शिवाजी महाराज का इतिहास pdf

  1. छत्रपती शिवाजी महाराज का इतिहास
  2. शिवाजी महाराज इतिहास मराठी pdf
  3. शिवाजी महराज पर निबंध हिन्दी में (Essay on Shivaji Maharaj in hindi) : शिवाजी महाराज के बारे में जानें
  4. [PDF] मराठा साम्राज्य का इतिहास
  5. [PDF] शिवाजी महाराज का जीवन चरित्र
  6. छत्रपती शिवाजी महाराज का इतिहास
  7. [PDF] मराठा साम्राज्य का इतिहास
  8. शिवाजी महराज पर निबंध हिन्दी में (Essay on Shivaji Maharaj in hindi) : शिवाजी महाराज के बारे में जानें
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छत्रपती शिवाजी महाराज का इतिहास

Shivaji Maharaj – छत्रपति शिवाजी महाराज या शिवाजी राजे भोसले भारत के महान योद्धा रणनीतिकार, शासक और मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। शिवाजी महाराज एक बहादुर, बुद्धिमान और निडर शासक थे। धार्मिक अभ्यासों में उनकी काफी रूचि थी। रामायण और महाभारत का अभ्यास वे बड़े ध्यान से करते थे। उन्होंने प्राचीन हिन्दू राजनैतिक प्रथाओं तथा दरबारी शिष्टाचारों को पुनर्जीवित किया और फारसी के स्थान पर मराठी एवं संस्कृत को राजकाज की भाषा बनाया। Contents • • • • • • छत्रपती शिवाजी महाराज का परिचय – Chhatrapati Shivaji Maharaj Biography in Hindi नाम शिवाजी शहाजी भोसले. (Chhatrapati Shivaji Maharaj) जन्म दिनांक 19 फ़रवरी, 1630 जन्म स्थान शिवनेरी, महाराष्ट्र मृत्यु 3 अप्रैल, 1680 पिता का नाम शाहजी भोंसले माता का नाम जीजाबाई विवाह साइबाईं निम्बालकर संतान सम्भाजी राजघराना मराठा साम्राज्य युद्ध मुग़लों के विरुद्ध अनेक युद्ध हुए शासन काल 1642 – 1680 ई. शिवाजी कला और संस्कृति, धर्मपरायणता और पत्रों के संरक्षक थे। उनके दिल में कोई भी भेदभाव कोई जातिवाद, और सांप्रदायिकता नहीं थी। सेनानायक के रूप में शिवाजी की महानता निर्विवाद रही है। मात्र 19 साल की आयु में शिवाजी ने तोरना का किला पर जीत हासिल की थी। उन्होंने मुगलो के साथ कई लड़ाई लड़ी। शिवाजी प्रभावशाली कुलीनों के वंशज थे। शुरुवाती जीवन – Early Life of Chhatrapati Shivaji Maharaj शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। शिवनेरी का दुर्ग पूना (पुणे) से उत्तर की तरफ़ जुन्नर नगर के पास था। उनके पिता का नाम शाहजी भोंसले और माता जीजाबाई थी। उनका बचपन उनकी माता जिजाऊ के मार्गदर्शन में बीता। माता जीजाबाई अत्याधिक और धार्मिक थी। इस धार्मिक मा...

