शिव परिवार की फोटो

  1. डाउनलोड शिव फोटो/स्टेटस
  2. Life prestige of Shiva family in Maa Durga temple
  3. Vastu Shastra: भगवान शिव की ऐसी तस्वीर घर में लगाने से छिन जाएगा सुख
  4. शिव परिवार के लिए बना था महल, फिर रावण की कैसे हो गई सोने की लंका? पढ़ें रोचक कथा
  5. Rajasthan Sawan 2023 Start Date Sawan Will Be Of 59 Days Devotee Able To Fast 8 Monday ANN


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डाउनलोड शिव फोटो/स्टेटस

शिव फोटो/स्टेटस पेज शिव भक्तों के लिए एक दर्शनीय संग्रहालय की तरह है जहाँ आप शिव और शिवलिंग की चित्रों का आनंद उठा सकते हैं और उन्हें व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, स्नैपचैट और यूट्यूब स्टेटस बना सकते हैं। इस पेज पर आपको शिव के विभिन्न रूपों की सुंदर तस्वीरें मिलेंगी, जो आपको शिव के प्रति अधिक समर्पित बनाएगी। यह पेज शिव के भक्तों को शिव के दर्शन का अवसर प्रदान करता है और उन्हें शिव के साथ गहरे संबंध बनाने में मदद करता है। अगर आप शिव के भक्त हैं और शिव की चित्रों का आनंद लेना चाहते हैं, तो इस पेज को जरूर देखें। शिव फोटो/स्टेटस पेज एक स्थान है जहाँ आप शिव और शिवलिंग के अद्भुत और रोमांचक फोटो देख सकते हैं और उन्हें डाउनलोड करके अपने व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, स्नैपचैट और यूट्यूब स्टेटस बना सकते हैं। इस पेज पर आपको शिव के विभिन्न रूपों की सुंदर तस्वीरें मिलेंगी, जो आपको शिव के प्रति अधिक समर्पित बनाएगी। यह पेज शिव के भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव का संग्रह है, जहाँ आप शिव के साथ अपना संबंध मजबूत कर सकते हैं। शिव के अद्भुत फोटो जिसमें उनकी भक्ति और शक्ति का प्रतिबिम्ब होता है, इस पेज पर उपलब्ध होते हैं। यहाँ आपको शिव की धार्मिक और आध्यात्मिक भूमिकाओं के साथ उनकी सुंदर तस्वीरें मिलेंगी जो आपको शांति, स्थिरता और संतुष्टि का अनुभव कराएगी। इस पेज का उद्देश्य शिव के साथ अपना संबंध मजबूत करने वाले लोगों को उनके प्रिय भगवान के साथ आध्यात्मिक भावनाओं में ले जाना है। स्कन्द पुराण डाउनलोड फ्री PDF स्कन्द पुराण एक प्रमुख पुराण है जो भारतीय साहित्य की महत्वपूर्ण धारणाओं, कथाओं, और धर्मीय उपदेशों को संजोता है। यह ... सोशल नेटवर्क पर फॉलो करें:- • Instagram • YouTube • Facebo...

Life prestige of Shiva family in Maa Durga temple

प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व मूर्तियों को अस्पताल रोड, कचहरी, जालंधरी सराय, जिला अस्पताल के पीछे, लावेला चौक आदि मार्ग से भ्रमण कराया। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भक्तों द्वारा लगाये जा रहे जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया। प्राण प्रतिष्ठा के बाद हवन पूजन कराया गया। इसके बाद भंडारा किया गया। यज्ञ के मुख्य यजमान गंगाधर कश्यप, शिवम रस्तोगी रहे। पुरोहित पंडित धनीराम मिश्रा, पंडित कौशल मिश्रा पंडित राधेश्याम रहे। सीएमएस, नैना कश्यप, शिवम रस्तोगी, प्रदीप चतुर्वेदी, मृत्युंजय चौधरी, राजकुमार सिंह सेंगर, शिल्पा, तृप्ति, दीप्ति,किशन पाल, दीपक, विजय,रजत, उमेश कश्यप मौजूद थे।

Vastu Shastra: भगवान शिव की ऐसी तस्वीर घर में लगाने से छिन जाएगा सुख

डीएनए हिंदीः शास्त्रों में भगवान की पूजा-पाठ के कई नियमों के बारे में बताया गया है. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में तो भगवान की प्रतिमा और तस्वीर की स्थापना के लिए भी सही स्थान और नियमों के बारे में बताया गया है. वास्तु (Vastu Tips For Lord Shiva Photo) vastu) में भगवान शिव (Bhagwan Shiv) की तस्वीर लगाने को लेकर कई नियमों के बारे में बताया गया है. भगवान शिव जी की तस्वीर (Bhagwan Shiv Puja Rules) घर में लगाते समय आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. शिव जी (Shiv Ji) की कई प्रकार की तस्वीर होती है तो चलिए बताते हैं कि कौन सी तस्वीर लगाना सही नहीं होता है.

