Shiv ji ke 108 naam

  1. भगवान शिव के 108 नाम जाने PDF । 108 Names of Shiva in Hindi
  2. भगवान भोलेनाथ के ये हैं 108 नाम, इनको पढ़ने मात्र से दूर हो जाते हैं सारे कष्ट
  3. शिव के 108 नाम
  4. भगवान शिव के 108 नाम (अर्थ सहित) Lord Shiva 108 Names in Hindi PDF Download
  5. Shiv Ji Ke 108 Naam
  6. भगवान शिव के इन 108 नाम का जाप मिलेगा मनवांछित फल


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भगवान शिव के 108 नाम जाने PDF । 108 Names of Shiva in Hindi

भगवान शिव जिन्हे देवों के देव महादेव कहांं जाता है।जिनकी छाया मात्रा से सभी दुख नष्ट हो जाते है, ऐसे सदगुरु को हम प्रणाम करते है। आप सभी भक्तों का अनंत जीवन मे स्वागत है, आज हम भगवान शिव जी के 108 नामों (108 Names of Shiva) को देखेंगे, और नामों के जाप करने की प्रक्रिया जानेंगे साथ ही, जाप करने से मिलने वाले फायदे भी जानेंगे। विषय सूची • • • • • भगवान शिव कौन है ? Who is lord Shiva भगवान शिव जिन्हे, भोलेनाथ, महादेव, शंकर, उमापति, महाकाल, देवो के देव, विषधर, शेषधर, गंगाधर इत्यादि नामों से जाना जाता है। ये हिंदू धर्म के त्रिदेव देवताओं मे से एक है। हिंदू धर्म ग्रंथो के अनुसार भगवान शिव कैलाश पर्वत (हिमालय) पर रहते है। माता पार्वती भगवान शिव की अर्धांगिनी तथा पुत्र गणेश व कार्तिक है। • भगवान शिव नंदी (बैल) की सवारी करते है। • भगवान गणेश मूसक (चुहा) की सवारी करते है। • भगवान कार्तिकेय मोर की सवारी करते है। भगवान शिव का 108 नाम – Lord Shiva Names list in Hindi भगवान शिव के 108 नाम (108 names of shiva in hindi) निम्नलिखित है। नियमित रुप से भगवान शिव के नाम का जाप करने से सभी मनोकामनायें पूर्ण होती है। जीवन के सभी दुख – दर्द दूर हो जाते है। आइये भगवान शिव के नाम की माला जपे है। और भगवान शिव के सभी नाम – 108 names of lord Shankar भगवान शिव जिन्हे परमपिता परमेश्वर कहाँ जाता है, ये नाम पूजा-पाठ, यज्ञ, हवन, अन्य धार्मिक स्थानों पर मंत्र उच्चारण के स्वरुप मे किया जाता है। भगवान शिव के 108 नाम – shiv ji ke 108 naam • ॐ शिवाय नम: • ॐ महेश्वराय नम: • ॐ शंभवे नम: • ॐ पिनाकिने नम: • ॐ शशिशेखराय नम: • ॐ वामदेवाय नम: • ॐ विरूपाक्षाय नम: • ॐ कपर्दिने नम: • ॐ निललोहिताय नम: • ॐ शंकराय नम: • ॐ श...

