Shiv mantra in hindi status

  1. Shiva Mantras
  2. शिव मंत्र हिंदी अर्थ सहित
  3. Lord Shiva Mantra सोमवार को करें भगवान शिव के इन मंत्रों का जाप पूरी होंगी मनोकामनाएं
  4. इन 8 सरल मंत्रों से मिलेगा भगवान शिव का आशीष, अवश्य पढ़ें...
  5. सभी मनोरथ सिद्ध करता है शिव का यह प्रतिष्ठित मंत्र
  6. Bholenath Status in Hindi
  7. Shiva Mantras, Stuti and Shlokas ; शिव मंत्र, स्तुति एवं श्लोका
  8. शिव शंभू के मंत्र : 15 चमत्कारी शिव मंत्र करेंगे संकटों का अंत, सिर्फ ॐ नम: शिवाय का मंत्र भी देता है लाभ
  9. Shiva Mantras
  10. शिव मंत्र हिंदी अर्थ सहित


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Shiva Mantras

Shiva meaning “The Auspicious One” is one of the three major deities of Hinduism. He is worshiped as the Supreme God within Shaivism, one of the three most influential denominations in contemporary Hinduism and is also called “the Creator, the Preserver, the Transformer and the Destroyer”. At the highest level, Shiva is regarded as formless, limitless, transcendent, and unchanging. Shiva has many benevolent and fearsome depictions. • In benevolent aspects, he is depicted as an omniscient Yogi who lives an ascetic life on Mount Kailash, as well as a householder with wife Parvati and his two children, Ganesha and Kartikeya. • In his fierce aspects, he is often depicted slaying demons. Shiva is also regarded as the patron god of yoga,meditation, and arts. Shiva is known by several names – Mahadeva, Pashupati, Bhairava, Vishwanath, Bhole Nath, Shambhu and Shankar. Shiva is the cosmic dancer and also known as Nataraja, the Lord of Dancers. Hindus recognize Lord Shiva by putting His shrine in the temple separate from those of other deities in the form of Shivling. Shiva Mantra essentially helps in eliminating enemies from the path and hence it is also called the Raktha Kavach Mantra. Chanting of Shiva mantra on Chaturdashi is considered very effective and auspicious. Regular chanting of Shiva mantra attracts success and prosperity in all walks of life. Rosary to be used : Rudraksha Mala Flowers to be used : Swet pushp , Kala Til Total Number of Recitaion : 1,25,000 Best Time : S...

शिव मंत्र हिंदी अर्थ सहित

नमंति ऋषयो देवा नमन्त्यप्सरसां गणाः। नरा नमंति देवेशं नकाराय नमो नमः।। भावार्थ: जिसे सभी मुनि सम्मान और श्रद्धा से प्रणाम करते हैं। जिसे सभी देवता आदर और श्रद्धा से प्रणाम करते हैं। जिसे सभी अप्सराएं सम्मान और श्रद्धा से नमन करती हैं। जिसे मनुष्य भी सम्मान और श्रद्धा से नमन करते हैं, मैं ऐसे शिव को नमन करता हूं, जो देवताओं के देवता हैं। वे शब्दांश “नहीं” द्वारा वर्णित हैं। ॐ नमः शिवाय।। नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय।। भावार्थ: ॐ नमः शिवाय मंत्र का अर्थ है ‘मैं भगवान शिव को नमन करता हूं। यह शिव मंत्रों में सबसे प्रसिद्ध मंत्र है। मान्यता के अनुसार प्रतिदिन सावन में इसका जप करने से भगवान शिव तुरंत प्रसन्न होते हैं, वहीं शिवरात्रि के दिन इसका 108 बार जाप करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इस मंत्र के सही उच्चारण से मन शांत होता है, आध्यात्म का आह्वान करने से आत्मा शुद्ध होती है। ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात।। भावार्थ: मुझे अपना सारा ध्यान सर्वव्यापी भगवान शिव पर केंद्रित करने दें। मुझे ज्ञान का भण्डार दो और मेरे हृदय को रुद्र के प्रकाश से भर दो। गायत्री मंत्र हिंदू मंत्रों में सबसे शक्तिशाली मंत्रों में से एक है। इसी तरह यह रुद्र गायत्री मंत्र भी बहुत शक्तिशाली है। ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र का जाप करने से आपको एक स्थिर मानसिकता देने के लिए मन की शांति और ज्ञान का अपार प्रकाश मिलता है। वशिष्ठेन कृतं स्तोत्रम सर्वरोग निवारणं, सर्वसंपर्काराम शीघ्रम पुत्रपौत्रादिवर्धनम।। भावार्थ: हमारे सभी रोगों से मुक्ति दिलाएं। साथ ही याददाश्त भी जा सकती है और स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया जा सकता है। मान्यता के अनुसार इस मंत्र का जाप करने से धन की प्राप्ति होती है और अच...

