Shiv chalisa likhit mein

  1. Hanuman chalisa hindi me likha hua / likhit main PDF download
  2. Shiv Chalisa:आने वाला है भगवान शिव का प्रिय महीना सावन, करें शिव चालीसा का पाठ, भोलेबाबा का मिलेगा आशीर्वाद
  3. Shiv Chalisa in Hindi : हर मनोकामना पूरी करता है पावन शिव चालीसा का पाठ
  4. Shiv Chalisa Lyrics in Hindi (शिव चालीसा पाठ लिरिक्स हिंदी में) Jai Girijapati Deen Dayala: यहां पढ़ें श्री शिव चालीसा ह‍िंदी में
  5. Shri Shiv Chalisa (श्री शिव चालीसा) Song
  6. हनुमान चालीसा
  7. Shiv Chalisa Lyrics


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Hanuman chalisa hindi me likha hua / likhit main PDF download

Hanuman chalisa hindi me likha hua/likhit main PDF download | हनुमान चालीसा हिंदी में पढ़ने के लिए pdf download –हनुमान चालीसा का हमारे हिन्दू धर्म में बहुत ही महत्त्व है. और हनुमान चालीसा से अनेक परेशानिया दूर हो जाती .है और मन में शांति प्राप्त होती है. अगर हनुमान चालीसा हम डाउनलोड करके अपने मोबाइल में रख दे तो कभी भी, किसी भी समय पढ़ सकते है. • • • • हनुमान चालीसा को कैसे पढना चाहिए हनुमान चालीसा को पढने का एक सही तरीका होना अनिवार्य है. अगर आप हनुमान चालीसा को सही ढंग से नहीं पढ़ते है. तो उसका लाभ आपको प्राप्त नहीं हो पाता है. इसलिए हनुमान चालीसा को पढने के लिए निम्नलिखित बातो का जरुर ध्यान रखे: • आप सप्ताह में किसी भी दिन हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते है. लेकिन मंगलवार का दिन हनुमान चालीसा का माना जाता है. इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से हनुमान जी को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है. • हनुमान चालीसा का पाठ करते समय अपने आस-पास साफ सफाई का जरुर ध्यान रखे. • आप एक दिन में एक से तिन बार हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते है. • अगर हनुमान चालीसा का पाठ हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने किया जाए तो बहुत लाभकारी होता है. • मगलवार के दिन पाठ करने से पहले हनुमान जी मूर्ति का शृंगार चमेली के तेल और सिंदूर से जरुर करना चाहिए. • हनुमान जी को प्रसाद के रूप में गुड, चना और बेसन की मीठी बूंदी जरुर चढ़ावे. तथा साथ में एक तुलसी पत्र जरुर रखे जिसकी अपनी एक अलग कहानी और महिमा है. Hanuman chalisa hindi me likha hua/likhit main PDF Download दोहा : श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि बिद्या ...

Shiv Chalisa:आने वाला है भगवान शिव का प्रिय महीना सावन, करें शिव चालीसा का पाठ, भोलेबाबा का मिलेगा आशीर्वाद

Sawan mein karein Shiv Chalisa Ka Paath: इस बार श्रावण का पवित्र महीना 14 जुलाई से आरंभ हो रहा है, जो 12 अगस्त तक चलेगा। इस बार सावन में कुल 4 सोमवार पड़ रहे हैं। सावन के सोमवार कुंवारी लड़कियां के लिए काफी खास माने जाते हैं। कहते है कि सावन में भगवान शिव की उपासना करने से लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है। भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए सावन का महीना सबसे उत्तम माना गया है। ऐसा माना जाता है कि सावन के महीने के सोमवार भगवान शिव की पूजा आराधना करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं। सावन के महीने में यदि पूजा में शिव चालीसा का पाठ किया जाए तो जीवन में सभी प्रकार की परेशानियों को दूर हो जाती हैं। शिव चालीसा का चालीसा कहने के पीछे एक कारण यह भी है कि इसमें चालीस पंक्तियां हैं। इस प्रकार लोकप्रिय शिव चालीसा का पाठ कर भक्त बहुत आसानी से अपने भगवान को प्रसन्न कर लेते हैं। शिव चालीसा के द्वारा आप अपने सभी दुख भूलकर शंकर भगवान की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। इस तरह भक्त शिव जी को प्रसन्न कर अपनी मनोकामना पूरी कर लेते हैं। शिव चालीसा का महत्व शिव चालीसा का हिन्दू धर्म में खास महत्व है। भगवान शिव को सृष्टि का संहारक माना जाता है। भगवान शिव का आशीर्वाद पाना और उन्हें प्रसन्न करना ही भक्तों का एक मात्र उद्देश्य होता है. शास्त्रों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिव चालीसा का उल्लेख किया गया है. शिव पुराण से शिव चालीसा को लिया गया है। शास्त्रों में बताया है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए बहुत ही प्रभावशाली उपाय है शिव चालीसा। मान्यता है कि जो भी भक्त पूरी श्रद्धा के साथ शिव चालीसा का पाठ करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इतना ही नहीं, जीवन में सभी कष्टों से मुक्ति मिलती...

