सम्राट अशोक जयंती 2023

  1. सम्राट अशोक महान की जयंती मनाई Birth Anniversary of Emperor Ashoka the Great
  2. Samrat Ashok Jayanti 2023: 'इतिहासकारों को नहीं पता सम्राट अशोक की जयंती', नीतीश की घोषणा से मची होड़, cm nitish kumar decided to celebrate samrat ashok ashtami
  3. Bihar Sarkar Chhuti List 2023
  4. Celebrating Samrat Ashok Jayanti 2023
  5. सासाराम की धरती पर ऐतिहासिक होगा सम्राट अशोक जयंती समारोह
  6. भव्यता के साथ मनाई गई सम्राट अशोक मौर्य की जयंती, लोगों में दिखा भारी उत्साह
  7. Bihar: बीजेपी की सम्राट अशोक जयंती कार्यक्रम में पहुंचे दिग्गज, लव कुश समीकरण साधने की तैयारी, बिहार की मंच पर केशव प्रसाद मौर्य
  8. धम्मदायाद सम्राट अशोक जयंती


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सम्राट अशोक महान की जयंती मनाई Birth Anniversary of Emperor Ashoka the Great

नवलगढ 29 मार्च 2023 कस्बे के दुर्जनपुरा गांव में स्थित गोगाजी महाराज मंदिर परिसर में सम्राट अशोक महान की जयंती मनाई गई। इस दौरान उपस्थित लोगो ने सम्राट अशोक की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किये। सैनी समाज संस्था के पूर्व अध्यक्ष गजानन्द सैनी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। गजानन्द सैनी ने अशोक महान के जीवन परिचय के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उनके शासनकाल, शिक्षा व चिकित्सा के लिए किए गए कार्यो के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि अशोक महान ने शिल्प तथा स्थापत्य कला के विकास में भी बड़ा योगदान दिया। उसके काल के बड़े स्तम्भ आज भी भारतीय कला के उत्कृष्ट नमूने माने जाते हैं। इस प्रकार राष्ट्र निर्माणकारी कार्य करके भारतीय इतिहास में अपना नाम दर्ज कराने हेतु हम भी प्रेरणा ले सकते है।

Samrat Ashok Jayanti 2023: 'इतिहासकारों को नहीं पता सम्राट अशोक की जयंती', नीतीश की घोषणा से मची होड़, cm nitish kumar decided to celebrate samrat ashok ashtami

पटना: चक्रवर्ती सम्राट अशोक पाटलिपुत्र से कभी विश्व के बड़े भूभाग पर शासन किया करते थे लेकिन उनकी जन्मतिथि को लेकर बिहार और देश में किसी भी इतिहासकार के पास जानकारी नहीं थी. सम्राट अशोक की जयंती को लेकर सबसे पहली बार पहल नीतीश कुमार ने ही की थी और 14 अप्रैल को उनकी जयंती मनाने की घोषणा हुई. हालांकि 14 अप्रैल को बाबा साहब अंबेडकर की भी जयंती थी ऐसे में सम्राट अशोक क्लब की ओर से अष्टमी को जयंती मनाने का सुझाव मुख्यमंत्री को दिया गया. जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया और इस साल से इस दिन राजकीय समारोह का भी आयोजन किया गया. इस मौके पर सम्राट अशोक क्लब की ओर से कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्राट अशोक की जयंती अष्टमी को मनाने का फैसला किस तरह लिया खुद जानकारी दी. नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि जब अष्टमी को जयंती मनाने का फैसला हुआ तो इसका विरोध भी हुआ लेकिन हमने सम्राट अशोक क्लब के बारे में उन्हें जानकारी दी तब जाकर विरोध खत्म हुआ है.

