सीहोर से उज्जैन की दूरी

  1. उज्जैन
  2. जयपुर से उज्जैन के लिए ट्रेन
  3. सीहोर ज़िला
  4. Ujjain Taramandal: उज्जैन में 15 करोड़ की लागत से बनेगी साइंस सिटी, जानिए क्या होगा खास
  5. उज्जैन में घूमने के लिए खास हैं ये 14 जगहें, हर जगह का इतिहास है खास
  6. 10+ उज्जैन में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय (2023)
  7. उज्जैन में घूमने के लिए खास हैं ये 14 जगहें, हर जगह का इतिहास है खास
  8. जयपुर से उज्जैन के लिए ट्रेन
  9. उज्जैन
  10. Ujjain Taramandal: उज्जैन में 15 करोड़ की लागत से बनेगी साइंस सिटी, जानिए क्या होगा खास


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उज्जैन

उज्जैन (मध्य प्रदेश) मानचित्र दिखाएँ मध्य प्रदेश निर्देशांक: 23°10′N 75°47′E / 23.17°N 75.79°E / 23.17; 75.79 23°10′N 75°47′E / 23.17°N 75.79°E / 23.17; 75.79 देश शासन •सभा उज्जैन नगर निगम • मुकेश टटवाल ( क्षेत्रफल •कुल 157किमी 2 (61वर्गमील) जनसंख्या (2011) •कुल 5,15,215 •घनत्व 3,300किमी 2 (8,500वर्गमील) भाषा •आधिकारिक •अन्य 456001 to 456010 टेलीफोन कोड 0734 MP-13 ( 900 मिलीमीटर (35इंच) औसत वार्षिक ताप 24.0°से. (75.2°फ़ै) औसत ग्रीष्मकालीन ताप 31°से. (88°फ़ै) औसत शीतकालीन तापमान 17°से. (63°फ़ै) वेबसाइट .nic .in अनुक्रम • 1 इतिहास • 1.1 राजा खदिरसार भील • 1.2 राजा गंधर्वसेन(गर्द भिल्ल) • 1.3 सम्राट विक्रमादित्य(विक्रम सेन) • 1.4 महान कवि कालिदास • 1.5 प्रमाणिक इतिहास • 1.6 मौर्य साम्राज्य • 1.7 मौर्य साम्राज्य का पतन • 1.8 गुप्त साम्राज्य • 1.9 दिल्ली सल्तनत • 1.10 मराठों का अधिकार • 2 आज का उज्जैन • 3 उज्जयिनी नगरी • 4 पर्यटन • 4.1 महाकालेश्वर मंदिर • 4.2 श्री बडे गणेश मंदिर • 4.3 मंगलनाथ मंदिर • 4.4 हरसिद्धि • 4.5 क्षिप्रा घाट • 4.6 गोपाल मंदिर • 4.7 गढकालिका देवी • 4.8 भर्तृहरि गुफा • 4.9 काल भैरव - • 5 सिंहस्थ कुम्भ • 6 स्वादिष्ट भोज पेय • 7 इन्हें भी देखें • 8 सन्दर्भ • 9 बाहरी कड़ियाँ इतिहास [ ] मुख्य लेख: राजनैतिक इतिहास उज्जैन का काफी लम्बा रहा है। उज्जैन के गढ़ क्षेत्र से हुयी खुदाई में आद्यैतिहासिक (protohistoric) एवं प्रारंभिक लोहयुगीन सामग्री प्रचुर मात्रा में प्राप्त हुई है। पुराणों व महाभारत में उल्लेख आता है कि वृष्णि-वीर कृष्ण व बलराम यहाँ गुरु सांदीपनी के आश्रम में विद्याप्राप्त करने हेतु आये थे। कृष्ण की एक पत्नी मित्रवृन्दा उज्जैन की ही राजकुमारी थी। उसके ...

