Saurmandal ka sabse bada grah

  1. हमारे सौरमंडल की सम्पूर्ण जानकारी (Our Solar System in Hindi)
  2. सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है
  3. सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है?
  4. सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है
  5. सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है?
  6. हमारे सौरमंडल की सम्पूर्ण जानकारी (Our Solar System in Hindi)


Download: Saurmandal ka sabse bada grah
Size: 36.35 MB

हमारे सौरमंडल की सम्पूर्ण जानकारी (Our Solar System in Hindi)

दूसरे शब्दों में कहे तो सूर्य व उसके परिवार को हम सौरमंडल कहते है। हमारे सौरमंडल में 8 ग्रह मौजूद हैं, जिनमें हमारी पृथ्वी भी शामिल है। इन ग्रहों के अलग-अलग उपग्रह भी है, जो इनके चारों ओर चक्कर लगाते हैं। यानी सूर्य के साथ गुरुत्वाकर्षण बल से बंधी वस्तुओं की प्रणाली को सौरमंडल कहते हैं। यह भी पढ़ें:- • • इनके अलावा सौरमंडल में क्षुद्रग्रह, धूमकेतु, बौने ग्रह, उल्काएँ और अन्य पिंड भी मौजूद हैं, जो सूर्य के चारों ओर चक्कर लगा रहे है। जबकि हमारा सूर्य अपने पूरे परिवार के साथ हमारी आकाशगंगा मिल्की-वे के केंद्र के चारों ओर चक्कर लगा रहा है। तो आइए आज हम हमारे सौरमंडल के बारे में विस्तार से जानते हैं। सौरमंडल की खोज सौरमंडल को समझने में हम इन्सानों को हजारों वर्ष लग गए। पुराने समय में हमारे पूर्वज पृथ्वी को पूरे ब्रह्मांड का केंद्र मानते थे। उनके अनुसार सूर्य और अन्य तारे धरती के चारों ओर चक्कर लगाते हैं। परंतु वक्त के साथ यह अवधारणा भी बदल गई। ग्रीक दार्शनिक Aristarchus of Samos ने सबसे पहले एक सिद्धान्त प्रस्तुत किया, उनके अनुसार सूर्य हमारे ब्रह्मांड का केंद्र है। इसके बाद Nicolaus Copernicus ने इस सिद्धान्त का गणितीय रूप प्रस्तुत किया। लेकिन यह अभी भी कई बुद्धिजीवियों के सवालो को संतुष्ट नहीं कर रहा था। 17वीं शताब्दी में गैलीलियो गैलीली ने बृहस्पति ग्रह के चार चाँद खोज निकाले, जो उसके चारों ओर चक्कर लगा रहे थे। गैलीलियो की खोज को ही आगे बढ़ाते हुए क्रिस्टियान हुयेंस ने शनि ग्रह के छल्ले और उसके चाँद टाइटन को खोज निकाला। साल 1705 में Edmond Halley ने एक छोटे से पिंड के बारे में पता लगाया, उन्होने महसूस किया कि प्रत्येक 75-76 सालों के बाद यह पिंड वापिस लौटता है। यह पहला प्रमाण थ...

सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है

Table of Contents • • • • • • • सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है | Sabse bada grah kaun sa hai हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति (Jupiter) है। यह ग्रह गैस से भरा हुआ हैं और इसका व्यास लगभग 86,881 मील (139,822 किलोमीटर) है, जो पृथ्वी के व्यास के 11 गुना से अधिक है। बृहस्पति इतना बड़ा है कि यह वास्तव में हमारे सौर मंडल के सभी ग्रहों को मिलाकर भी बड़ा है। इसका द्रव्यमान भी बहुत बड़ा है, सौर मंडल के अन्य सभी ग्रहों के संयुक्त द्रव्यमान का लगभग 2.5 गुना। ज्यूपिटर का विशाल आकार इसकी संरचना के कारण है, जो मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैस है। बृहस्पति चंद्रमा और शुक्र के बाद पृथ्वी से रात्रि के समय आकाश में आसानी से देख जा सकने वाला तीसरा सबसे चमकीला प्राकृतिक आकाशीय वस्तु है, और इसे प्रागैतिहासिक काल से देखा गया है। इसका नाम प्राचीन रोमन धर्म के प्रमुख देवता जुपिटर के नाम पर रखा गया था। और हिन्दी मे इसे बृहस्पति के नाम से बुलाया जाता हैं, बृहस्पति हिन्दू देवताओ के गुरु हैं। जुपिटर गृह का परिचय ज्यूपिटर हमारे सौर मंडल में सूर्य से पांचवां ग्रह है और सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। यह एक विशाल गैस है, जिसका अर्थ है कि इसका एक मोटा, गैसीय वातावरण है और कोई ठोस सतह नहीं है। मीथेन, अमोनिया और जल वाष्प जैसे अन्य तत्वों के निशान के साथ वातावरण मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम से बना है। See also सिंधु घाटी की सभ्यता एवं संस्कृति | sindhu ghati sabhyata in hindi ज्यूपिटर के पास एक मजबूत चुंबकीय क्षेत्र और 80 से अधिक चंद्रमाओं की एक प्रणाली है, जिनमें से चार सबसे बड़े गैलीलियन चंद्रमा कहलाते हैं और पहली बार 1610 में गैलीलियो गैलीली द्वारा देखे गए थे। हमारे सौर मण्डल मे स्थित ग्रहो से जुड़...

सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है?

क्याआपजानतेहैं सौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहकौनसाहै? sabse bada grah kaun sa hai, यदिआपइसब्रह्मांडकासबसेबड़ाग्रहकौनसाहैकेबारेमेंनहींजानतेहैंतोइसलेखकोपूरापढ़िए. बृहस्पतिग्रह (Jupiter) सूर्यसेेपांचवाँऔरहमारेसौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहहै, जोइतनाबड़ाहैकिहमारेपृथ्वीजैसाकईग्रहउसमेंसमासकताहै. जैसेकिहमनेबतलायाहै, आजकीइसलेखमेंआपकोंसौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहकौनसाहै? sabse bada grah kaun sa hai औरउससेसंबंधितबातोंकेबारेमेंजानकारीप्राप्तहोनेवालाहै. इसीलिएयदिआपसबसेबड़ेग्रहबृहस्पतिकेबारेमेंनहींजानतेतोइसलेखकोपूराअन्ततकजरूरपढ़िए. बृहस्पतिकादौराकरनेवालापहलाअंतरिक्षयानकौनथा? सौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहकौनसाहै? (Sabse Bada Grah) बृहस्पतिहमारेसौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहहै, जोसौरमंडलकापाँचवाँग्रहहैऔरसूर्यसेलगभग 77 करोड़किमीकीदूरीपरस्थितहै. इसकाद्रव्यमानसौरमंडलमेंमौजूदअन्यसातग्रहोंकेढाईगुनाऔरसूर्यकेहजारवेंभागकेबराबरहोताहै. यहगैसोंसेबनाएकविशालकायपिण्डहैजिसकीसतहअत्यधिकगर्महोतीहै. यहइतनीगर्महैकिवैज्ञानिकोंद्वाराइसपरपरभेजागयाजूनोउपग्रहभीइसकीसतहसेबहुतऊपरहीजलकरनष्टहोगयाथाइसीलिएवैज्ञानिकइसकीसतहकोदेखनहींपाए. वैज्ञानिकोंकेद्वाराबतलाया“दग्रेटरेडस्पॉट”एकतूफ़ानहैजोबृहस्पतिपरमौजूदहै. यहतूफ़ानकीख़ासबातयहहैकिलगभग 350 सालोंसेनहींरुकाहै. बृहस्पतिहमारेसौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहहोनेकेसाथसाथसबसेपुरानाग्रहभीहै. सौरमंडलमेंसबसेज्यादाउपग्रह (लगभग 79) बृहस्पतिग्रहकेपासहीहै. ऐसामानागयाहैकियदिधरतीपरतुम्हारावजन 50 किलोग्रामहैतोबृहस्पतिपर 132 किग्राकेहोजाएगा. ऐसाइसलिएक्योंकिबृहस्पतिकागुरुत्वाकर्षणबलज्यादाज़्यादाहोतीहै. बृहस्पति (Jupiter) केबारेमेंजानकारी सबसेबड़ाग्रह बृहस्पति (Jupiter) उपनाम जुपिटर ग्रहकाप्रकार बाहरीग्रह , गैसजायंट उपग्रह 79 (2021 तक),53 कीपुष्...

सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है

Table of Contents • • • • • • • सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है | Sabse bada grah kaun sa hai हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति (Jupiter) है। यह ग्रह गैस से भरा हुआ हैं और इसका व्यास लगभग 86,881 मील (139,822 किलोमीटर) है, जो पृथ्वी के व्यास के 11 गुना से अधिक है। बृहस्पति इतना बड़ा है कि यह वास्तव में हमारे सौर मंडल के सभी ग्रहों को मिलाकर भी बड़ा है। इसका द्रव्यमान भी बहुत बड़ा है, सौर मंडल के अन्य सभी ग्रहों के संयुक्त द्रव्यमान का लगभग 2.5 गुना। ज्यूपिटर का विशाल आकार इसकी संरचना के कारण है, जो मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैस है। बृहस्पति चंद्रमा और शुक्र के बाद पृथ्वी से रात्रि के समय आकाश में आसानी से देख जा सकने वाला तीसरा सबसे चमकीला प्राकृतिक आकाशीय वस्तु है, और इसे प्रागैतिहासिक काल से देखा गया है। इसका नाम प्राचीन रोमन धर्म के प्रमुख देवता जुपिटर के नाम पर रखा गया था। और हिन्दी मे इसे बृहस्पति के नाम से बुलाया जाता हैं, बृहस्पति हिन्दू देवताओ के गुरु हैं। जुपिटर गृह का परिचय ज्यूपिटर हमारे सौर मंडल में सूर्य से पांचवां ग्रह है और सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। यह एक विशाल गैस है, जिसका अर्थ है कि इसका एक मोटा, गैसीय वातावरण है और कोई ठोस सतह नहीं है। मीथेन, अमोनिया और जल वाष्प जैसे अन्य तत्वों के निशान के साथ वातावरण मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम से बना है। See also भारत का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन | bharat ka sabse bada railway station ज्यूपिटर के पास एक मजबूत चुंबकीय क्षेत्र और 80 से अधिक चंद्रमाओं की एक प्रणाली है, जिनमें से चार सबसे बड़े गैलीलियन चंद्रमा कहलाते हैं और पहली बार 1610 में गैलीलियो गैलीली द्वारा देखे गए थे। हमारे सौर मण्डल मे स्थित ग्रहो से ज...

सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है?

क्याआपजानतेहैं सौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहकौनसाहै? sabse bada grah kaun sa hai, यदिआपइसब्रह्मांडकासबसेबड़ाग्रहकौनसाहैकेबारेमेंनहींजानतेहैंतोइसलेखकोपूरापढ़िए. बृहस्पतिग्रह (Jupiter) सूर्यसेेपांचवाँऔरहमारेसौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहहै, जोइतनाबड़ाहैकिहमारेपृथ्वीजैसाकईग्रहउसमेंसमासकताहै. जैसेकिहमनेबतलायाहै, आजकीइसलेखमेंआपकोंसौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहकौनसाहै? sabse bada grah kaun sa hai औरउससेसंबंधितबातोंकेबारेमेंजानकारीप्राप्तहोनेवालाहै. इसीलिएयदिआपसबसेबड़ेग्रहबृहस्पतिकेबारेमेंनहींजानतेतोइसलेखकोपूराअन्ततकजरूरपढ़िए. बृहस्पतिकादौराकरनेवालापहलाअंतरिक्षयानकौनथा? सौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहकौनसाहै? (Sabse Bada Grah) बृहस्पतिहमारेसौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहहै, जोसौरमंडलकापाँचवाँग्रहहैऔरसूर्यसेलगभग 77 करोड़किमीकीदूरीपरस्थितहै. इसकाद्रव्यमानसौरमंडलमेंमौजूदअन्यसातग्रहोंकेढाईगुनाऔरसूर्यकेहजारवेंभागकेबराबरहोताहै. यहगैसोंसेबनाएकविशालकायपिण्डहैजिसकीसतहअत्यधिकगर्महोतीहै. यहइतनीगर्महैकिवैज्ञानिकोंद्वाराइसपरपरभेजागयाजूनोउपग्रहभीइसकीसतहसेबहुतऊपरहीजलकरनष्टहोगयाथाइसीलिएवैज्ञानिकइसकीसतहकोदेखनहींपाए. वैज्ञानिकोंकेद्वाराबतलाया“दग्रेटरेडस्पॉट”एकतूफ़ानहैजोबृहस्पतिपरमौजूदहै. यहतूफ़ानकीख़ासबातयहहैकिलगभग 350 सालोंसेनहींरुकाहै. बृहस्पतिहमारेसौरमंडलकासबसेबड़ाग्रहहोनेकेसाथसाथसबसेपुरानाग्रहभीहै. सौरमंडलमेंसबसेज्यादाउपग्रह (लगभग 79) बृहस्पतिग्रहकेपासहीहै. ऐसामानागयाहैकियदिधरतीपरतुम्हारावजन 50 किलोग्रामहैतोबृहस्पतिपर 132 किग्राकेहोजाएगा. ऐसाइसलिएक्योंकिबृहस्पतिकागुरुत्वाकर्षणबलज्यादाज़्यादाहोतीहै. बृहस्पति (Jupiter) केबारेमेंजानकारी सबसेबड़ाग्रह बृहस्पति (Jupiter) उपनाम जुपिटर ग्रहकाप्रकार बाहरीग्रह , गैसजायंट उपग्रह 79 (2021 तक),53 कीपुष्...

