श्री लक्ष्मी सूक्त पाठ pdf

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[Path PDF] श्री सूक्त पाठ

3.1) श्री सूक्त पीडीएफ कैसे डाउनलोड करें? Sri Suktam Hindi PDF Download श्री सूक्त पाठ | Sri Suktam in Hindi PDF download : नमस्कार भक्तो स्वागत है आपका! श्री सूक्त या श्री सूक्तम महालक्ष्मी की उपासना के लिए ऋग्वेद में वर्णित एक स्तोत्र है श्री सूक्त का पाठ महालक्ष्मी की प्रसन्नता एवं उनकी कृपा प्राप्त कराने वाला है साथ ही व्यापार में वृद्धि, ऋण से मुक्ति और धन प्राप्ति के लिए भी इसका पाठ तथा अनुष्ठान किया जाता है हमने आपको श्री सूक्त पाठ जिसे श्री सूक्तम भी कहा जाता है को PDF में डाउनलोड करने का लिंक नीचे दिया हैं। Shree Suktam Path PDF Article श्री सूक्त पाठ | Sri Suktam PDF PDF Size 0.20 MB No. of Pages 8 Download Link Link given at the end of Article / डाउनलोड लिंक पोस्ट के अंत में दिया गया है Shri Sukt Paath Hindi PDF श्री सूक्त स्पष्ट रूप से सबसे प्रारंभिक संस्कृत भक्ति भजन है, जो श्री को धन, समृद्धि और उर्वरता की हिंदू देवी लक्ष्मी के रूप में पूजता है। यह लक्ष्मी स्तुति ऋग्वेद से ली गई है और बहुत प्रभावी मानी जाती है। श्री सूक्तम को पढ़ना या सुनना धन और समृद्धि प्राप्त करने का सबसे अच्छा उपाय है। श्री सूक्त पाठ PDF हिंदी में 1- ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं, सुवर्णरजतस्त्रजाम् । चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं, जातवेदो म आ वह ।। अर्थ➠ हे जातवेदा (सर्वज्ञ) अग्निदेव! आप सुवर्ण के समान रंगवाली, किंचित् हरितवर्णविशिष्टा, सोने और चाँदी के हार पहननेवाली, चन्द्रवत् प्रसन्नकान्ति, स्वर्णमयी लक्ष्मीदेवी का मेरे लिये आह्वान करें। 2- तां म आ वह जातवेदो, लक्ष्मीमनपगामिनीम् । यस्यां हिरण्यं विन्देयं, गामश्वं पुरूषानहम् ।। अर्थ➠ हे अग्ने! उन लक्ष्मीदेवी का, जिनका कभी विनाश नहीं होता तथा जिनक...

श्री लक्ष्मी सूक्त पढ़ें

पुत्रपौत्रं धनं धान्यं हस्त्यश्वादिगवेरथम्। प्रजानां भवसि माता आयुष्मन्तं करोतु मे॥ धनमग्निर्धनं वायुर्धनं सूर्योधनं वसुः। धनमिन्द्रो बृहस्पतिर्वरुणो धनमस्तु मे॥ वैनतेय सोमं पिब सोमं पिबतु वृत्रहा। सोमं धनस्य सोमिनो मह्यं ददातु सोमिनः॥ न क्रोधो न च मात्सर्यं न लोभो नाशुभा मतिः। भवन्ति कृतपुण्यानां भक्तानां श्रीसूक्तं जापिनाम्॥ सरसिजनिलये सरोजहस्ते धवलतरांशुक गन्धमाल्यशोभे। भगवति हरिवल्लभे मनोज्ञे त्रिभुवनभूतिकरि प्रसीद मह्यम्॥ चन्द्रप्रभां लक्ष्मीमैशानीं सूर्याभांलक्ष्मीमैश्वरीम्। चन्द्र सूर्याग्निसङ्काशां श्रियं देवीमुपास्महे॥ ॥ इति श्रीलक्ष्मी सूक्तम् सम्पूर्णम् ॥ विदेशों में बसे कुछ हिंदू स्वजनों के आग्रह पर श्री लक्ष्मी सूक्त (Lakshmi Suktam) को हम रोमन में भी प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें आशा है कि वे इससे अवश्य लाभान्वित होंगे। पढ़ें यह लक्ष्मीसूक्त (lakshmi suktam path) रोमन में– Read Shri Laxmi Suktam śrī gaṇeśāya namaḥ oṃ padmānane padmini padmapatre padmapriye padmadalāyatākṣi। viśvapriye viśvamano’nukūle tvatpādapadmaṃ mayi sannidhatsva ॥ padmānane padmaūru padmāśrī padmasambhave । tanme bhajasiṃ padmākṣi yena saukhyaṃ labhāmyaham ॥ aśvadāyai godāyai dhanadāyai mahādhane । dhanaṃ me juṣatāṃ devi sarvakāmāṃśca dehi me ॥ putrapautraṃ dhanaṃ dhānyaṃ hastyaśvādigaveratham । prajānāṃ bhavasi mātā āyuṣmantaṃ karotu me ॥ dhanamagnirdhanaṃ vāyurdhanaṃ sūryodhanaṃ vasuḥ । dhanamindro bṛhaspatirvaruṇo dhanamastu me ॥ vainateya somaṃ piba somaṃ pibatu vṛtrahā । somaṃ dhanasya somino mahyaṃ dadātu sominaḥ ॥ na krodho na ca mātsaryaṃ na lobho nāśubhā matiḥ । bhavanti kṛtapuṇyānā...