शिवाजी महाराज की कुल कितनी पत्नियां थी

  1. शिवाजी महाराज की कितनी पत्नियाँ है ( how many wife of shivaji maharaj )
  2. Shivaji Maharaj Jayanti 2022 छत्रपति शिवाजी महाराज पर निबंध भाषण कोट्स आदि
  3. Shivaji Maharaj
  4. शिवाजी
  5. शिवाजी महाराज
  6. छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj)
  7. History Of Shivaji Maharaj In Hindi
  8. शिवाजी महाराज की कितनी पत्नियाँ है ( how many wife of shivaji maharaj )
  9. Shivaji Maharaj Jayanti 2022 छत्रपति शिवाजी महाराज पर निबंध भाषण कोट्स आदि
  10. शिवाजी महाराज


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शिवाजी महाराज की कितनी पत्नियाँ है ( how many wife of shivaji maharaj )

छत्रपति शिवाजी भोसले का जन्म 19 फरवरी 1630 में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था | छत्रपति शिवाजी भोसले, भारत के एक महान राजा एवं रणनीतिकार थे | जिन्होंने 1674 में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी | इन्होंने मुगल साम्राज्य के शासक औरंगज़ेब से आजीवन संघर्ष किया। सन् 1674 में रायगढ़ में उनका राज्याभिषेक हुआ और वह "छत्रपति" की उपाधि प्राप्त हुई । इसके बाद ही उन्हें Chhatrapati Shivaji Maharaj ( छत्रपति शिवाजी महाराज ) कहा जाने लगा | Chhatrapati Shivaji Maharaj ( छत्रपति शिवाजी महाराज ) के पिता शाहजी भोंसले एक शक्तिशाली सामंत थे और Chhatrapati Shivaji Maharaj ( छत्रपति शिवाजी महाराज ) की माता जीजाबाई जाधव एक प्रतिभाशाली महिला थी। Chhatrapati Shivaji Maharaj ki wifes ( छत्रपति शिवाजी महाराज की पत्नियाँ ) :- छत्रपति शिवाजी महाराज की पत्नियाँ 8 पत्नियाँ थी | वैवाहिक राजनीति के जरिए उन्होंने सभी मराठा सरदारों को एक छत्र के नीचे लाने में सफलता प्राप्त की। 1. सईबाई निंबालकर :- Chhatrapati Shivaji Maharaj ( छत्रपति शिवाजी महाराज ) की पहली पत्नी का नाम सईबाई निंबालकर थी तथा Chhatrapati Shivaji Maharaj ( छत्रपति शिवाजी महाराज ) और सईबाई निंबालकर का विवाह सन् 14 मई 1640 में लाल महल, पुणे में हुआ था। छत्रपति शिवाजी महाराज की पत्नी सईबाई निंबालकर का जन्म 1633 में महाराष्ट्र के फलटण में हुआ था | सईबाई निंबालकर के पिता का नाम मुधोजीराव नायक निम्बालकर था तथा सईबाई निंबालकर की माता का नाम रेऊ बाई था | सईबाई निंबालकर हिन्दू धर्म को मानती है | सईबाई निंबालकर के चार पुत्र थे - 1. संभाजी 2. रानूबाई 3. सखूबाई 4. अंबिकाबाई सईबाई निंबालकर का निधन 05 सितम्बर 1659 पुणे , राजगढ़ में हुआ | 2. सोयराबाई...

