शिवाजी महाराज भाषण हिंदी

  1. छत्रपति शिवाजी महाराज भाषण। Chatrapati Shivaji Maharaj Speech
  2. छत्रपती शिवाजी महाराज भाषण 2023
  3. Chhatrapati Shivaji Maharaj Jayanti Speech in English/ Hindi
  4. Chhatrapati Shivaji Maharaj Jayanti Speech in English/ Hindi
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छत्रपति शिवाजी महाराज भाषण। Chatrapati Shivaji Maharaj Speech

छत्रपति शिवाजी महाराज भाषण। Chatrapati Shivaji Maharaj Speech : छत्रपति शिवाजी एक प्रखर राष्ट्रभक्त थे। उन्होंने विदेशी आक्रांताओं के विरूद्ध हथियार उठाकर भारतमाता को उनसे मुक्त कराने का संकल्प लिया था। वे अपने चरित्र-बल¸ दृढ़¸ इच्छाशक्ति और प्रखर राष्ट्रभक्ति के कारण ही महानता के चरम उत्कर्ष तक पहुँच पाए थे। हिन्दू साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी का जन्म 16 अप्रैल 1627 को शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। उनके पिता का नाम शाहजी भोंसले और माँ का नाम जीजाबाई था। शिवाजी के पिता शाहजी ने बचपन में ही पुत्र शिवाजी और पत्नी जीजाबाई को दादाजी कोंडदेव को लालन-पालन के लिए सैंप दिया था। दादाजी कोंडदेव के सान्निध्य में शिवाजी का बचपन बीता। दादजी ने पुणे के पास रहने वाले मावलों पर आधिपत्य स्थापित किया था। शिवाजी मावले युवकों के साथ पर्वतों में¸ घने जंगलों में तथा भयावनी गुफाओं में घूमते थे तथा अस्त्र-शस्त्र चलाना सीखते थे। उन्होंने मावले युवकों को संगठित करके एक सेना बनाई और मुगलों के आधीन भारत को मुक्त करके स्वतंत्र राज्य स्थापित करने का देखने लगे। सन् 1646 में उन्होंने बीजापुर के दुर्गपति से तोरण के दुर्ग पर अधिकार कर लिया। फिर उन्होंने बीजापुर के चाकन¸ कोंडाना तथा पुन्दर दुर्गों पर भी सहज रूप से अधिकार कर लिया। तत्पश्चात् बीजापुर के सुल्तान ने शिवाजी को आगे बढ़ने से रोकने के लिए उनके पिता शाहजी भोंसले को बंदी बना लिया। फिर शिवाजी ने अपने पिता को मुक्त कराने के लिए बीजापुर के सुल्तान को बंगलौर और कोंडाना के दुर्ग वापस देकर संधि कर ली। इस संधि के बाद भी शिवाजी के राज्य का विस्तार निरंतर होता रहा और उन्होंने अपने पराक्रम तथा शौर्य के बल पर हिन्दू साम्राज्य की स्थापना का संकल्प पूरा किया।...

छत्रपती शिवाजी महाराज भाषण 2023

छत्रपति शिवाजी महाराज भाषन || Chhatrapati shivaji maharaj bhashan in hindi मेरे प्रिय माननीय मुख्याध्यापक, आदरणीय शिक्षकगण और मेरे प्यारे प्रिय दोस्तों, आज मराठा साम्राज्य के महान संस्थापक छत्रपती शिवाजी महाराज इनका जन्मदिन है। छत्रपती शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1663 को पुणे जिले में शिवनेरी दुर्ग पर हुआ। उनके पिताजी का नाम शहाजी भोसले और माताजी का नाम जिजाबाई था। शहाजी बीजापुर सुल्तान की सेना में अफसर थे। जिजाबाई अक्सर शिवाजी को रामायण और महाभारत की कहानियाँ सुनाया करती थी। शिवाजी महाराज का देश के प्रति अगाध प्रेम और उनका शक्तिशाली चरित्र इन्हीं कारण बना। उनकी माता गुणस्वभाव और व्यवहार में वीरांगना नारी थी। माताजी ने उन्हें तलवार चलाना, घोडसवारी आदि सिखाया था। बचपन में ही शिवाजी अपनी आयु के बालकों को इकट्टे करके उनके नेता बनकर युद्ध करते और किले बनाते थे। सोलह साल की छोटी सी उम्र में उन्होंने पुणे के तोरणदुर्ग पर हमला कर जीत हासिल की। उन्हें युद्ध का प्रशिक्षण और प्रशासन की समज दादोजी कोंडदेव से मिली थी। उन्होंने अफजलखान जैसे शक्तिशाली सरदार की हत्या बड़े चतुराई से की थी। शाइस्ता खाँ को उन्होंने ऐसा सबक सिखाया की वो मरते दम तक उसे नही भुला। वे एक कुशल योध्दा थे। उन्होंने अपने दम पर दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए ! इसलिए उनकी इसी साहसी वीरता के कारण से उन्हें एक आदर्श एवं महान राष्ट्रपुरुष कहा जाता है। छत्रपति शिवाजी महाराज भाषन || Chhatrapati shivaji maharaj bhashan in hindi वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी, बहादुर, बुद्धिमानी शौर्यवीर, दयालू शासक थे। उनकी सेना में मुस्लिम नायक एवं सेनानी थे। वह किसी धर्म के खिलाफ नहीं थे। उन्हें कतई मंजूर नहीं था कि लोग जात पात की झगड़ो में उलझे...