भगवान भोलेनाथ के ये हैं 108 नाम, इनको पढ़ने मात्र से दूर हो जाते हैं सारे कष्ट

• • Faith Hindi • भगवान भोलेनाथ के ये हैं 108 नाम, इनको पढ़ने मात्र से दूर हो जाते हैं सारे कष्ट भगवान भोलेनाथ के ये हैं 108 नाम, इनको पढ़ने मात्र से दूर हो जाते हैं सारे कष्ट सभी देवों में महादेव का स्थान सबसे ऊंचा माना गया है. भगवान भोलेनाथ बड़े ही भोले और दयालु हैं. शिवलिंग पर सिर्फ एक लोटा जल चढ़ाने से ही ये खुश हो जाते हैं और भक्त की मनोकामना पूर्ण करते हैं. लखनऊ: सभी देवों में महादेव का स्थान सबसे ऊंचा माना गया है. भगवान भोलेनाथ बड़े ही भोले और दयालु हैं. शिवलिंग पर सिर्फ एक लोटा जल चढ़ाने से ही ये खुश हो जाते हैं और भक्त की मनोकामना पूर्ण करते हैं. शास्त्रों के अनुसार, शिव जी जितने सौम्य और कोमल हैं वे उतने ही उग्र और क्रूर हैं और इन सभी का उल्लेख शास्त्रों में पढ़ने को मिलता है. शिवजी का भोलेनाथ स्वरुप लोगों की श्रद्धा भक्ति से प्रसन्न होकर मनोवांछित फल प्रदान करता है. वहीं शिव का काल भैरव रूप दुष्ट और पापियों का संहार करता है. भगवान शिव के 108 नाम भक्त इन्हें शंकर, भोलेनाथ, महादेव आदि नामों से पुकारते हैं. इनके 108 नाम ऐसे हैं जिनको लेने मात्र से भक्तों के कष्ट दूर हो जाते हैं. जो कि इस प्रकार है:- 1. शिव:- कल्याण स्वरूप 2. महेश्वर:- माया के अधीश्वर 3. शम्भू:- आनंद स्वरूप वाले 4. पिनाकी:- पिनाक धनुष धारण करने वाले 5. शशिशेखर:- चंद्रमा धारण करने वाले 6. वामदेव:- अत्यंत सुंदर स्वरूप वाले 7. विरूपाक्ष:- विचित्र अथवा तीन आंख वाले 8. कपर्दी:- जटा धारण करने वाले 9. नीललोहित:- नीले और लाल रंग वाले 10. शंकर:- सबका कल्याण करने वाले 11. शूलपाणी:- हाथ में त्रिशूल धारण करने वाले 12. खटवांगी:- खटिया का एक पाया रखने वाले 13. विष्णुवल्लभ:- भगवान विष्णु के अति प्रिय 14. शिपिविष्ट:...

शिव के 108 नाम

Table of Contents • • • • • • • शिव – कल्याण स्वरूप • महेश्वर – माया के अधीश्वर • शम्भू – आनंद स्वरूप वाले • पिनाकी – पिनाक धनुष धारण करने वाले • शशिशेखर – चंद्रमा धारण करने वाले • वामदेव – अत्यंत सुंदर स्वरूप वाले • विरूपाक्ष – विचित्र अथवा तीन आंख वाले • कपर्दी – जटा धारण करने वाले • नीललोहित – नीले और लाल रंग वाले • • शूलपाणी – हाथ में त्रिशूल धारण करने वाले • खटवांगी- खटिया का एक पाया रखने वाले • विष्णुवल्लभ – • शिपिविष्ट – सितुहा में प्रवेश करने वाले • अंबिकानाथ- देवी भगवती के पति • श्रीकण्ठ – सुंदर कण्ठ वाले • भक्तवत्सल – भक्तों को अत्यंत स्नेह करने वाले • भव – संसार के रूप में प्रकट होने वाले • शर्व – कष्टों को नष्ट करने वाले • त्रिलोकेश- तीनों लोकों के स्वामी • शितिकण्ठ – सफेद कण्ठ वाले • शिवाप्रिय – • उग्र – अत्यंत उग्र रूप वाले • कपाली – कपाल धारण करने वाले • कामारी – • सुरसूदन – अंधक दैत्य को मारने वाले • गंगाधर – • ललाटाक्ष – माथे पर आंख धारण किए हुए • महाकाल – कालों के भी काल • कृपानिधि – करुणा की खान • भीम – भयंकर या रुद्र रूप वाले • परशुहस्त – हाथ में फरसा धारण करने वाले • मृगपाणी – हाथ में हिरण धारण करने वाले • जटाधर – जटा रखने वाले • कैलाशवासी – कैलाश पर निवास करने वाले • कवची – • कठोर – अत्यंत मजबूत देह वाले • त्रिपुरांतक – त्रिपुरासुर का विनाश करने वाले • वृषांक – बैल-चिह्न की ध्वजा वाले • वृषभारूढ़ – बैल पर सवार होने वाले • भस्मोद्धूलितविग्रह – भस्म लगाने वाले • सामप्रिय – सामगान से प्रेम करने वाले • स्वरमयी – सातों स्वरों में निवास करने वाले • त्रयीमूर्ति – वेद रूपी विग्रह करने वाले • अनीश्वर – जो स्वयं ही सबके स्वामी है • सर्वज्ञ – सब कुछ जानने वाले •...