शिवाजी महाराज इतिहास मराठी pdf

शिवाजी शहाजी भोसले छत्रपती Shivaji British Museum.jpg छत्रपती शिवाजीराजे भोसले यांचे लंडन इथल्या ब्रिटिश संग्रहालयातील अस्सल चित्र Flag of the Maratha Empire.svg मराठा साम्राज्य अधिकारकाळ जून ६, १६७४ ते एप्रिल ३, १६८० राज्याभिषेक जून ६, १६७४ राज्यव्याप्ती पश्चिम महाराष्ट्र, कोकण, सह्याद्री डॊंगररांगांपासून नागपूरपर्यंत आणि उत्तर महाराष्ट्र, खानदेशापासून दक्षिण भारतात तंजावरपर्यंत राजधानी रायगड किल्ला पूर्ण नाव शिवाजीराजे शहाजीराजे भोसले जन्म फेब्रुवारी १९, १६३० शिवनेरी किल्ला, पुणे मृत्यू एप्रिल ३, १६८० रायगड उत्तराधिकारी छत्रपती संभाजीराजे भोसले वडील शहाजीराजे भोसले आई जिजाबाई पत्नी सईबाई, सोयराबाई, पुतळाबाई, काशीबाई, सकवारबाई लक्ष्मीबाई सगणाबाई गुणवंतीबाई राजघराणे भोसले राजब्रीदवाक्य प्रतिपच्चंद्रलेखेव वर्धिष्णुर्विश्ववंदिता शाहसुनोः शिवस्यैषा मुद्रा भद्राय राजते। चलन होन, शिवराई, (सुवर्ण होन, रुप्य होन??) छत्रपती शिवाजीराजे भोसले (१९ फेब्रुवारी १६३० ते ३ एप्रिल १६८०) हे इ.स. १८१८ पर्यंत टिकलेल्या आणि आपल्या परमोत्कर्षाच्या अवस्थेत भारतीय उपखंडाचा बराचसा भाग व्यापणाऱ्या मराठा साम्राज्याचे संस्थापक होते. जनता त्यांना शिवराय, शिवाजी महाराज किंवा राजे नावाने संबोधते. भोसले कुळातील या सुपुत्राने विजापूरच्या आदिलशाहीविरुद्ध आणि मोगल साम्राज्याविरुद्ध ऐतिहासिक संघर्ष करून मराठा स्वराज्य स्थापन केले. रायगड ही राजधानी असलेले स्वतंत्र मराठा राज्य शिवाजीने उभे केले आणि इ.स. १६७४ मध्ये छत्रपती म्हणून राज्याभिषेक करवून घेतला. महाराष्ट्रात, छत्रपती शिवाजी हे शिवाजीराजा, शिवाजीराजे, शिवबा, शिवबाराजे, शिव, शिवराय, शिवा अशा अनेक नावांनी ओळखले जातात. शिवाजीचा जन्मदिवस हा ‘शिवजयंती’ म्हणू...

शिवाजी महराज पर निबंध हिन्दी में (Essay on Shivaji Maharaj in hindi) : शिवाजी महाराज के बारे में जानें

शिवाजी महराज पर निबंध : छात्रपति शिवाजी महराज को भला कौन नहीं जानता। भारतीय शूरवीर योद्धाओं व महाराजों के बीच छत्रपति शिवाजी महराज का नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है। छत्रपति शिवाजी महराज मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे जिन्हें कला में रुचि तथा अद्भुत ज्ञान की वजह से जाना जाता है। वे सनातन धर्म में अत्याधिक आस्था रखते थे। उनका बचपन अपनी माताजी जीजाबाई से पवित्र ग्रन्थों को सुनकर व समझते हुए गुजरा। छात्रपति शिवाजी महराज के जीवन (about shivaji in hindi) को समझने व उनके उसूलों को जीवन में उतारने के लिए ही अक्सर छोटी कक्षा के विद्यार्थियों को शिवाजी महराज पर निबंध (shivaji maharaj in hindi) लिखने का कार्य दिया जाता है। Latest: कभी-कभी इन छात्रों को परीक्षा में महत्वपूर्ण अंकों के लिए छत्रपति शिवाजी पर निबंध (shivaji maharaj in hindi) लिखने से संबंधी प्रश्न पूछ लिए जाते हैं। वहीं कुछ छात्रों की हिन्दी विषय पर पकड़ कमजोर होती है, ऐसे में उनके लिए शिवाजी महराज पर हिंदी में निबंध (shivaji maharaj in hindi) लिखना काफी मुश्किल भरा होता है। इसके अलावा कभी-कभी वाद-विवाद प्रतियोगिता या निबंध लेखन प्रतियोगिता में भी प्रतियोगियों को शिवाजी पर हिंदी में निबंध (Essay on Chhatrapati Shivaji Maharaj in hindi) लिखने की या फिर इसके संबंध में ज्ञान की जरूरत होती है। यदि आप भी उपर्युक्त समस्या का सामना रहे हैं, तो आज आप बिल्कुल सही जगह आए हैं क्योंकि शिवाजी महराज पर निबंध (shivaji maharaj in hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से आपकी इन सभी समस्याओं को दूर कर देंगे, ऐसी हमें उम्मीद है। छत्रपति शिवाजी महराज पर निबंध : शिवाजी के बारे में (chhatrapati shivaji maharaj in hindi : about shivaji in hindi) भारत...