Chhatrapati Shivaji Maharaj Jayanti Speech in English/ Hindi

Chhatrapati Shivaji Maharaj Jayanti Speech in English If you are looking for Chhatrapati Shivaji Maharaj Speech In Engish/Hindi ? Then stay updated with our website www.knowlegedguru.in daily Respected Teachers & Dear Friends, Today we gather to pay homage to a legendary figure in Indian history, Chhatrapati Shivaji Maharaj. He was a visionary leader, a fearless warrior, and a champion of the people. He lived in a time of great turmoil and uncertainty, but through his wisdom, courage, and unwavering determination, he rose to become one of the greatest kings of all time. Chhatrapati Shivaji Maharaj was born in 19 th Feb. 1630 in the “ Shivneri Fort Pune” western part of India, in the state of Maharashtra. He was the son of Shahaji Bhonsle, a Maratha general, and Jijabai, a woman of remarkable character and determination. From an early age, Shivaji showed remarkable leadership qualities, and he was determined to create a kingdom that would be free from the tyranny of foreign rule. Throughout his life, Chhatrapati Shivaji Maharaj faced numerous challenges and obstacles, but he always remained steadfast in his pursuit of a free and prosperous kingdom. He built a powerful army, consisting of well-trained soldiers and loyal followers, and used it to defeat his enemies and protect his people. He was a master tactician and a brilliant strategist, and his victories on the battlefield earned him the respect and admiration of his enemies and allies alike. Chhatrapati Shivaji Maharaj ...

Chhatrapati Shivaji Maharaj Jayanti Speech in English/ Hindi

Chhatrapati Shivaji Maharaj Jayanti Speech in English If you are looking for Chhatrapati Shivaji Maharaj Speech In Engish/Hindi ? Then stay updated with our website www.knowlegedguru.in daily Respected Teachers & Dear Friends, Today we gather to pay homage to a legendary figure in Indian history, Chhatrapati Shivaji Maharaj. He was a visionary leader, a fearless warrior, and a champion of the people. He lived in a time of great turmoil and uncertainty, but through his wisdom, courage, and unwavering determination, he rose to become one of the greatest kings of all time. Chhatrapati Shivaji Maharaj was born in 19 th Feb. 1630 in the “ Shivneri Fort Pune” western part of India, in the state of Maharashtra. He was the son of Shahaji Bhonsle, a Maratha general, and Jijabai, a woman of remarkable character and determination. From an early age, Shivaji showed remarkable leadership qualities, and he was determined to create a kingdom that would be free from the tyranny of foreign rule. Throughout his life, Chhatrapati Shivaji Maharaj faced numerous challenges and obstacles, but he always remained steadfast in his pursuit of a free and prosperous kingdom. He built a powerful army, consisting of well-trained soldiers and loyal followers, and used it to defeat his enemies and protect his people. He was a master tactician and a brilliant strategist, and his victories on the battlefield earned him the respect and admiration of his enemies and allies alike. Chhatrapati Shivaji Maharaj ...

