सिलिकोसिस लिस्ट जोधपुर

  1. मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना 2023: ऑनलाइन आवेदन, पात्रता, बीमारियों की सूची
  2. सिलिकोसिस
  3. सिलिकोसिस के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार
  4. सिलिकोसिस क्या है । Silicosis Meaning in Hindi
  5. जोधपुर तहसील लिस्ट: Jodhpur Tehsil List
  6. सिलिकोसिस पीड़ित सहायता योजना आवेदन कैसे करे Rajasthan Silicosis Pidit Sahayta Yojana
  7. Silicosis patients in Balesar


Download: सिलिकोसिस लिस्ट जोधपुर
Size: 70.15 MB

मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना 2023: ऑनलाइन आवेदन, पात्रता, बीमारियों की सूची

Mukhyamantri Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana:- सरकार द्वारा देश के नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार द्वारा कई बीमा योजनाएं भी संचालित की जाती हैं। आज हम आपको राजस्थान सरकार की ऐसी ही एक योजना से संबंधित जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं। जिसका नाम Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाएगा। इस लेख को पढ़कर आपको इस योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी। जैसे कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना क्या है?, इसके लाभ, उद्देश्य, पात्रता, विशेषताएं, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया आदि। योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े। • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Mukhyamantri Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana 2023 राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना 1 मई से आरंभ होने जा रही है। इस योजना के अंतर्गत सरकारी एवं योजना से जुड़े निजी अस्पतालों में भर्ती होने पर लाभार्थी को ₹500000 तक के निशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री जी द्वारा 27 मार्च को एक बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने Mukhyamantri Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana की तैयारियों को लेकर समीक्षा की है। मुख्यमंत्री जी द्वारा यह भी बताया गया कि प्रदेश के नागरिकों को • अब इस योजना के माध्यम से अस्पताल में भर्ती होने पर भी निशुल्क इलाज प्रदान किया जाएगा। अब प्रदेश के सभी परिवार ₹500...

सिलिकोसिस

सिलिकोसिस बीमारी क्षय रोग की तरह ही है. जहां पत्थर की कटाई और खनन का कार्य किया जाता उस क्षेत्र में ज्यादा मरीज पाये जाते हैं. इस बीमारी का का इलाज सिर्फ ‘धूलकण से बचाव’ ही इसका उपाय है. सिलिकोसिस उनको अधिक होने चांस रहते है जो व्यक्ति पत्थर का काम करता है उसकी सांसों में सिलिका युक्त धूल लगातार जाती रहती है और इस धूल से फेफड़ों में होने वाली बीमारी को सिलिकोसिस कहा जाता है. इसमें मरीज के फेफड़ें खराब हो जाते है और उसकी सांस फूलने लगती है. इसके चलते फेफड़ों के कार्य करने की क्षमता कमजोर हो जाती है. इस बीमारी का कोई सटीक इलाज मौजूद नहीं है. सिलिकोसिस बीमारी से फेफड़े खराब हो जाते हैं सिलिकोसिस के ज्यादातर मरीज खदानों में काम करने वाले होते हैं। सिलिका युक्त धूल में लगातार सांस लेेने से फेफड़ों में होने वाली बीमारी को सिलिकोसिस कहा जाता है। इसमें मरीज के फेफड़े खराब हो जाते हैं। पीड़ित व्यक्ति का सांस फूलने लगता है। इलाज न मिलने पर मरीज की मौत हो जाती है। जोधपुर के के.एन. चेस्ट एवं अजमेर के जेएलएन चिकित्सालय में होगी सिलिकोसिस विंग की स्थापना 26-मार्च-2023, 04:03 PM जयपुर, 26मार्च। जोधपुर के के.एन. चेस्ट चिकित्सालय और अजमेर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में सिलिकोसिस विंग की स्थापना होगी। इनमें27करोड़ रुपए की लागत आएगी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने विंग स्थापना और नवीन पद सृजित करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय,अजमेर में10.45करोड़ रुपए लागत से निर्माण कार्य व3.21करोड़ रुपए के चिकित्सकीय उपकरण खरीदे जाएंगे। वहीं,के.एन. चिकित्सालय,जोधपुर में10करोड़ रुपए की लागत से निर्माण कार्य और3.37करोड़ रुपए के उपकरण खरीदे जाएंगे। श्री गहलोत के इस निर्णय से सि...

