शिवरात्रि के व्रत में खाना कब खाते हैं 2022

  1. You Can Eat These 5 Foods On Mahashivratri While Fasting
  2. Maha Shivratri 2022:भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए महाशिवरात्रि में क्या खाएं और क्या नहीं, जानें यहां
  3. शिवरात्रि के व्रत में शाम को क्या खाते हैं?
  4. मासिक शिवरात्रि व्रत 2022 लाभ व तिथियाँ
  5. 2022 मासिक शिवरात्रि व्रत तिथियां
  6. Maha Shivaratri Fasting Rules Keep these things in mind during fast know what to eat and what to avoid
  7. Maha Shivratri 2022:महाशिवरात्रि के व्रत में नहीं करते हैं नमक का सेवन, तो बनाएं ये फलाहारी रेसिपी
  8. शिवरात्रि के व्रत में खाना कब खाते हैं?
  9. 2022 मासिक शिवरात्रि व्रत तिथियां
  10. शिवरात्रि के व्रत में शाम को क्या खाते हैं?


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You Can Eat These 5 Foods On Mahashivratri While Fasting

Mahahivratri 2022: महाशिवरात्रि के मौके पर अनेक भक्त महादेव (Mahadev) को खुश करने के लिएतरह-तरह के प्रसाद और भोग बनाते हैं. वे इस प्रसाद को पूजा करने के बाद ग्रहण करते हैं. वे भक्त जो महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का व्रत रखते हैं उन्हें विशेष प्रसाद खाने की सलाह दी जाती है जो उनके शरीर को ताकतदे जिससे वे अपने प्रभु की भक्ति में पूरे मन से डूब सकें. इस वर्ष महाशिवरात्रि 01 मार्च के दिन मनाई जानी है. इस दिन व्रत रखने वालों के लिए ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिन्हें खाना मान्यताओं के अनुसार शुभमाना जाता है. आइए जानें, ये खाद्य पदार्थ कौन से हैं. बादाम के दूध को पीने से आपको व्रत रखने पर भरपूर पोषण तो मिलेगा ही, साथ ही इसका सेवन महाशिवरात्रि के दिन बेहद शुभ माना जाता है. जो व्रत नहीं भी रखते वे भी इसे पी सकते हैं. इसे बनाना भी बेहद आसान है. बादाम को धो कर उसे तकरीबन 2 घंटे भिगो कर रखें और फिर उसके छिलके उतार लें. इसे दूध में मिलाकर केसर, पिस्ता, चीनी, इलायची डालकर पीस लें, बादाम का दूध (Badam ka dudh)तैयार है. दूध से बनी चीजें बादाम के दूध (Almond Milk) के अलावा सादा दूध, दही, बर्फी, खीर आदि जो भी चीजें दुग्ध पदार्थों से बनती हैं उन्हें महाशिवरात्रिके दिन खाना शुभ मानते हैं. ड्राई फ्रूट्स महाशिवरात्रिके दिन ड्राई फ्रूट्स खाना ना सिर्फ शुभ माना जाता है बल्कि इन्हें खाने पर पेट भी भरा हुआ महसूस होता है जिससे आप और अधिक सुलभता से महादेव की भक्ति में लीन हो सकते हैं. साबूदाना साबूदाने का सेवन महाशिवरात्रि के दिन किया जा सकता है. आप इसकी खीर बनाकर या फिर आलू में डालकर चटपटा बनाकर भी खा सकते हैं. इसकी खीर साधारण खीर की तरह ही बनती है बस फर्क इतना है कि चावल की जगह दूध में साबूदाना डाला जा...

Maha Shivratri 2022:भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए महाशिवरात्रि में क्या खाएं और क्या नहीं, जानें यहां

महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस पवित्र दिन पर भक्त व्रत-उपवास करते हैं। भगवान भोलेनाथ की पूजा और अर्चना करते हैं। शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं। भगवान शिव को प्रसन्न करना आसान होता है। सच्ची आस्था और निश्चल मन से भगवान को नमन करके अगर आप कुछ मांगते हैं तो वह आप पर प्रसन्न हो सकते हैं। कुछ लोग शिवरात्रि के दिन व्रत रहते हैं लेकिन अगर आप शिवरात्रि का व्रत नहीं रख पा रहे तो कुछ वर्जित चीजों को खाने से परहेज कर सकते हैं। इस बार शिवरात्रि एक मार्च 2022 को मनाई जा रही है। इस मौके पर अगर आप भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो अन्न ग्रहण न करके व्रत रख सकते हैं। आपको पता होना चाहिए कि शिवरात्रि के पावन दिन पर क्या खा सकते हैं और क्या भूल से भी नहीं खाना चाहिए। चलिए जानते हैं कि शिवरात्रि के दिन क्या खाएं और किन चीजों के सेवन से करें परहेज। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें लाइफ़स्टाइल जगत (Lifestylesection) की अन्य खबरें जैसे हेल्थ एंड फिटनेस न्यूज़(Health and fitness news), लाइव फैशन न्यूज़, (live fashion news) लेटेस्ट फूड न्यूज़ इन हिंदी , (latest food news) रिलेशनशिप न्यूज़(relationship news in Hindi) और यात्रा(travel news in Hindi) आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़ ( रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android

शिवरात्रि के व्रत में शाम को क्या खाते हैं?

Table of Contents Show • • • • Updated Thu, 20th Feb 2020 04:26 PM IST भगवान शिव की आराधना के लिए महाशिवरात्रि बहुत खास मानी गई है। महाशिवरात्रि का पर्व इस साल 21 फरवारी शुक्रवार यानी कल मनाई जाएगी। शिवरात्रि हर महीने के कृष्‍णपक्ष चतुर्दशी पर आती है। लेकिन जो शिवरात्रि फाल्गुन कृष्‍ण चतुर्दशी को आती है उसे महाशिवरात्रि कहते हैं और इसका महत्व बहुत माना गया है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह इस दिन हुआ था। भगवान शिव की पूजा-अर्चना इस दिन भक्त करते हैं साथ ही वह व्रत भी रखते हैं। व्रत के दौरान कई ऐसी चीजें होती हैं जिनको नहीं खाना चाहिए और सात्विक भोजन ही महाशिवरात्रि के दिन खाया जाता है। ये चीजें व्रत में खाएं 1. जो लोग महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखते हैं वह शरीर में पानी की कमी न हो इसके लिए जूस का सेवन कर सकते हैं। साथ ही जूस पीने से शरीर में एनर्जी भी आती है। आप अनार या संतरे का जूस पी सकते हैं। शिवरात्रि व्रत में किन चीजों से करें परहेज- - शिवरात्रि के व्रत में मांसाहार और भारी भोजन खाने से पूरी तरह परहेज करना चाहिए। - शिवरात्रि के व्रत के भोजन में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। -जिन लोगों को गैस या एसिडिटी की समस्या होती हो वो व्रत के दिन चाय और कॉफी का सेवन कम करें। शिवरात्रि का व्रत कैसे खोलते हैं?

मासिक शिवरात्रि व्रत 2022 लाभ व तिथियाँ

मासिक शिवरात्रि व्रत 2022 लाभ व तिथियाँ | Masik Shivaratri Benefits In Hindi:सभी भक्तों को मास/ मासिक शिवरात्रि व्रत की शुभेच्छा. वर्ष भर प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की 14 वी अर्थात चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाता हैं. जीवन के तमाम संकटों, कठिनाइयों, बालिकाओं द्वारा मनचाहे वर की प्राप्ति तथा संतान प्राप्ति के लिए शिवभक्तों द्वारा मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाता हैं. मासिक शिवरात्रि व्रत 2022 लाभ व तिथियाँ | Masik Shivaratri Benefits In Hindi जब शिवरात्रि का नाम आता हैं तो स्वतः ही दिलोदिमाग में कैलाशपति शिवजी की प्रतिमा मानस पटल पर आ जाती हैं. वैसे तो आस्तिकों का हर दिन सृष्टि के पालनहार और संहारक भोलेनाथ के नाम होता हैं, मगर हर माह की शिवरात्रि का दिन तो इन्हें ही समर्पित हैं. मासिक शिवरात्रि का व्रत हरेक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को रखा जाता हैं. वर्ष 2022 में मासिक शिवरात्रि कब हैं तिथि महत्व कथा तथा पूजा विधि क्या हैं यहाँ हम जानेगे. मासिक शिवरात्रि का व्रत क्यों रखा जाता हैं इसका महत्व प्राचीनकाल से ही शिवरात्रि के दिन व्रत रखने की परम्परा हैं. हिन्दू शास्त्रों में इस व्रत के महत्व को बताया गया हैं. रामचरित मानस में भी तुलसीदास जी ने शिवरात्रि के व्रत के महत्व को उद्घाटित करते हुए लिखा- कि माता सीता ने योग्य वर प्राप्ति के लिए भगवान् शंकर का शिवरात्रि व्रत कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया था. हिन्दू शास्त्रों में लक्ष्मी, इंद्राणी, सरस्वती, गायत्री, सावित्री, सीता, पार्वती ने भी शिव रात्रि के व्रत को किया था. व्रत करने वाले साधक को प्रदोष काल के मुहूर्त में भगवान शिवजी की पूजा अर्चना करनी चाहिए. Masik Shivaratri Benefits In Hindi भगवान् शिव क...