जयपुर से उज्जैन के लिए ट्रेन

जयपुर से उज्जैन के लिए ट्रेन जयपुर से उज्जैन तक की ट्रेनें बुक करें - नई दिल्ली से मुंबई के बीच लगभग 7 ट्रेनें चलती हैं और लगभग 519 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं।जयपुर से उज्जैन जाने वाली ट्रेनों की सूची, उनके शेड्यूल, टाइम टेबल और टिकट किराये के साथ नीचे दी गयी है। ixigo के साथ आप रियल-टाइम में जयपुर से उज्जैन ट्रेन में सीट की उपलब्धता भी देख सकते हैं। ixigo द्वारा आप अपनी जयपुर से उज्जैन ट्रेन की लाइव रनिंग स्टेटस ( जयपुर से उज्जैन ट्रेन रनिंग स्‍टेटस ixigo पर जयपुर से उज्जैन तक की ट्रेन का रनिंग स्टेटस ( train running status) देख सकते हैं। सर्च बॉक्स में ट्रेन नंबर या नाम दर्ज करें और सर्च बटन दबायें। आपको यात्रा के दौरान प्रत्येक स्टेशन (यदि कोई हो) पर ट्रेन की पूरी समय सारिणी, स्टॉपेज की जानकारी और समय में देरी की जानकारी मिलेगी। आप इस फ़ीचर द्वारा ट्रेन का प्लेटफ़ॉर्म नंबर और कोच पोज़िशन भी जान सकते हैं।

सीहोर ज़िला

गुजरात राज्य में इस से मिलते-जुलते नाम के शहर के लिए सीहोर ज़िला Sehore district सूचना 6,578किमी² • 13,11,332 200/किमी² उपविभागों के नाम: तहसील उपविभागों की संख्या: 8 मुख्य भाषा(एँ): सीहोर ज़िला आदर्श स्थल [ ] भारत में स्थित चार स्वयं-भू चिंतामन गणेश मंदिर में से एक अति प्राचीन विक्रमादित्य कालीन ऐतिहासिक श्री चिंतामन सिद्ध गणेश मंदिर सीहोर में स्थित है। यह मंदिर सीहोर के वायव्य पश्चिम-उत्तर कोण में स्थित है जो कि शुगर फैक्ट्री से पश्चिम में लगभग एक किलोमीटर दूरी पर गोपालपुर में स्थित है। 2000 वर्ष पूर्व उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य परमार वंश के राजा ने मंदिर का निर्माण कराया था। मंदिर में स्थापित श्रीगणेश जी की मूर्ति खड़ी हुई है। मूर्ति जमीन के अंदर आधी धंसी हुई है, इसलिए आधी मूर्ति के ही दर्शन होते हैं। यह स्वयंभू प्रतिमा है। इस मंदिर का निर्माण विक्रम संवत् 155 में महाराज विक्रमादित्य द्वारा गणेशजी के मंदिर का निर्माण श्रीयंत्र के अनुरूप करवाया गया था। राजा विक्रमादित्य के पश्चात मंदिर का जीर्णोद्धार एवं सभा मंडप का निर्माण बाजीराव पेशवा प्रथम ने करवाया था। शालीवाहन शक, राजा भोज, कृष्ण राय तथा गौंड राजा नवल शाह आदि ने मंदिर की व्यवस्था में सहयोग किया। नानाजी पेशवा विठूर आदि के समय मंदिर की ख्याति व प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई है। डेढ़ सौ साल पहने नहीं लगता था मंदिर में ताला चिंतामन सिद्ध गणेश जी होने से एवं 84 सिद्धों में से अनेक तपस्वियों ने यहां सिद्धि प्राप्त की है। बताया जाता है कि गणेशजी के मंदिर में विराजित गणेशजी की प्रतिमा की आंखों में हीरे जड़े हुए थे। 150 वर्ष पूर्व तक मंदिर में ताला नहीं लगाया जाता था तब चारों ने मूर्ति की आंखों में लगे हीरे चोरी कर लिए गए थे ...