सिलिकोसिस के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार

सिलिकोसिस फेफड़ों से संबंधित रोग है। यह आमतौर पर ऐसी फैक्ट्रियों में काम करने वाले लोगों को होता है, जहां पर धूल में सिलिका पाया जाता है। सिलिका क्रिस्टल की आकृति के सूक्ष्म कण होते हैं, जो पत्थर व खनिजों के कणों में पाए जाते हैं। यदि कोई व्यक्ति सिलिका युक्त धूल में सांस ले रहा है, तो धीरे-धीरे सिलिका उनके फेफड़ों में जमा होने लगता है। ऐसी स्थिति में फेफड़ों में स्कार बनने लग जाते हैं, जिससे (और पढ़ें - सिलिकोसिस के तीन प्रकार हैं, जो पूरी तरह उसकी गंभीरता पर निर्भर करते हैं। ये इस प्रकार हैं - • एक्यूट सिलिकोसिस - यदि कोई व्यक्ति लगातार दो साल से अधिक मात्रा में सिलिका से संपर्क में आ रहा है और अचानक से दो हफ्तों के अंदर उसे सिलिकोसिस के लक्षण महसूस होने लगे हैं, तो वह एक्यूट सिलिकोसिस होता है। • क्रोनिक सिलिकोसिस - यदि कोई व्यक्ति कम मात्रा में सिलिका के संपर्क में आता है और लगातार दशकों तक संपर्क में आने के बाद लक्षण महसूस होते हैं, तो उस स्थिति को क्रोनिक सिलिकोसिस कहा जाता है। यह सिलिकोसिस का सबसे आम प्रकार माना जाता है। इसके लक्षण शुरुआत में गंभीर नहीं होते हैं, लेकिन धीरे-धीरे बदतर होते रहते हैं। • एक्सलरेटेड- यदि लगातार 5 से 10 सालों तक अधिक मात्रा में सिलिका के संपर्क में आने के बाद अचानक से लक्षण दिखाई देने लगे हैं, तो यह एक्सलरेटेड सिलिकोसिस हो सकता है। इसमें लक्षण तेजी से गंभीर होने लगते हैं। myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने क...

सिलिकोसिस क्या है । Silicosis Meaning in Hindi

हिन्दी Bengali सिलिकोसिस क्या है ? सिलिकोसिस, क्रिस्टलीय सिलिका धूल के बारीक कणों के कारण साँस लेने से होने वाले परेशानी फेफड़ों से संबंधित बीमारी होती है। सिलिका धूल के कण रिएक्शन प्रतिक्रिया को प्रभावित कर सकते है। यह फेफड़ों के नोड्यूल और निशान के गठन की ओर जाने लगता है। इन परिवर्तनों से फेफड़ों के कार्य में हानि हो सकती है। यह बीमारी आम तौर पर पहले प्रदर्शन के बाद प्रकट होने में 5 से 20 साल ला ;लंबा लग सकता है। इनके शुरुवाती लक्षण में पुरानी सूखी खांसी और सांस की तकलीफ रोग आदि शामिल हैं। सिलिकोसिस समय के साथ और गंभीर होने लगता है। हालांकि लगातार धूल के संपर्क में रहने से सिलिकोसिस की समस्या बढ़ने लगती है। इस बीमारी का कोई सटीक इलाज मौजूद नहीं है, लेकिन लक्षण को कम करने के लिए कुछ निम्न उपचार करते है। यदि किसी व्यक्तो को किसी तरह का लक्षण नजर आता है तो चिकिस्तक से निदान व उपचार करवाएं। चलिए आज के लेख में आपको सिलिकोसिस क्या है के बारे में विस्तार से बताने वाले है। • सिलिकोसिस के प्रकार ? (Types of Silicosis in Hindi) • सिलिकोसिस के कारण ? (Causes of Silicosis in Hindi) • सिलिकोसिस के लक्षण ? (Symptoms of Silicosis in Hindi) • सिलिकोसिस का निदान ? (Diagnoses of Silicosis in Hindi) • सिलिकोसिस का इलाज ? (Treatments for Silicosis in Hindi) सिलिकोसिस के प्रकार ? (Types of Silicosis in Hindi) सिलिकोसिस मुख्य रूप से तीन प्रकार है। • एक्यूट सिलिकोसिस – इस प्रकार में मरीज एक या दो साल से सिलिका के संपर्क में रहने से लक्षण का अनुभव धीरे -धीरे होने लगता है। इस प्रक्रिया को एक्यूट सिलिकोसिस कहा जा सकता है। • एक्सलरेटेड – इस प्रकार में व्यक्ति को लंबे समय से प्रभावित हो सकता है जैसे...