Bihar Sarkar Chhuti List 2023

जाने इस पोस्ट में क्या क्या है • • • • • • • • • • Bihar Sarkar Chhuti List 2023: यदि आप भी बिहार सरकार के अधीन किसी भी सरकारी विभाग मे मुलाजिम है तो आपके लिए धमाकेदार खुशखबरी है कि, बिहा Bihar Sarkar Chhuti List 2023 को जारी कर दिया गया है जिसकी पूरी अपडेट व पूरी लिस्ट होम आपको इस आर्टिकल में, प्रदान करेगे। इस लेख मे, हम आप सभी पाठको व सराकरी बाबुओं को विस्तार से Bihar Sarkar Chhuti List 2023 के प्रत्येक अवकाश दिवस की जानकारी तिथि के अनुसार प्रदान करेगे ताकि आप उनका पूरा – पूरा लाभ प्राप्त कर सके औऱ अपनी छुट्टियां को सदुपयोग कर सकेें। ⬇️ Download Bihar Help Mobile App📱 Jobs & शिक्षा से जुड़ी सभी जानकारी ! ( अन्त, इसी प्रकार आर्टिकल के अन्त में, हम आपको कुछ क्विक लिंक्स भी देंगे जो कि, आपके लिए लाभदायक सिद्ध होेंगे। Read Also – Bihar Sarkar Chhuti List 2023 – Overview Name of the Article Bihar Sarkar Chhuti List 2023: Type of Article Late Subject of Article Details Information of Bihar Sarkar Chhuti List 2023 State Bihar सरकारी बाबुओ की लॉटरी, 33 दिनो का मिलेगा अवकाश – Bihar Sarkar Chhuti List 2023 यदि आप भी बिहार सरकार के तरत किसी भी विभाग के कर्मचारी है तो आपके लिए खुशखबरी है कि, आपको साल 2023 मे, कुुल 33 दिनो का अवकाश प्रदान किया जायेगा जिसको लेकर जारी पूरी अपडेट कुछ इस प्रकार से हैं – बिहार सरकार ने जारी की साल 2023 की अवकाश लिस्ट? • बिहार सरकार द्धारा साल 2023 के लिए सभी सर • आपको बता दें कि, इस नई अवकाश लिस्ट के तहत अगले वर्ष सभी सरकारी कर्मचारीयो को अलग – अलग अवसरो पर कुल 33 दिनो का अवकाश प्रदान किया जायेगा आदि। Read Also – • • छुट्टियो को लेकर जारी हुआ एक ब्लू प्रि...

Celebrating Samrat Ashok Jayanti 2023

People Also Read: What is इतिहासकारों को नहीं पता सम्राट अशोक की जन्‍मतिथि, नीतीश सरकार 14 अप्रैल nitish kumar government has announced mauryan king ashoka birth anniversary 14 april;. वर्ष 2023 मेष जातकों के लिए मिश्र फल लेकर आ रहा है। इस वर्ष मेष जातकों के जीवन के कई नए आयाम उजागर होंगे, उन्हें व्यावसायिक और आर्थिक क्षेत्र में काफी सफलता और. People Also Read: How to use Chakravarty mahan Samrat Ashok jayanti 29 March comming soon status 2023 About Pres Coyright Cotact us Creators Advertise Developers Terms Privacy Policy & Safety How YouTube works Test new features NFL Sunday Ticket Pres Coyright. About Pres Coyright Cotact us Creators Advertise Developers Terms Privacy Policy & Safety How YouTube works Test new features NFL Sunday Ticket Pres Coyright. Public · Anyone on or off Facebook. Date – 29th March 2023 (WEDNESDAY) Time – 2 P.