Ujjain Taramandal: उज्जैन में 15 करोड़ की लागत से बनेगी साइंस सिटी, जानिए क्या होगा खास

उज्जैन. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का उज्जैन (Ujjain) अब भगवान महाकाल की नगरी के साथ-साथ साइंस सिटी के रूप में भी पहचाना जाएगा. यहां तारामंडल और विज्ञान केंद्र का निर्माण किया जाएगा. अगले 2 सालों में 15 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से थ्रीडी स्टूडियो, इनोवेशन हब, लैब बनकर तैयार होंगे. इसे शहर की बसंत विहार स्थित 21 .75 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा. तारा मंडल की जमीन पर जल्द ही उप क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र आकार लेगा. ये सभी काम 3 फेज में होंगे. कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत की अध्यक्षता में गुरुवार को बसंत विहार स्थित तारामंडल पर भूमि पूजन किया गया. भव्य समारोह में राज्यपाल थावरचंद गेहलोत, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा सहित विद्या भारती के जयंत सहस्त्र बुद्धि ने विधिवत भूमि पूजन किया. पूजन के बाद राज्यपाल गेहलोत ने कहा कि अब उज्जैन को साइंस सिटी के रूप में नई पहचान मिलेगी. कई लोग यहां आकर विज्ञान समझेंगे. उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने बताया कि उज्जैन अब धार्मिक शहर के साथ-साथ साइंस सिटी के नाम से भी जाना जाएगा. 15 करोड़ से अधिक की लागत से बनने वाले विज्ञान केंद्र में कई बड़े छोटे उपकरण लगेंगे. ये सभी हाईटेक होंगे. ऑडिटोरियम, कॉन्फ्रेंस रूम, छात्रों के लिए पिकनिक एरिया, लायब्रेरी, एक इनोवेशन हब, लैब, चिल्ड्रन एक्टिविटी हॉल, गैलरी, फन साइंस, कई प्रकार गेजेट्स होंगे. यहां उपकरणों पर विद्यार्थी शोध भी कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि यह सब अगले 2 सालों में तैयार होगा. ये टेक्नीक भी सीखेंगे स्टूडेंट्स शहर में स्टूडेंट्स को लैब में मिट्टी, जल और खाद्य पदार्थों के नमूनों का परीक्षण भी सिखाया जाएगा. विज्ञान केंद्र में राज्य शासन 8 .65 कर...

उज्जैन में घूमने के लिए खास हैं ये 14 जगहें, हर जगह का इतिहास है खास

मध्य प्रदेश में स्थित उज्जैन को हिंदू भक्तों के लिए भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक माना जाता है। यहां मंदिरों और ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण इमारतों की बहुतायत है। अगर आप भी इस साल महाकाल के दर्शन को उतावले हैं और उज्जैन जाने के लिए टिकट बुक करने वाले हैं तो हम आपको बता दें की मध्य प्रदेश के इस अभूतपूर्व शहर में और भी बहुत कुछ देखने-घूमने लायक है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • कैसे पहुंचे महाकाल की नगरी उज्जैन? उज्जैन पहुंचने के कई तरीके हैं। सबसे लोकप्रिय साधन हवाई जहाज और ट्रेन है। हवाई जहाज द्वारा: उज्जैन का निकटतम हवाई अड्डा देवी अहिल्या बाई होल्कर हवाई अड्डा (आईडीआर) है, जो शहर से लगभग 51 किमी दूर स्थित है। उज्जैन पहुंचने के लिए आप एयरपोर्ट से कैब ले सकते हैं। ट्रेन से: उज्जैन में रेलवे स्टेशन है इसलिए ट्रेन के ज़रिए आप उज्जैन पहुंच सकते हैं। जब आप उज्जैन जाने की योजना बना रहे हैं, तो ऐसे कई खास स्थान हैं जिन्हें आपको अपने यात्रा कार्यक्रम में शामिल करना चाहिए। यहां हम उज्जैन में घूमने के 12 स्थानों की लिस्ट दे रहे हैं। जहां जाकर आप अपनी यात्रा का लुत्फ उठा सकते हैं। उज्जैन घूमने का सबसे अच्छा समय कब है? उज्जैन में गर्मी बहुत तेज होती है। यहां गर्मियों में भारी गर्मी पड़ती है और सर्दियों में तेज़ सर्दी पड़ती है। इसलिए उज्जैन की यात्रा का सबसे अच्छा समय मार्च से अप्रैल और अक्टूबर से नवंबर के महीनों में होता है, इस समय मौसम अनुकूल होता है। सुहावना मौसम अनुभव को और सुखद बना देता है। उज्जैन के ये 14 टूरिस्ट प्लेस महाकालेश्वर मंदिर जाएं महाकालेश्वर मंदिर भारत के सबसे प्रतिष्ठित पवित्र मंदिरों में से एक है। इसीलिए ये जान कर आपको...

