समस्तीपुर जंक्शन

  1. patna junction became highest revenue generating station ranking of samastipur improved read the top 30 stations name here
  2. Samastipur Railway Station Picture & Video Gallery
  3. दलसिंह सराय
  4. Samastipur News: समस्तीपुर जंक्शन को बम से उड़ाने की धमकी, आरोपी तक पहुंची पुलिस, threat to blow up samastipur junction
  5. समय से 20 मिनट पहले रांची तो 15 मिनट पहले पहुंची पटना जंक्शन; BJP सांसद के सफर पर विवाद


Download: समस्तीपुर जंक्शन
Size: 67.25 MB

patna junction became highest revenue generating station ranking of samastipur improved read the top 30 stations name here

बिहार: सबसे ज्यादा रेवेन्यू देने वाला स्टेशन बना पटना जंक्शन, समस्तीपुर की रैंकिंग सुधरी, यहां पढ़ें टॉप 30 नाम पूर्व मध्य रेल के अधिक राजस्व वाले टॉप 30 स्टेशनों की सूची में सहरसा फिर से 13वें स्थान पर काबिज है। टॉप यानी पहले स्थान पर फिर से पटना जंक्शन काबिज है। दूसरे स्थान पर फिर से दानापुर, तीसरे पर... पिछली सूची में 12 वें स्थान पर रहने वाला गया स्टेशन इस बार छह नंबर छलांग लगाते छठे स्थान पर पहुंच गया है। समस्तीपुर जंक्शन की रैंकिंग में इस बार सुधार हुआ है। नौ से घटकर सातवें स्थान पर पहुंच गया है। वहीं धनबाद एक नंबर आगे आठवें स्थान पर पहुंच गया है। पटना जिले का राजेंद्रनगर टर्मिनल एक पायदान नीचे लुढ़क नौवें स्थान पर पहुंच गया है। पटना का ही सातवें स्थान पर रहने वाला पाटलिपुत्र स्टेशन इस बार 14 वें स्थान पर है। ग्यारह पर रहने वाला बक्सर इस बार दसवें और आरा ग्यारहवें स्थान पर है। सहरसा से नीचे रहने वाला बरौनी एक पायदान आगे 12 वें नंबर पर पहुंच गया है। टॉप 30 के सबसे निचले पायदान पर अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन का नाम है। बता दें कि आरक्षित और अनारक्षित टिकट बिक्री से एक अप्रैल से 30 सितंबर 2021 तक पांच माह में मिले राजस्व को आधार बनाते टॉप 30 स्टेशनों की सूची रेलवे ने जारी की है। राजेश कुमार सिंह नामक व्यक्ति के द्वारा मांगे गए आरटीआई के जवाब में पूर्व मध्य रेल मुख्यालय के डिप्टी सीसीएम यात्री सुविधा ने अधिक राजस्व वाले टॉप 30 स्टेशनों की सूची उपलब्ध कराई है। सहरसा से नीचे हाजीपुर, कियूल, मोतिहारी व खगड़िया स्टेशन तेरहवें नंबर पर काबिज सहरसा स्टेशन से नीचे पाटलिपुत्र, हाजीपुर, कोडरमा, डेहरी ऑन सोन, कियूल, बापूधाम मोतिहारी और सासाराम स्टेशन हैं। बीसवें स्थान वाले सासाराम से न...

Samastipur Railway Station Picture & Video Gallery

♥♥All Imaginary Trains♥♥ New Trains To Be Introduced Special Pending Festival **new Special Fare **new Bedroll/Linen **new LHB Rakes **new Vande Bharat Humsafar Antyodaya Tejas Uday Rajdhani Shatabdi Duronto Garib Rath Sampark Kranti Jan Shatabdi Suvidha Premium Tatkal AC Express AC SuperFast Mail/Express SuperFast Passenger Toy MEMU/DEMU Double Decker Delhi EMU Hyderabad Chennai EMU Kolkata EMU Mumbai EMU Pune EMU Important Note: This website NEVER solicits for Money or Donations. Please beware of anyone requesting/demanding money on behalf of IRI. Thanks. Disclaimer: This website has NO affiliation with the Government-run site of Indian Railways. This site does NOT claim 100% accuracy of fast-changing Rail Information. YOU are responsible for independently confirming the validity of information through other sources.

दलसिंह सराय

अनुक्रम • 1 इतिहास • 2 जनसांख्यिकी • 3 रोडवेज • 4 रेलवे • 5 संदर्भ इतिहास [ ] इसका नाम अघोरी के 9 वें गुरु दलपत सिंह के नाम पर रखा गया है। इससे पहले इसे अघोरिया घाट कहा जाता था। यह शहर ब्रिटिश शासन के दौरान इंडिगो की खेती का केंद्र रहा है। 1902 में पूसा में इस शहर के करीब एक इंडिगो रिसर्च इंस्टीट्यूट भी खोला गया। आस-पास के क्षेत्रों में तंबाकू की अधिक मात्रा होने के कारण ब्रिटिश शासन के अधीन एक सिगरेट कारखाना भी था। जनसांख्यिकी [ ] 2011 के अनुसार रोडवेज [ ] दलसिंगसराय सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यह शहर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -28 पर स्थित है, जो बरौनी (बिहार) को गोरखपुर होते हुए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से जोड़ता है। यह SH 88 से भी जुड़ा है जो इसे ROSERA और कई और जगहों से जोड़ता है। रेलवे [ ] दलसिंहसराय के बारे में एक मिथक है कि यह भारत का दूसरा सबसे पुराना रेलवे स्टेशन और बिहार का पहला रेलवे स्टेशन है। दलसिंहसराय एक तम्बाकू उत्पादन केंद्र था, तैयार तम्बाकू उत्पादों को रेलवे के माध्यम से शेष भारत में पहुँचाया जाता था, ब्रिटिश सरकार ने तम्बाकू उत्पादों के परिवहन के लिए दलसिंहसराय में एक रेलवे स्टेशन का निर्माण किया। यह बरौनी जंक्शन और समस्तीपुर जंक्शन के बीच कई आधुनिक सुविधाओं वाला मुख्य रेलवे स्टेशन है। पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर की कई प्रमुख ट्रेनें जैसे गरीब रथ सुपरफास्ट एक्सप्रेस, वैशाली सुपर फास्ट एक्सप्रेस, अवध आसम एक्सप्रेस आदि यहां रुकती हैं। यह रेलवे से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यह पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर के सोनीपुर डिवीजन के अंतर्गत आता है। यह रेलवे नेटवर्क के साथ भारत के अन्य हिस्सों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। लगभग हैं। दलसिंगसराय रेलवे स्...