Lord Shiva Mantra सोमवार को करें भगवान शिव के इन मंत्रों का जाप पूरी होंगी मनोकामनाएं

Lord Shiva Mantra: सोमवार को करें भगवान शिव के इन मंत्रों का जाप, पूरी होंगी मनोकामनाएं Lord Shiva Mantra सोमवार का दिन भगवान शिव की आराधना के लिए सर्वोत्तम दिन होता है। आज हम आपको भगवान शिव के कुछ ऐसे मंत्र बताएंगे जिनका जाप सोमवार को करने से भगवान शिव अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं तथा आरोग्य प्रदान करते हैं। Lord Shiva Mantra: सोमवार का दिन भगवान शिव की आराधना के लिए सर्वोत्तम दिन होता है। शंकर जी को आशुतोष और अवघढ़दानी कहा जाता है, जिसका अर्थ शीघ्र प्रसन्न होने वाला और उदारतापूर्वक दान देने वाला होता है। इस कारण भगवान शिव को प्रसन्न करना और उनसे मन वांक्षित फल प्राप्त करना बहुत आसान है। पौरणिक कथाओं मे वर्णन आता है कि भगवान शिव आस्था पूर्वक चढ़ाए गए जल और बेल पत्र से ही प्रसन्न हो जाते हैं। आज हम आपको भगवान शिव के कुछ ऐसे मंत्र बताएंगे, जिनका जाप सोमवार को करने से भगवान शिव अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं तथा आरोग्य प्रदान करते हैं। 2. महामृत्युंजय मंत्र ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र अकाल मृत्यु की बाधा का नाश करने वाला है। जिस व्यक्ति की कुण्डली में अकाल मृत्य योग हो, उसे महामृत्युंजय जाप कराना चाहिए। जो भक्त इस मंत्र का जाप नियमित रूप से करता है, उसके रोग, दोष तथा सभी सकंट समाप्त हो जाते हैं। 3. लघु महामृत्युंजय मंत्र ॐ हौं जूं सः जिनके लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना कठिन हो, उन्हें लघु महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। रात्रि में इस मंत्र का जाप करके भगवान शिव को दूध और जल चढ़ाने से असाध्य रोग भी दूर हो जाते हैं। 4. शिव गायत्री मंत्र ॐ तत्पुरु...

इन 8 सरल मंत्रों से मिलेगा भगवान शिव का आशीष, अवश्य पढ़ें...

धार्मिक मान्यतानुसार सभी माताएं पूजा से नहीं साधना करने से प्रसन्न होती हैं। अत: 10 महाविद्याओं की विशेष साधना गुप्त नवरात्रि में की जाती है। वर्षभर में कुल 4 नवरात्रि पर्व पड़ते हैं, जिसमें पहला चैत्र मास, दूसरा आषाढ़ मास, तीसरा अश्विन मास और चौथा माघ मास में मनाया जाता है। आइए जानते हैं 2023 में गुप्त नवरात्रि कब से प्रारंभ हो रही हैं- Halharini Amavas 2023: आषाढ़ माह की अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार यह अमावस्या 18 जुन 2023 रविवार को रहेगी। इस अमावस्या पर पितृ दोष से मुक्ति के साथ ही काल सर्प दोष से मुक्ति के उपाय भी किए जा सकते हैं। यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो निम्मलिखित उपाय करें। Pitro ki shanti ke upay : हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास हिंदू वर्ष का चौथा महीना होता है। आषाढ़ माह की अमावस्या के दिन का बहुत महत्व माना गया है। इस हलहारिणी अमावस्या भी कहते हैं। इसके बाद गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ हो जाता है। इस अमावस्या को दान-पुण्य और पितरों की शांति के लिए किए जाने वाले तर्पण के लिए बहुत ही उत्तम एवं विशेष फलदायी माना गया है।

