सिद्ध कुंजिका स्तोत्र संस्कृत

  1. क्या है सिद्ध कुंजिका स्तोत्र पाठ की विधि
  2. Shri Kunjika Stotram in Sanskrit ( श्री कुंजिका स्तोत्रम ) – Devshoppe
  3. परम कल्याणकारी है सिद्ध कुंजिका स्तोत्र, अवश्य पढ़ें...
  4. सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ हिंदी में
  5. siddha kunjika stotram vidhi


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क्या है सिद्ध कुंजिका स्तोत्र पाठ की विधि

विशेष रूप से जब अष्टमी तिथि और नवमी तिथि की संधि हो तो अष्टमी तिथि के समाप्त होने से 24 मिनट पहले और नवमी तिथि के शुरू होने के 24 मिनट बाद तक का जो कुल 48 मिनट का समय होता है उस दौरान की माता ने देवी चामुंडा का रूप धारण किया थाऔर चंद तथा मुंड नाम के राक्षसों को मृत्यु के घाट उतार दिया था। यही वजह है कि इस दौरान कुंजिका स्तोत्र का पाठ करना सर्वोत्तम फलदायी माना जाता है। इस समय को नवरात्रि का सबसे शुभ समय माना गया है क्योंकि इसी समय के समाप्त होने के बाद देवी वरदान देने को उद्यत होती हैं। इसके अतिरिक्त स्त्रोत्र का पाठ दिन में किसी भी समय किया जा सकता है लेकिन विशेष रूप से ब्रह्म मुहूर्त के दौरान इसका पाठ करना सबसे अधिक प्रभावशाली माना जाता है। ब्रह्म मुहूर्त सूर्य उदय होने से एक घंटा 36 मिनट पहले प्रारंभ होता है और सूर्य देव के समय से 48 मिनट पहले ही समाप्त हो जाता है। इस प्रकार यह कुल 48 मिनट का समय होता है। नवरात्रि के दिनों में तो इस पाठ का सबसे अधिक प्रभाव रहता है। यह एक छोटा सा स्तोत्र है जो संस्कृत में लिखा है। यदि आप संस्कृत भाषा नहीं जानता इस पाठ को संस्कृत भाषा में नहीं कर सकते तो हिंदी में इसका अर्थ जानकर हिंदी भाषा में भी इसका पाठ कर सकते हैं। यदि आप यह भी नहीं कर सकते तो आप केवल इस स्तोत्र को सुन सकते हैं। यदि किसी विशेष कार्य के लिए आप कुंजिका स्तोत्र का पाठ कर रहे हैं तो आप को शुक्रवार के दिन से प्रारंभ करना चाहिए और संकल्प लेकर ही इसका पाठ करें तथा जितने दिन के लिए आपने पाठ करने का संकल्प लिया था, उतने दिन पाठ करने के बाद माता को भोग लगाकर छोटी कन्याओं को भोजन कराएं और उनके चरण छूकर आशीर्वाद लें। इससे आपकी मन वांछित इच्छाएं पूर्ण होंगी।

Shri Kunjika Stotram in Sanskrit ( श्री कुंजिका स्तोत्रम ) – Devshoppe

Shri Kunjika Stotram is mentioned in Durga Saptashati. Shri Kunjika Stotram was explained by Lord Shiva to Mata Parvati. Lord Shiva discloses the mool mantra of Durga Saptasati for human welfare. Shri Kunjika Stotram is the most powerful and favorite stotra of the Devi. Siddha Kunjika Stotram is chanted before the reading of Chandi path / Sapthasathi (known as Devi Mahathmya). Devotees believe that just a recitation of Sidha Kunjika stotram is equivalent to recitation of the complete Durga Saptashati and also that the reading of Chandi Path (Devi Mahatmya) would not give complete results without reading Shri Kunjika stotram before it. Goddess Durga protects us and all types of powers (siddhi’s) are received by us if we chant Shri Kunjika stotram every day with faith, concentration and devotion. Just by reading Kunjika Stotram one can get the benefit of reading Durga Saptashati. श्री कुंजिका स्तोत्रम ।।शिव उवाच।। श्रृणु देवि ! प्रवक्ष्यामि, कुंजिका स्तोत्रमुत्तमम्। येन मन्त्र प्रभावेण, चण्डी जापः शुभो भवेत।। न कवचं नार्गला-स्तोत्रं, कीलकं न रहस्यकम्। न सूक्तं नापि ध्यानं च, न न्यासो न च वार्चनम्।। कुंजिका पाठ मात्रेण, दुर्गा पाठ फलं लभेत्। अति गुह्यतरं देवि ! देवानामपि दुलर्भम्।। गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति। मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्। पाठ मात्रेण संसिद्धयेत् कुंजिका स्तोत्रमुत्तमम्।। मन्त्र - ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।...