[PDF] मराठा साम्राज्य का इतिहास

History of Maratha Samrajya PDF: आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आप सभी के साथ मराठा साम्राज्य का इतिहास पीडीऍफ़ को शेयर किया है, जिसे आप नीचे दिए गए डाउनलोड बटन की मदद से फ्री में डाउनलोड कर सकते है| मराठा साम्राज्य या मराठा संघराज्य 18 वी शताब्दी दक्षिण एशिया के एक बड़े भाग पर प्रभुत्व था। साम्राज्य ओपचारिक रूप से 1674 ई. से छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के साथ अस्तित्व में आया और 1818 ई. में पेशवा बाजीगर द्वितीय की हार के साथ समाप्त हुआ। History of Maratha Samrajya PDF PDF Name History of Maratha Samrajya PDF Language Hindi No. of Pages 8 Size 250 KB Category Quality Excellent मराठा साम्राज्य का इतिहास: मराठा साम्राज्य या मराठा संघराज्य 18 वी शताब्दी दक्षिण एशिया के एक बड़े भाग पर प्रभुत्व था। साम्राज्य ओपचारिक रूप से 1674 ई. से छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के साथ अस्तित्व में आया और 1818 ई. में पेशवा बाजीगर द्वितीय की हार के साथ समाप्त हुआ। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारतीय उपमहाद्वीप पर नियंत्रण पाने के लिए अधिकाश भारतीय उपमहाद्वीप में मुगल शासन को समाप्त करने के लिए काफी हद तक श्रेय मराठो को जाता है। 17 वी शताब्दी के मुगल साम्राज्य की विघटन की प्रक्रिया आरंभ होने के साथ कई स्वतंत्र प्रांत की स्थापना हुई जिसमे मराठी की महत्व पूर्ण स्थान है। मराठी एक मराठी – पश्चिम दक्कन पठार (वर्तमान महाराष्ट्र) से एक समूह थे। जो हिंदिवी स्वराज की स्थापना कर प्रमुखता से उठे। 17 वी शताब्दी के छत्रपति शिवजी महाराज के नेतृत्व में मराठी प्रमुख हो उठे। छत्रपति शिवाजी ने आदिल शाह वंश के खिलाफ विद्रोह किया और अपनी राजधानी रायगढ़ के साथ एक हिंदिवि स्वराज की स्थापना की 1707 ई. म...

[PDF] शिवाजी महाराज का जीवन चरित्र

‘शिवाजी महाराज का परिचय, इतिहास, जन्म, शासन, युद्ध, उपाधि, मृत्यु’ PDF Quick download linkis given at the bottom of this article. You can see the PDF demo, size of the PDF, page numbers, and direct download Free PDF of ‘Shivaji Maharaj Biography In Hindi’ using the download button. छत्रपति शिवाजी का जीवन चरित्र और इतिहास – Biography of Chhatrapati Shivaji PDF Free Download श्री छत्रपति शिवाजी महाराज का जीवन परिचय छत्रपति शिवाजी मातृवंश दोनों ओर से राजपूत थे। पितृपक्ष से वह उस पवित्र वंश में उत्पन्न हुए थे, जिसमें बड़े बड़े शूरवीर उत्पन्न हुए थे, जो वंश बहुत समय तक स्वतन्त्र रहा। जिसकी सन्तान अपनी जाति और देश के लिए अनेक बार लड़ी और जिसने बहुत सी कठिनाइयों को झेलते हुए भी मुसलमानों से सम्बंध नहीं किया जो आज तक अपनी इस पवित्रता के कारण समस्त राजपूतों में शिरोमणि है। हमारा यह संकेत उदयपुर के राणावंश’ से है। मातृपक्ष की ओर से शिवाजी एक ऐसे ही प्राचीन राजवंश के हैं मुसलमानों के आक्रमणों से पहले दक्षिण में यादव वंश के राजपूत राज करते थे जिनकी राजधानी देवगढ़ में भी जिसे कुछ समय मुहम्मद तुगलक ने दौलताबाद के नाम से प्रसिद्ध किया। शिवाजी के नाना यादवराव जी उसी पूज्य राजघराने के थे। यद्यपि समय के उलट फेर के कारण राज्य की बागडोर हाथ से निकल गई थी. फिर भी यह वंश उस इलाके में प्रतिष्ठित और उच्च गिना जाता था। कुछ इलाके उस समय भी इनके हाथ में थे और मुसलमानी राज्य में भी इस वंश के ‘मुसलमानी इतिहास-लेखक खाफीखा लिखता है कि शिवाजी उदयपुर के राजवंश में से थे किन्तु उन्होंने अपनी जाति से नीच जाति की स्त्री से सम्बंध कर लिया था जिसके फलस्वरूप एक पुत्र भी उत्पन्न हो चुका था। इसी कारण लज्जित होकर ...

