सकरात कब है 2023

  1. Maha Ashtami 2023: इस तारीख को है दुर्गा महाअष्‍टमी, राम नवमी और कन्‍या पूजन, जानें पूजा के शुभ मुहूर्त
  2. Mahashivratri 2023 Date Time Puja Vidhi Lord Shiva Worship Significance
  3. World Cup 2023 Draft
  4. Gangaur 2023: कब है गणगौर? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व
  5. Sakat Chauth 2023 Kab Hai When Is Sakat Chauth 2023 Sakat Chauth Date Shubh Muhurat Puja Vidhi And Importance
  6. मार्च महीने का कैलेंडर 2023


Download: सकरात कब है 2023
Size: 56.46 MB

Maha Ashtami 2023: इस तारीख को है दुर्गा महाअष्‍टमी, राम नवमी और कन्‍या पूजन, जानें पूजा के शुभ मुहूर्त

Ram Navami 2023 kab hai: चैत्र नवरात्रि के पहले दिन से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है. इस तरह चैत्र मास की नवरात्रि हिंदू वर्ष की पहली नवरात्रि होती हैं. इन नवरात्रि के 9 दिनों के दौरान मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है. अष्‍टमी तिथि के दिन महाअष्‍टमी मनाई जाती है और मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. वहीं आखिरी दिन राम नवमी मनाई जाती है क्‍योंकि चैत्र शुक्‍ल की नवमी तिथि को भगवान राम का जन्‍म हुआ था. इस साल नवरात्रि पूरे 9 की हैं, यानी कि तिथियों में किसी तरह की घट-बढ़ नहीं हैं. इन 9 दिनों में मां अंबे की आराधना करना बहुत लाभ देता है क्‍योंकि नवरात्रि के 9 दिनों को बेहद शुभ और पवित्र माना गया है. हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल चैत्र नवरात्रि की दुर्गा अष्टमी 29 मार्च, बुधवार को रहेगी. चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 29 मार्च की रात 09 बजकर 07 मिनट तक रहेगी. इस दिन मां दुर्गा के आठवें अवतार मां महागौरी की पूजा की जाती है. कुछ लोग इसी दिन हवन-पूजन और कन्‍या पूजन करते हैं. इस बार दुर्गा अष्टमी के दिन रवि योग और शोभन योग बनने से इस समय में किए गए पूजा-उपाय खूब लाभ देंगे. कब है राम नवमी 2023 हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल राम नवमी 30 मार्च को मनाई जाएगी. 30 मार्च की रात 11 बजकर 30 मिनट तक चैत्र शुक्‍ल नवमी तिथि रहेगी. महानवमी को मां सिद्धिदात्री की पूजा करते हैं. साथ ही भगवान राम का जन्मोत्‍सव पूरे देश में धूम-धाम से मनाया जाता है. इस बार महानवमी के दिन 4 शुभ योग- सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, गुरु पुष्य योग और अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं. इन शुभ योगों को ज्‍योतिष में बहुत महत्‍वपूर्ण माना गया है. इनमें किए गए पूजा-पाठ या काम बेहद शुभ फल देते हैं. साथ ही इस...

Mahashivratri 2023 Date Time Puja Vidhi Lord Shiva Worship Significance

Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि भगवान शिव के भक्तों के लिए बेहद पावन उत्सव का दिन है. महादेव के भक्त हर साल इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हैं. महाशिवरात्रि का पर्व माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन मनाया जाता है. ऐसे में भगवान शिव के भक्तों में जानने की इच्छा है कि अगले साल महाशिवरात्रि कब है. शुभ मुहूर्त क्या है? क्यों मनाई जाती महाशिवरात्रि है. आइए जानते हैं. महाशिवरात्रि 2022 डेट हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2023 में 18 फरवरी शनिवार को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा.साल 2023 आने वाला हैं. कहते हैं कि इस तिथि पर महादेव ने वैराग्य जीवन छोड़कर गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया था. महाशिवरात्रि पूजा शुभ मुहूर्त वैसे तो महा शिवरात्रि की पूजा चार पहर में की जाती है लेकिन भक्त अपनी सुविधानुसार पूजा कर सकते हैं. निशिता काल यानी की मध्यरात्रि में महाशिवरात्रि की पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है. 18 फरवरी 2023 यानी रविवार मध्यरात्रि में 12 बजकर 15 मिनिट से 01 बजकर 06 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त है. शिव शक्ति का मिलन महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है इसके पीछे कई पौराणिक कहानियां छुपी हुई हैं. पौराणिक कथाओं के मुताबिक महा शिवरात्रि के दिन शिव और शक्ति का मिलन हुआ था. महाशिवरात्रि की पूरी रात महादेव के भक्त अपने आराध्य की पूजा के लिए जागरण करते हैं. शिवभक्त इस दिन शिवजी की शादी का उत्सव मनाते हैं. मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन शिव जी के साथ शक्ति की शादी हुई थी. पहली बार प्रकट हुए थे महादेव कुछ पौराणिक कहानियां ये भी कहती हैं कि महाशिवरात्रि के दिन शिवजी पहली बार प्रकट हुए थे. शिव का प्राकट्य ज्योतिर्लिंग यानी अग्नि के शिवलिंग के रूप में था. ऐसा शिवलिंग जिसका ना तो आद...

