीछा नहीं छोड़ती है। ऐसे में अगर आप सूखी खांसी और बलगम वाली खांसी की समस्या को जड़ से खत्म करने के कोई नुस्खे तलाश रहे हैं, तो आज का हमारा ये आर्टिकल आपकी बहुत मदद करेगा। यहां खांसी को दूर करने के लिए बताएं जा रहे घरेलू नुस्खे बड़ी-बड़ी बीमारियों को तक ठीक कर देते हैं। लेकिन सबसे पहले जानते हैं खांसी के कारण और इसके प्रकार। • मौसम के बदलने से • • • धूल-मिट्टी के संपर्क में रहने से • ठंडी चीजों का सेवन करने से • • (और पढ़े – खांसी के प्रकार- Types of cough in...