सभी मनोरथ सिद्ध करता है शिव का यह प्रतिष्ठित मंत्र

* ॐ नमः शिवाय : भगवान शिव का प्रिय मंत्र ॐ इस एकाक्षर मंत्र में तीनों गुणों से अतीत, सर्वज्ञ, सर्वकर्ता, द्युतिमान सर्वव्यापी प्रभु शिव ही प्रतिष्ठित हैं। ईशान आदि जो सूक्ष्म एकाक्ष रूप ब्रह्म हैं, वे सब 'नमः शिवाय' इस मंत्र में क्रमशः स्थित हैं। सूक्ष्म षड़क्षर मंत्र में पंचब्रह्मरूपधारी साक्षात्‌ भगवान शिव स्वभावतः वाच्य और वाचक भाव से विराजमान हैं। अप्रमेय होने के कारण शिव वाच्य है और मंत्र उनका वाचक माना गया है। शिव पुराण संहिता में कहा है कि सर्वज्ञ शिव ने संपूर्ण देहधारियों के सारे मनोरथों की सिद्धि के लिए इस 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का प्रतिपादन किया है। यह आदि षड़क्षर मंत्र संपूर्ण विद्याओं का बीज है। जैसे वट बीज में महान वृक्ष छिपा हुआ है, उसी प्रकार अत्यंत सूक्ष्म होने पर भी यह मंत्र महान अर्थ से परिपूर्ण है। यदि भगवान विश्वनाथ न होते तो यह जगत अंधकारमय हो जाता, क्योंकि प्रकृति जड़ है और जीवात्मा अज्ञानी। अतः इन्हें प्रकाश देने वाले परमात्मा ही हैं। उनके बंधन और मोक्ष भी देखे जाते हैं। अतः विचार करने से सर्वज्ञ परमात्मा शिव के बिना प्राणियों के आदिसर्व की सिद्धि नहीं होती। जैसे रोगी वैद्य के बिना सुख से रहित हो क्लेश उठाते हैं, उसी प्रकार सर्वज्ञ शिव का आश्रय न लेने से संसारी जीव नाना प्रकार के क्लेश भोगते हैं। अतः यह सिद्ध हुआ कि जीवों का संसार सागर से उद्धार करने वाले स्वामी अनादि सर्वज्ञ परिपूर्ण सदाशिव विद्यमान हैं। भगवान शिव आदि मध्य और अंत से रहित हैं। स्वभाव से ही निर्मल हैं तथा सर्वज्ञ एवं परिपूर्ण हैं। उन्हें शिव नाम से जानना चाहिए। शिव गम में उनके स्वरूप का विशदरूप से वर्णन है। यह पच्चाक्षर मंत्र उनका ही नाम है और वे शिव अभिधेय हैं। अभिधान और अभिरधेय रूप होने क...

Bholenath Status in Hindi

• Bholenath Status in Hindi • माया-मोह को छोड़ दिया मैंने, शिव से नाता जोड़ लिया मैंने। • मंदिर की घंटी, आरती की थाली, मुबारक हो आपको सावन की त्योहारी। • सारे सुख एक तरफ, महादेव की भक्ति एक तरफ। • Shiva Status in Hindi • शिव शक्ति है, शिव ही भक्ति है। • मन में बस यही एक चाह है, भोले के दर पे जाना है, मुझे बेलपत्र चढ़ाना है। • कालों के काल महाकाल कहलाते है, शिव है वो, भोलेनाथ भी कहलाते है। • भोलेनाथ के दर पर जाना है, मुझे बस शिव के दर्शन पाना है। • Bhole Baba Status in Hindi • जटा से जिसकी निकले है गंगा की धारा, जिसके गले में है सर्प की माला, वो कोई और नहीं, वो है हमारे डमरू वाला भोले बाबा। • महादेव में भक्ति है, महाकाल में शक्ति है, भोले सा बन जाते है, कभी तांडव कर ये बताते है, ऐसे हमारे शिव है जो हर रुप में नजर आते है। • भस्म जिसका श्रृंगार है, भोले जिनका नाम है, ऐसे शिव को मेरा बारम्बार प्रणाम है। • अर्धनारीश्वर कहलाते है, शिव है वो नारी को सम्मान दिलाते है। • Shiv Ji Quotes in Hindi • शिव का जो तुम करोगे ध्यान, बन जायेंगे सारे तेरे बिगड़े काम। • मेरा क्या बिगाड़ पायेगा कोई, जब मैं भोले की पुजारी हूँ। • भस्म से होता है जिनका श्रृंगार, ऐसे है भोले जिनको है भांग से भी प्यार। • देवों के पहचान है वो, मेरे भोले शिव ही देवों के कर्णधार है। • सावन में हर ओर धूम है, बस जय भोले की गूंज है। • भस्म जिनका श्रृंगार है, रुद्र जिनका नाम है, ऐसे भोले भंडारी को मेरा बारम्बार प्रणाम है। • काशी जिनका धाम है, विश्वनाथ जिनका नाम है, ऐसे शिव को बारम्बार मेरा प्रणाम है। • जो हर-हर महादेव बोलेगा, सब कष्ट से मुँह मोड़ेगा। • Shiv Shankar Shayari in Hindi • वो आदि भी है, अनादि भी है, वो भोले शिवशंकर त्र...