सासाराम की धरती पर ऐतिहासिक होगा सम्राट अशोक जयंती समारोह

आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 29 मार्च 2023 : सासाराम : बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार सासाराम पार्टी ऑफिस पहुंचे बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने जिला भर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान मौके पर मौजूद कार्यकर्ता, नेता, जिला के विधान पार्षद, विधायक और संगठन के पदाधिकारियों ने प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया। मौके पर मौजूद पत्रकारों से बात चीत करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि इस दायित्व के लिए शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद देता हूं। और सभी कार्यकर्ताओं को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि काम करने वाले सभी सक्रिय कार्यकर्ता, नेता जो पार्टी और देश हित में दिन रात लगे रहते हैं उन्हें बराबरी का सम्मान मिलेगा। सासाराम के रेलवे मैदान में आयोजित सम्राट अशोक के जयंती समारोह को लेकर श्री चौधरी ने कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया और जोर शोर से पूरी मजबूती और ताकत के साथ मौजूद रहने को कहा। जिला मुख्यालय के मंगलम होटल में आयोजित मुखिया संघ की बैठक में मौजूद जिला के सभी मुखिया और मुखिया प्रतिनिधियों को 2 तारीख को सासाराम के रेलवे मैदान में आने का न्योता दिया। श्री चौधरी में कहा कि गृह मंत्री अमित शाह जी के आने से सम्राट अशोक को मानने वालों को नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्टी में पन्ना प्रमुख, बूथ स्तर की जिम्मेदारियों का निर्वहन करने वालों की रूप रेखा तैयार की जाएगी। जिसके बाद पार्टी को नई मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में जिन जिन लोगों ने राज किया सभी को भाजपा ने आगे बढ़ाया। खुद को पीछा कर भाजपा ने दूसरे को सता की कुर्सी पर बिठाया। जब जब पिछड़ों के हक की बात हुई। भाजपा ने उस विधेयक को लाया। चाहे मंडल कमीशन की बात हो या STSC कानून की ...

भव्यता के साथ मनाई गई सम्राट अशोक मौर्य की जयंती, लोगों में दिखा भारी उत्साह

विनोद साहू -: बरुआसागर (झांसी) आज दिनांक 29 मार्च 2023 को समस्त कुशवाहा समाज के द्वारा सम्राट अशोक मौर्य की 2327 वी जयंती का भव्यता के साथ आयोजन किया गया सम्राट अशोक मौर्य की जयंती के शुभ अवसर पर समाज के लोगों के द्वारा शोभा यात्रा का नगर भ्रमण किया गया शोभायात्रा के कंपनी बाग मैं समापन किया गया तत्पश्चात अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीताराम कुशवाहा तथा विशिष्ट अतिथि जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र कुशवाहा पार्षद, राघवेंद्र कुशवाहा पार्षद ,लखन कुशवाहा झांसी, जिला अध्यक्ष महिला हेमलता कुशवाहा, विजय कुशवाहा झांसी एवं नगर के समाजसेवी ओमी कुशवाहा, अमर सिंह कुशवाहा,मनोज कुशवाहा, एडवोकेट दीपक कुशवाहा एवम बल्ली प्रधान फुटेरा आदि रहे कार्यक्रम की रूपरेखा एवं आयोजन की मुख्य भूमिका में खूबचंद फौजी ठाकुर दास कुशवाहा, दीपू कुशवाहा, महेंद्र कुशवाहा, धर्मेंद्र कुशवाहा, हरिमोहन कुशवाहा, देवेंद्र कुशवाहा, नवल कुशवाहा फुटेरा, पुरुषोत्तम कुशवाहा, कमलेश कुशवाहा सहित समस्त कुशवाहा समाज के लोग उपस्थित रहे

Bihar: बीजेपी की सम्राट अशोक जयंती कार्यक्रम में पहुंचे दिग्गज, लव कुश समीकरण साधने की तैयारी, बिहार की मंच पर केशव प्रसाद मौर्य

