शनि जयंती 2023

  1. Shani Jayanti 2023 : आज शनि जयंती! जाणून घ्या शुभ मुहूर्त, पूजाविधी आणि शनि मंत्र
  2. Shani Jayanti 2023 Date and Timing: कब है शनि जंयती, नोट करें डेट, शुभ मूहूर्त और महत्व
  3. Shani Jayanti 2023:आज शुभ योग में शनि जयंती, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र और आरती
  4. Shani Jayanti 2023: शनि जयंती पर्व तिथि व मुहूर्त 2023


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Shani Jayanti 2023 : आज शनि जयंती! जाणून घ्या शुभ मुहूर्त, पूजाविधी आणि शनि मंत्र

Shani Jayanti 2023 : वैदिक ज्योतिषशास्त्रात शनि जयंतीला विशेष महत्त्व आहे. असं म्हणतात या दिवशी सूर्यपुत्र शनिदेवाचा जन्म झाला होता. यंदाची शनि जयंती अतिशय खास आहे. या दिवशी पाच मोठे राजयोग जुळून आले आहेत. त्यामुळे यंदाची शनि जयंती अतिशय भाग्यशाली आणि फायदेशीर ठरणार आहे. या दिवशी शनि प्रकोप कमी करण्यासाठी खास उपाय केल्यास फायदा होतो, असं ज्योतिषशास्त्र अभ्यास म्हणतात. पंचांगानुसार वर्षातून दोन वेळा शनि जयंती येते. एक वैशाख आणि दुसरी ज्येष्ठ महिन्यात. त्यामुळे ज्येष्ठ महिन्यातील शनि जयंती कधी आहे ते जाणून घेऊयात... शनि जयंती 2023 (Shani Jayanti 2023 Date) पंचांगानुसार शनिदेवाची जयंती ही ज्येष्ठ महिन्यातील अमावस्येला साजरी करण्यात येते. तर या महिन्यात अमावस्येसा शुक्रवारी 19 मे 2023 ला असल्याने या दिवशी शनि जयंती आहे. पण हो दक्षिण भारतात वैशाख महिन्याच्या 20 एप्रिल 2023 ला शनि जयंती पाळली जाणार आहे. धार्मिक ग्रथांनुसार या दिवशी सूर्य आणि सावलीच्या संयोगामुळे शनिदेवाचा जन्म झाला अशी मान्यता आहे. (Shani Jayanti 2023 date time puja muhurat Shani mantra and 5 shubh yog in marathi ) शनि जयंती पूजेची वेळ सकाळची वेळ - 07.11 वाजेपासून - 10.35 वाजेपर्यंत (19 मे 2023) दुपारचा मुहूर्त - 12.18 वाजेपासून - 02.00 वाजेपर्यंत (19 मे 2023) संध्याकाळची वेळ - 05.25 वाजेपासून - 07.07 वाजेपर्यंत (19 मे 2023) शनि जयंती पूजा विधी (Shani Dev Puja) ब्रह्म मुहूर्तावर उठून आंघोळ केल्यानंतर पूजा करा. शनि मंदिरात जाऊन मूर्तीवर तेल, फुलं आणि प्रसाद अर्पण करा. त्याशिवाय उडदाची डाळ आणि काळे तीळ अर्पण करा. त्यानंतर मोहरीच्या तेलाचा दिवा लावून शनि चालिसेचं पठण करा. शनिदेव मंत्र (Shani Jayanti 2023 Shani Mant...

Shani Jayanti 2023 Date and Timing: कब है शनि जंयती, नोट करें डेट, शुभ मूहूर्त और महत्व

• • Faith Hindi • Shani Jayanti 2023 Date and Timing: कब है शनि जंयती, नोट कर लें डेट, शुभ मुहूर्त और जानें इसका महत्व Shani Jayanti 2023 Date and Timing: कब है शनि जंयती, नोट कर लें डेट, शुभ मुहूर्त और जानें इसका महत्व Shani Jayanti 2023 Date and Timing: हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि के दिन शनि जयंती मनाई जाती है और हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है. आइए जानते हैं इस बार कब है शनि जयंती? Shani Jayanti 2023 Date and Timing: हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय प्रिय देवता कहा गया है और मान्यता है कि वह कर्माें के अनुसार भक्तों को फल देते हैं. जो व्यक्ति अच्छे कर्म करता है शनिदेव उस पर हमेशा अपनी कृपा बनाए रखते हैं. वहीं जिस व्यक्ति पर श्नि की बुरी दृष्टि पड़ती है उसे जीवन में शारीरिक और मानसिक कष्टों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में शनिदेव का विधि-विधान से पूजन कर उन्हें प्रसन्न करने की सलाह दी जाती है. शास्त्रों के अनुसार शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है और इसके अलावा शनि जयंती का दिन भी शनिदेव की पूजा के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना गया है. आइए जानते हैं इस बार कब हे शनि जयंती और इसका महत्व? Also Read: • • • शनि जयंती 2023 कब है? हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन शनि जयंती मनाई जाती है. इस बार अमावस्या तिथि 18 मई को रात 9 बजकर 42 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 19 मई को रात 9 बजकर 22 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार शनि जयंती इस साल 19 मई 2023 को मनाई जाएगी. शनि जयंती 2023 शुभ मुहूर्त शनि जयंती के दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 11 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 35 तक रहेगा. इसके अलावा दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से लेकर दोपहर 2 बजे तक भी ...

