श्वसन की प्रक्रिया होती है

  1. श्वसन प्रक्रिया किया है? Respiration system in hindi
  2. श्वसन के 3 प्रकार
  3. श्वसन तंत्र
  4. मनुष्य का श्वसन तंत्र के प्रकार कार्य सम्पूर्ण जानकारी
  5. श्वसन (Respiration) क्या है और यह कितने प्रकार के होते है
  6. श्वसन तंत्र Question In Hindi Respiratory System
  7. श्वसन दर क्या है और क्या है? / एनाटॉमी और फिजियोलॉजी
  8. श्वसन क्या है


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श्वसन प्रक्रिया किया है? Respiration system in hindi

इस टॉपिक में हम मानब श्वसन प्रक्रिया के बारे में डिसकस करेंगे आप पोस्ट को शुरू से अंत तक पढ़े मेने इसमे केवल imp points को लिखा है। आप अपने नोट्स बनाइये। मुझे उमीद है आपको एग्जाम में ऐसी पोस्ट से प्रशन मिलेगा। अगर इस टॉपिक से प्रश्न पूछा जाता है। #1.श्वसन प्रक्रिया किया है?श्वसन कितने प्रकार का होता है?

श्वसन के 3 प्रकार

श्वसन वह प्रक्रिया है जिसमें जीव अपने शरीर की कोशिकाओं और पर्यावरण के बीच गैसों का आदान-प्रदान करते हैं। प्रोकैरियोटिक बैक्टीरिया और आर्कियन से लेकर यूकेरियोटिक प्रोटिस्ट , कवक , पौधे और जानवरों तक, सभी जीवित जीव श्वसन से गुजरते हैं। श्वसन प्रक्रिया के तीन तत्वों में से किसी एक को संदर्भित कर सकता है। सबसे पहले , श्वसन बाहरी श्वसन या सांस लेने की प्रक्रिया (साँस लेना और साँस छोड़ना) को संदर्भित कर सकता है, जिसे वेंटिलेशन भी कहा जाता है। दूसरे , श्वसन आंतरिक श्वसन को संदर्भित कर सकता है, जो शरीर के तरल पदार्थ ( रक्त और अंतरालीय द्रव) और ऊतकों के बीच गैसों का प्रसार है । अंत में , श्वसन जैविक अणुओं में संग्रहीत ऊर्जा को एटीपी के रूप में प्रयोग करने योग्य ऊर्जा में परिवर्तित करने की चयापचय प्रक्रियाओं को संदर्भित कर सकता है। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन की खपत और कार्बन डाइऑक्साइड का उत्पादन शामिल हो सकता है, जैसा कि एरोबिक सेलुलर श्वसन में देखा जाता है , या इसमें ऑक्सीजन की खपत शामिल नहीं हो सकती है, जैसा कि अवायवीय श्वसन के मामले में होता है। • श्वसन हवा और एक जीव की कोशिकाओं के बीच गैस विनिमय की प्रक्रिया है। • तीन प्रकार के श्वसन में आंतरिक, बाह्य और कोशिकीय श्वसन शामिल हैं। • बाहरी श्वसन श्वास प्रक्रिया है। इसमें गैसों का साँस लेना और छोड़ना शामिल है। • आंतरिक श्वसन में रक्त और शरीर की कोशिकाओं के बीच गैस विनिमय शामिल है। • कोशिकीय श्वसन में भोजन को ऊर्जा में बदलना शामिल है। एरोबिक श्वसन एक कोशिकीय श्वसन है जिसमें ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है जबकि अवायवीय श्वसन के लिए नहीं। सांस लेते समय, डायाफ्राम सिकुड़ता है और फेफड़े फैलते हैं, छाती को ऊपर की ओर धकेलते हैं। सांस छोड़ते समय...