2022 मासिक शिवरात्रि व्रत तिथियां

महत्वपूर्ण जानकारी • हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह शिवरात्रि का व्रत कृष्ण पक्ष के दौरान चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि के रूप में जाना जाता है। शिवरात्रि शिव और शक्ति के अभिसरण का महान पर्व है। मासिक का अर्थ है ‘महा या महीना’ और शिवरात्रि का अर्थ है ‘भगवान शिव की रात’। भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार, महा शिवरात्रि की मध्यरात्रि में भगवान शिव लिंग के रूप में प्रकट हुए थे। शिव लिंग की पूजा सबसे पहले भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा ने की थी। यह दिन हर महीने मनाया जाता है जबकि महाशिवरात्रि साल में एक बार आती है। मासिक शिवरात्रि का व्रत, मनोवांछित सहयोगियों की प्राप्ति में मदद करता है। भक्त, जो मासिक शिवरात्रि व्रत का पालन करना चाहते हैं, वे इसे महाशिवरात्रि के दिन से शुरू कर सकते हैं और इसे एक साल तक जारी रख सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव की कृपा से मासिक शिवरात्रि व्रत का पालन करने से असंभव और कठिन कार्य को पूरा किया जा सकता है। भक्तों को शिवरात्रि के दौरान जागते रहना चाहिए और आधी रात के दौरान शिव पूजा करनी चाहिए। अविवाहित महिलाएं विवाह करने के लिए इस व्रत का पालन करती हैं और विवाहित महिलाएं अपने विवाहित जीवन में शांति और शांति बनाए रखने के लिए इस व्रत का पालन करती हैं। मासिक शिवरात्रि व्रत तिथि 2022 इस प्रकार है:- मासिक शिवरात्रि व्रत जनवरी में शनिवार, 01 जनवरी 2022 पौष, कृष्ण चतुर्दशी 01 जनवरी 2022 सुबह 07:17 बजे - 02 जनवरी 2022 दोपहर 03:41 बजे रविवार, 30 जनवरी 2022 माघ, कृष्ण चतुर्दशी 30 जनवरी 2022 शाम 05:28 बजे - 31 जनवरी 2022 दोपहर 02:18 बजे मासिक शिवरात्रि व्रत मार्च में मंगलवार, 01 मार्च 2022 फाल्गुन, कृष्ण चतुर्दशी, 01 मार्च 03:16 2022 पूर्वाह्न - 02 मार्च 01:...

Maha Shivaratri Fasting Rules Keep these things in mind during fast know what to eat and what to avoid

Mahashivratri 2022 Vrat Niyam: हिंदुओं में महाशिवरात्रि का खास महत्व है। इस दिन विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा की जाती है। महाशिवरात्रि का पर्व इस बार 01 मार्च 2022 को मनाया जाएगा। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसलिए इस दिन पूरे विधि-विधान से भगवान शिव की अराधना की जाती है। साथ ही इस दिन शिव भक्त व्रत भी रखते हैं। महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखने के कुछ खास नियम होते हैं जिनका पालन करना काफी जरूरी होता है। ऐसे में अगर आप भी महाशिवरात्रि का व्रत रखने जा रहे हैं तो आपको ध्यान रखना होगा कि इस दौरान क्या खाएं और क्या ना खाएं। आलू और मखाना: आलू वैसे भी सबकी पसंददीदा सब्जियों में एक है, लेकिन आलू ही एक ऐसी सब्जी है जिसे हर व्रत में सेवन किया जाता है। पूरे दिन भूखे रहने पर शरीर में कम हुए ब्लड शुगर लेवल और ताकत बढ़ाने में आलू मदद करता है। मखाने में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। मखाने का इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधि के तौर पर भी किया जाता है। कुट्टू का आटा: व्रत के समय कुट्टू के आटे की बनी चीज तुरंत ऊर्जा देती है, बल्कि सेहत से जुड़ी परेशानियों को भी दूर करती है। साबुदाना: कुछ लोगों में साबूदाना को लेकर संशय है। लेकिन जो लोग व्रत में इसका सेवन करते हैं। उनके लिए व्रत में साबुदाना सबसे लाभकारी होता है। पेट की परेशानी को दूर करने में भी साबुदाना लाभदायक माना जाता है।