परम कल्याणकारी है सिद्ध कुंजिका स्तोत्र, अवश्य पढ़ें...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ परम कल्याणकारी है। इस स्तोत्र का पाठ मनुष्य के जीवन में आ रही समस्या और विघ्नों को दूर करने वाला है। मां दुर्गा के इस पाठ का जो मनुष्य विषम परिस्थितियों में वाचन करता है उसके समस्त कष्टों का अंत होता है। प्रस्तुत है श्रीरुद्रयामल के गौरीतंत्र में वर्णित सिद्ध कुंजिका स्तोत्र-

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ हिंदी में

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ हिंदी में (Siddha Kunjika Stotram in Hindi) करें हिंदीपथ पर। यह बहुत ही चमत्कारी स्त्रोत है और इसकी जितनी महिमा गायी जाए वह कम है। इसका पाथ प्रातःकाल करने से सभी विघ्न-बाधाओं का नाश हो जाता है। जीवन में चाहे किसी भी प्रकार की समस्या क्यों न आ रही हो, इसकी शक्ति से उसका समाधान होना निश्चित है। यद्यपि सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के गुप्त रहस्य को बहुत कम लोग ही समझ पाते हैं, क्योंकि इसकी अकल्पनीय शक्ति स्त्रोत के बीज मंत्रों में छुपी हुई है। इसे पढ़ने से ऐसी ऊर्जा का निर्माण होता है जिसके समक्ष सभी बाधाएँ धराशायी हो जाती हैं। नियमित पढ़ने से सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के फायदे कुछ ही दिनों में आपके जीवन में दिखाई देने लगेंगे। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ हिंदी में शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम्। येन मन्त्रप्रभावेण चण्डीजापः शुभो भवेत् ॥१॥ हे देवी, सुनो। मैं उत्तम कुंजिका स्तोत्र के ज्ञान का उपदेश दूंगा, जिसके प्रभाव से न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्। न सूक्तं नापि ध्यानं च न न्यासो न च वार्चनम् ॥२॥ इसके लिए कवच, अर्गला, कीलक, रहस्य, सूक्त, ध्यान, न्यास तथा यहाँ तक कि अर्चन की भी आवश्यकता नहीं है। कुञ्जिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत्। अति गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम् ॥३॥ केवल कुंजिका स्तोत्र के पाठ मात्र से दुर्गापाठ का फल मिल जाता है। यह सिद्ध कुंजिका स्तोत्र बहुत गुप्त और देवताओं के लिए भी दुर्लभ है। गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति मारणं मोहनं वश्यं स्तंभोच्चाटनादिकम। पाठमात्रेण संसिध्येत् कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम् ॥४॥ हे देवी पार्वती! इसे स्वयोनि (अपने गुप्तांग) की तरह सायास गुप्त रखना चाहिए। यह उत्तम कुंजिका स्तोत्र केवल पा...

siddha kunjika stotram vidhi

आज हम आपको चमत्कारी siddha kunjika stotram vidhi बताने वाले हैतंत्र की दुनिया में बहुत प्रभावशाली siddha kunjika stotramअपने आप में अद्भुत हैं। जिसने भी कुंजिका स्तोत्र को साध लिया उसकी सारी इच्छाएं पूरी हो गई जरूरत है तो सही मार्गदर्शन की हम आपको बताएंगे siddha kunjika stotram की vidhi क्या हैऔर इसकाप्रयोग कैसे करें कुंजिका स्तोत्र से क्या होता है और यह स्तोत्र इतना महत्वपूर्ण क्यों है। what issiddha kunjika stotram | सिद्ध कुंजिका स्तोत्र किसे कहते हैं siddha kunjika stotram vidhi आमतौर पर श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ बिना गुरु के कभी नहीं किया जा सकता। ऐसी स्थिति में सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करने से संपूर्ण दुर्गा सप्तशती पाठ करने का फल मिलता है। कुंजिका स्तोत्र सप्तशती पाठ के मुकाबले काफी छोटा स्तोत्र है और यह पाठ करने में काफी सरल है ज्यादा प्रभावशाली भी है। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र पाठ करने से दुर्गा सप्तशती के पाठ का फल मिल जाता है। Why is Siddha Kunjika Stotra so effective | सिद्ध कुंजिका स्तोत्र इतना प्रभावशाली क्यों है? ये भी पढ़े इसके नाम मैं ही इसका उत्तर छुपा हैंक्योंकि सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का प्रत्येक अक्षर पहले से ही सिद्ध है इसको अलग प्रकार से सिद्ध करने की आवश्यकता नहीं है। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र को आपसामान्य रूप से भी पढ़ सकते हैं और इसके प्रभावशाली परिणाम आपको मिल जायेगा। जो कोई भी इस को नियमित रूप से रोज पाठ करता है उसकी सारी इच्छाएं सारी अभिलाषा पूरी हो जाती है। किस प्रकार का फल मिलता हैं सिद्ध कुंजिका स्तोत्र पाठ करने से? अगर आप रोज सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करते हैं तो आपको मन की शक्ति मिलती है, आपका वाणी प्रभावशाली और सिद्ध होती है चेहरे पर एक चमक ...