श्वसन तंत्र

अनुक्रम • 1 मुख्य अंग • 1.1 नाक • 1.2 सांस-नली • 1.3 स्वरयंत्र • 1.4 फुफ्फुस • 1.4.1 फेफड़े के कार्य • 2 श्वसन क्रिया • 3 इन्हेंभीदेखें • 4 बाहरी कड़ियाँ मुख्य अंग [ ] नाक [ ] सांस लेने के दो रास्ते हैं- एक सही रास्ता दूसरा गलत रास्ता। नाक द्वारा सांस लेना सही रास्ता है किन्तु मुंह से सांस लेना गलत है। हमेशा नाक से ही सांस लेनी चाहिए क्योंकि नाक के अन्दर छोटे-छोटे बाल होते हैं। ये बाल हवा में मिली धूल को बाहर ही रोक लेते हैं, अन्दर नहीं जाने देते। मुंह से सांस कभी नहीं लेनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से हवा (सांस) के साथ धूल और हानिकारक कीटाणु भी अन्दर चले जाlते हैं। सांस-नली [ ] मुख्य लेख: यह प्राय: साढ़े चार इंच लम्बी, बीच में खोखली एक नली होती है, जो गले में टटोली जा सकती है। यह भोजन की नली (अन्न नाल) के साथ गले से नीचे वक्षगहर में चली जाती है। वक्षगहर में, नीचे के सिरे पर चलकर इसकी दो शाखाएं हो गई हैं। इसकी एक शाखा दाएं फेफड़े में और दूसरी बाएं फेफड़े में चली गई है। ये ही दोनों शाखाएं वायु नली कहलाती हैं। श्वास नली और वायु नली फेफड़े में जाने के प्रधान वायु पथ हैं। स्वरयंत्र [ ] मुख्य लेख: हमारी छाती में दो फुफ्फुस (फेफड़े) होते हैं - दायां और बायां। दायां फेफड़ा बाएं से एक इंच छोटा, पर कुछ अधिक चौड़ा होता है। दाएं फेफड़े का औसत भार 23 औंस और बाएं का 19 औंस होता है। पुरुषों के फेफड़े स्त्रियों के फुफ्फुसों से कुछ भारी होते हैं। फुफ्फुस चिकने और कोमल होते हैं। इनके भीतर अत्यन्त सूक्ष्म अनन्त कोष्ठ होते हैं जिनको ‘वायु कोष्ठ’ (Air cells) कहते हैं। इन वायु कोष्ठों में वायु भरी होती है। फेफड़े युवावस्था में मटियाला और वृद्धावस्था में गहरे रंग का स्याही मायल हो जाता है। ये भीतर...

मनुष्य का श्वसन तंत्र के प्रकार कार्य सम्पूर्ण जानकारी

प्रत्येक जीव को जीवित रहने हेतु ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है क्योंकि ऑक्सीजन ही कार्बनिक भोज्य पदार्थों का ऑक्सीकरण या विघटन करके ऊर्जा प्रदान करते हैं। भोज्य पदार्थों के ऑक्सीकरण की यही प्रक्रिया श्वसन (Respiration) कहलाती है। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि जीवों में सम्पन्न होनेवाली वह ऑक्सीकरण क्रिया जिसमें ऑक्सीजन की उपस्थिति या अनुपस्थिति में जटिल भोज्य पदार्थों का सामान्य शरीर तापमान पर विभिन्न एन्जाइमों के नियंत्रण में क्रमिक अपघटन होता है, जिसके फलस्वरूप सरल भोज्य पदार्थ CO 2 अथवा जल एवं CO 2 का निर्माण होता है तथा ऊर्जा मुक्त होती है, श्वसन कहलाती है। ऑक्सीजन के अंतर्ग्रहण (Ingestion) करने का कार्य श्वसन तंत्र (Respiratory system) करता है। श्वसन तंत्र के द्वारा शरीर की प्रत्येक कोशिका ऑक्सीजन की सम्पूर्ति प्राप्त करती है, साथ-ही-साथ ऑक्सीकरण उत्पादनों से मुक्त हो जाती है। श्वसन की सम्पूर्ण प्रक्रिया को निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जा सकता है- • बाह्य श्वसन (External respiration), 2. गैसों का परिवहन (Transportation of gases), 3. आन्तरिक श्वसन (Internal respiration)। • बाह्य श्वसन (External respiration): प्राणी और वातावरण के बीच श्वसन गैसों (O 2 एवं CO 2) के आदान-प्रदान अर्थात् ऑक्सीजन का शरीर में आना और कार्बन डाइऑक्साइड का शरीर से बाहर जाना बाह्य श्वसन कहलाता है चूंकि इस प्रकार की श्वसन क्रिया फुफ्फुसों (Lungs) में ही सम्पन्न होती है। इसलिए इसे फुफ्फुस श्वसन (Pulmonary respiration) भी कहते हैं। चूंकि इसमें ऑक्सीजन का रुधिर में मिलना तथा CO 2 का शरीर से बाहर निकलना सम्मिलित होता है, अतः इसे गैसीय विनिमय (Gaseous exchange) भी कहते हैं। स्तनधारियों में बाह...

