Shudh padarth kise kehte hain

  1. शुद्ध पदार्थ किसे कहते हैं
  2. padarth kise kahate hain। पदार्थ किसे कहते है । पदार्थो का वर्गीकरण
  3. भौतिक रसायन
  4. धातु किसे कहते हैं? धातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग – rkrstudy.net
  5. 400+ Shudh Ashudh Shabd
  6. हिन्दी किसे कहते है
  7. Shabd aur Pad, शब्द और पद Examples, Definition, difference in Shabd and Pad
  8. भौतिक रसायन
  9. धातु किसे कहते हैं? धातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग – rkrstudy.net
  10. शुद्ध पदार्थ किसे कहते हैं


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शुद्ध पदार्थ किसे कहते हैं

Contents • 1 शुद्ध पदार्थ किसे कहते हैं • 2 शुद्ध पदार्थ की परिभाषा • 3 शुद्ध पदार्थ के प्रकार: • 4 तत्व • 5 तत्व के प्रकार • 6 तत्वों की विशेषताएँ • 7 यौगिक (Compounds): • 8 यौगिकों की विशेषताएँ • 8.1 इस लेख के बारे में: शुद्ध पदार्थ किसे कहते हैं दैनिक जीवन में शुद्ध शब्द का अर्थ रसायन विज्ञान के शुद्ध शब्द के अर्थ की अपेक्षा भिन्न है। साधारण व्यक्ति के लिए शुद्ध पदार्थ का अर्थ होता है कि उस पदार्थ में कोई मिलावट तो नहीं मौलिक कण एक ही प्रकार के हों। है परन्तु वैज्ञानिक दृष्टि से शुद्ध पदार्थ से तात्पर्य उस पदार्थ से है, जिसमें उपस्थित सभी सकता है रासायनिक संघटन या शुद्धता के आधार पर द्रव्य को निम्न प्रकार वर्गीकृत किया जा सकता है। शुद्ध पदार्थ की परिभाषा शुद्ध पदार्थ (Pure Substances): रसायन विज्ञान में शुद्ध पदार्थ वह होता है, जिसमें उपस्थित सभी कण समान रासायनिक प्रकृति के हों। अर्थात् एक शुद्ध पदार्थ समान प्रकार के कणों से मिलकर बना होता है। सभी पदार्थ दो या दो से अधिक शुद्ध अवयवों के संयोग से बनते हैं। उदाहरण- समुद्र का जल, खनिज, मिट्टी इत्यादि मिश्रण है। शुद्ध पदार्थ के प्रकार: शुद्ध पदार्थ के दो प्रकार होते हैं • तत्व (Elements) • यौगिक (Compounds) तत्व तत्व (Elements): राबर्ट बॉयल ने सन् 1661 में बताया कि “वह शुद्ध द्रव्य, जिसे भौतिक या रासायनिक विधियों द्वारा दो या दो से अधिक सरल पदार्थों में विभाजित नहीं किया जा सकता और न ही उनसे बनाया जा सकता, तत्व कहलाता है। उदाहरण- लोहा, क्लोरीन, गन्धक, सोना, ब्रोमीन आदि। तत्व समान प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बने होते हैं एवं एक ही तत्व के सभी परमाणुओं का परमाणु क्रमांक समान होता है।” वास्तव में, तत्व प्रकृति के मूल पदार्थ है...