World Cup 2023 Draft

भारत का पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के साथ होना है तो वहीं 11 अक्टूबर को अफगानिस्तान के साथ भारतीय टीम दिल्ली में मैच खेलेगी. वर्ल्ड कप 2023 में भारतीय टीम ग्रुप स्टेज में ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीकी टीम के साथ मुकाबला करने वाली है तो वहीं दो मैच क्वालीफायर टीम के साथ भी खेलेगी. भारत के संभावित मैच वर्ल्ड कप में (World Cup Schedule India Match) 8 अक्टबर- भारत vs ऑस्ट्रेलिया (चेन्नई) 11 अक्टूबर- भारत vs अफगानिस्तान (दिल्ली) 15 अक्टूबर, भारत vs पाकिस्तान (अहमदाबाद) 19 अक्टूबर, भारत vs बांग्लादेश (पूणे) 22 अक्टूबर, भारत vs न्यूजीलैंड (धर्मशाला) 29 अक्टूबर, भारत vs इंग्लैंड (लखनऊ) 2 नंवबर, भारत vs क्वालीफायर 1 (मुंबई) 5 नवंबर, भारत vs साउथ अफ्रीका (कोलकाता) 11 नंवबर, भारत vs क्वालीफायर 2 (बेंगलुरू) शुरूआती ड्राफ्ट के अनुसार टूर्नामेंट पांच अक्टूबर को शुरू होगा जिसमें मौजूदा चैम्पियन इंग्लैंड का सामना पिछले उपविजेता न्यूजीलैंड से अहमदाबाद में होगा.फाइनल भी 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर खेला जायेगा. सेमीफाइनल 15 और 16 नवंबर को होंगे जिनका वेन्यू अभी तय नहीं है. मेजबान भारत अपने लीग मैच नौ शहरों में खेलेगा जिनमें कोलकाता, मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरू शामिल है, पाकिस्तान से मुकाबला 15 अक्टूबर को होगा.वहीं पाकिस्तान के लीग मैच पांच शहरो में हों. रिपोर्ट के अनुसार ,‘पाकिस्तान छह और 12 अक्टूबर को हैदराबाद में क्वालीफायर दौर से आई दो टीमों से खेलेगा । इसके बाद बेंगलुरू में आस्ट्रेलिया (20 अक्टूबर), चेन्नई में अफगानिस्तान (23 अक्टूबर), दक्षिण अफ्रीका (27 अक्टूबर) , बांग्लादेश से कोलकाता में (31 अक्टूबर ), न्यूजीलैंड से ...

Gangaur 2023: कब है गणगौर? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

Gangaur 2023 Ke Bare Mein: हिन्दू धर्म में महिलाएं पति की लंबी आयु और संतान के अच्छे स्वास्थ्य के लिए अनेकों व्रतों का पालन करती हैं जिनमें से कुछ नियमित होते हैं तो कुछ विशेष स्थान रखते हैं। खास व्रतों की इसी सूची में से एक है गणगौर का व्रत। ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं गणगौर के बारे में विस्तार से। इस साल गणगौर 24 मार्च, दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा। गणगौर के दिन चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पड़ रही है। तृतीया तिथि का शुभारंभ 23 मार्च, दिन गुरुवार (गुरुवार के दिन न करें इन चीजों का दान) को शाम 6 बजकर 20 मिनट से होगा वहीं, इसका समापन 24 मार्च को शाम 4 बजकर 59 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, इस साल गणगौर का व्रत मार्च की 24 तारीख को रखा जाना है। इस जरूर पढ़ें: गणगौर 2023 का महत्व गणगौर शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है। गण का अर्थ है भगवान शिव और गौर का अर्थ है माता गौरा अर्थात मां पार्वती। गणगौर के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विधान है। खास बात यह है कि इस दिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की मिट्टी की प्रतिमाएं अपने हाथों से बनाती हैं और फिर उनका श्रृंगार कर उनकी पूजा करती हैं। गणगौर के व्रत से जुड़ी एक अजीब मान्यता यह भी है कि इस व्रत का पालन महिलाएं अपने पति से छुपकर करती हैं। गणगौर का व्रत सिर्फ विवाहित ही नहीं बल्कि कुंवारी कन्याएं भी करती हैं। गणगौर का पर्व मुख्य तौर पर मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में मनाया जाता है। मान्यता है कि गणगौर का व्रत रखने से मन चाहा वर प्राप्त होता है और शादीशुदा महिलाओं को अखंड सौभग्य मिलता है। गणगौर 2023 की पूजा सामग्री गणगौर की पूजा में लकड़ी का साफ़ पटरा, कलश, काली मिट्टी, होलिक...