भगवान शिव के 108 नाम (अर्थ सहित) Lord Shiva 108 Names in Hindi PDF Download

भगवान शिव के 108 नाम (अर्थ सहित) Lord Shiva 108 Names in Hindi PDF Download ॐ नमः शिवाय शिवजी भगवान का एक भीष्म रूप हैं जिनकी कई विशेषताएं है। इसलिए भगवान शिवजी की विशेषताओं और उनके शक्ति के आधार पर उनके 108 नाम हैं। भगवान शिव जन्म, मृत्यु और पुनर्जन्म के इस अंतहीन चक्र के पीछे गतिशील शक्ति के रूप में है। यह भी कहा जाता है कि भगवान शिव तांत्रिक योग के गुरु, कामुकता के ज्ञाता, सन्यासी, और त्यागी लोगों के प्रभु हैं। पढ़ें: आज हम आपको शिवजी के 108 नाम, उनके सभी नामो के मन्त्र और नाम का अर्थ हमने लिखा है। [amazon bestseller=”lord shiva idols” items=”2″]

Shiv Ji Ke 108 Naam

सद्गुरु कहते हैं, ''यौगिक परंपरा में, शिव को एक गुरु के रूप में पूजा जाता है, एक देवता के रूप में नहीं। जिसे हम शिव कहते हैं वह बहुआयामी है। वे सभी गुण जो आप कभी भी किसी में बता सकते हैं, शिव में बताए गए हैं। जब हम शिव कहते हैं, तो हम यह नहीं कह रहे हैं कि वे इस तरह के व्यक्ति हैं या उस तरह के व्यक्ति हैं। आमतौर पर, नैतिकतावादी परंपराएं हमेशा देवत्व को अच्छा समझती हैं। लेकिन अगर आप शिव को देखते हैं, तो आप उन्हें अच्छा या बुरा नहीं बता सकते। अस्तित्व में जो कुछ भी है वे उन्हीं का एक हिस्सा है। परम्परागत रूप से उन्हें इसी तरह से वर्णित किया गया है।” शिव के 108 नाम कैसे उत्पन्न हुए सद्‌गुरु आगे बताते हैं, “उनके असंख्य रूप और अभिव्यक्तियां हैं लेकिन मौलिक रूप से, हम इन्हें सात श्रेणियों में वर्गीकृत कर सकते हैं। वे दूर के देवता हैं जिन्हें हम ईश्वर कहते हैं; वे एक उदार व्यक्तिगत देवता है जिसे हम शंभो कहते हैं; वे एक सीधे तपस्वी यानि भो हैं, या एक भोले रूप वाले संबलेश्वर या भोला हैं; वे वेदों के एक ज्ञानी आचार्य हैं जिन्हें हम दक्षिणामूर्ति कहते हैं; वे सभी कला के मूल हैं, जिन्हें हम नटेश कहते हैं; वे भयंकर या दुष्टों का नाश करने वाले हैं, जिन्हें हम कालभैरव या महाकाल कहते हैं; वे प्रेमियों में सबसे बड़े प्रेमी हैं, जिन्हें हम सोमसुंदर कहते हैं, जिसका अर्थ है चंद्रमा से अधिक सुंदर। ये सात मूल रूप हैं जिनमें से लाखों अभिव्यक्तियों को प्राप्त किया जा सकता है।” योग परंपरा में, शिव के 1008 नाम हैं जो इन सात अलग-अलग श्रेणियों से उपजे है। इन 1008 नामों में से शिव के 108 नाम ऐसे हैं जो व्यापक रूप से जाने जाते हैं: शिव के 108 नाम - अर्थ के साथ आशुतोष जो सभी इच्छाओं को तुरंत पूरा करते है...