10+ उज्जैन में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय (2023)

Ujjain Me Ghumne ki Jagah: हमारे देश भारत में बहुत सारे पर्यटक स्थल है और विदेशी पर्यटक प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में भारत में घूमने के लिए आते हैं। भारत के सबसे पुराने चेहरों में उज्जैन का नाम भी शामिल है। उज्जैन जो भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है। उज्जैन को भारत का सबसे पवित्र स्थान भी माना जाता है और यह शिप्रा नदी के तट पर बसा हुआ है। उज्जैन शहर में लगने वाला कुंभ मेला 12 साल में सिर्फ एक बार लगता है और इस कुंभ मेले में लाखों की संख्या में देश विदेशों से लोग भ्रमण के लिए आते हैं। यह मेला 12 दिन तक रहता है। कहानियों के अनुसार ऐसा भी बताया जाता है कि अमृत की खोज करने के लिए देवताओं और राक्षसों के बीच एक होड़ लगी थी और इसी होड़ के अंदर एक दूसरे का पीछा करते हुए अमृत की एक बूंद उज्जैन शहर पर गिरी थी। इसीलिए आज भी इस शहर को पवित्र शहर की उत्पत्ति मिली हुई है। साथ ही साथ इस शहर की लोकप्रियता कई विद्वान शासकों के वजह से भी है। उज्जैन में प्रसिद्ध राजा चंद्रगुप्त द्वितीय ब्रह्मगुप्त और भरतचार्य जैसे विद्वान शासक शासन कर चुके हैं। इनकी वजह से उज्जैन शहर की लोकप्रियता को चार चांद लग गये। उज्जैन में लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Ujjain Tourist Places in Hindi) महाकालेश्वर मंदिर महाकालेश्वर मंदिर जो हिंदुओं का सबसे पवित्र और उत्कृष्ट तीर्थ स्थान माना जाता है। महाकालेश्वर मंदिर जो मध्य प्रदेश के और रुद्र सागर झील के किनारे पर बसा हुआ है। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के दिन विशाल मेले का आयोजन होता है। Image: Mahakaleshwar Jyotirlinga यहां पर की जाने वाली आरती सुबह 4:00 बजे देखने लायक होती है। उज्जैन में मंदिर परिसर में शांति बनाए रखने के लिए कई नियम बनाए गए ...