Shiv Chalisa in Hindi : हर मनोकामना पूरी करता है पावन शिव चालीसा का पाठ

सोमवार को शिव चालीसा पढ़ने का अलग ही महत्व है। शिव चालीसा के माध्यम से आप अपने सारे दु:खों को भुलाकर भगवान शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं। भगवान शिव की सभी स्तुतियों में शिव चालीसा को श्रेष्ठ और कल्याणकारी माना गया है। खासतौर पर महाशिवरात्रि पर या श्रावण मास में श्री शिव चालीसा का पाठ करने व सुनने से घर में सुख-शांति, धन-वैभव और प्रेम की वृद्धि होती है और शिव समस्त कामना पूर्ति का वरदान देते हैं। मिथुन संक्रांति 2023 सूर्य देव 15 जून 2023 को मिथुन में प्रवेश कर रहे हैं Sun Transit into Gemini जब सूर्य एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसे संक्रांति कहा जाता है। 15 जून को सूर्य देव मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए इसे मिथुन संक्रांति कहा जाएगा। 15 जून 2023 को मिथुन संक्रांति का समय शाम को 06 बजकर 29 मिनट पर है। इस समय सूर्य देव मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और इस परिवर्तन का सारी राशियों पर असर होगा।

Shiv Chalisa Lyrics in Hindi (शिव चालीसा पाठ लिरिक्स हिंदी में) Jai Girijapati Deen Dayala: यहां पढ़ें श्री शिव चालीसा ह‍िंदी में

शिव चालीसा का पाठ, सुबह स्नान करने के बाद ही करना चाहिए। स्नान आदि के बाद शिव जी की प्रतिमा या शिवलिंग को सबसे पहले जल से अभिषेक कराएं। फिर कुमकुम, इत्र, चंदन, गुलाल, अक्षत, धतूरा, बेलपत्र, शमी आदि शिव जी को अर्पित करें। इसके बाद सच्चे मन से शिव चालीसा का पाठ करें। पाठ करते वक्त ध्यान दें कि आपका मुंह पूर्व दिशा की ओर हो और कुशा के आसन पर ही बैठ कर पाठ करना चाहिए। चालीसा का पाठ बोल बोलकर और पूर्ण भक्ति भाव से करना फलदाई माना जाता है।

Shri Shiv Chalisa (श्री शिव चालीसा) Song

Jai Ganesh Girija Suvan Mangal Mul Sujan Kahat Ayodhya Das Tum Dey Abhaya Varadan Om Namah Shivay... Om Namah Shivay... Om Namah Shivay... Jai girija pati dinadayala Sada karat santan pratipala (x2).. Bhala Chandrama Sohat nike Kanan kundal nagaphani ke Kanan kundal nagaphani ke... Anga Gaur shira ganga bahaye Mundamala tan chhara lagaye Mundamala tan chhara lagaye.. Vastra khala baghambar sohain Chhavi ko dekha naga muni mohain Chhavi ko dekha naga muni mohain.. Maina matu ki havai dulari Vama anga sohat chhavi nyari Kara trishul sochat chhavi bhari Karat sada shatrun chhayakari Jai girija pati dinadayala Sada karat santan pratipala (x2).. Om Namah Shivay... Om Namah Shivay... Om Namah Shivay... Om Namah Shivay... Om Namah Shivay... Om Namah Shivay... Om Namah Shivay... Om Namah Shivay... Nandi ganesh sohain tahan kaise Sagar madhya kamal hain jaise Sagar madhya kamal hain jaise Kartik shyam aur gana rauo Ya chhavi ko kahi jata na kauo Ya chhavi ko kahi jata na kauo Devan jabahi jaya pukara Tabahi dukha prabhu apa nivara Tabahi dukha prabhu apa nivara Kiya upadrav tarak bhari Devan sab mili tumahi juhari Turata shadanana apa pathayau Luv nimesh mani mari girayau Jai girija pati dinadayala Sada karat santan pratipala (x2).. Apa Jalandhara asura sanhara Suyash tumhara vidit sansara Suyash tumhara vidit sansara Tripurasur sana yudha machai Sabhi kripakar lina bachai Sabhi kripakar lina bachai Kiya tapahin bhagiratha bhari Purahi pratigya tasu purari Purahi pratigya tasu pura...