श्वसन (Respiration) क्या है और यह कितने प्रकार के होते है

श्वसन (Respiration) क्या है और यह कितने प्रकार के होते है हमें जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा जरूरत होती है. जब हम सांस लेते हैं तो हवा में अन्य कई प्रकार की गैस भी हमारे शरीर के अंदर जाती है. लेकिन उसमें से सिर्फ ऑक्सीजन को हमारा शरीर ले लेता है. और बाकि गैस को बाहर निकाल देता है. जिसमें सबसे ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड होता है.. सांस को अंदर लेना और बाहर छोड़ने की पूरी प्रक्रिया को श्वसन तंत्र द्वारा किया जाता है.. श्वसन की परिभाषा :-वायुमंडल में ऑक्सीजन शरीर की कोशिकाओं मे पहुंच कर भोजन का ऑक्सीकरण या जारण करती हैं तथा CO 2 गैस निकलती है..ऐसी सभी भौतिक एवं रासायनिक क्रियाओं श्वसन कहते हैं. 1.कोशिकीय श्वसन एवं ऑक्सीकारक एवं ऊर्जा प्रदान करने वाली प्रक्रिया है.. जिसमें जटिल कार्बनिक यौगिकों के टूटने से सरल यौगिक बनते हैं और CO 2 गैस निकलती है.. ऑक्सीजन की उपस्थिति या अनुपस्थिति के आधार पर श्वसन वायवीय एवं अवायवीय होता है.. (1) वायवीय श्वसन(Aerobic respiration) वह प्रक्रिया जिसमें ऑक्सीजन की उपस्थिति में श्वसन क्रियाधार का ऑक्सीकरण ,CO 2,H 2O मे होता है. एवं ऊर्जा प्राप्त होती है.. C 6H 12O 6+6CO2→6CO 2+6H 2O+686 kcal कोशिकीय श्वसन में ग्लूकोस के एक अणु से पाइरुविक अम्ल के 2 अणुओं के निर्माण की प्रक्रिया ग्लाइकोलाइसिस कहलाती है.. ग्लाइकोलाइसिस कोशिकाद्रव्य में संपन्न होती है.. क्रेब्स चक्र में पाइरुविक अम्ल के ऑक्सीकरण से ऊर्जा CO 2 तथा H 2O प्राप्त होती है.. यूकैरियोटिक कोशिका में एक ग्लूकोस अणु के पूर्ण ऑक्सीकरण से 36 ATP अणु प्राप्त होते हैं.प्रोकैरियोटिक कोशिका में एक ग्लूकोस अणु के ऑक्सीकरण अवायवीय दशा में 2 ATP जबकि वायवीय दशा में 38 ATP प्राप्त होते है. . श्व...

श्वसन तंत्र Question In Hindi Respiratory System

हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारी website पर तो दोस्तों आज में आपको श्वसन तंत्र Question In Hindi Respiratory System – Best पिछले कई पेपरों में पूछे जा चुके है Website पर आपको अलग अलग मिलते रहेंगे | श्वसन तंत्र Question In Hindi Respiratory Systemपरीक्षा में पूछे जाते है जैसे SSC Bank Railway Police UPSC आदि परीक्षा में| तथा आने वाली परीक्षा की द्रष्टि से भी बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होंगे तथा इन श्वसन तंत्र Question In Hindi Respiratory System– Best 2020से संबंधित प्रश्नकी परीक्षा में बार बार आने की सम्भावना ज्यादा बनी रहती है Table of Contents • • • • • • • • श्वसन तंत्र • Respiratory System • श्वसन का नियंत्रण मस्तिष्क • मेडुला ऑब्लिगेटा • एल्कोहोल • ग्लूकोस • क्रेब चक्कर श्वसन तंत्र Question In Hindi Respiratory System जिन खाद्य पदार्थों का अंतर ग्रहण पोषण प्रक्रम के लिए होता है कोशिकाएं उनका उपयोग विभिन्न के प्रक्रम के लिए ऊर्जा प्रदान के लिए करती है विविध जीव इसे विभिन्न विधियों द्वारा करते हैं कुछ जीव ऑक्सीजन का उपभोग ग्लूकोज को पूर्णता कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल में विखंडित करने के लिए करते हैं जबकि कुछ अजीब दूसरे पथ का उपयोग करते हैं श्वसन तंत्र Question In Hindi Respiratory System जिसमें ऑक्सीजन प्रयुक्त नहीं होती इन सभी अवस्थाओं में पहला चरण ग्लूकोस एक छ: कार्बन वाले प्रमुख का अणु का तीन कार्बन वाले अणु पायरूर्वेद में विखंडन है यह प्रक्रम कोशिका द्रव्य में होता है इसके पश्चात पाई रोवेट इथेनॉल तथा कार्बन डाइऑक्साइड में परिवर्तित हो सकता है यह प्रक्रम किंवन के समय ईस्ट में होता है क्योंकि यह प्रक्रम वायु ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है इस कारण इसे अवायविय कहते हैं ...