Shivaji Maharaj Jayanti 2022 छत्रपति शिवाजी महाराज पर निबंध भाषण कोट्स आदि

Essay On Chhatrapati Shivaji Maharaj Speech Quotes Images Wishes भारतमेंहरसालमहानमराठासम्राट, छत्रपतिशिवाजीमहाराजकी 393 वींजयंती 19 फरवरीकोदेशभरमेंमनाईजातीहै।इसदिनकोछत्रपतिशिवाजीमहाराजजयंती, शिवाजीजयंतीयाशिवजयंतीभीकहाजाताहै।छत्रपतिशिवाजीमहाराजकाजन्म 19 फरवरी 1627 कोशिवनेरीमहाराष्ट्रमेंहुआ।उनकेपिताकानामशाहजीऔरमाताकानामजिजाबाईथा।महानमराठाराजाशिवाजीकेजन्मदिवसको 19 फरवरीकोजयंतीकेरूपमेंमनायाजाताहै। छत्रपतिशिवाजीजीवनपरिचय मराठासाम्राज्यकेसंस्थापकछत्रपतिशिवाजीकापूरानामशिवाजीभोसलेथा।शिवाजीभोंसले, जिन्हेंशिवाजीमहाराजकेनामसेभीजानाजाताहै।उनकेसाहसकीकोईसीमानहींथी।स्कूलकॉलेजऔरप्रतियोगीतापरीक्षाओंकेलिएशिवाजीमहाराजपरनिबंधभाषणलिखनेकेलिएदियाजाताहै।ऐसेमेंकरियरइंडियाआपकेलिएछत्रपतिशिवाजीपरनिबंधभाषणकाड्राफ्टलेकरआयाआयाहै, जिसकीमददसेछात्रआसानीसेछत्रपतिशिवाजीपरनिबंधभाषणलिखसकतेहैं। छत्रपतिशिवाजीनेहमेशाप्रजाकेलिएअन्यायकेखिलाफलड़करलोगोंकीभलाईकी।मराठासाम्राज्यदुनियाकेप्रतिष्ठितसाम्राज्योंमेंसेएकहै, जिसनेकभीगुलामीकोनहींअपनाया।छत्रपतिशिवाजीमहाराजएकमराठायोद्धाऔरपश्चिमीभारतमेंमराठासाम्राज्यकेसंस्थापकशासकथे।भारतऔरअन्यदेशोंमेंभीउन्हेंआजभीअपनेसमयकासबसेमहानयोद्धामानाजाताहै।उन्हेंसैन्यरणनीतिकार, कुशलप्रशासकऔरवीरयोद्धाकेरूपमेंजानाजाताहै।शिवाजीभोंसलेकाजन्मशाहजीभोंसलेकेशाहीपरिवारमेंहुआथा। उन्होंनेमराठासाम्राज्यकीस्थापनाकीजिसनेशक्तिशालीमुगलोंकोभीभयभीतकरदियाथा। 19 फरवरी 1627 कोशिवनेरीमेंजन्मेशिवाजीशाहजीकेगौरवशालीपुत्रथे।शिवाजीकीमाताजीजाबाईभीव्यक्तित्वमेंबहुतमजबूतथीं।वहगुणीथीऔरउन्होंनेअपनेबेटेकोनिडरबनानेकेलिएउचितशिक्षादी।शिवाजीरामायणऔरमहाभारतकीवीरताऔरमहिमाकोसुनतेहुएबड़ेहुएहैं।उन्होंनेइनदोनोंमहाकाव्योंकीशिक्षाओंकाभीप...