Sakat Chauth 2023 Kab Hai When Is Sakat Chauth 2023 Sakat Chauth Date Shubh Muhurat Puja Vidhi And Importance

Sakat Chauth 2023, Date, Shubh Muhurat, Puja Vidhi: सनातन धर्म में सकट चौथ व्रत का खास महत्व है. इस दिन महिलाएं भक्ति-भाव से व्रत रखती हैं और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करते हैं. साल 2023 में सकट चौथ का व्रत 10 जनवरी को पड़ रहा है. ऐसे में इस दिन व्रत रखकर भगवान गणेश की पूजन करने से सभी प्रकार के संकटों का नाश होगा. हिंदू धार्मिक मान्यता में किसी भी पूजा-पाठ में सबसे पहले भगवान गणेश का आवाहन किया जाता है. उसके बाद ही किसी दूसरे देवी-देवताओं का आवाहन किया जाता है. आइए जानते हैं कि नए साल 2023 में सकट चौथ कब रखा जाएगा और इसके शुभ मुहूर्त, पूजा विधि क्या है. सकट चौथ 2023 तिथि और शुभ मुहूर्त | Sakat Chauth 2023 Date, Muhurat माघ माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 10 जनवरी 2023 को दोपहर 12 बजकर 9 मिनट पर प्रारंभ होगी, जो 11 जनवरी 2023 दोपहर 02 बजकर 31 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, सकट चौथ 2023 का व्रत 10 जनवरी, मंगलवार को रखा जाएगा. इस दिन चंद्रोदय का समय रात्रि 8 बजकर 41 मिनट पर रहेगा. सकट चौथ 2022 पूजा विधि | Sakat Chauth Puja vidhi - सकट चौथ त्योहार के एक दिन पहले ही व्रती महिलाओं को सात्विव भोजन करना चाहिए. फिर इसके बाद सकट चौथ वाले दिन सुबह जल्दी से उठकर स्नान कर लाल रंग के वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें. - इसके बाद पूजा स्थल की साफ-सफाई करते हुए गंगाजल का छिड़काव करें और सुबह की पूजा करते हुए संकल्प लें. - दिनभर निर्जला उपवास करते हुए रात में चंद्रमा को अर्घ्य दें, गणेश जी की पूजा कर फिर फलहार करें. - इस दिन की पूजा में गणेश मंत्र का जाप करना बेहद फलदायी माना जाता है. ऐसे में गणेश मंत्र का जाप करते हुए 21 दूर्वा भगवान गणेश को अर्पित करना भी बेहद ...

मार्च महीने का कैलेंडर 2023

|| March calendar in Hindi 2023 | मार्च महीने का कैलेंडर | मार्च में होली कब है 2023? (Holi 2023 date | चैत्र नवरात्र कब है 2023? | मार्च में कौन सा त्यौहार मनाया जाता है? | March calendar in Hindi | 2023 में 2 मार्च कौन सा महीना लगेगा? || March calendar in Hindi 2023 :- मार्च का महीना हर किसी को प्यारा होता है क्योंकि इस महीने में सर्दियाँ जा रही होती है और गर्मियों का आगमन हो रहा होता है। ऐसे में हर जगह बसंत का ही मौसम देखने को मिलता है और बसंत का मौसम किसे नहीं पसंद होता है। हर कोई इस मौसम में आनंद की अनुभति करता है और इसका मजा उठाता है। साथ ही हमारे देश में हर मौसम और माह में कोई ना कोई त्यौहार पड़ते हैं और उसमें से एक मुख्य त्यौहार है होली (March calendar in Hindi) का। अब यह तो सभी को पता होगा कि होली किस महीने में पड़ती है या फिर कौन सा महीना होली का होता है। तो वह महीना होता है मार्च का जिसे हम होली के महीने के नाम से भी जानते हैं। जैसे ही मार्च महीने की शुरुआत होती है हर कोई खुशी से भर उठता है खासकर वे लोग जिन्हें होली का त्यौहार बहुत ज्यादा पसंद होता है। ऐसे में आपके मन में भी मार्च महीने को लेकर बहुत उत्साह होगा और आप इसकी तिथि का इंतज़ार कर रहे (March 2023 ka calendar) होंगे। अब यदि आप भी मार्च महीने में होली कब है और मार्च महीने का क्या कुछ कैलेंडर है, इसके बारे में जानकारी लेने के लिए इस लेख पर आये हैं तो हम भी आपको निराश ना करते हुए इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। आज के इस लेख में आपको मार्च महीने का पूरा कैलेंडर देखने को मिलेगा ताकि आप उसी के अनुसार ही अपनी छुट्टियाँ या अन्य कोई प्लानिंग कर (March 2023 ka Hindu calendar) सकें। 2.10 प्रश्न: 15 मार्च...