Bihar: बीजेपी की सम्राट अशोक जयंती कार्यक्रम में पहुंचे दिग्गज, लव-कुश समीकरण साधने की तैयारी, बिहार की मंच पर केशव प्रसाद मौर्य बीजेपी सम्राट अशोक जंयती के बहाने लव-कुश समीकरण को साधने की कोशिश कर रही है. शुक्रवार को बीजेपी नेता और मंत्री सम्राट चौधरी के नेतृत्व में सम्राट अशोक जयंती मनाई गई. कार्यक्रम में बीजेपी के कद्दावर नेता मौजूद रहे. शुक्रवार को बीजेपी ( BJP) ने पटना में सम्राट अशोक जयंती ( Samrat Ashok Jayanti) के बहाने जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया. पटना में आयोजित कार्यक्रम में बीजेपी के दिग्गज नेता एक साथ मंच पर नजर आए. यहां नीतीश सरकार के मंत्री और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी की अगुवाई में मनाई गई सम्राट अशोक जयंती कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानन्द राय, यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य. बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी समेत कई बड़े नेता कार्यक्रम में शामिल हुए दरअसल बीजेपी बिहार में लव-कुश (कोइरी-कुर्मी) समीकरण को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है, नीतीश कुमार के विधानसभा चुनाव के बाद उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी में शामिल कराने के बाद बीजेपी सम्राट चौधरी को लगातार प्रमोट कर रही है. बिहार में कोइरी (कोइरी-कुर्मी) के 9 प्रतिशत वोट है लव कुश समीकरण को साधने की कोशिश नीतीश कुमार लव कुश (कोइरी-कुर्मी) समीकरण के बल पर ही बिहार में मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने में कामयाब हुए है. अब बीजेपी की भी नजर इस वोट पर है. यही वजह है कि सरकार में साथ रहने के बावजूद दोनों पार्टी सम्राट अशोक की जयंती अलग-अलग मना रही है. ‘सम्राट अशोक बिहार के गौरव’ शुक्रवार ...

धम्मदायाद सम्राट अशोक जयंती

धम्मदायाद सम्राट अशोक जयंती नाशिक प्रतिनिधी - हर्षा चौधरी पालि भाषेमध्ये दायाद म्हणजे उत्तराधिकारी किंवा वारसदार, तर धम्मदायाद म्हणजे धम्माचा उत्तराधिकारी किंवा धम्माचा वारसदार. याचाच अर्थ जो धम्माचे स्वतः आचरण करतो, जो धम्माचा प्रचार आणि प्रसारासाठी तन, मन, धनाने प्रयत्न करतो तोच खऱ्या अर्थाने धम्मदायाद म्हणता येईल. या अर्थाने पाहिल्यास आणि ऐतिहासिक पुरावे ग्राह्य धरल्यास, केवळ सम्राट अशोक यांचेच नांव धम्मदायाद साठी योग्य आहे हे लक्षात येते. सम्राट अशोक एक बहुआयामी आणि प्रतिभाशाली व्यक्तिमत्व होते. राज्य आणि राज्यातील जनता आणि धम्मासंबंधी त्यांचे दायित्व सिद्ध करायचे असेल तर त्यांच्या वैयक्तिक आणि सामाजिक जीवनावर प्रकाश टाकायला हवा. यासाठी त्यांनी लिहिलेले शिलालेख, उभारलेल्या वास्तू, महावंस, अशोकावदान, रजतरंगिणी हे ग्रंथ आणि चीनी बौद्ध भिक्खू यांची प्रवासवर्णने पहावी लागतील. जगप्रसिद्ध इतिहासकार आणि प्रसिद्ध साहित्यिक, एच जी वेल्स "आऊटलाईन ऑफ हिस्टरी" या ग्रंथात म्हणतात, "इतिहासात गर्दी केलेल्या हजारो राजे, महाराज्यांच्या यादीत, अशोक यांचे नांव या सर्वांच्या वर एखाद्या अढळ ताऱ्याप्रमाणे चमकत आहे". अशोक यांचा अभ्यास करायचा असेल तर शिलालेख हे उत्तम साधन आहेत. तत्कालीन भौगोलिक सीमेनुसार सम्राट अशोक यांनी त्यांच्या राज्यात अनेक ठिकाणी प्रस्तर किंवा स्तंभलेख उभारले. कलिंग येथील शिलालेखातून कळते की त्यांच्या राज्याभिषेकाच्या 8व्या वर्षी कलिंगाशी युद्ध केले जे त्यांचे, त्यांच्या राज्याप्रति एक दायित्व होते. साम्राज्य वाढवून, आजूबाजूच्या राज्यांवर राजनैतिक दबाव निर्माण करणे व त्यामुळे आपले राज्य आणि त्यातील जनता सुरक्षित करणे हे एक राजा म्हणून त्यांचे कर्तव्य होते. या युद्धात झाल...