Maha Shivratri 2022:महाशिवरात्रि के व्रत में नहीं करते हैं नमक का सेवन, तो बनाएं ये फलाहारी रेसिपी

महाशिवरात्रि के पावन मौके पर अगर आप भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उपवास रख रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि शिवरात्रि के व्रत में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। वैसे तो अन्य व्रत की तरह की महाशिवरात्रि के व्रत में भी आप फलाहार कर सकते हैं लेकिन व्रत में सफेद नमक खाना वर्जित होता है। व्रत में सफेद नमक न खाने की वजह होता है कि नमक केमिकल बेस्ड होता है यानी इसे शुद्ध नहीं माना जाता। ऐसे में व्रत रहने वाले सेंधा नमक यानी राॅक साॅल्ट का सेवन करते हैं। यह सफेद नमक की तुलना में ज्यादा शुद्ध माना जाता है लेकिन कई लोग शिवजी के व्रत में किसी भी तरह के नमक का सेवन नहीं करते। अगर आप भी महाशिवरात्रि का व्रत रख रहे हैं और सफेद नमक या सेंधा नमक नहीं खाना चाहते तो बिना नमक वाली व्रत की रेसिपी ट्राई कर सकते हैं। फलाहारी में बिना नमक के आप कई तरह की रेसिपी को बना सकते हैं। चलिए जानते हैं उपवास में बिना नमक के खाने की रेसिपी। चटपटे व्रत के आलू बनाने की रेसिपी आसानी से चटपटे व्रत के दही वाले आलू बनाने के लिए उबले आलू को दही में मैश कर लें। ऊपर से भुना जीरा, बारीक कटी हरी मिर्च, हरा धनिया, कुटी काली मिर्च और लाल मिर्च पाउडर मिला लें। अगर आमचूर पाउडर, चाट मसाला या नींबू व्रत में खाते हों तो वो भी मिला लें। इसका स्वाद भी बिना नमक अच्छा लगेगा।

शिवरात्रि के व्रत में खाना कब खाते हैं?

तो इस बार आपका भी मन है महाशिवरात्रि का व्रत करने का? या फिर मम्मी ने कह दिया है तो व्रत तो करना ही पड़ेगा? खैर कारण जो भी हो… कई लोग ऐसे होते हैं जो व्रत करना चाहते हैं पर खाना खाये बिना रह नहीं सकते! इन्हीं के लिए तो प्रसिद्ध है वो कहावत “पहले पेट पूजा फिर काम दूजा”! पर अब अगर व्रत करना ही है ठान ही ली है तो चिंता क्यों करते हो खाने को? फिर भी चलिए इस लेख के जरिये हम आपको बता देते हैं कि शिवरात्रि के व्रत में खाना कब खाते हैं? शिवरात्रि के व्रत में खाना कब खाते हैं? भारत में कई पर्व आते हैं और अधिकांश पर्व का सम्बन्ध हिन्दू धर्म के देवी देवताओं से होता है, जैसे की महाशिवरात्रि का त्यौहार, यह त्यौहार भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन भगवान शिव तथा माता पार्वती का विवाह हुआ था, इसीलिए इसे शिव रात्रि कहा गया है। यह त्यौहार हिन्दू धर्म में बहुत महत्व रखता है, अगर आप इस दिन व्रत रखते हैं और भगवान शिव की आराधना करते हैं तो आपकी सारी मनोकामना पूर्ण होती है तथा आपके कष्ट भी मिट जाते हैं। पर व्रत करने के कई नियम होते हैं जिनका पालन करना अनिवार्य होता है। शिवरात्रि के व्रत नियम • शिवरात्रि के व्रत में आप पुरे दिन केवल फलहार ही कर सकते हैं यानि की जब तक शिवरात्रि रहती है जब तक इस व्रत को करने का नियम है। • व्रत में आप नमक का सेवन नही कर सकते हैं परन्तु सेंधा नमक आवश्यकतानुसार काम में लिया जा सकता है। • व्रत करने वाले व्यक्ति को सुबह जल्दी उठ कर स्नान करने के बाद भगवान शिव के मंदिर जा कर पूजा अर्चना करना होता है तथा जलाभिषेक कर व्रत करने का प्रण लेना होता है इस दिन वह अन्न का सेवन नही कर सकता है केवल फल, आलू, कद्दू, सिंगाड़े, साबूदाने, और अन्य फलिहारी चीजो का ही सेवन कर सकता है। वैसे रो...