padarth kise kahate hain। पदार्थ किसे कहते है । पदार्थो का वर्गीकरण

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • padarth kise kahate hain(पदार्थ किसे कहते हैं): इस दुनिया में जो भी वस्तु दिखाई देती है । चाहे वस्तु बड़ा हो या चाहे वस्तु छोटा हो सभी पदार्थ ही होता है । इसमें एक अपवाद वाली बात आ जाती है । जैसे की हवा को हम नहीं देख सकते है । परन्तु यह भी पदार्थ है । पदार्थ का कुछ उदाहरण बताने की कोशिस कर रहा हूँ । पदार्थ का कुछ उदाहरण है । कुर्सी, कलम, मोबाइल, बल्ब इत्यादि पदार्थ का ही उदाहरण है । padarth kise kahate hain( पदार्थ किसे कहते हैं)। इसका मैं एक विशेष परिभाषा बताने जा रहा हूँ । परिभाषा : वैसा वस्तु जिसमें द्रवमान हो, जो स्थान घेरती है । एंव जिसकी आप्तभा कारों होता है । वह पदार्थ कहलाता है । पदार्थ (padarth) का वर्गीकरण : पदार्थ का वर्गीकरण विभिन्न परिस्थितिओ एंव रूपों के आधार पर किया जाता है । जिसका नाम निम्न है:- (i) भौतिक (ii) रासायनिक भौतिक गुणों के आधार पर पदार्थ का वर्गीकरण : भौतिक गुणों के आधार पर पदार्थ को तीन रूपों में विभाजित किया गया है । जिसका नाम निम्न है (i) ठोस (ii) द्रव (iii) गैस रासायनिक गुणों के आधार पर पदार्थ का वर्गीकरण : रासायनिक आधार पर पदार्थ का वर्गीकरण तीन तरह से किया गया है:- (i) तत्व (ii) यौगिक (iii) मिश्रण पदार्थ (padarth) के गुण : पदार्थ में पाए जाने वाले गुण निम्न है : (i) पदार्थ अत्यंत सूक्षम एंव मौलिक कणों से बना होता है । अर्थात वैसा कण जिसे खंडन नहीं किया जा सके । (ii) पदार्थ के कणों के बिच रिक्त स्थान होता है । रिक्त स्थान का कर्मानुसार निम्न प्रकार से किया जा सकता है ;- ठोस< द्रव < गैस (iii) पदार्थ( padarth) के कण निरंतर अर्थात हमेशा गतिशील होते है । (iv) पदार्थ के प्रत्येक कणों के बिच आकर्षण बल हो...

भौतिक रसायन

bhautik rasayan ( Physical Chemistry) b aauyal-charls samikaran da´a=jh pa [P´V=R T] yahaan da (P)=dab, a (V)= ayatan, pa (T)=param tap tatha jh (R) gais niyataank hai. yah samikaran 1 gram-anu gais ke lie hai. yadi gais ch (n) gram anu ho, to yah samikaran da´a=ch jh pa (P V= n R T) ho jaega. graham ka samikaran daltan ka aanshik dab ka niyam da=d1+d2+d3+............. [P=p1+p2+p3+..........] yahaan kisi die hue gaisoan ke mishran mean sab gaisoan ki samavet dab da (P) hai aur un gaisoan ki prithakh‌ prithakh‌ dab d1 (p1), d2 (p2), d3 (p3)......adi. ye sab gaisean adarsh hoan, inaka param tap pa (T) ho aur sab gaisean a (v) ayatan ke patr mean hoan to- isi prakar at: gais mishran mean kisi ek gais ki aanshik dab, d1 ke lie: parasaran dab isaka samikaran bhi gais dab ke samikaran ke saman hai. yadi kisi vilayan ki sandrata s (C) anu prati ikaee ayatan ho aur ayatan a (V) ho (a vah ayatan hai, jisamean vilayashil 1 anu ghula hai), to s (C)=1/a, (1/V). parasaran dab da ke lie samikaran yah hai: da´a=jh ta, da=jh ta s [P´V=R T, P=R T C] rault ka niyam eph.em. rault ne 1887 ee. mean, lagabhag tanu vilayan mean, vashpadab ke sapeksh avanaman ke sanbandh mean yah niyam diya: isamean vilayak ki vashpadab d (p), vilayan ki vashyadab d0 (p0), vilayak ki vashpadab mean kami D d (D p) aur agar vilayan mean viley ka dravyaman dr (w), viley ka anubhar bh (m) shuddh vilayak ka dravyaman dra (W) aur vilayak ka anubhar bha (M) ho, to vilayak mean viley ke ghulane par vilayak ki vashpadab m...