Shiva Mantras, Stuti and Shlokas ; शिव मंत्र, स्तुति एवं श्लोका

Shiva - Mantras, Shlokas & Stotras Shiva (Sanskrit for "auspicious one"), Known by many names - Mahadeva, Mahayogi, Pashupati, Nataraja, Bhairava, Vishwanath, Bhootnath, Bhole Shankar. Shiva is the embodiment of opposities, creator and destroyer, lover and ascetic yogi, husband and hermit - Lord Shiva is worshiped in many forms.Shiva is 'Shakti', Shiva is power, Shiva is the destroyer, the most powerful god of the Hindu pantheon and one of the godheads in the Hindu Trinity. • The Second Day is called Narak-Chaturdashi or more popularly as Chhoti Diwali which falls....... • Guru Nanak Birthday celebrated as Gurpurab across India and all over the world.It is one of....... • Diwali or Deepavali, the festival of "rows of lights" (Deep = Lamp, Vali =Array), is one of the most...... • Tulsi is a sacred plant which can be found in almost every Hindu house.Tulsi vivah is celebrated on .....

शिव शंभू के मंत्र : 15 चमत्कारी शिव मंत्र करेंगे संकटों का अंत, सिर्फ ॐ नम: शिवाय का मंत्र भी देता है लाभ

भगवान शिव जब अग्रि स्तंभ के रूप में प्रकट हुए तब उनके पांच मुख थे। जो पांचों तत्व पृथ्वी, जल, आकाश, अग्नि तथा वायु के रूप थे। सर्वप्रथम जिस शब्द की उत्पत्ति हुई वह शब्द था ॐ बाकी पांच शब्द नम: शिवाय की उत्पत्ति उनके पांचों मुखों से हुई जिन्हें सृष्टि का सबसे पहला मंत्र माना जाता है यही महामंत्र है। इसी से अ इ उ ऋ लृ इन पांच मूलभूत स्वर तथा व्यंजन जो पांच वर्णों से पांच वर्ग वाले हैं वे प्रकट हुए। त्रिपदा गायत्री का प्राकट्य भी इसी शिरोमंत्र से हुआ, इसी गायत्री से वेद और वेदों से करोड़ो मंत्रों का प्राकट्य हुआ। इस मंत्र के जाप से सभी मनोरथों की सिद्धि होती है। भोग और मोक्ष दोनों को देने वाला यह मंत्र जपने वाले के समस्त व्याधियों को भी शांत कर देता है। बाधाएं इस मंत्र का जाप करने वाले के पास भी नहीं आती तथा यमराज ने अपने दूतों को यह आदेश दिया हैं कि इस मंत्र के जाप करने वाले के पास कभी मत जाना। उसको मृत्यु नहीं मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह मंत्र शिववाक्य है यही शिवज्ञान है। जिसके मन में यह मंत्र निरंतर रहता है वह शिवस्वरूप हो जाता है। भगवान शिव प्रत्येक मनुष्य के अंत:करण में स्थित अव्यक्त आंतरिक अधिष्ठान तथा प्रकृति मनुष्य की सुव्यक्त आंतरिक अधिष्ठान है। नम: शिवाय: पंचतत्वमक मंत्र है इसे शिव पंचक्षरी मंत्र कहते हैं। इस पंचक्षरी मंत्र के जप से ही मनुष्य संपूर्ण सिद्धियों को प्राप्त कर सकता है। भगवान शिव अपने भक्त की पूजा से प्रसन्न होते हैं। शिव भक्त जितना-जितना भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र का जप कर लेता है उतना ही उसके अंतकरण की शुद्धि होती जाती है एवं वह अपने अंतकरण में स्थित अव्यक्त आंतरिक अधिष्ठान के रूप में विराजमान भगवान शिव के समीप होता जाता है। उसके दरिद्रता, रोग, दु...