Shani Jayanti 2023:आज शुभ योग में शनि जयंती, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र और आरती

Shani Jayanti 2023 Date Time Puja Vidhi: आज ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि है और आज शनि जयंती मनाई जा रही है। हिंदू पंचांग के अनुसार भगवान शनि का जन्म ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को हुआ था। भगवान शनि को ज्योतिष में न्याय और कर्मफलदाता माना गया है। हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को भगवान शनिदेव का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है शनि की अशुभ छाया जिस किसी पर पड़ जाती है उनके जीवन में उन्हें तमाम तरह की परेशानियां आती है। इन परेशानियों को दूर करने के लिए और कुंडली में मौजूद शनिदोषों से छुटकारा पाने के लिए भगवान शनि देव की पूजा अर्चना की जाती है। आपको बता दें कि इस साल शनि जयंती पर बहुत ही खास और दुर्लभ योग बन रहा है। ऐसे में आइए जानते हैं शनि जयंती के दिन भगवान शनि देव की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र। शनि जयंती 2023 और शुभ योग साल 2023 में शनि जयंती बहुत ही शुभ योग में मनाई जा रही है। इस बार शनि जयंती पर सुबह से लेकर शाम तक शोभन योग रहेगा। इसके अलावा शनि देव स्वयं की राशि कुंभ में विराजमान होंगे और शश महापुरुष योग का निर्माण होगा। वहीं शनि जन्मोत्सव पर गुरु और चंद्रमा की युति से गजकेसरी योग भी रहेगा। गजकेसरी योग को बहुत ही शुभ योग माना जाता है। ऐसे में शनि जयंती पर इस तरह के शुभ योग में भगवान शनि की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी और शनिदेव की विशेष कृपा भी बनी रहेगी। शनि जयंती पर ऐसे करें भगवान शनि की पूजा शनिदेव की पूजा के लिए अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है। ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि पर भगवान शनि का जन्म हुआ था ऐसे में शनि जयंती पर सबसे पहले सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करते हुए भगवान सूर्यदेव को जल...

Shani Jayanti 2023: शनि जयंती पर्व तिथि व मुहूर्त 2023

शनि जयंती या शनिश्चरी अमावस्‍या सनातन धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है जो भगवान शनि के सम्मान में मनाया जाता है। हिन्दू धर्म और ज्योतिष में सूर्य देव के पुत्र भगवान शनि को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। शनि देव को न्याय के देवता माना गया है जो कर्म फल के दाता है अर्थात शनि देव हर मनुष्य को उसके अच्छे या बुरे कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। शनि जयंती 2024 तिथि एवं मुहूर्त शनि जयंती पर कैसे करें शनि देव की पूजा? शनि जयंती को सूर्य पुत्र भगवान शनि के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार, प्रतिवर्ष ज्येष्ठ महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, यह दिन साल 2024 मे 06 जून को है।भगवान शनि सूर्य देव और छाया देवी के पुत्र है और यम व यमुना इनके भाई-बहन है। शनि जयंती पर भगवान शनि का पूजन करना कल्याणकारी होता है। शनि देव की कृपा प्राप्ति के लिए भगवान शनि का पूजन इस प्रकार करें: • शनि जयंती पर व्रती को प्रात:काल स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए। • अब चौकी पर काले रंग के वस्त्र को बिछाएं और उस पर शनिदेव की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। • इसके पश्चात शनि देव के सामने देशी घी या तेल का दीपक जलाएं और धूप दिखाएं। • अब शनि देव की प्रतिमा को पंचगव्य, पंचामृत, इत्र आदि से स्नान करवायें। • इसके बाद कुमकुम, काजल, अबीर, गुलाल आदि के साथ फूल शनिदेव को अर्पित करें। • भगवान शनि को इमरती या तेल से बनी मिठाई का प्रसाद के रूप भोग लगाएं। • पंचोपचार और पूजा के सम्पन्न होने के बाद शनि मंत्र की एक माला का जाप करें। • माला जाप के बाद शनि चालीसा का पाठ करें। • अंत में शनिदेव की आरती करें एवं पूजा संपन्न करें। शनि जयंती का ज...