धातु किसे कहते हैं? धातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग – rkrstudy.net

आज हमलोग इस लेख में पढ़ेंगे कि धातु किसे कहते हैं? धातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग क्या-क्या है? धातु के परिभाषा क्या है? वैसा तत्व जिसमें चमक हो, आधात वर्धक गुण हो, तथा जिसकी तनन क्षमता अधिक होती हो और जो ऊष्मा एवं विधुत के सुचालक होते हो तथा ठोस अवस्था में पाए जाते हैं, धातु कहलाते हैं । जैसे:- सोडियम, पोटैशियम, लोहा, तांबा इत्यादि । धातु किसे कहते हैं? धातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग Tips:- जिस तत्व के अंत में “um”“अम” आता हो वे सारा तत्व धातु होते हैं जैसे सोडियम, मैगनिसिअम, एल्युमीनियम इतयादि । धातु के गुण क्या है? • सभी धातुएं चमकीले होते है। धातु में पाए जाने वाले चमकने वाली गुण को धात्विक चमक कहते हैं। • धातुओं में उच्च घनत्व होता है। • सभी धातुएं ऊष्मा और विधुत के सुचालक होती है । • धातु कठोर होती है । • धातु के क्वथनांक एवं गलनांक उच्च होते हैं। • धातु को जब हथौड़े से पीटा जाता है तो एक प्रकार का ध्वनि उतपन्न होता है जिसे धात्विक ध्वनि एवं ध्वानिक (सोनोरस)कहते हैं । • धातु सामान्यतः विधुत धनावेशित होती है। धातु किसे कहते हैं? धातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग धातु के उपयोग क्या है? • धातु का उपयोग आभूषणों में किया जाता है जैसे:- सोना,चांदी जैसे धातु का उपयोग आभूष्णों के रूप में किया जाता है । • Metal का उपयोग घर के निर्माण में किया जैसे :- लोहे का छड़, खिड़की, दरवाजा, ग्रील इत्यदि बनाने में किया जाता है। • धातु का उपयोग बर्तनो को बनाने में किया जाता है जैसे लोहे, ताम्बा, पीतल इत्यादि से बर्तनों का जाता है । • धातु का उपयोग कल- कारखानों में, मशीनों के निर्माण में, यातायात के साधनो में भी किया जाता है। • आमतौर पर देखा जाये तो हमलोग दैनिक जीवन के हरेक काम में धातु का उपयोग करते...

400+ Shudh Ashudh Shabd

किसी शब्द को लिखने में प्रयुक्त वर्णों के क्रम को वर्तनी (ग्रामर) या अक्षरी से जाना जाता है ,अंग्रेजी में वर्तनी को स्पेलिंग तथा उर्दू में “हिज्जे” कहते हैं। जिस भाषा की वर्तनी में अपनी भाषा के साथ अन्य भाषाओं की ध्वनि को ग्रहण करने की जितनी अधिक शक्ति होगी, उस भाषा के वर्तनी उतनी ही शक्तिशाली और समर्थ होगी। वर्तनी का सीधा संबंध भाषागत ध्वनियों के उच्चारण से किया जाता है। तो चलिए जानते हैं शुद्ध और अशुद्ध शब्द (Shudh Ashudh Shabd) को विस्तार से। This Blog Includes: • • • • • • • • • • शुद्ध और अशुद्ध शब्द क्या है? हर भाषा में वर्तनी को लिखने का एक तरीका होता है और लिखते लिखते हम से कई प्रकार की गलतियां भी होती है। इनमें से कई त्रुटियाँ तो इतनी प्रचलित हो जाती हैं कि उन्हें ही सही मान लिया जाता है। सही तरह से लिखा गया शब्द शुद्ध है और वर्तनी में गलती अशुद्ध है। इस लेख में इस प्रकार के शब्दों की सूची दी गयी है जिनसे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि किसी शब्द को शुद्ध रूप से और अशुद्ध रूप से किस प्रकार लिखा जाता है। शुद्ध वर्तनी लिखने के प्रमुख रुप शुद्ध और अशुद्ध शब्द में आने वाली शुद्ध वर्तनी लिखने के प्रमुख रुप नीचे दिए गए हैं- • हिंदी में विभक्ति चिन्ह स्वर्ण नाम के अलावा शेष सभी शब्दों से अलग लिखे जाते हैं। उदाहरण -मोहन ने पुत्र को कहा। शाम को रुपए दे दो। • परंतु सर्वनाम के साथ विभक्ति चिह्न हो तो उसे सर्वनाम से मिलाकर लिखा जाता है। जैसे:- हमने ,उसने ,मुझसे ,उसको, तुमसे हमको ,किसको, किसने आदि। • सर्वनाम और उसकी विभक्ति के बीच ‘ही ‘और ‘तक’ आदि अव्यय हो तो विभक्ति सर्वनाम से अलग लिखी जाती है ।जैसे: आप ही के लिए ,आप तक को ,मुझ तक को ,उसी के लिए आदि। • सर्वनाम के साथ दो विभक्...