हनुमान चालीसा

हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) अवधी में लिखी एक काव्य कृति है, जो चालीस चौगुनी में भगवान श्री राम के महान भक्त हनुमान जी के कार्यों और गुणों का वर्णन करती है, उसे ही हनुमान चालीसा कहा जाता है। इस रचना (Hanuman chalisa in hindi) में पवनपुत्र श्री हनुमान जी की सुंदर स्तुति है | बजरंग बली जी को को प्रसन्न करने के लिए रोज पढ़ें हनुमान चालीसा । Hanuman chalisa Hindi Lyrics दोहा श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार | बल बुधि विद्या देहु मोहि हरहु कलेश विकार || चौपाई जय हनुमान ज्ञान गुन सागर जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥१॥ राम दूत अतुलित बल धामा अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥२॥ महाबीर बिक्रम बजरंगी कुमति निवार सुमति के संगी॥३॥ कंचन बरन बिराज सुबेसा कानन कुंडल कुँचित केसा॥४॥ हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजे काँधे मूँज जनेऊ साजे॥५॥ शंकर सुवन केसरी नंदन तेज प्रताप महा जगवंदन॥६॥ विद्यावान गुनी अति चातुर राम काज करिबे को आतुर॥७॥ प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया राम लखन सीता मनबसिया॥८॥ सूक्ष्म रूप धरि सियहि दिखावा विकट रूप धरि लंक जरावा॥९॥ भीम रूप धरि असुर सँहारे रामचंद्र के काज सवाँरे॥१०॥ लाय सजीवन लखन जियाए श्री रघुबीर हरषि उर लाए॥११॥ रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई तुम मम प्रिय भरत-हि सम भाई॥१२॥ सहस बदन तुम्हरो जस गावै अस कहि श्रीपति कंठ लगावै॥१३॥ सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा नारद सारद सहित अहीसा॥१४॥ जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते कवि कोविद कहि सके कहाँ ते॥१५॥ तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा राम मिलाय राज पद दीन्हा॥१६॥ तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना लंकेश्वर भये सब जग जाना॥१७॥ जुग सहस्त्र जोजन पर भानू लिल्यो ताहि मधुर फ़ल जानू॥१८॥ प्रभु मुद्रिका...

Shiv Chalisa Lyrics

jai ganesh girija suvan, mangal mul sujan kahat ayodhyadas tum, dehu abhaya vardaan (jai bholenath, jai bholenath) (jai bholenath, jai bholenath) jai girija pati deen dayaala, sada karat santan pratipaala bhaal chandramaa sohat nik, kaanan kundal naagfani ke ang gaur shir gang bahaay, mundmal tan chaar lagaae vastr khaal baaghmbar sohe, chhavi ko dekh naag muni mohe (jai bholenath, jai bholenath, jai bholenath) maina maatu kee hvai dulaar, balm ang sohat chhavi nyaari kar trishul sohat chhavi bhaaree, karat sada shatrun kshayakaari nandi ganesh sohai tahan kaise, saagar madhya kamal hain jaise karthik shyaam aur ganaraau, ya chhavi ko kahi jaat na kau (jai bholenath, jai bholenath, jai bholenath) devan jabahin jaay pukaaraa, tab hee dukh prabhu aap niwara kiya updrav tarak bhaaree, devan saba mili tumahin juhari turat shadanan aap pathayau, lavenimesh mahan maari giraayau aap jalandhar asur sanhaara, suyash tumhaar vidit sansara (jai bholenath, jai bholenath, jai bholenath) tripurasur san yuddh machaai, sabahin krupa kar leen bachaai kiya tapahin bhagirath bhaaree, purab pratigya taasu puraari danin mahan tum sam kou naahin, sevak stuti karat sadaahin veda maahi mahima tav gaai, akath anadi bhed nahin pai (jai bholenath, jai bholenath, jai bholenath) pragati udadhi manthan mein jwaala, jare surasur bhaye vihala kinh dayaa tahan karee sahai, nilkantha tab naam kahai pujan ramchandra jab kinha, jeet ke lank vibhishana dinha sahas kamal mein ho rahe dhaaree, kinh pariksha tab...