Samastipur News: समस्तीपुर जंक्शन को बम से उड़ाने की धमकी, आरोपी तक पहुंची पुलिस, threat to blow up samastipur junction

समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर जंक्शन पर बम होने की खबर सामने आई. मामला रविवार देर शाम का है, जब एक फोन कॉल से रेल महकमे में खलबली मच गई. पुलिस हेल्पलाइन सेवा 112 पर मोबाइल से एक कॉल के जरिये समस्तीपुर जंक्शन को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. धमकी देने वाले ने कहा कि अगर जंक्शन बचा सकते हो तो बचा लो. सूचना मिलते ही रेल महकमे में हड़कंम मच गया. आनन-फानन में रेल जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था चौकस कर दी गई और पूरे स्टेशन पर डॉग स्कॉयड की मदद से सर्च अभियान शुरू किया गया. पढ़ें-Gandhi Maidan Bomb Blast: बम ब्लास्ट आरोपी के पिता बोले- 'गिरफ्तार करने में STF को 10 साल लग गए' धमकी देने वाला आरोपी गिरफ्तार: देर रात तक चले इस सर्च अभियान में कहीं भी कुछ नहीं मिला. वैसे अचानक स्टेशन पर बढ़ी पुलिस अभियान से रेल यात्री भी किसी अनहोनी की आशंका से सहमे दिखाई दिए. 112 को मिली कॉल लोकेशन के जरिये पुलिस ने धमकी देने वाले आरोपी को धर-दबोचा है. जीआरपी की तरफ से इससे संबंधित मिली जानकारी के अनुसार आरोपी युवक अंगारघाट थाना क्षेत्र के चैता गांव का रहने वाला है. जो जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार जंक्शन को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला यह युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त लग रहा है. जीआरपी की सभी टीम अलर्ट: वैसे मामले को लेकर अब पुलिस तफ्तीश में जुटी है. आरोपी युवक से लगातार पूछताछ की जा रही है. गौरतलब हो कि इस घटना के बाद से आरपीएफ और जीआरपी की सभी टीम अलर्ट मोड पर है. स्टेशन और आने-जाने वाली ट्रेनों पर भी सुरक्षा के देखते हुए खास नजर रखी जा रही. हालांकि अभी तक आरोपी के बारे में पुलिस की ओर से पूरी जानकारी नहीं दी गई है.

समय से 20 मिनट पहले रांची तो 15 मिनट पहले पहुंची पटना जंक्शन; BJP सांसद के सफर पर विवाद

पटना से रांची के बीच चलने वाली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का आज ट्रायल रन पूरा हो गया है। ट्रेन समय से 20 मिनट पहले रांची तो 15 मिनट पहले वापस पटना पहुंच गई। इस दौरान भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने हजारीबाग से बरकाकाना तक ट्रेन में सफर किया। ट्रायल ट्रेन में सांसद के सफर पर सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। वहीं, ट्रायल रन के दौरान वापसी में गया से पहले 2 अलग-अलग जगह पर कैटल रन हुआ। यानी दो मवेशी वंदे भारत ट्रेन के सामने आ गए, जिसे ट्रेन रौंदते हुए निकल गई। हालांकि इस बाबत रेलवे अधिकारी कोई भी जानकारी नहीं दे रहे हैं। इस ट्रेन में सफर कर रहे एक कर्मी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर इस घटना की पुष्टि की है। पटना से रांची तक दिखा वंदे भारत का क्रेज ट्रायल रन के दौरान पटना से रांची तक वंदे भारत एक्सप्रेस का लोगों के बीच क्रेज दिखा। सोमवार सुबह पटना जंक्शन से 6 बजकर 55 मिनट पर यह ट्रेन रांची के लिए रवाना हो गई। इस दौरान स्टेशन पर लोगों की भीड़ दिखी। लोग ट्रेन के साथ सेल्फी लेते नजर आए। ट्रेन को दोपहर 1 बजे रांची पहुंचना था, लेकिन वह निर्धारित समय से 20 मिनट पहले ही पहुंच गई। वापसी में ट्रेन समय से 15 मिनट पहले शाम 8ः10 बजे पटना जंक्शन पहुंच गई। हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने हजारीबाग से बरकाकाना तक वंदे भारत ट्रेन में यात्रा की है। इस पर लोगों ने सुरक्षा को लेकर सवाल भी उठाए। रांची में बैरिकेडिंग, अंदर जाने से रोका वंदे भारत एक्सप्रेस की सुरक्षा को लेकर आरपीएफ ने रांची रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी। प्लेटफार्म पर बैरिकेडिंग कर दी। पहले पत्रकारों तक को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था। हालांकि ट्रेन के आने के बाद उन्हें अंदर जाने दिया गया। वहीं, ट्रायल रन में सांसद के सफर...