उज्जैन में घूमने के लिए खास हैं ये 14 जगहें, हर जगह का इतिहास है खास

मध्य प्रदेश में स्थित उज्जैन को हिंदू भक्तों के लिए भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक माना जाता है। यहां मंदिरों और ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण इमारतों की बहुतायत है। अगर आप भी इस साल महाकाल के दर्शन को उतावले हैं और उज्जैन जाने के लिए टिकट बुक करने वाले हैं तो हम आपको बता दें की मध्य प्रदेश के इस अभूतपूर्व शहर में और भी बहुत कुछ देखने-घूमने लायक है। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • कैसे पहुंचे महाकाल की नगरी उज्जैन? उज्जैन पहुंचने के कई तरीके हैं। सबसे लोकप्रिय साधन हवाई जहाज और ट्रेन है। हवाई जहाज द्वारा: उज्जैन का निकटतम हवाई अड्डा देवी अहिल्या बाई होल्कर हवाई अड्डा (आईडीआर) है, जो शहर से लगभग 51 किमी दूर स्थित है। उज्जैन पहुंचने के लिए आप एयरपोर्ट से कैब ले सकते हैं। ट्रेन से: उज्जैन में रेलवे स्टेशन है इसलिए ट्रेन के ज़रिए आप उज्जैन पहुंच सकते हैं। जब आप उज्जैन जाने की योजना बना रहे हैं, तो ऐसे कई खास स्थान हैं जिन्हें आपको अपने यात्रा कार्यक्रम में शामिल करना चाहिए। यहां हम उज्जैन में घूमने के 12 स्थानों की लिस्ट दे रहे हैं। जहां जाकर आप अपनी यात्रा का लुत्फ उठा सकते हैं। उज्जैन घूमने का सबसे अच्छा समय कब है? उज्जैन में गर्मी बहुत तेज होती है। यहां गर्मियों में भारी गर्मी पड़ती है और सर्दियों में तेज़ सर्दी पड़ती है। इसलिए उज्जैन की यात्रा का सबसे अच्छा समय मार्च से अप्रैल और अक्टूबर से नवंबर के महीनों में होता है, इस समय मौसम अनुकूल होता है। सुहावना मौसम अनुभव को और सुखद बना देता है। उज्जैन के ये 14 टूरिस्ट प्लेस महाकालेश्वर मंदिर जाएं महाकालेश्वर मंदिर भारत के सबसे प्रतिष्ठित पवित्र मंदिरों में से एक है। इसीलिए ये जान कर आपको...

जयपुर से उज्जैन के लिए ट्रेन

जयपुर से उज्जैन के लिए ट्रेन जयपुर से उज्जैन तक की ट्रेनें बुक करें - नई दिल्ली से मुंबई के बीच लगभग 7 ट्रेनें चलती हैं और लगभग 519 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं।जयपुर से उज्जैन जाने वाली ट्रेनों की सूची, उनके शेड्यूल, टाइम टेबल और टिकट किराये के साथ नीचे दी गयी है। ixigo के साथ आप रियल-टाइम में जयपुर से उज्जैन ट्रेन में सीट की उपलब्धता भी देख सकते हैं। ixigo द्वारा आप अपनी जयपुर से उज्जैन ट्रेन की लाइव रनिंग स्टेटस ( जयपुर से उज्जैन ट्रेन रनिंग स्‍टेटस ixigo पर जयपुर से उज्जैन तक की ट्रेन का रनिंग स्टेटस ( train running status) देख सकते हैं। सर्च बॉक्स में ट्रेन नंबर या नाम दर्ज करें और सर्च बटन दबायें। आपको यात्रा के दौरान प्रत्येक स्टेशन (यदि कोई हो) पर ट्रेन की पूरी समय सारिणी, स्टॉपेज की जानकारी और समय में देरी की जानकारी मिलेगी। आप इस फ़ीचर द्वारा ट्रेन का प्लेटफ़ॉर्म नंबर और कोच पोज़िशन भी जान सकते हैं।