जोधपुर तहसील लिस्ट: Jodhpur Tehsil List

Table of Contents • • • • Jodhpur Tehsil List | जोधपुर तहसील लिस्ट S. N. Tehsil List 1 Aau 2 Balesar 3 Baori 4 Bap 5 Bapini 6 Bhopalgarh 7 Bilara 8 Dechu 9 Jodhpur 10 Lohawat 11 Luni 12 Osian 13 Phalodi 14 Pipar City 15 Setrawa 16 Shekhala 17 Shergarh 18 Tinwari Jodhpur Tehsil List जोधपुर तहसील लिस्ट | Jodhpur Tehsil List in Hindi क्र. म. तहसील का नाम 1 आऊ 2 बालेसर 3 बावड़ी 4 बाप 5 बापिणी 6 भोपालगढ़ 7 बिलाड़ा 8 देचू 9 जोधपुर 10 लोहावट 11 लूनी 12 ओसियां 13 फलोदी 14 पीपाड़ सिटी 15 सेतरावा 16 शेखला 17 शेरगढ़ 18 तिंवरी जोधपुर तहसील लिस्ट List of Tehsils in Jodhpur, Rajasthan हमने यह जोधपुर तहसील लिस्ट (Jodhpur Tehsil List) आपके जानकारी के लिए बनाया है, उम्मीद करते हैं यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी। • Aau • Balesar • Baori • Bap • Bapini • Bhopalgarh • Bilara • Dechu • Jodhpur • Lohawat • Luni • Osian • Phalodi • Pipar City • Setrawa • Shekhala • Shergarh • Tinwari Jodhpur Tehsil List related FAQ’s

सिलिकोसिस पीड़ित सहायता योजना आवेदन कैसे करे Rajasthan Silicosis Pidit Sahayta Yojana

सिलिकोसिस पीड़ित सहायता योजना आवेदन कैसे करे, Rajasthan Silicosis Pidit Sahayta Yojana, राजस्थान सिलिकोसिस पीड़ित हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना, Rajasthan Silicosis Pidit Sahayta Yojana, सिलिकोसिस पीड़ित सहायता योजना आवेदन फॉर्म, सिलिकोसिस पीड़ित सहायता योजना का लाभ कैसे ले, Rajasthan Silicosis Pidit Sahayta Yojana Application Form, सिलिकोसिस पीड़ित सहायता योजनाक्या है राजस्थान BOCW विभाग में पंजीकर्त मजदूरो के लिए शुरू की गई योजना जिसमे सिलिकोसिससे पीड़ित को सरकार द्वारा सहायता राशी व एनी कई तरह के लाभ सिलिकोसिस पीड़ित सहायता योजनामें दिए जाते है राजस्थान LDMS लेबर कार्ड धारक इस योजना का लाभ ले सकते है इस योजना का पूरा नाम सिलिकोसिस पीड़ित हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना है Silikos Pidit yojana में ऑनलाइन आवेदन कर एक लाभ तक का लाभ ले सकते है इसके लिए मजदूरो को ऑनलाइन आवेदन करना है जिसके बाद मजदुर के बैंक खाते में सिलिकोसिस पीड़ित हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना का पैसे बैंक खाते में मिलता है अगर आप सिलिकोसिस पीड़ित हिताधिकारियों हेतु सहायता योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते है तो इस पोस्ट को लास्ट तक पढ़े जिसमे आपको सिलिकोसिस पीड़ित सहायता योजना के लाभ ऑनलाइन आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज व पात्रता आदि सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी • • योजना का उद्देश्य (सिलिकोसिस पीड़ित सहायता योजना) गरीब मजदरो को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से इस योजना को शुरू किया गया है जो श्रमिक विभाग में पंजीकर्त मजदुर है और सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित है तो सरकार की और से बीमारी होने पर 1 लाख रु व मर्त्यु होने पर 3 लाख तक कि सहायता राशी दी जाती है जिससे परिवार के सदस्यों का जीवन चल सके इस यो...

Silicosis patients in Balesar

बालेसर (जोधपुर). क्षेत्र के हजारों सिलिकोसिस रोगियों को जांच के लिए जोधपुर नहीं जाना होगा। अब सामुदायिक चिकित्सालय, बालेसर में सिलिकोसिस पीडि़तों की जांच होगी। बालेसर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रईस खान मेहर ने बताया कि पंचायत समिति बालेसर, सेखाला, शेरगढ़ एवं देचू क्षेत्र के सिलिकोसिस पीडि़तों को स्वास्थ्य जांच के लिए कमला नेहरू अस्पताल जोधपुर जाना पड़ता था। इससे सिलिकोसिस पीडि़तों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था।