श्वसन दर क्या है और क्या है? / एनाटॉमी और फिजियोलॉजी

श्वसन दर है एक मिनट के लिए एक व्यक्ति की सांसों की संख्या। वयस्कों में यह आमतौर पर प्रति मिनट 12 और 16 सांसों के बीच होता है. श्वसन दर को वेंटिलेशन आवृत्ति या श्वास आवृत्ति के रूप में भी जाना जाता है। यह तब मापा जाता है जब किसी व्यक्ति को आराम और बैठाया जाता है। आमतौर पर श्वसन दर फुफ्फुसीय शिथिलता का एक संकेतक है; जो रोगी अधिक बार आराम करते हैं, उन्हें अक्सर अधिक पुरानी स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं. अधिकांश वयस्क प्रति मिनट 12 से अधिक सांस लेते हैं। वर्तमान में, लोग आमतौर पर प्रति मिनट 15 से 20 साँस लेते हैं, जो कि उम्मीद से बहुत अधिक है. यदि कोई व्यक्ति बीमार है, तो उनके मूल्य अधिक होने की उम्मीद है। आम तौर पर बीमार लोग प्रति मिनट 20 से अधिक साँस लेते हैं. एक व्यक्ति अपनी सांसों को गिनकर अपनी श्वसन दर नहीं गिन सकता। संख्या वास्तविक नहीं होगी, क्योंकि ज्यादातर लोग धीमी और गहरी सांस लेंगे। एक अन्य व्यक्ति नाक के नीचे संवेदनशील माइक्रोफोन का उपयोग करके उनकी सूचना के बिना या उनकी रिकॉर्डिंग के बिना यह कर सकता है. श्वसन की आवृत्ति श्वसन दर महत्वपूर्ण संकेतों में से एक है। ये चिकित्सा समस्याओं का पता लगाने या निगरानी करने का काम करते हैं। फेफड़ों वाले जीवों में, श्वास को वेंटिलेशन कहा जाता है। साँस लेना प्रक्रिया के भाग के रूप में साँस लेना और साँस छोड़ना शामिल है. श्वास फेफड़ों से अंदर और बाहर हवा के परिवहन की प्रक्रिया है। साँस लेना हवा को फेफड़ों में प्रवेश करने और हवा में साँस छोड़ने को संदर्भित करता है. यह जीवित रहने के लिए एक आवश्यक प्रक्रिया है; सभी एरोबिक जानवरों को सेलुलर स्तर पर ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। श्वसन दर को सांसों के माध्यम से प्रति मिनट मापा जाता है. यह कै...

श्वसन क्या है

श्वसन किसे कहते हैं पृथ्वी में पाए जाने वाले सभी जीवो को अपनी जैविक क्रियाओं के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है, और सभी जीवो को किसी न किसी रूप में भोजन के रूप में ही ऊर्जा की प्राप्ति होती है। भोजन में यह ऊर्जा प्रकाश संश्लेषण की सहायता से प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट और वसा के रूप में जमा होता है। जब जीवो द्वारा भोजन का ऑक्सीकरण किया जाता है, तो उस ऑक्सीकरण से ऊर्जा बाहर निकलती है। और ऑक्सीकरण की प्रक्रिया के लिए जीवो को आवश्यक ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। जिसे जीवों सांस की क्रिया के माध्यम से ग्रहण करते हैं इसलिए श्वसन प्रक्रिया में सांस लेना एक महत्वपूर्ण भाग माना गया है। श्वसन की क्रिया सभी जीव जंतु पौधे और सूक्ष्म जीवों के लिए अनिवार्य प्रक्रिया है। इसलिए सांस लेने को एक यांत्रिक क्रिया भी कहा जाता है। श्वसन की क्रिया में वातावरण से वायु श्वसन अंगो के माध्यम से फेफड़े में पहुंचती है, और कार्बन डाइऑक्साइड वायु को बाहर निकालती है। जब हम वायु को अवशोषित करते हैं, तो उस में ऑक्सीजन की मात्रा होती है। वहां श्वसन ऊतकों के द्वारा अवशोषित होती है। जहां पदार्थों का ऑक्सीकरण होता है, तो कार्बन डाइऑक्साइड, पानी और ऊर्जा उत्पन्न होती है। श्वसन एक अन्तर्क्रिया प्रक्रिया कहलाती है। यह गुण पृथ्वी में पाए जाने वाली सभी जीवों में पाया जाता है। श्वसन की क्रिया के लिए सभी जीव और पेड़ो को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है, इस प्रक्रिया में सभी ऑक्सीजन को अंदर लेते हैं, तथा प्रक्रिया होने के बाद कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर छोड़ देते हैं। श्वसन पृथ्वी में उपस्थित सभी जीवो के लिए वह अनिवार्य ऑक्सीकरण की प्रक्रिया है। जिसमें भोजन के रूप में लिए जटिल कार्बनिक भोज्य पदार्थों का ऑक्सीकरण की उपस्थिति में पूर्णता ...