Shivaji Maharaj

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शिवाजी

अनुक्रम • 1 आरम्भिक जीवन • 2 वैवाहिक जीवन • 3 सैनिक वर्चस्व का आरम्भ • 3.1 दुर्गों पर नियंत्रण • 3.2 शाहजी की बन्दी और युद्धविराम • 4 प्रभुता का विस्तार • 4.1 मुगलों से पहली मुठभेड़ • 4.2 कोंकण पर अधिकार • 4.3 बीजापुर से संघर्ष • 5 मुगलों से संघर्ष • 5.1 सूरत में लूट • 5.2 आगरा में आमंत्रण और पलायन • 6 राज्याभिषेक • 6.1 दक्षिण में विजय • 7 मृत्यु और उत्तराधिकार • 8 शासन और व्यक्तित्व • 9 राजमुद्रा • 9.1 धार्मिक नीति • 9.2 चरित्र • 10 प्रमुख तिथियां और घटनाएं • 11 इन्हें भी देखें • 12 सन्दर्भ • 13 बाहरी कड़ियां आरम्भिक जीवन शिवाजी का जन्म 19 फरवरी, 1630 को वैवाहिक जीवन शिवाजी का विवाह सन् 14 मई 1640 में शिवाजी की पत्नियाँ: • • सोयराबाई मोहिते– ( • सकवरबाई गायकवाड – (कमलाबाई) • सगुणाबाई शिर्के – (राजकुवरबाई) • पुतलाबाई पालकर • काशीबाई जाधव • लक्ष्मीबाई विचारे • गुंवांताबाई इंगले सैनिक वर्चस्व का आरम्भ उस समय उस समय दुर्गों पर नियंत्रण रोहिदेश्वर का दुर्ग सबसे पहला दुर्ग था जिसके शिवाजी महाराज ने सबसे पहले अधिकार किया था। उसके बाद तोरणा का दुर्ग जो शाहजी राजे को एक अश्वारोही सेना का गठन कर शिवाजी महाराज ने आबाजी सोन्देर के नेतृत्व में शाहजी की बन्दी और युद्धविराम बीजापुर का सुल्तान शिवाजी महाराज की हरकतों से पहले ही आक्रोश में था। उसने शिवाजी महाराज के पिता को बन्दी बनाने का आदेश दे दिया। शाहजी राजे उस समय प्रभुता का विस्तार शाहजी की मुक्ति की शर्तों के मुताबिक शिवाजी राजाने बीजापुर के क्षेत्रों पर आक्रमण तो नहीं किया पर उन्होंने दक्षिण-पश्चिम में अपनी शक्ति बढ़ाने की चेष्टा की। पर इस क्रम में जावली का मुगलों से पहली मुठभेड़ शिवाजी के बीजापुर तथा कोंकण पर अधिकार बीजापुर से सं...

शिवाजी महाराज

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छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj)

जब कभी मराठा साम्राज्य की बात आती है तो सबसे पहले शिवाजी महाराज का नाम सामने आता हैं. शिवाजी महाराज मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। वीर शिवाजी एक बहादुर, बुद्धिमान और निडर मराठा शासक थे. वे काफी धार्मिक थे. बचपन में उन्हें रामायण और महाभारत पढ़ने का बहुत शौक था। छत्रपति शिवाजी महाराज पश्चिमी भारत में मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। छत्रपति शिवाजी को महाराज के नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय योद्धा राजा और भोंसले मराठा वंश के सदस्य थे। शिवाजी ने एक अनुशासित सैन्य और अच्छी तरह से संरचित प्रशासनिक संगठनों की मदद से एक सक्षम और प्रगतिशील नागरिक शासन की स्थापना की।उन्हें अपने समय के सबसे महान योद्धाओं में से एक माना जाता है और आज भी लोककथाओं के एक हिस्से के रूप में उनके कारनामों की कहानियां सुनाई जाती हैं। अपनी वीरता और महान प्रशासनिक कौशल के साथ, शिवाजी ने बीजापुर के पतनशील आदिलशाही सल्तनत से एक एन्क्लेव बनाया। छत्रपति शिवाजी भारत के सबसे बहादुर, सबसे प्रगतिशील और समझदार शासकों में से एक थे।यह अंततः मराठा साम्राज्य की उत्पत्ति बन गया। शिवाजी ने अपना शासन स्थापित करने के बाद एक अनुशासित सैन्य और सुस्थापित प्रशासनिक व्यवस्था की मदद से एक सक्षम और प्रगतिशील प्रशासन लागू किया। शिवाजी अपनी नवोन्मेषी सैन्य रणनीति के लिए जाने जाते हैं, जो गैर-पारंपरिक तरीकों के आसपास केंद्रित है, जो अपने अधिक शक्तिशाली दुश्मनों को हराने के लिए भूगोल, गति और आश्चर्य जैसे रणनीतिक कारकों का लाभ उठाते हैं। उन्होंने सैन्य रणनीति का आविष्कार किया, गैर-पारंपरिक तरीकों का नेतृत्व किया, जिसने भूगोल, गति और आश्चर्य जैसे रणनीतिक कारकों का लाभ उठाया और अपने बड़े और अधिक शक्तिशाली दुश्मनों को हराने के लिए पिनपॉ...