हिन्दी किसे कहते है

हिन्दी किसे कहते है : हिंदी एक भाषा है जो भारत में लगभग आबादी द्वारा बोली जाती है। इसके अलावा हिंदी भी उन सब भाषाओं से एक भाषा है जो के भारत समेत पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में बोली जाती है। हिंदी को लिखने की कला को आप सामने लिखे अक्षर पढ़कर समझ सकते है। हिन्दी शब्दकोश मेँ शब्दोँ का क्रम विभिन्न वर्णोँ के निम्न क्रम के अनुसार है... अं, अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, क, क्ष, ख, ग, घ, च, छ, ज, ज्ञ, झ, ट, ठ, ड, ढ, त, त्र, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ, म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह। हिंदी व्याकरण से सम्बन्धित अधिक पढने के लिए यहाँ क्लिक करें

Shabd aur Pad, शब्द और पद Examples, Definition, difference in Shabd and Pad

बोर्ड परीक्षा में हाई स्कोर करें: हमारे SuccessCDs कक्षा 10 हिंदी कोर्स के साथ! Click here Shabd aur Pad Definition, Examples शब्द और पद की परिभाषा, शब्द और पद के उदाहरण Shabd aur Pad ( शब्द और पद ) : इस लेख में हम शब्द किसे कहते हैं? पद किसे कहते हैं? शब्द पद कब बन जाता है? शब्द और पद में क्या अंतर है? इन प्रश्नों पर चर्चा करेंगे। शब्द और पद एक ऐसा विषय है, जिस में बहुत से विद्यार्थी दुविधा में पड़ जाते हैं। हम आपकी इसी दुविधा को दूर करने का प्रयास करेंगे - सबसे पहले शब्द किसे कहते हैं? इस प्रश्न का हल जानते हैं - दूसरे शब्दों में कहा जाता है कि - 1. शब्द वर्णों के मेल से बनते हैं। 2. शब्द सार्थक वर्ण-समूह या अक्षर-समूह होते हैं। 3. शब्द स्वतन्त्र रूप में प्रयुक्त होते हैं। वर्णों का वही समूह शब्द कहलाता है, जिसका प्रयोग स्वतन्त्र रूप से होता है। जब आप एक से अधिक वर्णों को मिलाकर कोई शब्द बनाते हैं तो वो जरुरी नहीं कि शब्द कहा जाए वह एक सार्थक अर्थात अर्थपूर्ण शब्द होना चाहिए तभी उसे शब्द की परिभाषा दी जा सकती है। See Video of Shabd aur Pad Top उदाहरण के तौर पर देखिए - क + ल + म = कलम क + म + ल = कमल ल + म + क = लमक ल + क + म = लकम हमने यहाँ चार उदाहरण दिए है। इन मे से केवल पहले दो उदाहरणों को ही शब्द कहा जा सकता है। बाकि दो को नहीं। ऐसा इसलिए है क्योंकि 'कलम' का अर्थ होता है 'लेखनी' और 'कमल' का अर्थ होता है 'विशेष प्रकार का फूल' ये दोनों शब्द किसी न किसी अर्थ को प्रकट करने वाले हैं अतः इन्हें शब्द की संज्ञा दी जा सकती है। परन्तु अन्य दो 'लकम' और 'लमक' किसी भी अर्थ को प्रकट नहीं करते, ये दोनों सार्थक वर्ण-समूह नहीं हैं अतः इन्हे शब्द नहीं कहा जा सकता। यहाँ एक बात स्पष्ट ह...

