सबसे पुराना धर्म कौन सा है

  1. दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है?
  2. Hindu Dharma History Of Hindu Religious And Kalyug Ending Year Know Details In Hindi
  3. Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai : List and Importance
  4. सबसे पुराना धर्म कौन सा है दुनिया में Purana Dharm
  5. सबसे पुराना धर्म कौन सा है?


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दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है?

दुनिया का सबसे पुराना धर्म हिन्दू है। इसे पहले आदि सनातन देवी देवता धर्म भी कहते थे। बाकी सभी धर्म इसी धर्म की शाखाये है जो अलग-अलग ईश्वर के पैगम्बर ने स्थापित किये। कहते हैं कि एक समय था जबकि संपूर्ण धरती पर सिर्फ हिंदू थे। अफ्रीका में 6 हजार वर्ष पुराना एक शिव मंदिर पाया गया और चीन, इंडोनेशिया, मलेशिया, लाओस, जापान में हजारों वर्ष पूरानी विष्णु, राम और हनुमान की प्रतिमाएं मिलना इस बात के प्रमाण हैं कि हिंदू धर्म संपूर्ण धरती पर था।

Hindu Dharma History Of Hindu Religious And Kalyug Ending Year Know Details In Hindi

Hindu Dharma in Kalyug: मान्यता है कि सनातन हिंदू धर्म पूरी दुनिया का सबसे पुराना धर्म है. इससे पहले किसी धर्म के होने का प्रमाण नहीं मिलता. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म 90 हजार वर्ष पुराना है. कितना पुराना है हिंदू धर्म ? हिन्दू धर्म को 90 हजार वर्ष पुराना बताया जाता है. हिन्दू धर्म में सबसे पहले 9057 ईसा पूर्व स्वायंभुव मनु हुए, 6673 ईसा पूर्व में वैवस्वत मनु हुए. पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व और श्रीकृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व बताया जाता हैं. वहीं वर्तमान शोध के अनुसार हिंदू धर्म को 12-15 हजार वर्ष पुराना और ज्ञात रूप से लगभग 24 हजार वर्ष पुराना माना गया है. हिंदू धर्म के चार युगों का काल वेदों के अनुसार हिंदू धर्म में चार युग सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग के बारे में बताया गया है. इसमें सतयुग लगभग 17 लाख 28 हजार वर्ष पुराना, त्रेतायुग 12 लाख 96 हजार वर्ष, द्वापरयुग 8 लाख 64 हजार वर्ष और कलियुग को 4 लाख 32 हजार वर्ष का बताया गया है. भगवान राम का काल त्रेतायुग का था और श्रीकृष्ण द्वापरयुग में जन्मे थे. वर्तमान में कलियुग चल रहा है. कलियुग में कितना समय है शेष ? विद्वानों की माने तो कलियुग के 4 लाख 32 हजार मानव वर्ष में अभी कुछ ही हजार वर्ष बीते हैं. अगर कलियुग समय की आधुनिक गणना की जाए तो इसकी शुरुआत 3,120 ईसा पूर्व हुई थी. जब मंगल, बुध, शुक्र, बृहस्पति और शनि पांच ग्रह मेष राशि पर 0 डिग्री पर थे. इसके अनुसार अबतक कलियुग के 3102+2023= 5125 साल बीत चुके हैं. इस तरह से कलियुग के 4,32.000 साल में 5,125 को घटाने पर 4,26,875 वर्ष शेष रहते हैं. यानी अभी कलियुग खत्म होने में 4,26,875 वर्ष बाकी है. वर्तमान समय को कलियुग का प्र...

Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai : List and Importance

सबसे पुराना धर्म – सबसे पुराना धर्म हिन्दू धर्म है इसे ‘वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म’ भी कहते हैं जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले से है। धर्मों की सूची- हिन्दू धर्म – हिन्दू धर्म की उत्पत्ति हुई 15 वीं और 5 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के समय। हिन्दू धर्म को पहले सनातन धर्म के नाम से जाना जाता था। हिन्दू धर्म में कई वेद, शास्त्र और पूरण लिखे गए जो लोगों को जीने का सही तरीका सिखाते हैं। यहूदी धर्म – धर्म 4000 साल पुराना है। आज इस धर्म को Israel में अपनाया जाता है। इस धर्म में मूर्ति पूजा नही होती। ये धर्म एकेश्वर को मानता है। ऐसा माना जाता है कि यहूदी धर्म से ही इस्लाम धर्म और ईसाई धर्म की उत्पत्ति हुई थी। ईसाई धर्म – इतिहास के अनुसार ईसाई धर्म 2000 साल पहले अस्तित्व में आया था। ईसा मसीह इस धर्म के संस्थापक हैं। इस्लाम धर्म – इस धर्म की शुरुआत 1400 ईसा पूर्व हुई थी। इसकी स्थापना हज मुहम्मद अलै ने की थी और इसे लोगों तक हजरत मुहम्मद सल्ल ने पहुचाया था। पारसी धर्म – पारसी धर्म की शुरुआत पैगम्बर जरथुस्त्र ने की दी। पारसी धर्म के लोगों एकेश्वर को मानते हैं। वो अहुरा मज़्दा की पूजा करते हैं। इतिहास के अनुसार पारसी धर्म की शुरुआत 1700 से 1500 ईस्वी पूर्व हुई थी। जैन धर्म –धर्म के 24 तीर्थंकर हैं। जैन धर्म के पहले तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव हैं और आखिर तीर्थंकर महावीर स्वामी जी हैं। जैन धर्म के प्राचीन होने का सबूत कई पौराणिक साहित्यो में मिलता है। इस धर्म का मुख सिद्धांत हैं अहिंसा। इस सिद्धांत का इस धर्म में सख्ती से पालन होता है। इस धर्म में खाने पीने का और आचार विचार के विशेष नियम होते हैं। बौध धर्म – इस धर्म के अनुयाई जापान, चीन, थाईलैंड, कोरिया, श्रीलंका, कंबोडिय...