History Of Shivaji Maharaj In Hindi

दोस्तों! ज़ाहिर है कि शिवाजी महाराज का नाम आप सभी ने अवश्य सुना होगा। भारतीय इतिहास में उनका नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा जाता है। उन्होंने भारत की अखंडता के लिए कई बलिदान दिए हैं। आपने उनके बारे में स्कूल कॉलेज या फिर कही और पढ़ा होगा। लेकिन अगर आपकी जानकारियों में वक़्त की धुंधलाहट आ गई है तो अब वक़्त है उसको मिटाने का। इस आर्टिकल में आप शिवाजी महाराज के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे। तो आइये शुरू करते हैं शिवाजी महाराज का इतिहास (history of Shivaji Maharaj in hindi): छत्रपति शिवाजी महाराज कौन थे? (Chhatrapati Shivaji Maharaj Kaun The) भारत की इस पावन धरती पर कई महान राजा और राजनयिक हुए हैं, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए हँसते-हँसते अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। परन्तु जब भी कभी पराक्रमी हिन्दू मराठा राजाओं की बात होती है, तो वीर शिवाजी का नाम सबसे पहले लिया जाता है। लोगों ने अपनी-अपनी कल्पना के हिसाब से इनकी अलग-अलग छवि बनाई है। परन्तु हम उन्हें भारतीय गणराज्य के महा नायक के रूप में जानते हैं। शिवाजी एक कुशल रणनीतिकार थे, जिन्होंने 1674 ई. के लगभग पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी। शिवाजी ने भारत को मुगलों की अधीनता से आज़ाद करवाने के लिए कई लड़ाइयां लड़ी और भारत में ढ़लती भारतीय और मराठा संस्कृति को एक नई दिशा प्रदान की। उनकी युद्ध प्रणालियाँ अद्वितीय थी और आज भी उसे लोगों द्वारा अपनाया जाता है। महाराष्ट्र के ये राजा बेहद कुशल, दयालु, बहादुर, निडर, और बुद्धिमानी होने के साथ-साथ बहुमुखी प्रतिभा के धनी भी थे। इसके साथ ही वे बहुत धार्मिक भी थे और बचपन से ही रामायण और महाभारत के अभ्यास में उनकी बहुत रुचि थी। आइये अब शिवाजी महाराज का इतिहास (history of Shi...

शिवाजी महाराज की कितनी पत्नियाँ है ( how many wife of shivaji maharaj )

छत्रपति शिवाजी भोसले का जन्म 19 फरवरी 1630 में शिवनेरी दुर्ग में हुआ था | छत्रपति शिवाजी भोसले, भारत के एक महान राजा एवं रणनीतिकार थे | जिन्होंने 1674 में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी | इन्होंने मुगल साम्राज्य के शासक औरंगज़ेब से आजीवन संघर्ष किया। सन् 1674 में रायगढ़ में उनका राज्याभिषेक हुआ और वह "छत्रपति" की उपाधि प्राप्त हुई । इसके बाद ही उन्हें Chhatrapati Shivaji Maharaj ( छत्रपति शिवाजी महाराज ) कहा जाने लगा | Chhatrapati Shivaji Maharaj ( छत्रपति शिवाजी महाराज ) के पिता शाहजी भोंसले एक शक्तिशाली सामंत थे और Chhatrapati Shivaji Maharaj ( छत्रपति शिवाजी महाराज ) की माता जीजाबाई जाधव एक प्रतिभाशाली महिला थी। Chhatrapati Shivaji Maharaj ki wifes ( छत्रपति शिवाजी महाराज की पत्नियाँ ) :- छत्रपति शिवाजी महाराज की पत्नियाँ 8 पत्नियाँ थी | वैवाहिक राजनीति के जरिए उन्होंने सभी मराठा सरदारों को एक छत्र के नीचे लाने में सफलता प्राप्त की। 1. सईबाई निंबालकर :- Chhatrapati Shivaji Maharaj ( छत्रपति शिवाजी महाराज ) की पहली पत्नी का नाम सईबाई निंबालकर थी तथा Chhatrapati Shivaji Maharaj ( छत्रपति शिवाजी महाराज ) और सईबाई निंबालकर का विवाह सन् 14 मई 1640 में लाल महल, पुणे में हुआ था। छत्रपति शिवाजी महाराज की पत्नी सईबाई निंबालकर का जन्म 1633 में महाराष्ट्र के फलटण में हुआ था | सईबाई निंबालकर के पिता का नाम मुधोजीराव नायक निम्बालकर था तथा सईबाई निंबालकर की माता का नाम रेऊ बाई था | सईबाई निंबालकर हिन्दू धर्म को मानती है | सईबाई निंबालकर के चार पुत्र थे - 1. संभाजी 2. रानूबाई 3. सखूबाई 4. अंबिकाबाई सईबाई निंबालकर का निधन 05 सितम्बर 1659 पुणे , राजगढ़ में हुआ | 2. सोयराबाई...