उज्जैन

उज्जैन (मध्य प्रदेश) मानचित्र दिखाएँ मध्य प्रदेश निर्देशांक: 23°10′N 75°47′E / 23.17°N 75.79°E / 23.17; 75.79 23°10′N 75°47′E / 23.17°N 75.79°E / 23.17; 75.79 देश शासन •सभा उज्जैन नगर निगम • मुकेश टटवाल ( क्षेत्रफल •कुल 157किमी 2 (61वर्गमील) जनसंख्या (2011) •कुल 5,15,215 •घनत्व 3,300किमी 2 (8,500वर्गमील) भाषा •आधिकारिक •अन्य 456001 to 456010 टेलीफोन कोड 0734 MP-13 ( 900 मिलीमीटर (35इंच) औसत वार्षिक ताप 24.0°से. (75.2°फ़ै) औसत ग्रीष्मकालीन ताप 31°से. (88°फ़ै) औसत शीतकालीन तापमान 17°से. (63°फ़ै) वेबसाइट .nic .in अनुक्रम • 1 इतिहास • 1.1 राजा खदिरसार भील • 1.2 राजा गंधर्वसेन(गर्द भिल्ल) • 1.3 सम्राट विक्रमादित्य(विक्रम सेन) • 1.4 महान कवि कालिदास • 1.5 प्रमाणिक इतिहास • 1.6 मौर्य साम्राज्य • 1.7 मौर्य साम्राज्य का पतन • 1.8 गुप्त साम्राज्य • 1.9 दिल्ली सल्तनत • 1.10 मराठों का अधिकार • 2 आज का उज्जैन • 3 उज्जयिनी नगरी • 4 पर्यटन • 4.1 महाकालेश्वर मंदिर • 4.2 श्री बडे गणेश मंदिर • 4.3 मंगलनाथ मंदिर • 4.4 हरसिद्धि • 4.5 क्षिप्रा घाट • 4.6 गोपाल मंदिर • 4.7 गढकालिका देवी • 4.8 भर्तृहरि गुफा • 4.9 काल भैरव - • 5 सिंहस्थ कुम्भ • 6 स्वादिष्ट भोज पेय • 7 इन्हें भी देखें • 8 सन्दर्भ • 9 बाहरी कड़ियाँ इतिहास [ ] मुख्य लेख: राजनैतिक इतिहास उज्जैन का काफी लम्बा रहा है। उज्जैन के गढ़ क्षेत्र से हुयी खुदाई में आद्यैतिहासिक (protohistoric) एवं प्रारंभिक लोहयुगीन सामग्री प्रचुर मात्रा में प्राप्त हुई है। पुराणों व महाभारत में उल्लेख आता है कि वृष्णि-वीर कृष्ण व बलराम यहाँ गुरु सांदीपनी के आश्रम में विद्याप्राप्त करने हेतु आये थे। कृष्ण की एक पत्नी मित्रवृन्दा उज्जैन की ही राजकुमारी थी। उसके ...

Ujjain Taramandal: उज्जैन में 15 करोड़ की लागत से बनेगी साइंस सिटी, जानिए क्या होगा खास

उज्जैन. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का उज्जैन (Ujjain) अब भगवान महाकाल की नगरी के साथ-साथ साइंस सिटी के रूप में भी पहचाना जाएगा. यहां तारामंडल और विज्ञान केंद्र का निर्माण किया जाएगा. अगले 2 सालों में 15 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से थ्रीडी स्टूडियो, इनोवेशन हब, लैब बनकर तैयार होंगे. इसे शहर की बसंत विहार स्थित 21 .75 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा. तारा मंडल की जमीन पर जल्द ही उप क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र आकार लेगा. ये सभी काम 3 फेज में होंगे. कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत की अध्यक्षता में गुरुवार को बसंत विहार स्थित तारामंडल पर भूमि पूजन किया गया. भव्य समारोह में राज्यपाल थावरचंद गेहलोत, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा सहित विद्या भारती के जयंत सहस्त्र बुद्धि ने विधिवत भूमि पूजन किया. पूजन के बाद राज्यपाल गेहलोत ने कहा कि अब उज्जैन को साइंस सिटी के रूप में नई पहचान मिलेगी. कई लोग यहां आकर विज्ञान समझेंगे. उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने बताया कि उज्जैन अब धार्मिक शहर के साथ-साथ साइंस सिटी के नाम से भी जाना जाएगा. 15 करोड़ से अधिक की लागत से बनने वाले विज्ञान केंद्र में कई बड़े छोटे उपकरण लगेंगे. ये सभी हाईटेक होंगे. ऑडिटोरियम, कॉन्फ्रेंस रूम, छात्रों के लिए पिकनिक एरिया, लायब्रेरी, एक इनोवेशन हब, लैब, चिल्ड्रन एक्टिविटी हॉल, गैलरी, फन साइंस, कई प्रकार गेजेट्स होंगे. यहां उपकरणों पर विद्यार्थी शोध भी कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि यह सब अगले 2 सालों में तैयार होगा. ये टेक्नीक भी सीखेंगे स्टूडेंट्स शहर में स्टूडेंट्स को लैब में मिट्टी, जल और खाद्य पदार्थों के नमूनों का परीक्षण भी सिखाया जाएगा. विज्ञान केंद्र में राज्य शासन 8 .65 कर...