सबसे पुराना धर्म कौन सा है दुनिया में Purana Dharm

- Advertisement - सबसे पुराना धर्म कौन सा है दुनिया में purana dharm kaun sa hai – धर्म जाती और भाषाए दुनिया में अलग अलग होती है लेकिन सबसे पुराना धर्म कौन सा है दुनिया में इसको लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर सवाल किया जाता है? जैसे – क्या इस्लाम सबसे पुराना धर्म है, हिंदू धर्म कितने साल पुराना है अगर भी इन्टरनेट से जानकारी चाहते है इस्लाम और हिन्दू धर्म में सबसे पुराना धर्म कौन सा है? ऐसे में आपको इस्लाम और हिन्दू धर्म ग्रन्थ दोनों को पढ़ना होगा सबसे पुराना धर्म कौन सा है दुनिया में हिन्दू धर्म ग्रन्थ और जानकारों से पता चलता है कि हिन्दू धर्म 3 से 4 हजार साल पुराना धर्म है जबकि इस्लाम के बारें में सनातन यानी धर्म के मानने वाले कहते है कि इस्लाम पांच सौ साल पुराना धर्म है इसलिए हिन्दू धर्म को पुराना मानते है जबकि इस्लाम की धर्मिक किताब से इस्लाम सबसे पुराना धर्म है - Advertisement - • • जो लोग इस्लाम को मानते है वह अपनी बहुत सी इस्लामिक धर्म ग्रन्थ का हवाला देते है • उनमे से एक हवाला है आदम और हव्वा अलैहिस्सलाम के बारें में है • इस्लाम के अनुसार दुनिया में सबसे पहला कदम आदम और हव्वा अलैहिस्सलाम ने रखा • और आदम अलैहिस्सलाम के आदम से आदमी शब्द बना इस हिसाब से इस्लाम यानी मुस्लिम धर्म सबसे पुराना धर्म है • जब से यह कायनात यानी दुनिया बनी उसी समय से इस्लाम के भेजे हुए दूत • यानी पैगम्बर इस दुनिया में समय समय पर आते रहे है लेकिन • इस्लाम का उदय 570 ईस्वी में मक्का में हुआ • जिसके आखिरी पैगम्बर हजरत मुहम्मद सल्ल. अलैहिस्सलाम है यह बात इस्लाम की किताब कुरआन शरीफ में भी लिखा हुआ है – इस तरह से इस्लाम की पुस्तक कुरआन से भी पता चलता है इस्लाम ही सबसे पुराना धर्म है इस्लाम और हिन्दू धर्म म...

सबसे पुराना धर्म कौन सा है?

उत्तर उत्पत्ति 4:26 में बताए गए अनुसार, संसार का सबसे पुराना धर्म एक सच्चे परमेश्वर की आराधना करना है, "...उसी समय से लोग याहवे से प्रार्थना करने लगे।" जिस नाम को उन्होंने पुकारा वह यहोवा था (नाम "यहोवा" अंग्रजी का हिन्दी संस्करण है)। सच्चाई यह है कि उन्होंने इस नाम को पुकारना "आरम्भ" करके समाज में परिवर्तन का संकेत दिया - पहली बार, लोग स्वयं को परमेश्वर के आराधकों के रूप में संगठित कर रहे और पहचान रहे थे। यह शेत के माध्यम से आदम के पोते एनोश के जीवनकाल में, अर्थात् पहले जोड़े को अदन से निष्कासित करने के लगभग 250 वर्षों के पश्चात् घटित हुआ। आराधना के आरम्भिक रूप के बारे में हमारे पास परमेश्वर से औपचारिक निर्देशों या परम्पराओं को निर्धारित करने के बारे में कोई जानकारी नहीं है कि लोगों ने उसकी आराधना कैसे की। हम कल्पना कर सकते हैं कि इसमें बलिदान सम्मिलित थे, क्योंकि कैन और हाबिल ने पहले पीढ़ी में ही व्यक्तिगत रूप से बलिदान दिए जाने की आवश्यकता को समझ लिया था (उत्पत्ति 4:3-4)। मूसा हमें बताता है कि पहला "धर्म" यही है कि वे परमेश्वर के नाम को जानते थे और उन्होंने उसके सामने इस नाम से प्रार्थना की। शैतान भ्रष्ट और विभाजित करता है। अधिक समय नहीं बीता था कि परमेश्वर के नाम से प्रार्थना किए जाने वाला शुद्ध धर्म मूर्तिपूजा के द्वारा भ्रष्ट हो गया और यह वास्तव में सैकड़ों धर्मों में विभाजित हो गया। नूह के दिनों के आने तक, परमेश्वर का नाम भूला दिया गया, और "मानवीय मन के विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है वह निरन्तर बुरा ही होता है" (उत्पत्ति 6:5)। अगली बार जब हम किसी को परमेश्वर से प्रार्थना करते हुए बुलाते हैं, तो यह उत्पत्ति 12:8 में मिलता है; यह वह स्थान है, जब अब्राहम ने "यहोवा के...