Shailputri mata ki kahani

  1. शैलपुत्री माता की कथा
  2. Mahakatha: Story of Maa Shailputri.
  3. शैलपुत्री माता कथा (Shailputri Mata Katha) PDF Hindi – InstaPDF
  4. Mata shailputri का एक चमत्कारी मंत्र जिस की उपासना करने माता देगी मनवांछित फल
  5. shailputri mata


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शैलपुत्री माता की कथा

पौराणिक कथा के अनुसार जब प्रजापति दक्ष ने एक बड़े यज्ञ का आयोजन किया तब दक्षराजा ने सभी देवी देवताओ को आमंत्रित किया था अपने अपने यज्ञ का भाग ग्रहण करने के लिए किन्तु सभी देवताओ को आमंत्रित करने के बाद भी भगवान् शिव को आमंत्रित नहीं किया था | उसके बाद जब सती को पता चला की उनके पिता दक्ष ने बड़े यज्ञ का आयोजन किया तब वो वहा जाने के लिये उत्सुक हो गई, उन्होंने यज्ञ में जाने की इच्छा शिव को जताई, तब शिवजी ने कहा प्रिये किसी कारणवश प्रजापति दक्ष हमसे रुष्ट है, अतः बिना आमंत्रण वहा जाना ठीक नहीं होगा, सबको बुलाकर भी हमें जान बूझकर आमंत्रित नहीं किया गया है, इसलिए हमारा वह जाना उचित नहीं है | शिवजी के मना करने पर भी सती नहीं मानी, उनकी बहनो और माँ से मिलने की इच्छा प्रबल देखकर शिवजी ने उन्हें वहा जाने की अनुमति दे दी | किन्तु शिवजी के मना करने के बाद वहा जाने के बाद माँ सती को अपने अपमान का अनुभव हुआ, कोई भी उनसे ठीक तरह से बात नहीं कर रहा था | कोई भी वहा पर उनसे ठीक तरह से बात नहीं कर रहा था | सब लोग उनसे मुँह बिगाड़कर बात कर रहे थे | सिर्फ और सिर्फ उनकी माँ ने उनसे ठीक तरह से बात की | किन्तु परिजनों का ऐसा बर्ताव देखकर वो बहुत ही व्यथित हो गई, दक्ष ने तो उन्हें अपमानित कर व्यङ्ग भी किये, अनुचित शब्दों से प्रहार किया। उन्होंने मन में सोचा की शिव की बात न सुनकर यहाँ आकर मैंने बहुत बड़ी गलती की है | वो अपने पति का अपमान सहन न कर सकी, उन्होंने वही पर योगाग्नि के माध्यम से अपना देह त्याग दिया। यज्ञ का विध्वंस कर दिया, यह सब जब शिवजी को पता चला तो शिवजी ने अपने गणको वहा भेजकर सम्पूर्णयज्ञ का विनाश कर दिया। नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है। मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर...

Mahakatha: Story of Maa Shailputri.

Today is the first day of Chaitra Navratri and on this day after Ghatasthapana, worship of Shailputri, the first form of Maa Durga, is performed. Today, the first day of Navratri is dedicated to Maa Shailputri. Being the daughter of the mountain king Himalaya, the mother is called Shailputri. This form of the mother is very calm, gentle and influential. Ghatasthapana is performed on the first day of Navratri and Goddess Shailputri is worshipped. MaaShailputri,Navratri2022,Maa Shailputri,Maa Shailputri Mantra,maa shailputri ki katha,maa shailputri ki kahani,Shailputri,maa shailputri katha,maa shailputri puja vidhi,shailputri mata,maa shailputri aarti,shailputri aarti,shailputri mantra,shailputri katha,maa shailputri puja,shailputri mata ki katha,shailputri mata aarti,Devi Shailputri,shailputri maa,mata shailputri,maa shailputri ki aarti,shailputri story,shailputri ki katha,shailputri ki aarti,maa shailputri kahani,Navratri 2022,Navratri,Navratri Special,Shardiya Navratri 2022,Navratri festival,Navratri Puja Vidhi,navratri day 1,Navratri fast,Navratri puja,Navratri Pooja,

शैलपुत्री माता कथा (Shailputri Mata Katha) PDF Hindi – InstaPDF

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Mata shailputri का एक चमत्कारी मंत्र जिस की उपासना करने माता देगी मनवांछित फल

chaitra navratri 2023 इस वर्ष के चैत्र नवरात्रि में कोई भी नवरात्रा घटेगा और बढ़ेगा नहीं यानी की संपूर्ण नवरात्रे भक्तों को उपासना करने के लिए मिलेंगे| नवरात्रे देवी मां के उपासक ओं के लिए एक वरदान साबित होते हैं उनकी भक्ति मां को रिझाने के लिए तरह-तरह की उपासना ए पूजा पद्धतियों को बनाते हैं जिससे मन प्रसन्न हो उनकी मनोकामना को पूर्ण करें| दोस्तों पहली देवी नवरात्रि की शैलपुत्री माता है जो वह पर्वतराज हिमालय की पुत्री है इनका एक नाम पार्वती भी है है माता शैलपुत्री चंद्रमा का प्रतीक है जिस भी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा जी सही स्थिति नहीं है उनके लिए यह दिन वरदान साबित होने पर उन्हें माता को रिझाने के लिए माता की पूजा अर्चना करनी चाहिए | माता शैलपुत्री का उपासना मंत्र :- वंदे बांछित लाभाय चन्द्रार्ध शेखरम| वृषारूढा’ शूलधरा’ शैलपुत्री यशशिवनीम | इस मंत्र को पढ़ने से माता शैलपुत्री आपके जीवन के सभी कष्टों को खत्म करेगी और आपके जीवन में सुख समृद्धि भाग्य यश प्रदान करेगी | कृपया इस मंत्र को पूछने से पहले एक बात का अवश्य ध्यान रखें कि आपकी अवस्था साफ-सुथरी हो शुद्ध अवस्था में बैठकर सूरदास अंदर बैठकर माता शैलपुत्री का ध्यान करके उनको दूर करके इस मंत्र को जब फ्री मंत्र जपने का पूर्ण लाभ होगा और एक बार अपने जगने से पहले अपने विप्र जी अवश्य पूछ ले कि मैं सही ढंग से करूं कर रहा हूं कि नहीं | Read Also- यह भी जानें (All information) • • • • • • •

shailputri mata

आज चैत्र नवरात्र का पहला दिन है और इस दिन घटस्थापन के बाद मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री का पूजन, अर्चन किया जाता है . आज नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री को समर्पित होता है. पर्वतराज हिमालय की पुत्री होने के कारण मां को शैलपुत्री कहा जाता है. मां का यह स्‍वरूप बेहद शांत, सौम्य और प्रभावशाली है. नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना की जाती है और मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है.