छत्रपती शिवाजी महाराज का इतिहास

Shivaji Maharaj – छत्रपति शिवाजी महाराज या शिवाजी राजे भोसले भारत के महान योद्धा रणनीतिकार, शासक और मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। शिवाजी महाराज एक बहादुर, बुद्धिमान और निडर शासक थे। धार्मिक अभ्यासों में उनकी काफी रूचि थी। रामायण और महाभारत का अभ्यास वे बड़े ध्यान से करते थे। उन्होंने प्राचीन हिन्दू राजनैतिक प्रथाओं तथा दरबारी शिष्टाचारों को पुनर्जीवित किया और फारसी के स्थान पर मराठी एवं संस्कृत को राजकाज की भाषा बनाया। Contents • • • • • • छत्रपती शिवाजी महाराज का परिचय – Chhatrapati Shivaji Maharaj Biography in Hindi नाम शिवाजी शहाजी भोसले. (Chhatrapati Shivaji Maharaj) जन्म दिनांक 19 फ़रवरी, 1630 जन्म स्थान शिवनेरी, महाराष्ट्र मृत्यु 3 अप्रैल, 1680 पिता का नाम शाहजी भोंसले माता का नाम जीजाबाई विवाह साइबाईं निम्बालकर संतान सम्भाजी राजघराना मराठा साम्राज्य युद्ध मुग़लों के विरुद्ध अनेक युद्ध हुए शासन काल 1642 – 1680 ई. शिवाजी कला और संस्कृति, धर्मपरायणता और पत्रों के संरक्षक थे। उनके दिल में कोई भी भेदभाव कोई जातिवाद, और सांप्रदायिकता नहीं थी। सेनानायक के रूप में शिवाजी की महानता निर्विवाद रही है। मात्र 19 साल की आयु में शिवाजी ने तोरना का किला पर जीत हासिल की थी। उन्होंने मुगलो के साथ कई लड़ाई लड़ी। शिवाजी प्रभावशाली कुलीनों के वंशज थे। शुरुवाती जीवन – Early Life of Chhatrapati Shivaji Maharaj शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1630 में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। शिवनेरी का दुर्ग पूना (पुणे) से उत्तर की तरफ़ जुन्नर नगर के पास था। उनके पिता का नाम शाहजी भोंसले और माता जीजाबाई थी। उनका बचपन उनकी माता जिजाऊ के मार्गदर्शन में बीता। माता जीजाबाई अत्याधिक और धार्मिक थी। इस धार्मिक मा...

[PDF] मराठा साम्राज्य का इतिहास

History of Maratha Samrajya PDF: आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आप सभी के साथ मराठा साम्राज्य का इतिहास पीडीऍफ़ को शेयर किया है, जिसे आप नीचे दिए गए डाउनलोड बटन की मदद से फ्री में डाउनलोड कर सकते है| मराठा साम्राज्य या मराठा संघराज्य 18 वी शताब्दी दक्षिण एशिया के एक बड़े भाग पर प्रभुत्व था। साम्राज्य ओपचारिक रूप से 1674 ई. से छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के साथ अस्तित्व में आया और 1818 ई. में पेशवा बाजीगर द्वितीय की हार के साथ समाप्त हुआ। History of Maratha Samrajya PDF PDF Name History of Maratha Samrajya PDF Language Hindi No. of Pages 8 Size 250 KB Category Quality Excellent मराठा साम्राज्य का इतिहास: मराठा साम्राज्य या मराठा संघराज्य 18 वी शताब्दी दक्षिण एशिया के एक बड़े भाग पर प्रभुत्व था। साम्राज्य ओपचारिक रूप से 1674 ई. से छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के साथ अस्तित्व में आया और 1818 ई. में पेशवा बाजीगर द्वितीय की हार के साथ समाप्त हुआ। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारतीय उपमहाद्वीप पर नियंत्रण पाने के लिए अधिकाश भारतीय उपमहाद्वीप में मुगल शासन को समाप्त करने के लिए काफी हद तक श्रेय मराठो को जाता है। 17 वी शताब्दी के मुगल साम्राज्य की विघटन की प्रक्रिया आरंभ होने के साथ कई स्वतंत्र प्रांत की स्थापना हुई जिसमे मराठी की महत्व पूर्ण स्थान है। मराठी एक मराठी – पश्चिम दक्कन पठार (वर्तमान महाराष्ट्र) से एक समूह थे। जो हिंदिवी स्वराज की स्थापना कर प्रमुखता से उठे। 17 वी शताब्दी के छत्रपति शिवजी महाराज के नेतृत्व में मराठी प्रमुख हो उठे। छत्रपति शिवाजी ने आदिल शाह वंश के खिलाफ विद्रोह किया और अपनी राजधानी रायगढ़ के साथ एक हिंदिवि स्वराज की स्थापना की 1707 ई. म...