हमारे सौरमंडल की सम्पूर्ण जानकारी (Our Solar System in Hindi)

दूसरे शब्दों में कहे तो सूर्य व उसके परिवार को हम सौरमंडल कहते है। हमारे सौरमंडल में 8 ग्रह मौजूद हैं, जिनमें हमारी पृथ्वी भी शामिल है। इन ग्रहों के अलग-अलग उपग्रह भी है, जो इनके चारों ओर चक्कर लगाते हैं। यानी सूर्य के साथ गुरुत्वाकर्षण बल से बंधी वस्तुओं की प्रणाली को सौरमंडल कहते हैं। यह भी पढ़ें:- • • इनके अलावा सौरमंडल में क्षुद्रग्रह, धूमकेतु, बौने ग्रह, उल्काएँ और अन्य पिंड भी मौजूद हैं, जो सूर्य के चारों ओर चक्कर लगा रहे है। जबकि हमारा सूर्य अपने पूरे परिवार के साथ हमारी आकाशगंगा मिल्की-वे के केंद्र के चारों ओर चक्कर लगा रहा है। तो आइए आज हम हमारे सौरमंडल के बारे में विस्तार से जानते हैं। सौरमंडल की खोज सौरमंडल को समझने में हम इन्सानों को हजारों वर्ष लग गए। पुराने समय में हमारे पूर्वज पृथ्वी को पूरे ब्रह्मांड का केंद्र मानते थे। उनके अनुसार सूर्य और अन्य तारे धरती के चारों ओर चक्कर लगाते हैं। परंतु वक्त के साथ यह अवधारणा भी बदल गई। ग्रीक दार्शनिक Aristarchus of Samos ने सबसे पहले एक सिद्धान्त प्रस्तुत किया, उनके अनुसार सूर्य हमारे ब्रह्मांड का केंद्र है। इसके बाद Nicolaus Copernicus ने इस सिद्धान्त का गणितीय रूप प्रस्तुत किया। लेकिन यह अभी भी कई बुद्धिजीवियों के सवालो को संतुष्ट नहीं कर रहा था। 17वीं शताब्दी में गैलीलियो गैलीली ने बृहस्पति ग्रह के चार चाँद खोज निकाले, जो उसके चारों ओर चक्कर लगा रहे थे। गैलीलियो की खोज को ही आगे बढ़ाते हुए क्रिस्टियान हुयेंस ने शनि ग्रह के छल्ले और उसके चाँद टाइटन को खोज निकाला। साल 1705 में Edmond Halley ने एक छोटे से पिंड के बारे में पता लगाया, उन्होने महसूस किया कि प्रत्येक 75-76 सालों के बाद यह पिंड वापिस लौटता है। यह पहला प्रमाण थ...