सकरात कब है

  1. Subrat Kab Hai (शबे बारात कब है) 2024, पूरा अपडेट यहाँ पर मिलेगा
  2. तिला सकरात किस तारीख को है? » Tila Sakrat Kis Tarikh Ko Hai
  3. (Karwa Chauth) करवा चौथ 2023: कब है, कैसे मनाएं और क्या न करें
  4. Shab e Barat 2021: कब है शब
  5. बकरा ईद/ईद उल अजहा कब है 2022


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Subrat Kab Hai (शबे बारात कब है) 2024, पूरा अपडेट यहाँ पर मिलेगा

Shab-e-Barat In India – Shab-e-Barat, also known as the “Night of Forgiveness” or “Night of Salvation”, is an Islamic observance that falls on the fourteenth night of the Islamic month of Sha’ban. This year, it will take place on , 24/25 February 2024. Muslims believe that this is the night when Allah SWT decides the fate of all people for the coming year. रज्जब महीना 29 दिनों का हुआ 11 फरवरी 2024 को शआबान महीने की 1 तारीख हो सकता है. • 1 शआबान – 11 फरवरी • 2 शआबान – 12 फरवरी • 3 शआबान – 13 फरवरी • 4 शआबान – 14 फरवरी • 5 शआबान – 15 फरवरी • 6 शआबान – 16 फरवरी • 7 शआबान – 17 फरवरी • 8 शआबान – 18 फरवरी • 9 शआबान – 19 फरवरी • 10 शआबान – 20 फरवरी • 11 शआबान – 21 फरवरी • 12 शआबान – 22 फरवरी • 13 शआबान – 23 फरवरी • 14 शआबान – 24 फरवरी . रज्जब महीना 30 दिनों का हुआ 12 फरवरी 2024 को शआबान महीने की 1 तारीख हो सकता है. • 1 शआबान – 12 फरवरी • 2 शआबान – 13 फरवरी • 3 शआबान – 14 फरवरी • 4 शआबान – 15 फरवरी • 5 शआबान – 16 फरवरी • 6 शआबान – 17 फरवरी • 7 शआबान – 18 फरवरी • 8 शआबान – 19 फरवरी • 9 शआबान – 20 फरवरी • 10 शआबान – 21 फरवरी • 11 शआबान – 22 फरवरी • 12 शआबान – 23 फरवरी • 13 शआबान – 24 फरवरी • 14 शआबान – 25 फरवरी . 9 FAQs पिछले 10 सालों के रिकॉर्ड के अनुसार 2016 से 2022 के बीच होने वाले यह त्यौहार का लिस्ट नीचे दिया गया है। लिस्ट को देखने से साफ पता चलता है कि, प्रत्येक वर्ष 11 से 12 दिन पहले यह त्यौहार मनाया जाता है। • 2016 – 21 मई • 2017 – 12 मई • 2018 – 1 मई • 2019 – 20 अप्रैल • 2020 – 9 अप्रैल • 2021 – 28 मार्च • 2022 – 18 मार्च • 2023 – 7 मार्च • 2024 – 24/25 फरवरी. कब है जानिए र...

तिला सकरात किस तारीख को है? » Tila Sakrat Kis Tarikh Ko Hai

hello hamara sawaal hai tila sakrat kis tarikh ko kaha jata hai toh bharat mein tila sankranti 14 january ko kaha jata hai jise kahin kahin par makar sakranti aur uttaran ke naam se bhi jana jata hai dhanyavad हेलो हमारा सवाल है तिला सकरात किस तारीख को कहा जाता है तो भारत में तिला संक्रांति 14 जनवरी