भौतिक रसायन

bhautik rasayan ( Physical Chemistry) b aauyal-charls samikaran da´a=jh pa [P´V=R T] yahaan da (P)=dab, a (V)= ayatan, pa (T)=param tap tatha jh (R) gais niyataank hai. yah samikaran 1 gram-anu gais ke lie hai. yadi gais ch (n) gram anu ho, to yah samikaran da´a=ch jh pa (P V= n R T) ho jaega. graham ka samikaran daltan ka aanshik dab ka niyam da=d1+d2+d3+............. [P=p1+p2+p3+..........] yahaan kisi die hue gaisoan ke mishran mean sab gaisoan ki samavet dab da (P) hai aur un gaisoan ki prithakh‌ prithakh‌ dab d1 (p1), d2 (p2), d3 (p3)......adi. ye sab gaisean adarsh hoan, inaka param tap pa (T) ho aur sab gaisean a (v) ayatan ke patr mean hoan to- isi prakar at: gais mishran mean kisi ek gais ki aanshik dab, d1 ke lie: parasaran dab isaka samikaran bhi gais dab ke samikaran ke saman hai. yadi kisi vilayan ki sandrata s (C) anu prati ikaee ayatan ho aur ayatan a (V) ho (a vah ayatan hai, jisamean vilayashil 1 anu ghula hai), to s (C)=1/a, (1/V). parasaran dab da ke lie samikaran yah hai: da´a=jh ta, da=jh ta s [P´V=R T, P=R T C] rault ka niyam eph.em. rault ne 1887 ee. mean, lagabhag tanu vilayan mean, vashpadab ke sapeksh avanaman ke sanbandh mean yah niyam diya: isamean vilayak ki vashpadab d (p), vilayan ki vashyadab d0 (p0), vilayak ki vashpadab mean kami D d (D p) aur agar vilayan mean viley ka dravyaman dr (w), viley ka anubhar bh (m) shuddh vilayak ka dravyaman dra (W) aur vilayak ka anubhar bha (M) ho, to vilayak mean viley ke ghulane par vilayak ki vashpadab m...

धातु किसे कहते हैं? धातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग – rkrstudy.net