शिवाजी महराज पर निबंध हिन्दी में (Essay on Shivaji Maharaj in hindi) : शिवाजी महाराज के बारे में जानें

शिवाजी महराज पर निबंध : छात्रपति शिवाजी महराज को भला कौन नहीं जानता। भारतीय शूरवीर योद्धाओं व महाराजों के बीच छत्रपति शिवाजी महराज का नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है। छत्रपति शिवाजी महराज मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे जिन्हें कला में रुचि तथा अद्भुत ज्ञान की वजह से जाना जाता है। वे सनातन धर्म में अत्याधिक आस्था रखते थे। उनका बचपन अपनी माताजी जीजाबाई से पवित्र ग्रन्थों को सुनकर व समझते हुए गुजरा। छात्रपति शिवाजी महराज के जीवन (about shivaji in hindi) को समझने व उनके उसूलों को जीवन में उतारने के लिए ही अक्सर छोटी कक्षा के विद्यार्थियों को शिवाजी महराज पर निबंध (shivaji maharaj in hindi) लिखने का कार्य दिया जाता है। Latest: कभी-कभी इन छात्रों को परीक्षा में महत्वपूर्ण अंकों के लिए छत्रपति शिवाजी पर निबंध (shivaji maharaj in hindi) लिखने से संबंधी प्रश्न पूछ लिए जाते हैं। वहीं कुछ छात्रों की हिन्दी विषय पर पकड़ कमजोर होती है, ऐसे में उनके लिए शिवाजी महराज पर हिंदी में निबंध (shivaji maharaj in hindi) लिखना काफी मुश्किल भरा होता है। इसके अलावा कभी-कभी वाद-विवाद प्रतियोगिता या निबंध लेखन प्रतियोगिता में भी प्रतियोगियों को शिवाजी पर हिंदी में निबंध (Essay on Chhatrapati Shivaji Maharaj in hindi) लिखने की या फिर इसके संबंध में ज्ञान की जरूरत होती है। यदि आप भी उपर्युक्त समस्या का सामना रहे हैं, तो आज आप बिल्कुल सही जगह आए हैं क्योंकि शिवाजी महराज पर निबंध (shivaji maharaj in hindi) विशेष इस लेख के माध्यम से आपकी इन सभी समस्याओं को दूर कर देंगे, ऐसी हमें उम्मीद है। छत्रपति शिवाजी महराज पर निबंध : शिवाजी के बारे में (chhatrapati shivaji maharaj in hindi : about shivaji in hindi) भारत...