भगवान शिव के इन 108 नाम का जाप मिलेगा मनवांछित फल

प्रत्येक माह में शिवरात्रि की तिथि होती है। लेकिन फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष त्रयोदशी को भगवान शिव का वरदान प्राप्त है और यह तिथि भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए समर्पित मानी गई है। भगवान शिव को भोले भंडारी कहा जाता है। अगर कोई उन्हें सच्चे मन से एक लोटा जल चढ़ा दें तो ही वो प्रसन्न होकर उसे सब कुछ दे डालते हैं। आइए आज जानें भोलेनाथ के 108 नामों के बारे में जिनका यदि सच्चे मन से सोमवार को जाप करते हुए भगवान शिव को जल चढ़ाया जाए या शिव के इन नामों का साधारण जाप किया जाए तो कठिन से कठिन काम भी संवर जाता है। महा शिवरात्रि पर भगवान शिव के 108 नाम के जाप का महत्व ॐ भोलेनाथ नमः ॐ कैलाश पति नमः ॐ भूतनाथ नमः ॐ नंदराज नमः ॐ नन्दी की सवारी नमः ॐ ज्योतिलिंग नमः ॐ महाकाल नमः ॐ रुद्रनाथ नमः ॐ भीमशंकर नमः ॐ नटराज नमः ॐ प्रलेयन्कार नमः ॐ चंद्रमोली नमः ॐ डमरूधारी नमः ॐ चंद्रधारी नमः ॐ मलिकार्जुन नमः ॐ भीमेश्वर नमः ॐ विषधारी नमः ॐ बम भोले नमः ॐ ओंकार स्वामी नमः ॐ ओंकारेश्वर नमः ॐ शंकर त्रिशूलधारी नमः ॐ विश्वनाथ नमः ॐ अनादिदेव नमः ॐ उमापति नमः ॐ गोरापति नमः ॐ गणपिता नमः ॐ भोले बाबा नमः ॐ शिवजी नमः ॐ शम्भु नमः ॐ नीलकंठ नमः ॐ महाकालेश्वर नमः ॐ त्रिपुरारी नमः ॐ त्रिलोकनाथ नमः ॐ त्रिनेत्रधारी नमः ॐ बर्फानी बाबा नमः ॐ जगतपिता नमः ॐ मृत्युन्जन नमः ॐ नागधारी नमः ॐ रामेश्वर नमः ॐ लंकेश्वर नमः ॐ अमरनाथ नमः ॐ केदारनाथ नमः ॐ मंगलेश्वर नमः ॐ अर्धनारीश्वर नमः ॐ नागार्जुन नमः ॐ जटाधारी नमः ॐ नीलेश्वर नमः ॐ गलसर्पमाला नमः ॐ दीनानाथ नमः ॐ सोमनाथ नमः ॐ जोगी नमः ॐ भंडारी बाबा नमः ॐ बमलेहरी नमः ॐ गोरीशंकर नमः ॐ शिवाकांत नमः ॐ महेश्वराए नमः ॐ महेश नमः ॐ ओलोकानाथ नमः ॐ आदिनाथ नमः ॐ देवदेवेश्वर नमः ॐ प्राणनाथ नमः...

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