शिव परिवार के लिए बना था महल, फिर रावण की कैसे हो गई सोने की लंका? पढ़ें रोचक कथा

रामायण काल में सोने की लंका के चर्चे बहुत दूर-दूर तक फैले हुए थे. रावण ने स्वर्ण नगरी को देखा, वह सोने की लंका को देखकर मोहित हो गया. Ravana Golden Lanka : रामायण में रावण के चित्र के साथ सोने की लंका के बारे में भी कई तरह की चर्चाएं होती रहती हैं. मान्यताओं के अनुसार, रावण की लंका सोने की बनी थी. इसकी खूबसूरती देखते ही बनती थी. माना यह भी जाता है कि हनुमान जी ने रावण की इस सोने की लंका को आग लगाकर नष्ट कर दिया था, लेकिन बहुत कम लोग ये जानते होंगे, कि सोने की लंका आखिर किसने बनाई थी. सोने की लंका को माता पार्वती और महादेव के साथ जोड़कर देखा जाता है. रामायण में जिस सोने की लंका का वर्णन मिलता है. वह रावण की नहीं है, कहा जाता है कि इसका निर्माण भगवान शिव ने माता पार्वती के कहने पर करवाया था. चलिए जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से कि सोने की लंका किसने और क्यों बनवाई थी? किसने बनावाई सोने की लंका हिंदू धार्मिक मान्यताएं कहती हैं कि रामायण काल में सोने की लंका हुआ करती थी. बताया यह भी जाता है कि सोने की लंका को भगवान शिव ने माता पार्वती के लिए बनवाया था. कथाओं के अनुसार माता पार्वती और शिव भगवान शिव का निवास हिमालय में था. वे बहुत ही सामान्य जीवन जीते थे. उन्हें किसी तरह के आलीशान महलों की जरूरत नहीं थी, मगर एक बार माता पार्वती ने भगवान शिव से देवताओं की तरह कोई महल बनवाने के लिए कहा, तब भगवान शिव ने विश्वकर्मा और कुबेर को बुलाकर समुद्र के बीच में सोने का महल बनवाया. इसे ही सोने की लंका कहा जाता है. यह भी पढ़ें – रावण को कैसे मिली सोने की लंका मान्यताओं के अनुसार, रामायण काल में सोने की लंका के चर्चे बहुत दूर-दूर तक फैले हुए थे. ए...

Rajasthan Sawan 2023 Start Date Sawan Will Be Of 59 Days Devotee Able To Fast 8 Monday ANN

Sawan 2023: देवों के देव महादेव (Mahadev) को समर्पित सावन महीना (Sawan) इस बार 59 दिनों का होगा. इस पवित्र माह में व्रत रखने वाले शिवभक्तों को अपनी मनोकामना पाने के लिए कुल 8 सोमवार मिलेंगे. सावन महीने की शुरुआत आषाढ़ की पूर्णिमा तिथि के अगले दिन से शुरु होती है. हिन्दू धर्म में सावन के बड़ा महत्व माना जाता है. हिन्दू पंचांग के अनुसार इस बार एक नहीं दो महीने सावन के होंगे. सावन माह की शुरुआत 4 जुलाई से होगी और 31 अगस्त तक सावन मास रहेगा. इस बार सावन मास में 4 की बजाय 8 सोमवार आयेंगे. श्रद्धालु जो भगवान शिव की अराधना में सावन माह के सोमवार के व्रत रखते, उन्हें 8 सोमवार व्रत रखने होंगे. सावन में भगवान शिव की उपासना से पूरी होती है मनोकामना जानकारी के अनुसार भगवन शिव को सावन का महीना बहुत ज्यादा प्रिय है. सावन मास के प्रत्येक सोमवार को भगवन शिव की आराधना करने से भगवन शिव प्रसन्न होते है और मनुष्य के जीवन में आ रही सभी परेशानियां दूर हो जाती है. शास्त्रों के अनुसार सावन के महीने में भगवान शिव और उनके परिवार की उपासना करने से सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. इस पवित्र महीने में पूजा- अर्चना करने से श्रद्धालु की मनोकामना पूर्ण हो जाती है. 4 जुलाई से शुरू होगा सावन मास वर्ष 2023 में ज्योतिष पंचांग के अनुसार इस बार 4 जुलाई से सावन मास की शुरुआत होगी और सावन का महीना 31 अगस्त तक रहेगा. इस बार दो महीने सावन के माने जायेंगे. सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई का होगा. इस बार एक अधिक मास पड़ रहा है, अधिक मास को ही मलमास कहा जाता है. इसबार भगवन शिव की उपासना करने के लिए भक्तों को 59 दिन मिलेंगे. हिन्दू धर्म में मलमास में किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं होते है. सावन महीने भरतपुर म...