[PDF] शिवाजी महाराज का जीवन चरित्र

‘शिवाजी महाराज का परिचय, इतिहास, जन्म, शासन, युद्ध, उपाधि, मृत्यु’ PDF Quick download linkis given at the bottom of this article. You can see the PDF demo, size of the PDF, page numbers, and direct download Free PDF of ‘Shivaji Maharaj Biography In Hindi’ using the download button. छत्रपति शिवाजी का जीवन चरित्र और इतिहास – Biography of Chhatrapati Shivaji PDF Free Download श्री छत्रपति शिवाजी महाराज का जीवन परिचय छत्रपति शिवाजी मातृवंश दोनों ओर से राजपूत थे। पितृपक्ष से वह उस पवित्र वंश में उत्पन्न हुए थे, जिसमें बड़े बड़े शूरवीर उत्पन्न हुए थे, जो वंश बहुत समय तक स्वतन्त्र रहा। जिसकी सन्तान अपनी जाति और देश के लिए अनेक बार लड़ी और जिसने बहुत सी कठिनाइयों को झेलते हुए भी मुसलमानों से सम्बंध नहीं किया जो आज तक अपनी इस पवित्रता के कारण समस्त राजपूतों में शिरोमणि है। हमारा यह संकेत उदयपुर के राणावंश’ से है। मातृपक्ष की ओर से शिवाजी एक ऐसे ही प्राचीन राजवंश के हैं मुसलमानों के आक्रमणों से पहले दक्षिण में यादव वंश के राजपूत राज करते थे जिनकी राजधानी देवगढ़ में भी जिसे कुछ समय मुहम्मद तुगलक ने दौलताबाद के नाम से प्रसिद्ध किया। शिवाजी के नाना यादवराव जी उसी पूज्य राजघराने के थे। यद्यपि समय के उलट फेर के कारण राज्य की बागडोर हाथ से निकल गई थी. फिर भी यह वंश उस इलाके में प्रतिष्ठित और उच्च गिना जाता था। कुछ इलाके उस समय भी इनके हाथ में थे और मुसलमानी राज्य में भी इस वंश के ‘मुसलमानी इतिहास-लेखक खाफीखा लिखता है कि शिवाजी उदयपुर के राजवंश में से थे किन्तु उन्होंने अपनी जाति से नीच जाति की स्त्री से सम्बंध कर लिया था जिसके फलस्वरूप एक पुत्र भी उत्पन्न हो चुका था। इसी कारण लज्जित होकर ...

शिवाजी महाराज इतिहास मराठी pdf

शिवाजी शहाजी भोसले छत्रपती Shivaji British Museum.jpg छत्रपती शिवाजीराजे भोसले यांचे लंडन इथल्या ब्रिटिश संग्रहालयातील अस्सल चित्र Flag of the Maratha Empire.svg मराठा साम्राज्य अधिकारकाळ जून ६, १६७४ ते एप्रिल ३, १६८० राज्याभिषेक जून ६, १६७४ राज्यव्याप्ती पश्चिम महाराष्ट्र, कोकण, सह्याद्री डॊंगररांगांपासून नागपूरपर्यंत आणि उत्तर महाराष्ट्र, खानदेशापासून दक्षिण भारतात तंजावरपर्यंत राजधानी रायगड किल्ला पूर्ण नाव शिवाजीराजे शहाजीराजे भोसले जन्म फेब्रुवारी १९, १६३० शिवनेरी किल्ला, पुणे मृत्यू एप्रिल ३, १६८० रायगड उत्तराधिकारी छत्रपती संभाजीराजे भोसले वडील शहाजीराजे भोसले आई जिजाबाई पत्नी सईबाई, सोयराबाई, पुतळाबाई, काशीबाई, सकवारबाई लक्ष्मीबाई सगणाबाई गुणवंतीबाई राजघराणे भोसले राजब्रीदवाक्य प्रतिपच्चंद्रलेखेव वर्धिष्णुर्विश्ववंदिता शाहसुनोः शिवस्यैषा मुद्रा भद्राय राजते। चलन होन, शिवराई, (सुवर्ण होन, रुप्य होन??) छत्रपती शिवाजीराजे भोसले (१९ फेब्रुवारी १६३० ते ३ एप्रिल १६८०) हे इ.स. १८१८ पर्यंत टिकलेल्या आणि आपल्या परमोत्कर्षाच्या अवस्थेत भारतीय उपखंडाचा बराचसा भाग व्यापणाऱ्या मराठा साम्राज्याचे संस्थापक होते. जनता त्यांना शिवराय, शिवाजी महाराज किंवा राजे नावाने संबोधते. भोसले कुळातील या सुपुत्राने विजापूरच्या आदिलशाहीविरुद्ध आणि मोगल साम्राज्याविरुद्ध ऐतिहासिक संघर्ष करून मराठा स्वराज्य स्थापन केले. रायगड ही राजधानी असलेले स्वतंत्र मराठा राज्य शिवाजीने उभे केले आणि इ.स. १६७४ मध्ये छत्रपती म्हणून राज्याभिषेक करवून घेतला. महाराष्ट्रात, छत्रपती शिवाजी हे शिवाजीराजा, शिवाजीराजे, शिवबा, शिवबाराजे, शिव, शिवराय, शिवा अशा अनेक नावांनी ओळखले जातात. शिवाजीचा जन्मदिवस हा ‘शिवजयंती’ म्हणू...