छत्रपति शिवाजी महाराज भाषण। Chatrapati Shivaji Maharaj Speech

छत्रपति शिवाजी महाराज भाषण। Chatrapati Shivaji Maharaj Speech : छत्रपति शिवाजी एक प्रखर राष्ट्रभक्त थे। उन्होंने विदेशी आक्रांताओं के विरूद्ध हथियार उठाकर भारतमाता को उनसे मुक्त कराने का संकल्प लिया था। वे अपने चरित्र-बल¸ दृढ़¸ इच्छाशक्ति और प्रखर राष्ट्रभक्ति के कारण ही महानता के चरम उत्कर्ष तक पहुँच पाए थे। हिन्दू साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी का जन्म 16 अप्रैल 1627 को शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। उनके पिता का नाम शाहजी भोंसले और माँ का नाम जीजाबाई था। शिवाजी के पिता शाहजी ने बचपन में ही पुत्र शिवाजी और पत्नी जीजाबाई को दादाजी कोंडदेव को लालन-पालन के लिए सैंप दिया था। दादाजी कोंडदेव के सान्निध्य में शिवाजी का बचपन बीता। दादजी ने पुणे के पास रहने वाले मावलों पर आधिपत्य स्थापित किया था। शिवाजी मावले युवकों के साथ पर्वतों में¸ घने जंगलों में तथा भयावनी गुफाओं में घूमते थे तथा अस्त्र-शस्त्र चलाना सीखते थे। उन्होंने मावले युवकों को संगठित करके एक सेना बनाई और मुगलों के आधीन भारत को मुक्त करके स्वतंत्र राज्य स्थापित करने का देखने लगे। सन् 1646 में उन्होंने बीजापुर के दुर्गपति से तोरण के दुर्ग पर अधिकार कर लिया। फिर उन्होंने बीजापुर के चाकन¸ कोंडाना तथा पुन्दर दुर्गों पर भी सहज रूप से अधिकार कर लिया। तत्पश्चात् बीजापुर के सुल्तान ने शिवाजी को आगे बढ़ने से रोकने के लिए उनके पिता शाहजी भोंसले को बंदी बना लिया। फिर शिवाजी ने अपने पिता को मुक्त कराने के लिए बीजापुर के सुल्तान को बंगलौर और कोंडाना के दुर्ग वापस देकर संधि कर ली। इस संधि के बाद भी शिवाजी के राज्य का विस्तार निरंतर होता रहा और उन्होंने अपने पराक्रम तथा शौर्य के बल पर हिन्दू साम्राज्य की स्थापना का संकल्प पूरा किया।...

छत्रपती शिवाजी महाराज भाषण 2023

छत्रपति शिवाजी महाराज भाषन || Chhatrapati shivaji maharaj bhashan in hindi मेरे प्रिय माननीय मुख्याध्यापक, आदरणीय शिक्षकगण और मेरे प्यारे प्रिय दोस्तों, आज मराठा साम्राज्य के महान संस्थापक छत्रपती शिवाजी महाराज इनका जन्मदिन है। छत्रपती शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1663 को पुणे जिले में शिवनेरी दुर्ग पर हुआ। उनके पिताजी का नाम शहाजी भोसले और माताजी का नाम जिजाबाई था। शहाजी बीजापुर सुल्तान की सेना में अफसर थे। जिजाबाई अक्सर शिवाजी को रामायण और महाभारत की कहानियाँ सुनाया करती थी। शिवाजी महाराज का देश के प्रति अगाध प्रेम और उनका शक्तिशाली चरित्र इन्हीं कारण बना। उनकी माता गुणस्वभाव और व्यवहार में वीरांगना नारी थी। माताजी ने उन्हें तलवार चलाना, घोडसवारी आदि सिखाया था। बचपन में ही शिवाजी अपनी आयु के बालकों को इकट्टे करके उनके नेता बनकर युद्ध करते और किले बनाते थे। सोलह साल की छोटी सी उम्र में उन्होंने पुणे के तोरणदुर्ग पर हमला कर जीत हासिल की। उन्हें युद्ध का प्रशिक्षण और प्रशासन की समज दादोजी कोंडदेव से मिली थी। उन्होंने अफजलखान जैसे शक्तिशाली सरदार की हत्या बड़े चतुराई से की थी। शाइस्ता खाँ को उन्होंने ऐसा सबक सिखाया की वो मरते दम तक उसे नही भुला। वे एक कुशल योध्दा थे। उन्होंने अपने दम पर दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए ! इसलिए उनकी इसी साहसी वीरता के कारण से उन्हें एक आदर्श एवं महान राष्ट्रपुरुष कहा जाता है। छत्रपति शिवाजी महाराज भाषन || Chhatrapati shivaji maharaj bhashan in hindi वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी, बहादुर, बुद्धिमानी शौर्यवीर, दयालू शासक थे। उनकी सेना में मुस्लिम नायक एवं सेनानी थे। वह किसी धर्म के खिलाफ नहीं थे। उन्हें कतई मंजूर नहीं था कि लोग जात पात की झगड़ो में उलझे...