आज हमलोग इस लेख में पढ़ेंगे कि धातु किसे कहते हैं? धातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग क्या-क्या है? धातु के परिभाषा क्या है? वैसा तत्व जिसमें चमक हो, आधात वर्धक गुण हो, तथा जिसकी तनन क्षमता अधिक होती हो और जो ऊष्मा एवं विधुत के सुचालक होते हो तथा ठोस अवस्था में पाए जाते हैं, धातु कहलाते हैं । जैसे:- सोडियम, पोटैशियम, लोहा, तांबा इत्यादि । धातु किसे कहते हैं? धातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग Tips:- जिस तत्व के अंत में “um”“अम” आता हो वे सारा तत्व धातु होते हैं जैसे सोडियम, मैगनिसिअम, एल्युमीनियम इतयादि । धातु के गुण क्या है? • सभी धातुएं चमकीले होते है। धातु में पाए जाने वाले चमकने वाली गुण को धात्विक चमक कहते हैं। • धातुओं में उच्च घनत्व होता है। • सभी धातुएं ऊष्मा और विधुत के सुचालक होती है । • धातु कठोर होती है । • धातु के क्वथनांक एवं गलनांक उच्च होते हैं। • धातु को जब हथौड़े से पीटा जाता है तो एक प्रकार का ध्वनि उतपन्न होता है जिसे धात्विक ध्वनि एवं ध्वानिक (सोनोरस)कहते हैं । • धातु सामान्यतः विधुत धनावेशित होती है। धातु किसे कहते हैं? धातु के परिभाषा गुण एवं उपयोग धातु के उपयोग क्या है? • धातु का उपयोग आभूषणों में किया जाता है जैसे:- सोना,चांदी जैसे धातु का उपयोग आभूष्णों के रूप में किया जाता है । • Metal का उपयोग घर के निर्माण में किया जैसे :- लोहे का छड़, खिड़की, दरवाजा, ग्रील इत्यदि बनाने में किया जाता है। • धातु का उपयोग बर्तनो को बनाने में किया जाता है जैसे लोहे, ताम्बा, पीतल इत्यादि से बर्तनों का जाता है । • धातु का उपयोग कल- कारखानों में, मशीनों के निर्माण में, यातायात के साधनो में भी किया जाता है। • आमतौर पर देखा जाये तो हमलोग दैनिक जीवन के हरेक काम में धातु का उपयोग करते...

शुद्ध पदार्थ किसे कहते हैं

Contents • 1 शुद्ध पदार्थ किसे कहते हैं • 2 शुद्ध पदार्थ की परिभाषा • 3 शुद्ध पदार्थ के प्रकार: • 4 तत्व • 5 तत्व के प्रकार • 6 तत्वों की विशेषताएँ • 7 यौगिक (Compounds): • 8 यौगिकों की विशेषताएँ • 8.1 इस लेख के बारे में: शुद्ध पदार्थ किसे कहते हैं दैनिक जीवन में शुद्ध शब्द का अर्थ रसायन विज्ञान के शुद्ध शब्द के अर्थ की अपेक्षा भिन्न है। साधारण व्यक्ति के लिए शुद्ध पदार्थ का अर्थ होता है कि उस पदार्थ में कोई मिलावट तो नहीं मौलिक कण एक ही प्रकार के हों। है परन्तु वैज्ञानिक दृष्टि से शुद्ध पदार्थ से तात्पर्य उस पदार्थ से है, जिसमें उपस्थित सभी सकता है रासायनिक संघटन या शुद्धता के आधार पर द्रव्य को निम्न प्रकार वर्गीकृत किया जा सकता है। शुद्ध पदार्थ की परिभाषा शुद्ध पदार्थ (Pure Substances): रसायन विज्ञान में शुद्ध पदार्थ वह होता है, जिसमें उपस्थित सभी कण समान रासायनिक प्रकृति के हों। अर्थात् एक शुद्ध पदार्थ समान प्रकार के कणों से मिलकर बना होता है। सभी पदार्थ दो या दो से अधिक शुद्ध अवयवों के संयोग से बनते हैं। उदाहरण- समुद्र का जल, खनिज, मिट्टी इत्यादि मिश्रण है। शुद्ध पदार्थ के प्रकार: शुद्ध पदार्थ के दो प्रकार होते हैं • तत्व (Elements) • यौगिक (Compounds) तत्व तत्व (Elements): राबर्ट बॉयल ने सन् 1661 में बताया कि “वह शुद्ध द्रव्य, जिसे भौतिक या रासायनिक विधियों द्वारा दो या दो से अधिक सरल पदार्थों में विभाजित नहीं किया जा सकता और न ही उनसे बनाया जा सकता, तत्व कहलाता है। उदाहरण- लोहा, क्लोरीन, गन्धक, सोना, ब्रोमीन आदि। तत्व समान प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बने होते हैं एवं एक ही तत्व के सभी परमाणुओं का परमाणु क्रमांक समान होता है।” वास्तव में, तत्व प्रकृति के मूल पदार्थ है...