Shivaji Maharaj Jayanti 2022 छत्रपति शिवाजी महाराज पर निबंध भाषण कोट्स आदि

Essay On Chhatrapati Shivaji Maharaj Speech Quotes Images Wishes भारतमेंहरसालमहानमराठासम्राट, छत्रपतिशिवाजीमहाराजकी 393 वींजयंती 19 फरवरीकोदेशभरमेंमनाईजातीहै।इसदिनकोछत्रपतिशिवाजीमहाराजजयंती, शिवाजीजयंतीयाशिवजयंतीभीकहाजाताहै।छत्रपतिशिवाजीमहाराजकाजन्म 19 फरवरी 1627 कोशिवनेरीमहाराष्ट्रमेंहुआ।उनकेपिताकानामशाहजीऔरमाताकानामजिजाबाईथा।महानमराठाराजाशिवाजीकेजन्मदिवसको 19 फरवरीकोजयंतीकेरूपमेंमनायाजाताहै। छत्रपतिशिवाजीजीवनपरिचय मराठासाम्राज्यकेसंस्थापकछत्रपतिशिवाजीकापूरानामशिवाजीभोसलेथा।शिवाजीभोंसले, जिन्हेंशिवाजीमहाराजकेनामसेभीजानाजाताहै।उनकेसाहसकीकोईसीमानहींथी।स्कूलकॉलेजऔरप्रतियोगीतापरीक्षाओंकेलिएशिवाजीमहाराजपरनिबंधभाषणलिखनेकेलिएदियाजाताहै।ऐसेमेंकरियरइंडियाआपकेलिएछत्रपतिशिवाजीपरनिबंधभाषणकाड्राफ्टलेकरआयाआयाहै, जिसकीमददसेछात्रआसानीसेछत्रपतिशिवाजीपरनिबंधभाषणलिखसकतेहैं। छत्रपतिशिवाजीनेहमेशाप्रजाकेलिएअन्यायकेखिलाफलड़करलोगोंकीभलाईकी।मराठासाम्राज्यदुनियाकेप्रतिष्ठितसाम्राज्योंमेंसेएकहै, जिसनेकभीगुलामीकोनहींअपनाया।छत्रपतिशिवाजीमहाराजएकमराठायोद्धाऔरपश्चिमीभारतमेंमराठासाम्राज्यकेसंस्थापकशासकथे।भारतऔरअन्यदेशोंमेंभीउन्हेंआजभीअपनेसमयकासबसेमहानयोद्धामानाजाताहै।उन्हेंसैन्यरणनीतिकार, कुशलप्रशासकऔरवीरयोद्धाकेरूपमेंजानाजाताहै।शिवाजीभोंसलेकाजन्मशाहजीभोंसलेकेशाहीपरिवारमेंहुआथा। उन्होंनेमराठासाम्राज्यकीस्थापनाकीजिसनेशक्तिशालीमुगलोंकोभीभयभीतकरदियाथा। 19 फरवरी 1627 कोशिवनेरीमेंजन्मेशिवाजीशाहजीकेगौरवशालीपुत्रथे।शिवाजीकीमाताजीजाबाईभीव्यक्तित्वमेंबहुतमजबूतथीं।वहगुणीथीऔरउन्होंनेअपनेबेटेकोनिडरबनानेकेलिएउचितशिक्षादी।शिवाजीरामायणऔरमहाभारतकीवीरताऔरमहिमाकोसुनतेहुएबड़ेहुएहैं।उन्होंनेइनदोनोंमहाकाव्योंकीशिक्षाओंकाभीप...

शिवाजी महाराज

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