(Karwa Chauth) करवा चौथ 2023: कब है, कैसे मनाएं और क्या न करें

करवा शब्द का अर्थ है दीपक और एक टोंटी वाले मिट्टी के बर्तन से है, जबकि चौथ का अर्थ है कार्तिक के महीने में कृष्ण पक्ष के चौथे दिन से है। इसे नीरजा व्रत के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष करवा चौथ का त्योहार 01 नवंबर, 2023 को पड़ रहा है। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और कल्याण के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं, वहीं कुछ युवतियां इस व्रत को एक अच्छा साथी पाने की इच्छा से रखती हैं। महिलाएं मुख्य रूप से अपने पति की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं और करवा चौथ 2023 कब है हर साल की तरह इस साल भी हिंदू व्रत कैलेंडर के अनुसार करवा चौथ का त्योहार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चौथ के दिन मनाया जाएगा। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार करवा चौथ 2023 की तारीख इस प्रकार है। चंद्रोदय का समय देश के अलग-अलग शहरों में अलग होगा। यह समय नई दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्र का है। करवा चौथ के दिन किसकी पूजा करें करवा चौथ के दिन शिव परिवार अर्थात स्वयं भगवान शिव, देवी पार्वती, भगवान गणेश और भगवान कार्तिकेय की पूजा करनी चाहिए। भगवान शिव का परिवार सबसे आदर्श माना जाता है और भगवान शिव और देवी पार्वती दोनों को महान वैवाहिक सुख और भौतिक समृद्धि प्रदान करने के लिए जाना जाता है। इस दिन अत्यधिक महत्व रखने वाले अन्य देवता चंद्रमा हैं। गणेशजी की पूजा का करवा चौथ पूजा में विशेष स्थान प्राप्त है। करवा चौथ के पीछे की मान्यताएं करवा चौथ की कहानी के अनुसार, पुराने दिनों में, करवा चौथ का त्योहार एक दुल्हन और एक विशेष रूप से चुनी गई महिला द्वारा अपने ससुराल में उसकी सबसे अच्छी दोस्त होने के लिए मनाया जाता था। दुल्हन अपने ससुराल में इस दोस्त को कुछ भी बता सकती थी, और यह ज्यादातर दोस्ती थी जिसका उद्देश्य दुल...

Shab e Barat 2021: कब है शब

Shab e Barat 2021 Date: शब-ए-बारात पर्व मुस्लिमों के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। ये पर्व शाबान महीने की 14वीं तारीख को सूर्यास्त के बाद शुरू होकर 15वीं तारीख की रात तक मनाया जाता है। ऐसी मान्यता कि इस रात सच्चे दिल से अगर अल्लाह की इबादत की जाए और अपने गुनाहों से तौबा की जाए तो अल्लाह इंसान को हर गुनाह से बरी कर देता है। इस बार ये पर्व 28 मार्च से शुरू होकर 29 मार्च तक मनाया जाएगा। क्यों खास है शब-ए-बारात? कई जगह इस दिन दुनिया से विदा हो चुके पूर्वजों की कब्रों पर जाकर उनके हक में दुआ की जाती है। इस्लामिक मान्यताओं अनुसार इस रात को हर तरह के फैसले होते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन इस दिन अल्लाह अपने बंदों के कर्मों का लेखा जोखा करता है और कई सारे लोगों को नरक से आजाद भी कर देता है। इसी वजह से मुस्लिम लोग इस पर्व वाले दिन रात भर जागकर अल्लाह की इबादत करते हैं। इस्लामिक मान्यताओं अनुसार इस रात को अगर सच्चे दिल से अल्लाह की इबादत करते हुए अपने गुनाहों से तौबा की जाए तो अल्लाह इंसान के हर गुनाह को माफ कर देता है। शब-ए-बारात कैसे मनाया जाता है? इस दिन गरीबों में इमदाद बांटने की परंपरा है। इस दिन मुस्लिम लोग मस्जिदों में और कब्रिस्तानों में इबादत के लिये जाते हैं। इसके साथ ही घरों को सजाया जाता है और लोग अपने समय को प्रर्थना करते हुए बिताते हैं। इस दिन लोग नमाज पढ़ने के साथ अल्लाह से अपने पिछले साल हुए गुनाहों की माफी मांगते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन अल्लाह कई सारी रुहों को जहुन्नम से आजाद करते हैं। इसके साथ इस दिन लोगो द्वारा हलवा खाने की भी परंपरा है। जिसके पीछे की मान्यता ये है कि इस दिन उहुद की लड़ाई में मुहम्मद साहब का एक दांत टूट गया था। जिस कारण इस द...

बकरा ईद/ईद उल अजहा कब है 2022

Explanation : बकरा ईद (ईद उल अजहा) 10 जुलाई 2022 की है। 30 जुलाई से इस्लामिक कैंलडर का आखिरी महीना शुरू हो रहा है। इस महीने को जो ज़ुल हिज्जा के नाम से जाना जाता है। इस्लाम में इस माह का बहुत अधिक महत्व होता है। इस महीने में हज यात्रा अदा की जाती है कुर्बानी भी दी जाती है। इस माह के 10वें दिन कुर्बानी का त्योहार ईद-उल-अजहा (बकरीद) मनाई जाती है। 2022 का बकरा ईद इसी दिन मनाई जाएगी। 09 जुलाई 2022 को इस्लामिक महीने जिलहिज्ज के चांद का दीदार होने की संभावना है।