Shiva Mantras

Shiva meaning “The Auspicious One” is one of the three major deities of Hinduism. He is worshiped as the Supreme God within Shaivism, one of the three most influential denominations in contemporary Hinduism and is also called “the Creator, the Preserver, the Transformer and the Destroyer”. At the highest level, Shiva is regarded as formless, limitless, transcendent, and unchanging. Shiva has many benevolent and fearsome depictions. • In benevolent aspects, he is depicted as an omniscient Yogi who lives an ascetic life on Mount Kailash, as well as a householder with wife Parvati and his two children, Ganesha and Kartikeya. • In his fierce aspects, he is often depicted slaying demons. Shiva is also regarded as the patron god of yoga,meditation, and arts. Shiva is known by several names – Mahadeva, Pashupati, Bhairava, Vishwanath, Bhole Nath, Shambhu and Shankar. Shiva is the cosmic dancer and also known as Nataraja, the Lord of Dancers. Hindus recognize Lord Shiva by putting His shrine in the temple separate from those of other deities in the form of Shivling. Shiva Mantra essentially helps in eliminating enemies from the path and hence it is also called the Raktha Kavach Mantra. Chanting of Shiva mantra on Chaturdashi is considered very effective and auspicious. Regular chanting of Shiva mantra attracts success and prosperity in all walks of life. Rosary to be used : Rudraksha Mala Flowers to be used : Swet pushp , Kala Til Total Number of Recitaion : 1,25,000 Best Time : S...

शिव मंत्र हिंदी अर्थ सहित

नमंति ऋषयो देवा नमन्त्यप्सरसां गणाः। नरा नमंति देवेशं नकाराय नमो नमः।। भावार्थ: जिसे सभी मुनि सम्मान और श्रद्धा से प्रणाम करते हैं। जिसे सभी देवता आदर और श्रद्धा से प्रणाम करते हैं। जिसे सभी अप्सराएं सम्मान और श्रद्धा से नमन करती हैं। जिसे मनुष्य भी सम्मान और श्रद्धा से नमन करते हैं, मैं ऐसे शिव को नमन करता हूं, जो देवताओं के देवता हैं। वे शब्दांश “नहीं” द्वारा वर्णित हैं। ॐ नमः शिवाय।। नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय।। भावार्थ: ॐ नमः शिवाय मंत्र का अर्थ है ‘मैं भगवान शिव को नमन करता हूं। यह शिव मंत्रों में सबसे प्रसिद्ध मंत्र है। मान्यता के अनुसार प्रतिदिन सावन में इसका जप करने से भगवान शिव तुरंत प्रसन्न होते हैं, वहीं शिवरात्रि के दिन इसका 108 बार जाप करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इस मंत्र के सही उच्चारण से मन शांत होता है, आध्यात्म का आह्वान करने से आत्मा शुद्ध होती है। ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात।। भावार्थ: मुझे अपना सारा ध्यान सर्वव्यापी भगवान शिव पर केंद्रित करने दें। मुझे ज्ञान का भण्डार दो और मेरे हृदय को रुद्र के प्रकाश से भर दो। गायत्री मंत्र हिंदू मंत्रों में सबसे शक्तिशाली मंत्रों में से एक है। इसी तरह यह रुद्र गायत्री मंत्र भी बहुत शक्तिशाली है। ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र का जाप करने से आपको एक स्थिर मानसिकता देने के लिए मन की शांति और ज्ञान का अपार प्रकाश मिलता है। वशिष्ठेन कृतं स्तोत्रम सर्वरोग निवारणं, सर्वसंपर्काराम शीघ्रम पुत्रपौत्रादिवर्धनम।। भावार्थ: हमारे सभी रोगों से मुक्ति दिलाएं। साथ ही याददाश्त भी जा सकती है और स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया जा सकता है। मान्यता के अनुसार इस मंत्र का जाप करने से धन की प्राप्ति होती है और अच...