2022 मासिक शिवरात्रि व्रत तिथियां

महत्वपूर्ण जानकारी • हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह शिवरात्रि का व्रत कृष्ण पक्ष के दौरान चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि के रूप में जाना जाता है। शिवरात्रि शिव और शक्ति के अभिसरण का महान पर्व है। मासिक का अर्थ है ‘महा या महीना’ और शिवरात्रि का अर्थ है ‘भगवान शिव की रात’। भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार, महा शिवरात्रि की मध्यरात्रि में भगवान शिव लिंग के रूप में प्रकट हुए थे। शिव लिंग की पूजा सबसे पहले भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा ने की थी। यह दिन हर महीने मनाया जाता है जबकि महाशिवरात्रि साल में एक बार आती है। मासिक शिवरात्रि का व्रत, मनोवांछित सहयोगियों की प्राप्ति में मदद करता है। भक्त, जो मासिक शिवरात्रि व्रत का पालन करना चाहते हैं, वे इसे महाशिवरात्रि के दिन से शुरू कर सकते हैं और इसे एक साल तक जारी रख सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव की कृपा से मासिक शिवरात्रि व्रत का पालन करने से असंभव और कठिन कार्य को पूरा किया जा सकता है। भक्तों को शिवरात्रि के दौरान जागते रहना चाहिए और आधी रात के दौरान शिव पूजा करनी चाहिए। अविवाहित महिलाएं विवाह करने के लिए इस व्रत का पालन करती हैं और विवाहित महिलाएं अपने विवाहित जीवन में शांति और शांति बनाए रखने के लिए इस व्रत का पालन करती हैं। मासिक शिवरात्रि व्रत तिथि 2022 इस प्रकार है:- मासिक शिवरात्रि व्रत जनवरी में शनिवार, 01 जनवरी 2022 पौष, कृष्ण चतुर्दशी 01 जनवरी 2022 सुबह 07:17 बजे - 02 जनवरी 2022 दोपहर 03:41 बजे रविवार, 30 जनवरी 2022 माघ, कृष्ण चतुर्दशी 30 जनवरी 2022 शाम 05:28 बजे - 31 जनवरी 2022 दोपहर 02:18 बजे मासिक शिवरात्रि व्रत मार्च में मंगलवार, 01 मार्च 2022 फाल्गुन, कृष्ण चतुर्दशी, 01 मार्च 03:16 2022 पूर्वाह्न - 02 मार्च 01:...

शिवरात्रि के व्रत में शाम को क्या खाते हैं?

Table of Contents Show • • • • Updated Thu, 20th Feb 2020 04:26 PM IST भगवान शिव की आराधना के लिए महाशिवरात्रि बहुत खास मानी गई है। महाशिवरात्रि का पर्व इस साल 21 फरवारी शुक्रवार यानी कल मनाई जाएगी। शिवरात्रि हर महीने के कृष्‍णपक्ष चतुर्दशी पर आती है। लेकिन जो शिवरात्रि फाल्गुन कृष्‍ण चतुर्दशी को आती है उसे महाशिवरात्रि कहते हैं और इसका महत्व बहुत माना गया है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह इस दिन हुआ था। भगवान शिव की पूजा-अर्चना इस दिन भक्त करते हैं साथ ही वह व्रत भी रखते हैं। व्रत के दौरान कई ऐसी चीजें होती हैं जिनको नहीं खाना चाहिए और सात्विक भोजन ही महाशिवरात्रि के दिन खाया जाता है। ये चीजें व्रत में खाएं 1. जो लोग महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखते हैं वह शरीर में पानी की कमी न हो इसके लिए जूस का सेवन कर सकते हैं। साथ ही जूस पीने से शरीर में एनर्जी भी आती है। आप अनार या संतरे का जूस पी सकते हैं। शिवरात्रि व्रत में किन चीजों से करें परहेज- - शिवरात्रि के व्रत में मांसाहार और भारी भोजन खाने से पूरी तरह परहेज करना चाहिए। - शिवरात्रि के व्रत के भोजन में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। -जिन लोगों को गैस या एसिडिटी की समस्या होती हो वो व्रत के दिन चाय और कॉफी का सेवन कम करें। शिवरात्रि का व्रत कैसे खोलते हैं?